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एमपी में जिला पंचायत सागर को सीएम हेल्पलाईन में ए-ग्रेड मिला

एमपी में  जिला पंचायत सागर को सीएम हेल्पलाईन में ए-ग्रेड मिला
सागर । मध्यप्रदेष पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत सीएम हेल्पलाईन (181) में दर्ज षिकायतों का व्यक्तिगत रूचि लेते हुए निराकरण कराये जाने पर जिला पंचायत सागर को सीएम हेल्पलाईन में जिला पंचायत वार ग्रेडिंग में प्रथम समूह अंतर्गत षिकायतों के निराकरण में लगातर उत्कृष्ट प्रदर्षन करते हुए माह नवम्बर में भी ए-ग्रेड प्राप्त किया है। मध्यप्रदेष शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श उमाकांत उमराव ने जिला पंचायत सीईओ सागर  चन्द्रषेखर शुक्ला को बधाई देते हुए भविष्य में भी इसी निष्ठा एवं समर्पण भावना से आम जन के सेवा निष्पादन में प्राप्त षिकायतों का संतुष्टिपूर्ण कराते रहेंगे।
इसी प्रकार विभाग ने मुख्य कार्यपालन जनपद पंचायत बण्डा, श्सुरेन्द्र खरे को सीएम हेल्पलाईन की षिकायतों के निराकरण में उत्कृष्ट प्रदर्षन पर प्रदेष में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी है।
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लोकायुक्त पुलिस ने NHAI के प्रबंधक को एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ा,सागर में पेट्रोल पम्प की अनापत्ति प्रमाणपत्र का मामला


लोकायुक्त पुलिस ने NHAI के प्रबंधक को  एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ा,सागर में पेट्रोल पम्प की अनापत्ति प्रमाणपत्र का मामला

सागर। लोकायुक्त पुलिस सागर संभाग ने छत्तरपुर जिले के NHAI राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क विकास प्राधिकरण छत्तरपुर के प्रबंधक सुरेश अग्निहोत्री को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है । प्रबंधक ने  पेट्रोल पंप का अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के एवज में रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने बताया कि  आवेदक गणेश कोरी नेपुलिस अधीक्षक विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त कार्यालय, सागर संभाग सागर के समक्ष शिकायत प्रस्तुत की थी।जिसमे  आवेदक को सागर में भोपाल लखनऊ नेशनल हाईवे पर केरबना सागर में पेट्रोल पंप खोलने के लिए  जगह अलाट हुई थी। इसके  अनापत्ति प्रमाणपत्र को  जारी करने के लिए NHAIराष्ट्रीय राजमार्ग सड़क विकास प्राधिकरण  छत्तरपुर कार्यालय के प्रबंधक सुरेश अग्निहोत्री द्वारा एक लाख  50 हजार रुपये  की रिश्वत की मांग की जा रही है।
     इस पर आज लोकायुक्त की टीम ने DSP राजेश खेड़े के नेतृत्व में  निरीक्षक अभिषेक वर्मा और सदसयो के साथ मैनेजर को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते उसके छत्तरपुर कार्यालय में रात्रि में रंगे हाथों पकड़ा। लोकायक्त की टीम ने दिनभर की मशक्कत के बाद रात्रि में रिश्वत लेते दबोच लिया।
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दो दर्जन निरीक्षकों के तबादले

दो दर्जन निरीक्षकों के तबादले
भोपाल। पुलिस स्थापना बोर्ड ने निरीक्षकों/रक्षित निरीक्षकों के तबादला किये है । दो निरीक्षकों तबादले  के निरस्त के भी निकले है।
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अभियोजन अधिकारियों ने 11 सूत्रीय मांगो के लिए अपर कलेक्टर को सौपा ज्ञापन


अभियोजन अधिकारियों ने 11 सूत्रीय मांगो के लिए अपर कलेक्टर को सौपा ज्ञापन
सागर। जिला अभियोजन कार्यालय सागर के अभियोजन अधिकारियों ने म.प्र. लोक अभियोजन अधिकारी ने अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अपर कलेक्टर मूलचंद्र वर्मा को दिया गया। जिसमें अभियोजन कार्यालय से अभियोजन अधिकारीगण अमित जैन, सौरभ डिम्हा, श्याम नेमा, सचिन गुप्ता, मनोज नायक, अशीष त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।
जन संपर्क अधिकारी अमित जैन ने बताया कि नियमित संवर्ग के अभियोजन अधिकारी राज्य लोक सेवा आयोग राजपत्रित अधिकारी हैं, जिनका प्रमुख कार्य आपराधिक न्यायालय में पैरवी, अपील-रिवीजन, विभिन्न विभागों को विधिक सलाह, सजा के आंकडे, आपराधिक मामलों की मानीटरिंग, प्रशिक्षण व स्क्रूटनी  आदि है। राज्य के उक्त संवर्ग द्वारा हाल के वर्षोंे में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अधिकांश आपराधिक मामलों मे सजा कराई गई है, जिसमें राज्य भर में हत्या बलात्संग, पाॅक्सों आदि के गंभीर मामलों में पिछले दो वर्षों में कराई गई 31 मृत्युदंड तथा लगभग 100 आजीवन कारावास की सजा भी है जो राष्ट्रªीय स्तर पर एक रिकार्ड हैं वर्तमान में उक्त संवर्ग के अभियोजन अधिकारी को मजिस्ट्रेट न्यायालयों तथा शासन स्तर पर मात्र चिन्हित जघन्य सनसनीखेज अपराधों, लोकायुक्त, म्व्ॅए च्व्ब्ैव्   तथा कुछ जिलों में ैब्ैज् तथा छक्च्ै  के विशेष न्यायालयों में ही पैरवी के अधिकार दिए गए है, जिनमें नियमित संवर्ग के पैरवी के परिणाम स्वरूप अधिकांश मामलो में सजा कराने में सफलता मिली है तथा सजा का प्रतिशत हाल के वर्षों में लगभग 70 प्रतिशत रहा है। यह संवर्ग अपने सतत कार्य-अनुभव व प्राप्त विभिन्न प्रशिक्षण तथा स्थाई सेवा व गृह जिले से बाहर पदस्थापना के कारण अत्यंत प्रभावी व उत्तरदाई तथा विश्वसनीय अभियोजन संवर्ग है विटनेस-हेल्पडेस्क तथा प्राॅसीक्यूशन पोर्टल के माध्यम से यह संवर्ग साक्षियों तथा पीडित व्यक्तियों  की मदद भी करता है व जानकारी उपलब्ध कराता है हाल के वर्षो में राष्ट्रªीय व अन्तरराष्ट्रªीय स्तर पर अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार-अवार्ड भी इस संवर्ग को मिल चुके है। प्राॅसीक्यूसन मोबाइल एप के द्वारा प्रत्येक अभियोजन अधिकारी के कार्याें की निरंतर समीक्षा भी की जाती है तथा  उनके कार्यों की माॅनिटरिंग विभाग द्वारा सतत रूप से होती है।
 नियमित संवर्ग के अभियोजन अधिकारियों की लंबे समय से मांग रही है कि सेशन स्तर के न्यायालयों में लोक अभियोजक व अतिरिक्त लोक अभियोजकों के पद दिए जांए जिससे गंभीर अपराधों  में प्रभावी पैरवी की जाकर अपराधियों को सजा दिलाई जा सके। किंतु नियमित सेवा, उत्कृष्ट प्रदर्शन व उत्तरदायित्व से जुडे होने के बाबजूद नियमित सेवा के इस संवर्ग के अभियोजन अधिकारियों की निरंतर उपेक्षा की जाती रही है तथा योग्य, अनुभवी व उत्तरदाई होने के बावजूद मुख्यतः निचली अदालतों में ही कार्य का अवसर दिया जाता है जबकि इसके विपरीत बिना योग्यता परीक्षण के गैर नियमित संवर्ग को अस्थाई रूप से गृह जिले के भीतर ही, स्थानीय स्तर पर लोक अभियोजक व अपर लोक अभियोजक  के रूप में नियुक्ति कर दी जाती है जहां लोकल संपर्क, निजी प्रैक्टिस, उत्तरदायित्व के अभाव तथा कार्य अनुभव की कमी आदि के कारण गंभीर आपराधिक मामलों में समुचित पैरवी तथा अपील-रिवीजन की कार्यवाही नहीं हो पाती। गैर संवर्ग के अभियोजकों पर शासन का कोई नियंत्रण नही होता तथा उन पर सिविल कंडक्ट रूल्स लागू नही होता। उनकी इस स्थिति का नुकसान पीडित पक्ष को उठाना पडता है और सजा का प्रतिशत गिरता है। यह आपराधिक न्याय प्रशासन व जनहित में भी नही है। इस विषय सहित कुल 11 सूत्रीय मांगों को लेकर आज नियमित संवर्ग के अभियोजन अधिकारियों द्वारा पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर कलेक्टर महोदय के माध्यम से प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।   
11-सूत्रीय मांगें

1. सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी का वेतनमान छठवें वेतन आयोग में ग्रेड पे 5400 रूपये पर निर्धारित किया जाये।

2. लोक अभियोजक व अपर लोक अभियोजक के पद नियमित संवर्ग के लिए आरक्षित की जाए।

3. संवर्ग के अधिकारियों का लंबित समयमान अविलंब स्वीकृत किया जाए।

4. जिला स्तर पर प्रत्येक अभियोजन कार्यलय हेतु कम से कम एक शासकीय एसयूवी वाहन हेतु 30000 रूपये मासिक बजट स्वीकृत किया जाए।

5. कार्य के दौरान आवश्यक स्टेशनरी, विधिक पुस्तकों, समाचार पत्रों व पत्रिकायों हेतु लाइब्रेरी एलाउंस 1000 रूपये मासिक प्रत्येक अभियोजन अधिकारी को स्वीकृत किया जाए।

6. संचालनालय लोक अभियोजन तथा जिला व तहसील लोक अभियोजन कार्यालय भवन हेतु समुचित राशि स्वीकृत की जाए।

7. न्यायालय में पैरवी के दौरान निर्धारित गणवेश हेतु प्रत्येक अभियोजन अधिकारी को ड्रेस एलाउंस 8000 रूपये वार्षिक स्वीकृत किया जाए।

8. प्रत्येक जिला व तहसील में पदस्थ अभियोजन अधिकारियों को शासकीय आवास उपलब्ध कराए जाए अथवा बाजार दर पर मकान किराया भत्ता प्रदान किया जाए।

9. सभी जिलों में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के प्रकरणों हेतु उपसंचालक स्तर के विशेष लोक अभियोजक के पद स्वीकृत किए जाएं।

10. प्रत्येक संभाग में प्रशासनिक नियंत्रण हेतु संयुक्त संचालक अभियोजन के तािा जिला स्तर पर पर्याप्त संख्या में क्क्च्ध्।कण् क्च्व् के पद स्वीकृत किये जाये।

11. अन्य समकक्ष सेवाओं के अनुरूप चार स्तरीय समयमान और काडर रिव्यू की जाकर पदोन्नत पदों क्च्व् तथा क्क्च् की संख्या, फीडर काडर के 50 तक की जानी चाहिए। साथ ही संचालनालय लोक अभियोजन का पुनर्गठन भी किया जावे।
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सौंदर्य माधुर्य वीरता के निधान श्रीराम - आचार्य ब्रजपाल शुक्ल ,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पहुचे कथा में

सौंदर्य माधुर्य वीरता के निधान श्रीराम - आचार्य ब्रजपाल शुक्ल ,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव पहुचे कथा में

सागर।सागर के ग्राम  ढाना  दीपक तिवारी के निवास पर चल रही राम कथा के तीसरे दिन ब्रजपालजी ने कथा में कहा किसंसार मे  निर्विकार सौंदर्य प्राप्त नही होता। सौंदर्य में विकार होता ही है। सुंदरता को देखकर के भी विकार उतपन्न होता है तथा जिसमे सुंदरता होती है उसमें भी विकार उतपन्न होता है किंतु निर्गुण  निराकार भगवान जब साकार रूप धारण करते है तब उनके सौंदर्य को देखकर विकार पुरुषों का मन भी निर्विकार हो जाता है।जनकपुर में श्रीराम के सहज सौंदर्य को देखकरके देखने वाले के नेत्रों में आंसू भर आये विकार मन निर्विकार हो गया। उसी श्रीराम को जब महाराज जनक ने देखा तो उनका ब्रह्मज्ञान शिथिल हो गया और राम को ही साक्षात ब्रह्म रूप में देखने लगे कि यह आनंद स्वरूप ब्रह्म है।तुलसी ने कहा है
मूरति मधुर मनोहर देखी।
भयउ विदेह विदेह विषेखी ।।
उन्होंने कहा कि संसार के सभी जीवों से लेकर ऋषि मुनि तक संसार की सुंदरता को देख करके भ्रष्ट हो जाते है किंतु राम की मधुर मूर्ति को देखकर महाराज जनक जैसे ज्ञानी पुरुष भी अपने ज्ञान मार्ग को छोड़कर भक्ति मार्ग में बह जाते है।भगवान की सुंदरता का अनुभव भक्तो को ही होता है ज्ञानियो को नही होता। ज्ञानीजन सभी जीवों के ह्रदय में भगवान को देख सकते हैं लेकिन जो  आनन्द साकार स्वरूप में खड़े हुए भगवान को देखकर आनन्द आता है वह आनन्द तो योगियों को भी नही आता।ज्ञानी, अज्ञानी, मूर्ख, बालक, वृद्ध, स्त्री-पुरुष सभी को समान रूप से एक जैसा ही आनन्द आ रहा है। श्रीराम को देखकर जैसा अनुभव वृद्धो को हो रहा है वही अनुभव बालको को हो रहा है। जैसा अनुभव स्त्रियों को हो रहा है वैसा ही अनुभव पुरुषों को हो रहा है।यही श्रीराम के सौंदर्य का विलक्षण प्रभाव है।श्रीराम जिसकी भी ओर अपने कमल नेत्रो से देख लेते है वह समाधिस्त हो जाता है।संसार का सौंदर्य सभी जीवों के भोग का साधन है किंतु भगवान की सुंदरता संसार के भोग्य पदार्थो से निवृत्ति का साधन है।
इसलिए सौंदर्य वही है जो निर्विकार कर दे, माधुर्य वही है जो आनन्द मे मग्न कर दे, लावण्य वही है जो संसारसे विरक्त कर दे और यह गुण मात्र भगवान में ही है संसार मे नही।
कथा में ये हुए शामिल
आज की कथा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, मध्यप्रदेश सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता अजय गुप्ता, पूर्व विधायक सुनील जैन,नारायण प्रसाद कबीरपंथी, शासकीय अधिवक्ता राम अवतार तिवारी,हनुमान प्रसाद तिवारी,रादेष तिवारी,राजेन्द्र जारोलिया आदि ने कथा श्रवण व आचार्य जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
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आयकर विभाग में जॉइंट कमिश्नर के पद पर हुई सागर के अनूप जैन की पदोन्नति

 आयकर विभाग में जॉइंट कमिश्नर के पद पर हुई सागर के अनूप जैन की पदोन्नति

भोपाल ।बेनामी यूनिट मध्यप्रदेश के प्रभारी डिप्टी कमिश्नर अनूप जैन बने जॉइंट कॉमिशनर।अनूप जैन, इंदौर-ग्वालियर और भोपाल में आयकर विभाग के महत्वपूर्ण पदों पर पदस्थ रहे हैं।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने 26.12.19 के अपने आदेश में 2010 बेच के 187 IRS अफसरों का जॉइंट कॉमिशनर प्रमोशन किया है जो कि 1 जनवरी 2020 से लागू है। नए पदोन्नत अधिकारियों को 1 जनवरी को जॉइंट कमिश्नर इनकम टैक्स के रूप में जोइनिंग देनी है।
मध्यप्रदेश के 04 आई आर एस अधिकारियों का नाम इस प्रमोशन आर्डर में शामिल है। इनमें अनूप जैन, सुनील शर्मा, गुँजन वारस्नेय और मुनमुन शर्मा शामिल हैं। इनमें अनूप जैन मध्यप्रदेश की बेनामी यूनिट में डिप्टी कमिश्नर का प्रभार देख रहे हैं। सामान्यतः प्रोमोशन के साथ तबादले भी होते हैं किंतु अभी केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने इन चारों अधिकारियों को मध्यप्रदेश में ही पोस्टेड रखा है। अभी किसी भी अधिकारी का तबादला नही हुआ है। मूलतः नरयावली के पास के लुहारी ग्राम में पड़े -वले अनूप जैन हिंदी माध्यम से UPSC पास करके 2010 में  आई आर एस जैसी प्रीतिष्ठित सेवा में पदस्थ हुए थे। जिन्होंने इंदौर ग्वालियर और भोपाल में आयकर विभाग के महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं दी है। 
अनूप जैन ग्राम विकास और सामाजिक सरोकारों के कामो से जुड़े हैं। ग्रामों में स्कूल एवं स्वाथ्य सुविधाओ लिए प्रयासरत रहते हैं हाल ही में उनके प्रयासों से आयकर विभाग ने ने ग्राम लुहारी और आसपास के ग्रामो में लिए बड़ा चिकित्सा शिविर लगाया।
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श्रीमद् भागवत ज्ञानगंगा महोत्सव, संत श्री कमल किशोर नागर जी के श्री मुख से बरकोटी में 4 जनवरी से

श्रीमद् भागवत ज्ञानगंगा महोत्सव, संत श्री कमल किशोर नागर जी के श्री मुख से बरकोटी में 4 जनवरी से

सागर। श्रीमद् भागवत ज्ञानगंगा महोत्सव का आयोजन संत श्री कमल किशोर नागर जी के श्री मुख से  देवरी के ग्राम बरकोटी में 4 जनवरी से 10 जनवरी 2020 तक किया गया है ।
इसके आयोजक राजकुमार सिंह बरकोटी ने बताया कि इसका आयोजन   दिनांक 04 जनवरी से 10 जनवरी 2020 तक ,दोप. 12 से 3 बजे तक किया जाएगा। कलशयात्रा एवं कथा प्रारम्भ 04 जनवरी 2020 दिन शनिवार को तथा कथा का समापन 10 जनवरीदिन शुक्रवार
पूर्णाहूति, कन्या भोज एवं प्रसादी होगी।कथा स्थल : निजनिवास बरकोटी, जिला-सागर है।
 इसके आयोजक राजकुमार सिंह, विजय सिंह,
राजेन्द्र सिंह, उत्तम सिंह, चन्द्रहास सिंह,इन्द्रपाल सिंह, वीरेन्द्र सिंह और बरकोटी ट्रांसपोर्ट के सदस्यों ने सभी धर्म प्रेमियों से कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।

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SBI नए साल से बदलाव ATM से केश निकालने के तरीके में,आएगा ओटीपी नम्बर

SBI नए साल से बदलाव ATM से केश निकालने के तरीके में,आएगा ओटीपी नम्बर

नई दिल्ली. देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक SBI नए साल से एटीएम से कैश निकालने के तरीके में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. SBI ने ग्राहकों को अच्छी बैंक फैसिलिटी और फ्रॉड एटीएम ट्रांजैक्शन से बचाने के लिए ये कदम उठाया है. बैंक वन टाइम पासवर्ड आधारित कैश विदड्रॉल सिस्टम शुरू करने जा रहा है.
यह नई प्रणाली 1 जनवरी, 2020 से शुरू होगी. इसके तहत रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक एटीएम से कैश निकालने के लिए आपको बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आया ओटीपी बताना होगा. यह नियम 10 हजार रुपये से ज्यादा के कैश ट्रांजैक्शन पर लागू होगा. बैंक ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.
SBI एटीएम में पैसा निकालने के लिए बैंक आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजेगा. यह OTP सिर्फ एक ही ट्रांजैक्शन पर काम करेगा. इस नई प्रणाली से कैश निकालने की मौजूदा प्रक्रिया पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यह प्रक्रिया किसी और बैंक के ATM पर काम नहीं करेगी क्योंकि फिलहाल नेशनल फाइनेंशियल स्विच में इसे तैयार नहीं किया गया है. बैंक का कहना है कि इससे फर्जी कार्ड्स से होने वाले अवैध ट्रांजैक्शन्स को रोका जा सकेगा
(पलपल इंडिया .कॉम से)
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