मोटर पंप चुराने वाले दो चोर गिरफ्तार,खिमलासा पुलिस ने पकड़े

मोटर पंप चुराने वाले दो चोर गिरफ्तार,खिमलासा पुलिस ने पकड़े
सागर । सागर जिले के थाना खिमलासा पुलिस ने   मोटर पम्प चुराने  वाले दो युवकों को पकड़ा है। इनसे सिंचाई के पम्प भी बरामद किए हैं।पुलिस के मुताबिक  बसाहारी तालाब मैं लगे सिंचाई पंप अज्ञात चोरों द्वारा चोरी करके ले गए थे। फरियादी पंकज पिता राजकुमार जैन उम्र 41 वर्ष निवासी बसाहारी की रिपोर्ट पर 3 एचपी स्वराज कंपनी की सिंचाई मोटर कीमती करीब ₹8000 की चोरी चला गया थाम पंकज जैन की रिपोर्ट पर थाना खिमलासा में अपराध क्रमांक 203 /19 धारा 379 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
विवेचना के दौरान संदेह होने पर आरोपी बल्लू उरफ बलराम पिता गुलाब पटेल उम्र 30 वर्ष निवासी बसारी  और नंदी उर्फ  शिवराज पिता काशीराम पटेल उम्र 28 वर्ष निवासी बसाहारी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई ।आरोपी गणों द्वारा आसपास के क्षेत्रों में कई सिंचाई मोटर पंप चोरी करना बताया गया ।जिनसे पूछताछ पर चोरी की सिंचाई पंप बरामद किए गए हैं आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर न्यायालय पेश किया गया है आरोपियों की पुलिस रिमांड लिया जाकर अन्य चोरियों में  पूछताछ की जाती है इन आरोपियों से चोरी की अन्य सामग्री मिलने की संभावना है। चोरों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी कृपाल मार्को ,प्रधान आरक्षक भगवतशरण कारोलिया आरक्षक बृजभान पटेल आरक्षक ,आरक्षक रघुवीर तिवारी, ग्राम रक्षा समिति के सदस्य राहुल यादव तथा ग्राम वासियों का सहयोग रहा है।
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अखिल भारतीय साहित्य परिषद के महाकोशल प्रांत सम्मेलन का आयोजन

अखिल भारतीय साहित्य परिषद के महाकोशल प्रांत सम्मेलन का आयोजन
सागर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के महाकौशल प्रांत का सम्मेलन सरस्वती शिशु मंदिर, सागर में आयोजित हुआ।संभाग की अध्यक्ष डॉ वंदना गुप्ता के संयोजन में महाकौशल प्रान्त का प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित किया गया। 
 साहित्य परिषद की सागर जिला इकाई अध्यक्ष प्रभात कटारे ने सभी जिला सदस्यों के साथ
मिलकर अतिथियों का स्वागत चंदन लगाकर किया। इस सत्र की मुख्य अतिथि भोपाल से डॉ श्रीमती साधना बलबटे राष्ट्रीय मंत्री साहित्य
परिषद पी अध्यक्षता संस्कृत के प्रकांड विद्वान व पाणिनि विश्वविद्यालय उज्जैन के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मिथिला प्रसाद त्रिपाठी जी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में  निर्मल चंद निर्मल, ऋषभ समैया जलज,  डॉक्टर रामानुज गुप्ता समाजसेवी एवं साहित्य सेवी थे। इस सत्र में 2 पुस्तकों का विमोचन किया गया। पहली पुस्तक "जनजातीय क्षेत्रीय साहित्य संवर्धन यात्रा" जो किबालाघाट सदस्यों द्वारा आयोजित संवर्धन यात्रा का संकलन था। दूसरी पुस्तक "भावों के पारखी" काव्य संकलन का विमोचन किया गया।
प्रथम सत्र में "हमारी साहित्य परंपरा" विषय पर व्याख्यान था।  जिसमें मुख्य वक्ता प्रोफ़ेसर मिथिला प्रसाद त्रिपाठी जी थे।बीज वक्ता डॉ
साधना बलबटे व अध्यक्षता प्रोफेसर शशि कुमार सिंह सर हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय ने की। .
प्रोफेसर मिथिला प्रसाद त्रिपाठी जी ने बताया कि भारत का प्राचीनतम साहित्य ऋगवेद है और वह कहता है "साहित्य जनकल्याण के लिए होता है"। अथर्व वेद कहता है "तेन त्यक्तेन भुंजीथा"अर्थात "तुम अपने लिए नहीं दूसरों के लिए सोचों"। धर्म व परमार्थ भाव की
प्रधानता के साथ साहित्य का मूल सत्य ही होना चाहिए जो समाज को भय व भ्रम से मुक्त करें। जिसका उदाहरण रामायण, महाभारत गीता
आदि ग्रंथ है। 
अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रोफेसर शशिकुमार ने कहा कि "साहित्यकार की लेखनी में समाज कल्याण का दायित्व बोध होना चाहिए"।संघर्षशील व्यक्तिका संघर्ष ही उन्हें समाज का नायक बनाता है और हमारी साहित्य परंपरा में इन्हीं नायकों पर आधारित कहानी व कथा लोक कल्याण व प्रेरणाकी दिशा समाज को दिखाती रही है।
द्वितीय सत्र में साहित्य परिषद महाकौशल प्रांत की संगठनात्मक चर्चा डॉ साधना बलबटे की अध्यक्षता में हुई। रीवा संभाग, जबलपुर
संभाग व सागर संभाग के सभी संभागीय व जिला पदाधिकारियों ने संगठन से संबंधित गतिविधियों की जानकारी प्र की। प्रान्त से आए सभीप्रतिनिधियों एवं अतिथियो को स्मृति चिन्ह,पुस्तकें एवं सम्मान पत्र प्रदान किया गया। तीनों संभाग से लगभग 100से अधिक पदाधिकारियों वसदस्यों ने सम्मेलन में भाग लिया।
तृतीय सत्र में विराट कवि सम्मेलन 
मुख्य अतिथि श्रीमती मधु दरें और अध्यक्षता  हर गोविंदविश्व  ने की। सारस्वत अतिथि के रूप में डा गजाधर सागर जी,डॉ श्याम मनोहर सिरोठिया , विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती सुनीलासराफ.श्रीमती संध्या दरे  उपस्थित थी। कवि सम्मेलन में कवि रामानंद पाठक जी ने "हेरा गए डीजे के आगे वह बुंदेली बाजे" रचना, श्रीपूरन चंद जी गुप्ता टीकमगढ़ ने" हो जनहित में जीवन",श्री राम गोपाल रैकवार टीकमगढ़ ने " आओ गुनगुनी धूप में बैठे" श्री डीपी शुक्ला
टीकमगढ़ ने दीपक संग जल गया बाती",श्री सीता राम राय ने "सत्य और धर्म पर चलना हमें मानस सिखाता है " डॉ श्याम मनोहर सिरोठिया
ने जिंदगी मेरे लिए बस जिन्दगी की ही तरह है", श्रीमती निरंजना जैन ने "निःशब्द की खोज में मै थक चुकी हूं"।श्री निर्मल चंद निर्मल जी ने -
कुछ ऐसी बात करो चलकर धरती की गोद हरी होवे ",उमाकांत अपरिचित रीवा ने" गर अमर होना है तुमको कुछ हुनर भी सीख लो". आकाश
शर्मा नयन सतना ने "माटी नहीं यह मातृभूमि है अब तो इसका वंदन हो", डॉ गजाधर सागर ने" लेकिन सच तो वह है जिसने सच से आंख
मिलाई हो", श्री मयंक अग्निहोत्री ने "उम्मीद का दीप इतिहास के महापुरुष", डॉ नम्रता फुसकेले ने" गुजरते वक्त से मैंने पूछना चाहा तुम ठहर
क्यों नहीं जाते",श्री शिखर चंद जैन शिखर ने "मैं कविता लिखना क्या जानू", श्री ऋषभ समैया जलज ने दीपों का साहस तो देखो रात अमावस
पूनम कर दी",श्री प्रभात कटारे सागर ने" पीर हमारी जाके कोई कह आवे सरकार को", श्रीमती सुनीला सराफ ने "माँ बेटे का दर्द समझती है।
"डॉ अनिल जैन जी ने" मुट्ठी भर छाया यहां आसमान भर धूप", पंडित हरगोविंद विश्व जी ने " सदियों से हम तो एक हते अबै एक हैं". तथा
अंत में डॉ वंदना गुप्ता ने समाज की "प्रगति का राज है नारी" रचना प्रस्तुत की।
समस्त सत्रों का सफलता पूर्वक संचालन संभागीय अध्यक्ष डॉ वंदना गुप्ता द्वारा किया गया ।इस अवसर पर दमोह जिले से आनंद जैन जिलाअध्यक्ष श्रीमती पुष्पा चिले, डॉ प्रेमलता नीलम ,श्री योगेंद्र तिवारी, श्री पीएस परिहार ,श्री दिनेश जैन राही, जबलपुर से श्री शरद अग्रवाल मध्यप्रदेश उपाध्यक्ष , श्री कौशल दुबे,सुरेंद्र सिंह पवार, श्रीराज सागरी जबलपुर संभागअध्यक्ष , श्री रमाशंकर खरे, श्री सीताराम राय, श्री पूर्ण चंद गुप्ता, श्री द्वारका प्रसाद शुक्ला, श्री विजय कुमार मेहरा, बालाघाट से श्प्रम प्रकाश त्रिपाठी, प्रोफेसर एलसी जैन श्रीमयंक अग्निहोत्री, श्रीआकाश शर्मा ,बालाघाट से अशोक कुमार सिहासने महाकोशल प्रांत अध्यक्ष, श्रीमती सुषमा यदुवंशी प्रांतीय महामंत्री, श्री किशोर छिपेश्वरसागर, मंडला से श्री नवीन जैन अकेला, श्री सुरेश रावत एड., श्रीनीलेश जैन झा.श्री श्याम बैरागी. डिंडोरी से श्री रवि राज बिलेया. रीवा से श्रीचंद्रकांत तिवारी, श्री प्रकाश चंद्र तिपाठी, श्रीउमाकांत गुप्ता, निवाड़ी से राम निवास तिवारी, श्री रामानंद पाठक, नैनपुर से डॉ राजेश कुमारठाकुर, श्री अंबिका प्रसाद यादव सागर संभाग कोषाध्यक्ष, श्री आशीष द्विवेदी.श्री प्रभात कटारे सागर जिला अध्यक्ष श्री ज्ञानी प्रसाद दुबे,श्रीश्यामसुंदर चौबे, श्री संजय सिंह, श्री आरएन खरे, श्री भानु जी जैन आदि अनेक लोग उपस्थित थे।

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केंद्रीय विद्यालय -एक में दादा-दादी,नाना -नानी दिवस का आयोजन

केंद्रीय विद्यालय  -एक में दादा-दादी,नाना -नानी दिवस का आयोजन
सागर। वर्तमान समाज की ज्वलंत समस्या हमारे बुजुर्गों का घर-घर में हो रहे तिरस्कार के निदान एवं वर्तमान पीढी कोसजग करने एवं बुजुर्गों के सम्मान को बरकरार रखते हेतु केंद्रीय विद्यालय की पहल की अनवरत्  क्रम में  "दादा-दादी , नाना नानी दिवस का पूर्ण सम्मान के साथ आयोजन किया गया|
बच्चों में संस्कारों के बीजारोपण में केंद्रीय विदयालय क्र 1 सागर विभिन्न माध्यमों का चयन करता है। विदयालय प्राचार्य  अजीत सिंह एवं उपप्राचार्य  दीपक साहू के तत्पर प्रयासों में प्रोफेसर दीपक व्यास को मुख्य आतिथि
के रूप में शामिल किया गया | बच्चों के रंगारंग कार्यक्रम एवं संस्कारपूर्ण आयोजन के साथ ही बुजुर्गों ने भी विभिन्नप्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़कर सहभागिता निभाई । प्राथमिक विभाग की मुख्य आध्यापिका  रेनू यादव दवारा
बच्चों का सफलतम उज्ज्वल भविष्य दादा दादी , नाना नानी के हाथों में ही सुरक्षित हे विषय पर प्रकाश डाला गया।समस्त प्राथमिक विभाग के शिक्षकों द्वारा कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु भरसक प्रयास किये |कार्यक्रम का महत्वपूर्ण उददेश्य हमारी वर्तमान पीढ़ी को सच्ची राह दिखाना भी है। मुख्य अतिथि ने बच्चों एवं विदयालय के इस प्रयास की सराहना की | बच्चों ने मंच संचालन, गायन,नत्य,कविता एवं भाषण के माध्यम से हमारे दादा-दादी नाना-नानी के दिलों में ताजगी भर दी | कार्यक्रम की प्रस्तुति
बच्चों द्वारा इस तरह प्रस्तुत की गई की बुजुर्गों के दिलों को तरोताजा कर दिया जिसका असर दादा-दादी , नाना-नानी की खेल प्रतियोगिताओं में देखा गया |
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कृषि विस्तार अधिकारी को भ्रष्टाचार के मामले में चार साल की सजा, दो हजार की ली थी रिश्वत

कृषि विस्तार अधिकारी को भ्रष्टाचार के मामले में चार साल की सजा, दो हजार की ली थी रिश्वत

सागर। विशेष न्यायाधीश श्री रामविलास गुप्ता द्वारा भ्रष्टाचार अधिनियम 1988 के आरोपी बृजेन्द्र सिंह लहरिया को धारा 7,13,(1)डी , 13(2) मेें दिनांक 18.12.19 केा 4-4 वर्ष के कारावास एवं 10000-10000रूपये के जुर्माने से दंडित किया गया ।
अभियोजन मामला इस प्रकार है
विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सागर ने अभियुक्त बृजेन्द्र सिंह लहरिया को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 में 4 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10000रूपये के अर्थदण्ड एवं धारा 13(1)डी, सहपठित धारा 13(2) के तहत 4 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 10000 रूपये कुल 20000रूपये के अर्थदण्ड की सजा सुनाई है। विशेष लोक अभियोजक, लोकायुक्त सागर श्री रामकुमार पटेल ने शासन की ओर से पैरवी की तथा तर्क प्रस्तुत किय

मामला यह है कि दिनांक 24.02.15 को आवेदक दुर्गा दास ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर के समक्ष उपस्थित हो शिकायत की थी कि आवेदक खाद, बीज एवं दवाईयाॅ का लाईसेंस बनवाना चाहता था। जिसके एवज में आरोपी बृजेन्द्र सिंह लहरिया ने 2000 रूपये रिशवत की मांग की थी आवेदक उन्हें रिश्वत नहीं देना चाहता था। बल्कि रिश्वत देते हुए रंगे हाथ पकडवाना चाहता था।
आवेदक की उक्त शिकायत पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर के द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया। आरोपी की रिश्वत मांग वार्ता रिकार्ड की गई, आरोपी 2000रूपयेे लेने के लिये सहमत हुआ। आरोपी बृजेन्द्र सिंह लहरिया के द्वारा रिश्वत मांगना प्रमाडित होने पर अपराध पंजीबद्ध किया गया। और पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन में ट्रेप कार्यवाही आयोजित की गई दिनांक 24.02.2015 को आरोपी बृजेन्द्र सिह लहरिया आवेदक दुर्गा प्रसाद से 1500रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए उप संचालक कृषि विकास विभाग सागर में रंगे हाथ पकडा गया।
लोकायुक्त पुलिस सागर द्वारा विवेचना द्वारा उक्त मामले का अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया। विचारण में आरोपी बृजेन्द्र सिंह लहरिया को प्रार्थी से रिश्वत की मांग करने एवं 1500 रूपये की रिश्वत लेने का दोषी पाते हुए आज दिनांक 18.12.19 को माननीय विशेष न्यायालय सागर के द्वारा दंडित किया गया।

 


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*साल भर में बढ़े 7 लाख शिक्षित बेरोजगार *दूध के मिलावटखोरों पर 45 लाख का जुर्माना विधानसभा में भूपेंद्रसिंह के प्रश्नों के जवाव

*साल भर में बढ़े 7 लाख शिक्षित बेरोजगार
*दूध के मिलावटखोरों पर 45 लाख का जुर्माना
विधानसभा में भूपेंद्रसिंह के प्रश्नों के जवाव
सागर। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में 7 लाख की वृद्धि हुई है। सरकार का एक साल पूरा होने पर विज्ञापनों में गुणगान किया जा रहा है कि युवाओं को रोजगार तथा स्वरोजगार के अधिकतम अवसर उपलब्ध करवाने के लिए अनेक रणनीतिक कदम उठाये हैं। जबकि हकीकत ऊँट के मुँह में जीरा जैसी है। जिसका खुलासा विधानसभा में पूर्व गृहमंत्री एवं खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर सरकार के जबाब में हुआ है।
बुधवार को विधानसभा में पूर्व गृहमंत्री एवं विधायक भूपेन्द्र सिंह ने प्रश्न किया कि प्रदेश में अक्टूबर 2018 एवं अक्टूबर 2019 में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों का ब्यौरा क्या है और कितने बेरोजगारों को शासकीय अथवा निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराया गया है ? जबाब में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया है कि प्रदेश में अक्टूबर 2018 में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 20,77,222 एवं अक्टूबर 2019 में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों की संख्या 27,79,725 है। अर्थात बीते एक साल में पंजीकृत शिक्षित बेरोजगारों की संख्या में 7 लाख  2503 की वृद्धि हुई है। जबकि 15 अक्टूबर 2018 से 15 नवम्बर 2019 के मध्य शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार प्रदाय करने के लिए मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन मुख्यमंत्री स्वभिमान योजना तथा मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना के अंतर्गत मेगा स्किल ट्रेनिंग सेन्टर की स्थापना हेतु लघु अवधि के कौशल प्रशिक्षण हेतु निजि प्रशिक्षण प्रदाताओं का चयन किया जा चुका है एवं प्रशिक्षण की कार्यवाही प्रचलन में है, प्रशिक्षण उपरांत प्रशिक्षणार्थियों का चयन प्रशिक्षण प्रदाता द्वारा किया जावेगा। पूर्व में संचालित मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना एवं मुख्यमंत्री कौशल्या योजना अंतर्गत निजी क्षेत्रों में 7722 प्रशिक्षणार्थियों का नियोजन किया गया है। जाॅव फेयर योजना के तहत 15 दिसम्बर 2018 से 15 नवम्बर 2019 के मध्य जाॅव फेयर आयोजित कर 17506 शिक्षित बेरोजगारों को निजी क्षेत्रों में नियुक्ति हेतु चयनित करवाया गया। विभिन्न जिलों में नियोजन कंपनी के माध्यम से आईटीआई प्रशिक्षणार्थियों के लिए प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन कर 15 दिसम्बर 2018 से 15 नवम्बर 2019 के मध्य 2520 आईटीआई उत्तीर्ण छात्रों का विभिन्न कंपनियों द्वारा चयन किया गया है। गौरतलब है कि सरकार के उक्त जबाब से यह पता नहीं चलता कि निजी क्षेत्रों में नियुक्ति हेतु चयनित 20026 युवाओं में से कितनों को रोजगार मिला। प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार देने में हालत कितनी पतली है, इसका नमूना मुख्यमंत्री के जबाब में है, जिसमें बताया गया है कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित संयुक्त भर्ती परीक्षा 2018 में कौशल विकास संचालनालय द्वारा सहायक ग्रेड-3 के सात पदों पर नियुक्ति की गई है।
मिलावटखोरों पर जुर्माना ठोक कर 45 लाख से अधिक कमाये
पूर्व गृहमंत्री एवं खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट ने जबाब दिया है कि प्रदेश में जून 2019 से अब तक दूध के 1459 एवं दुग्ध उत्पादों के 3242 नमूने जाॅच हेतु लिए गए हैं। उक्त कुल 4701 नमूनों में से 821 अमानक पाये गए जिनमें से 34 नमूनों में केमिकल पाया गया। उपरोक्त कार्रवाई के अलावा इस अवधि में सक्षम न्यायालयों में दर्ज 266 में से 108 प्रकरणों का निराकरण करते हुए 45,38,700 रूपए जुर्माना किया गया। दूध एवं दुग्ध उत्पादों सहित अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट होने पर स्थानीय जिला कलेक्टर द्वारा 30 प्रकरणों में रासुका के तहत कर्रवाई की गई है।
*साल भर में 18810 करोड़ का बाजार ऋण लिया सरकार ने
पूर्व गृहमंत्री एवं विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर वित्तमंत्री तरूण भनोत ने बताया है कि प्रदेश सरकार द्वारा दिसम्बर 2018 से 4 दिसम्बर 2019 तक कुल 18810 करोड़ का बाजार ऋण लिया गया है। बाजार ऋण के अलावा अन्य ऋणों के संबंध में महालेखाकार से अंकेक्षित आंकड़े प्राप्त नहीं हुए है। वर्ष 2019-20 के बजट में फसल ऋण माफी योजना हेतु 8000 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
कोटपा एक्ट में दर्ज प्रकरण
विधायक भूपेन्द्र सिंह के प्रश्न पर लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री ने बताया है कि जनवरी 2019 से अभी तक सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम 2003 (कोटपा एक्ट) के तहत प्रदेश में 2025 प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
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युवा सितार वादक डॉ सिध्दार्थ -अलका अलका शुक्ला को मिली पीएचडी प्रमाणपत्र

युवा सितार वादक डॉ सिध्दार्थ -अलका अलका शुक्ला को मिली पीएचडी प्रमाणपत्र

सागर। एशिया में कलाओं के लिए सर्वाधिक ख्यात इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ छत्तीसगढ़ के पंद्रहवे दीक्षांत समारोह में महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को डी.लिट. की मानद उपाधि से विभूषित किया गया। सागर नगर के लिए गर्व का विषय है कि इस समारोह में उस्ताद जाकिर हुसैन की उपस्थिति में नगर के युवा सितार वादक डॉ. सिद्धार्थ शंकर शुक्ला एवं उनकी धर्मपत्नी डॉ.अलका शुक्ला को भी पी.एच.डी. प्रमाण पत्र प्रदत्त गया।कुलाधिपति माननीय राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन सुश्री अनसुइया उइके एवं सी.सी.आर. टी.नई दिल्ली के निदेशक  ऋषि कुमार वशिष्ठ के मुख्य आतिथ्य में आयोजित समारोह में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर डॉ.मांडवी सिंह ने शुक्ला दंपत्ति को शुभाशीष प्रदान किया। समारोह में विगत 3 वर्षों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्वर्ण व रजत पदक एवं 42 शोधार्थियों को पी.एच.डी. प्रमाण पत्र प्रदत्त किए गए। शुक्ला दंपत्ति कि इस उपलब्धि पर नगर के कला, संगीत,संस्कृति जगत में हर्ष व्यक्त है।
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भाजपा सांसद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम काज से नाराज, कोई स्मार्ट काम नही हुआ। केन्द्रीय मंत्री को भी अवगत कराया

भाजपा सांसद  स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम काज से नाराज, कोई स्मार्ट काम नही हुआ। केन्द्रीय मंत्री को भी अवगत कराया 

सागर । स्मार्ट सिटी में चयनित सागर नगर निगम में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत हो रहे  कामकाज को लेकर भाजपा सांसद राजबहादुर सिंह भी दुखी है । उन्होंने आज मीडिया के सामने ढेरो आरोप लगाए और कार्यप्रणाली पर असन्तोष जाहिर किया।  सागर नगर निगम पर भी भाजपा काबिज है ।
कमलनाथ सरकार एक साल की विफलता पर मीडिया से चर्चा करने आये सांसद राजबहादुर सिंह से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कामकाज पर सवाल किए तो भारी असन्तोष जताया। सांसद राज बहादुर सिंह वर्तमान में नगर निगम सागर के अध्यक्ष भी है । 
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी  के तहत मिली राशि का उपयोग भी  अभी तक नही हो पाया है ।डीपीआर और टेंडरों  में ही समय निकल गया। ऐसा कोई काम नही हुआ जिसे स्मार्ट कहा जा  सके। स्मार्ट सिटी को लेकर जो स्पाना दिखाया गया था वह धरातल पर पूरा नही हो रहा है । इस सम्बन्ध में केंद्रीय मन्त्री से चर्चा भी हुई है । उन्होंने कहा कि कामकाज की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एमपी सरकार के नगरीय प्रसाशन विभाग की है ।  उनके साथ भी बैठक हुई है । जिसमे ईंन सब विषयो पर चर्चा हुई। 
उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में सांसद/, विधायक सलाहकार बोर्ड में हैं। लेकिन बोर्ड की बात स्मार्ट सिटी के अधिकारी नही मानते । सागर में प्रस्ताव पूरा बनने के बाद  चर्चा बोर्ड में होती है जिसका कोई अर्थ नही निकलता है।
कमलनाथ सरकार विफल
उन्होंने कमलनाथ सरकार के एक साल के कार्यकाल पर कहा कि सरकार अपने वचनपत्रो को पूरा नही कर पाई है। प्रदेश में किसान यूरिया से लेकर बिजली आदि को लेकर परेशान है। युवाओंको रोजगार भी नही मिला है ।सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रभु दयाल पटेल ,प्रदीप राजोरिया,राजेश सैनी, रामेश्वर नामदेव आदि मौजूद थे।
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एमपी में पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रति बंध लगा

एमपी में पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रति बंध लगा

भोपाल ।एमपी में नागरिकता संसोधन कानून को लेकर प्रदेशमे साम्प्रदायिक सौहार्द्र और कानून व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से पुलिस विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर आगामी आदेश तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है । अभी पिछले दिनों ही प्रतिपढ़ हटा था।
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