सौर ऊर्जा से दौड़ेंगे रेल इंजन, बीना में हुआ रेलवे के पहले सौर ऊर्जा प्लांट का शिलान्यास
सागर। अब रेल पटरियों पर सौर ऊर्जा से चलने वाले रेल इंजन दौड़ते नज़र आएंगे। भारतीय रेल का पहला सोलर प्लांट मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना रेलवे जंक्शन पर स्थापित होगा । आज इसका शिलान्यास सांसद राजबहादुर सिंह ,विधायक महेश राय और भोपाल रेलमंडल के डीआरएम उदय बोरवणकर ने किया।
रेल अधिकारियों के मुताबिक यह पहला सोलर प्लांट है। जिसे भेल BHEL ने आधुनिक तकनीक के साथ बनाया है । इसकी बिजली से सीधे इंजन चलेंगे। यह पायलट प्रोजेक्ट भारतीय है । पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत बीना मे रेल्वे ऒर बीएचईएल द्वारा स्थापित होने वाले सोलर प्लांट से ट्रेने चलाई जाएगी ।ऒर रेल्वे को हर साल एक करोड सॆतीस लाख रुपये की बचत होगी
बीना मे बी एच ई एल द्वारा रेल्वे की जमीन पर लगाये जा रहे मेगा सोलर प्लांट की ऊर्जा से ट्रेने चलाई जाएगॉ। इस अवसर पर भोपाल रेल्वे डी आर एम उदय बोरवणकर ने कहा कि यह पहला पायलट प्रोजेक्ट है । इसके बाद हमारे प्रयास होंगे कि देशभर में सोर ऊर्जा से रेल पटरियों पर इजन दौड़े। भेल ने काफी रिसर्च करके इसे बनाया है । बिजली सीधे रेलवे कनेक्शनों से जुड़ती हुई इंजन को सप्लाई होगी। सांसद राजबहादुर सिंह ने कहा कि यह बीना को बड़ी सौगात है । रेलवे का यह प्रोजेक्ट पर्यावरण की दृष्टि से बढ़िया है ।
कार्यक्रम के बाद एम.ए.सिद्दीकी पी.आर.ओ रेल मंडल भोपाल ने बताया कि भारत मे मे पहला पायलट प्रोजेक्ट हॆ।जिससे बनने वाली ऊर्जा का उपयोग सीधे ट्रेनो के संचालन मे किया जाएगा।ऒर रेल्वे को प्रतिवर्ष एक करोड सॆतीस लाख रुपये की बचत होगी। 1.7 मेगावाट का यह पायलट प्रजोक्ट स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र मे महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
इस प्रोजेक्ट में रेल विभाग का पैसा खर्च नही होगा । भेल द्वारा इसे निशुल्क लगाया जा रहा है । इसमे संचलान में पहले साल सिर्फ 40 लाख रुपये रेलवे को भेल के लिए भुगतान करना पड़ेगा।