गोवर्धन , प्रकृति की पूजा है: आचार्य नवलेश दीक्षित

गोवर्धन , प्रकृति की पूजा है: आचार्य नवलेश दीक्षित
सागर। "चिन्ता करे बलाय हमारी, इस माया जंजाल की,बलिहारी बलिहारी बोलो, दशरथ नन्दन लाल की।"
भागवत कथा के पंचम दिवस में उत्कटा मताई मन्दिर में चल रही भागवतकथा प्रसंग में आचार्य नवलेश ने बताया कि जीवन में किसी भी प्रकार की चिन्ता यदि आपने की तो बिमारी के शिकार हो जायेगें ।उन्होंने  चिन्ता न करने की सलाह देते हुए कहा कि चिन्ता रोग की डाकिनी काट कलेजा खाय, साधु बिचारा का करे, कब तक कथा सनाये । कथा सुनने के बाद उदबेग, असन्तोष, निन्दा, आलस्य, प्रमाद समाप्त होना चाहिए, तभी कथा सुनने कालाभ हैं। आचार्य जी ने कथा प्रसंग में बाल कृष्ण की सभी लीलाओं का दर्शन कराया, माखन चोरी, को मन की चोरी बताया, गोवर्धन पूजा प्रकृति की पूजा है, जल का संरक्षण,वन सम्पदा का रक्षण, प्रकृति का सम्मान करना, यही जीवन का उद्देश्य
होना चाहिए।
कथा में स्मरण किया भगवन को
नरयावली विधायक प्रदीप लारिया, ब्राम्महण समाज के जिला अध्यक्ष देवी प्रसाद , भाजपा के अध्यक्ष प्रभुदयाल पटैल, मण्डल अध्यक्ष चैन सिंहठाकुर, महामंत्री सदन मण्डल सौरभ केशरवानी, अनिल दुबे, रामकृष्ण गर्ग,
कपिल मलैया  एवं सभी माताएं बहनो  ने भागवत कथा का स्मरण किया।
        कथा के मुख्य यजमान समाज सेवी शिवशंकर मिश्रा जी एवं समस्तमिश्रा परिवार एवं नगर वासी उपस्थित रहे है।
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भूरिया की जीत और कांग्रेस का लौटता आत्मविश्वास ब्रजेश राजपूत/ सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट

भूरिया की जीत और कांग्रेस का लौटता आत्मविश्वास

ब्रजेश राजपूत/ सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट 
बृहस्पतिवार की दोपहर ग्यारह बजे मध्यप्रदेश विधानसभा के विधानसपरिपद सभागार में जब कांतिलाल भूरिया को विधानसभाध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति विधायक पद की शपथ दिला रहे थे तो माहौल उर्जा से भरा हुआ था। इस मौके पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को छोड मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ, सहित कांग्रेस के तकरीबन सारे बडे नेता मौजूद थे। सिंधिया ने भूरिया के प्रचार से लेकर शपथ तक क्यों दूरी बनायी रखी हुयी थी इस पर लोग कयास ही लगा रहे थे। झाबुआ उपचुनाव में भूरिया की इस जीत की कांग्रेस को लंबे समय से तलाश थी। कांग्रेस के सारे नेताओं के चेहरे खिले हुये थे। विधानसभाध्यक्ष के कमरे मंे हो रहे हंसी ठहाकों से सरकार की सेहत का अंदाजा लगाया जा सकता था। चाहे दिग्विजय सिंह हो विवेक तन्खा या फिर सुरेश पचौरी सभी की खुशी छिपाये नहीं छिप रही थी। सभी एक दूसरे को इस जीत की बधाई और श्रेय तो दे ही रहे थे और इस बात पर हंस रहे थे कि हमारे भूरिया जी को आजकल क्या हो गया है वो अब उपचुनाव में ही जीतकर सांसद और विधायक बनते हैं। भूरिया पांच बार के सांसद और पांच बार के विधायक हो गये हैं मगर वो पिछले दो चुनाव उपचुनाव में ही जीते। हैरानी भूरिया की जीत पर नहीं हंा जीत के अंतर पर सभी नेता जता रहे थे। तकरीबन सत्ताईस हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से कंाग्रेस की परंपरागत सीट को फिर से जीतने पर कांग्रेस खुशी से छलक रहे थे। उधर विधानसभा से दूर बीजेपी के दफतर में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह हम पत्रकारों को हताश स्वर में इस हार का गुणा भाग समझा रहे थे। उनका कहना था कि आदिवासी बहुल विधानसभा सीट झाबुआ बीजेपी अब तक दो दफा जीती है मगर तभी जब कांग्रेस का मजबूत बागी प्रत्याशी मैदान में उतरा हो और तीस हजार से ज्यादा वोट बटोरे हों ऐसा पहली बार 2013 में हुआ जब कांतिलाल भूरिया की भतीजी कलावती भूरिया कांग्रेस के उम्मीदवार जेवियर मेढा के खिलाफ बागी होकर लडी थी और दूसरी बार 2018 में जब जेवियर मीढा कांग्रेस से अलग होकर  मैदान मे उतरे और तीस हजार से ज्यादा वोट बटोर कर कांग्रेस की हार तय कर दी। इस चुनाव में बीजेपी किसी कांग्रेस के बागी को नहीं साध पायी हां कांग्रेस ने जरूर बीजेपी के खिलाफ उनके बागी को मैदान में उतार कर माहौल बिगाड दिया और जीत की इबारत लिख दी। 
विधानसभा में भूरिया की शपथ के साथ ही कांग्रेस पार्टी बहुमत के 116 के आंकडे के पास अपनी पार्टी के 115 विधायकों की संख्या के साथ पहुंच गयी हो मगर इस जीत ने सदन में कांग्रेस को मजबूती दे दी वरना झाबुआ चुनाव में ही बीजेपी के प्रचारक नेता सभाओं में झाबुआ जीतने के साथ ही कांग्रेस की सरकार गिराने के दावे कर रहे थे। ये नेता झाबुआ की सभाओं में कहते थे कि ये उपचुनाव जीतते ही पूर्व सीएम शिवराज फिर मुख्यमंत्री बनेंगे मगर इंदौर आते ही वो अपने बयान से पलट जाते थे और कहते थे कि ये तो प्रचार था पार्टी की ये अधिकृत लाइन ये नहीं है। मगर पार्टी की अधिकृत लाइन क्या है इस पर बीजेपी के कार्यकर्ता भ्रमित हैं। एक तरफ शिवराज सिंह कहते हैं कि वो कमलनाथ सरकार को नहीं गिरायेंगे ये तो अपने ही वजन से गिरेगी तो दूसरी और गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा इस सरकार की अल्प आयु की भविप्यवाणी करते रहेत है। उधर समीकरण कुछ ऐसे बन रहे हैं कि शिवराज सिंह की सक्रियता के चलते बीजेपी आलाकमान मध्यप्रदेश में दखल नहीं दे रहा क्योंकि सत्तापलट होने पर शिवराज स्वाभाविक दावेदार अब तक बने हुये हैं अपनी सक्रियता और समझ से वो मैदान खाली नहीं छोड रहे और दूसरी तरफ बीजेपी में वो नेता जो सरकार गिराकर सीएम बनने के सपने बुन रहे हैं उनके साथ पार्टी बदल कर आने वाले विधायक बेफ्रिक नहीं हैं। उनको फिर चुनाव जीतने के लिये शिवराज का चेहरा चाहिये होगा किसी और नये बने नेता का नहीं उधर हाल के उपचुनाव के नतीजों ने भी दलबलुओं को डरा दिया है। उपचुनाव के पहले कांग्रेस छोडकर बीजेपी में गये गुजरात के कल्पेश ठाकोर और धमन सिंह झाला अपनी सीट गंवा बैठे तो महाराष्ट्र के सतारा में शिवाज महाराज के वंशज उदयन राजे जो एनसीपी छोड बीजेपी में गये थे उनको भी जनता ने सबक सिखाकर ये सीट फिर एनसीपी की झोली में डाल दी। उपचुनाव के इन नतीजों का इशारा साफ है कि दलबदल हर बार फायदा नहीं देता अच्छी खासे पांच साल के लिये बने विधायक और सांसद मध्यावधि चुनाव में पैदल हो जाते हैं। इसलिये झाबुआ की जीत ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को मजबूती दी है और  बीजेपी के नेता ही अंदरखाने की बैठक में मान रहे हैं कि फिलहाल कमलनाथ सरकार की सेहत को अब लंबे समय तक खतरा नहीं है। बीजेपी आलाकमान कश्मीर और अयोध्या से ही फुर्सत नहीं पा रहा ऐसे में मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार बनाने की फाइल ठंडे बस्ते में पडी हुयी है और ये कांग्रेस और कमलनाथ के लिये तो अच्छी खबर है ही। 
( छपते छपते - बीजेपी के पवई विधायक प्रहलाद लोधी का चुनाव कोर्ट की सजा के बाद शून्य घोषित कर दिया गया है..यानिकी पवई में उपचुनाव होगा और कांग्रेस को बहुमत का आंकडा छूने का मौका ..) 

ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज़ भोपाल
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सदस्य्ता खत्म होने पर विधायक प्रह्लाद लोधी ने लगाए काँग्रेस पर षड्यंत्र के आरोप, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा सरकार के दवाव में कार्यवाही

सदस्य्ता खत्म होने पर विधायक प्रह्लाद लोधी ने लगाए काँग्रेस पर षड्यंत्र के आरोप,
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा सरकार के  दवाव में कार्यवाही

सागर।एमपी के बुन्देलखण्ड अंचल के पन्ना जिले के पवई के भाजपा विधायक प्रह्लाद लोधी की आज विधानसभा से सदस्य्ता खत्म कर दी गई। उनके खिलाफ कल शुक्रवार को एक मामले भोपाल कोर्ट ने एक मामले में दो साल की सजा सुनाई थी। इसके चलते आज विधानसभा से सदस्य्ता शून्य करने के आदेश जारी हो गए और इसकी सूचना भी चुनाव आयोग को भेज दी गई। इस फैसले से भाजपा में भूचाल आ गया। हाल ही में एमपी के झाबुआ उपचुनाव में  भाजपा हारी और उसकी सीट कम हुई । एक हफ्ते में दूसरा झटका आज लगा जब एक विधायक की सद्स्यता खत्म कर दी गई।इस समय काँग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ 116 का आंकड़ा लिए है ।

     इस फैसले से आहत  पूर्व भाजपा विधायक प्रह्लाद लोधी ने अपनी सदस्य्ता खत्म करने के मामले पर  कहा यह कांग्रेस का षड्यंत्र है । मुझे कांग्रेस सरकार  में शामिल होने दो करोड़ का ऑफर दिया था । मेने नही माना। लंबे समय से मेरे खिलाफ काँग्रेस में षड्यंत्र रचे जा रहे है। इसलिए आननफानन में यह कार्यवाहि की  है ।मुझे हाईकोर्ट जाने आज ही कागज मिले है। कोर्ट से 12दिसम्बर तक कि समयसीमा मिली थी ।हाईकोर्ट के लिए,सरकार ने पहले ही फैसला कर दिया। यह दुर्भावना से भरी कार्यवाही है । मेरा पक्ष सुना ही नही गया। आज ही कागज मिले हॉइ । हाईकोर्ट जा रहा हूँ ।प्रह्लाद लोधी भोपाल से पवई जा रहे थे । सागर में मीडिया से कहा।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव बोले सरकार के दवाब में फैसला
    उधर बुन्देलखण्ड अंचल के कद्दावर नेता और  मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विधानसभा सचिवालय द्वारा पवई विधायक प्रहलाद लोधी की विधानसभा से सदस्यता रद्द किए जाने पर कहा कि किसी भी व्यक्ति को उसका पक्ष रखने का अधिकार है। किसी भी व्यक्ति को अपनी बात रखने देना नैसर्गिक न्याय होता है। देश में कसाब और अफजल जैसे खूंखार आतंकवादी तक को सुनवाई का मौका दिया लेकिन एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि जो जनता की सेवा में लगे रहते है, उनसे जुड़े मामले पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जल्दबाजी में कार्रवाई की गई वह निंदनीय है। 
उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने बिना विचार किये सरकार के दबाव में जिस तरह आनन फानन में कार्रवाई की वह सरकार के डर को दर्शाता है। नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि इस पूरे मामले में हम कानूनविदों से चर्चा कर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने आज सागर जिले के रहली में यह प्रतिक्रिया व्यक्त की।
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पवई से भाजपा विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता खत्म,भाजपा को बड़ा झटका

  पवई से  भाजपा विधायक प्रह्लाद लोधी  


तीनबत्ती न्यूज,भोपाल
एमपी के बुंदलखण्ड अंचल के पन्ना जिले के पवई से भाजपा विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता खत्म हो गई है । उनको भोपाल की कोर्ट ने एक मामले में   दो साल की सजा सुनाई थी। झाबुआ उपचुनाव में  हार के बाद भाजपा को एक और बड़ा झटका लगा है। कोर्ट केफैसले के बाद बीजेपी विधायक प्रहलाद लोधी कीसदस्यता ख़त्म हो गई है| विधानसभा सचिवालयद्वारा पवई सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है| इसकी सूचना चुनाव आयोग को भेज दी गई है।राजधानी की विशेष अदालत ने प्रहलाद लोधी सहित 12 लोगो को बलवे के मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई थी। राजनीतिक हलकों में विधायक की सदस्यता ख़त्म होने को लेकर चर्चाएं थी।
    भाजपाअदालत के फैसले का अभी अध्ययन की बात कर रहीथी।  इस बीच विधानसभा सचिवालय ने पवई सीटको रिक्त घोषित कर दिया| दो साल या उससेअधिक की सजा पर सदस्यता खत्म करने का प्रावधान है।इससे पहले प्रह्लाद लोधी को सजा के बादविधानसभा सचिवालय ने फैसले की कॉपी मांगीथी। रिपोर्ट के अध्ययन के बाद विधानसभासचिवालय ने इस पर फैसला दे दिया| इस फैसलेसे भाजपा को बड़ा झटका लगा है, इस सम्बन्ध मेंचुनाव आयोग को भी सूचित कर दिया  गया है।सीट खाली होने से एक बार फिर उपचुनाव होंगे।
विधि मंत्री ने कहा- सदस्यता खत्म करने का प्रवधान
विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि कानून के तहत दो साल की सजा पर सदस्यता खत्म करने का प्रावधान है। वही भाजपा इसे षड्यंत्र बता रही है।
ये था मामला
राजधानी की विशेष अदालत ने पवई से भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी सहित 12 लोगों को बलवे के मामले में दो साल की जेल और साढ़े तीन हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। लोधी पर आरोप था कि उन्होंने रेत खनन के खिलाफ कार्रवाई करने वाले रैपुरा तहसीलदार को बीच रोड पर रोककर उसके साथ मारपीट करते हुए गाली-गलौज की थी। गुरूवार को सांसदाें और विधायकों के मामलों की सुनवाई कर रहें विशेष न्यायाधीश सुरेश सिंह ने यह फैसला सुनाया है।लोधी ने तहसीलदार की जीप रोककर मारपीट की थीजिला अभियोजन अधिकारी राजेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि सतना जिले की तहसील रैपुरा में पदस्थ तहसीलदार आर के वर्मा ने 28 अगस्त 2014 को सिमरिया थाना अंर्तगत रेत से भरी टेक्टर ट्राली को जब्त कर थाने में खड़ा करा दिया था। वापस लौटते समय ग्राम मडवा के पास प्रहलाद लोधी और साथियों ने बीच रोड पर मिक्सर मशीन खड़ी कर तहसीलदार वर्मा की जीप को रोककर उनके साथ मारपीट-गालीगलोच की थी।
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बंदियों एवं पक्षकारों की सुविधा के लिये जिला न्यायालय में हुआ वीसी कक्ष का शुभारंभ

बंदियों एवं पक्षकारों की सुविधा के लिये
जिला न्यायालय में हुआ वीसी कक्ष का शुभारंभ
सागर ।जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री के0पी0सिंह की अध्यक्षता एवं निर्देशन में शनिवार को बंदियों एवं पक्षकारों की सुविधा के लिये जिला न्यायालय में वीडियो कांॅफ्रेंसिग कक्ष का शुभारंभ किया गया। जिसका उद्देश्य जेल में निरूद्ध कैदियो, पक्षकारों एवं उनके अधिवक्ताओं के मध्य वीडियों कॉंफ्रेंसिग के माध्यम से आपसी संपर्क स्थापित कराना है।
सामान्यतः जेल में निरूद्ध बंदियों को अपने प्रकरण के संबंध में आवश्यक चर्चा करने के लिये अपने अधिवक्ता से संपर्क स्थापित करने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है ।जिसे दूर करते हुए शनिवार को जिला न्यायालय के कम्प्यूटर अनुभाग में  जिला न्यायाधीश  के 0पी0 सिंह की अध्यक्षता में नवीन सुविधा के साथ वीडियों कॉफ्रेंसिग कक्ष का शुभारंभ किया गया। जिसमें अधिवक्तागण को जेल में निरूद्ध अपने पक्षकारों से प्रकरण के संबंध में आपसी चर्चा करने में सुविधा रहेगी । 
          शिविर को संबोधित करते हुए जिला न्यायाधीश महोदय के द्वारा उपस्थित अधिवक्तागण को इस वीडियों कंॉफ्रेंसिग का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिये कहा गया तथा इससे होने वाले लाभों के बारे में अपर जिला न्यायाधीश, श्री मनोज कुमार सिंह एवं न्यायिक मजिस्ट्र्ेट, श्री शरद जोशी के द्वारा शिविर में उपस्थित अधिवक्ताओं को विस्तार पूर्वक बताया गया ।
    इस अवसर पर जिला न्यायालय, सागर के विशेष न्यायाधीश श्री डी0के0 नागले सहित समस्त न्यायाधीशगण, जिला अधिवक्ता संघ सागर के पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में अधिवक्तागण एवं अभियोजन अधिकारीगण तथा श्री अनुज कुमार चन्सौरिया, जिला विधिक सहायता अधिकारी, उपस्थित रहे।
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मुंह से नाक काटने पर दो को तीन साल का कारावास



मुंह से नाक काटने पर दो को तीन साल का कारावास
सागर। मामूली विवाद पर दो आरोपियों ने एक राय होकर फरियादी की नाक काटने के एक मामले में अष्टम अपर सत्र न्यायाधीश सुरेश कुमार सूर्यवंशी सागर की अदालत ने दोषी करार देते हुए तीन-तीन वर्ष के सश्रम कारावास और अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है।
       वजिला लोक अभियोजन के मीडिया प्रभारी ब्रजेश दीक्षित ने बताया कि दिनांक 12.01.2019 की रात को आरोपी वीरू उर्फ वीर ंिसह पिता महराम जाटव आयु 24 एवं रामबिहारी पिता धनपत अहिरवार 45 वर्ष निवासी तिली वार्ड सागर ने आहत अमान अरिहवार ने गुटखा मांगा, न देने पर बुराई को लेकर दिनांक 13.01.2019 की सुबह करीब 9 बजे दोनों आरोपियों ने फरियादी अमान अहिरवार को पकड लिया। आरोपी रामबिहारी जाटव ने अमान के दोनों हाथ पकड लिए और आरोपी वीरू जाटव ने मुंह से अमान की नाक काट ली। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना पर आरोपियों के विरूध थाना सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए चालान न्यायालय में पेश किया। जहां विचारण उपरांत अष्टम अपर सत्र न्यायाधीश सुरेश कुमार सूर्यवंशी सागर की अदालत ने दोनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए भादवि की धारा 326/34 में तीन-तीन वर्ष के सश्रम कारावास और 5-5 हजार रूपए अर्थदण्ड की सजा से दंडित किया है। मामले की पैरवी विशेष लोक अभियोजक श्याम नेमा ने की।

 

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सरकार द्वारा बच्चों को स्कूल में अंडा खिलाकर मांसाहारी बना रही है सरकार,निर्णय दुर्भाग्य पूर्ण :आचार्य निर्भय सागर जी

 सरकार द्वारा बच्चों को स्कूल में अंडा खिलाकर मांसाहारी बना रही है सरकार,निर्णय दुर्भाग्य पूर्ण :आचार्य निर्भय सागर जी

सागर ।सरकार द्वारा स्कूलों में बच्चों को अंडे परोसने के इस कदम का सभी संप्रदायों को विरोध करना चाहिए। हमारी संस्कृति अहिंसा की है और अंडा मांसाहार है ।अंडों की प्राप्ति किसी वनस्पति से नहीं बल्कि एक जीव मुर्गी के अंदर से होती है ,जबकि शाकाहारी पदार्थ मिट्टी जल सूर्य की किरणों से विभिन्न तत्व प्राप्त कर उत्पन्न होते हैं ।जबकि  किसी भी प्रकार के अंडे ऐसे प्राप्त नहीं होते उक्त उदगार आचार्य निर्भय सागर जी महाराज ने अंकुर कॉलोनी में धर्म चर्चा के दौरान व्यक्त किए उन्होंने कहा सभी संस्थाएं हिंसक कार्यों का विरोध करें और सरकार अपना निर्णय वापस ले ।आचार्य श्री ने कहा कि प्रोटीन का हवाला देकर अंडा खिलाने का षड्यंत्र रचकर हमारे छोटे छोटे बालक बालिकाओं को भी मांसाहारी बनाया जाएगा ।यह निर्णय विचारणीय है उन्होंने कहा कि अंडों की अपेक्षा,दालों में बहुत ज्यादा प्रोटीन ऊर्जा होती है और अंडों से कम कीमत में हम विटामिन ,कार्बोहाइड्रेट इत्यादि दालों से प्राप्त कर सकते हैं जो कि अंडे आदि मांसाहारी पदार्थ में प्रायः नहीं के बराबर है।
पिच्छी परिवर्तन पर सयंम का संकल्प:श्री चंद्र दत्त सागर
 छुलक श्री चंद्रदत्त सागर जी ने कहा पिच्छी परिवर्तन पर हम संयम संकल्प लेकर अपनी संस्कृति एवं संस्कारों के प्रति दृढ़ होते हैं और पुरानी पिच्छी जब श्रावक ग्रहण करते हैं तो उन्हें याद रखना चाहिए कि उन्हें भी ऐसी पिच्छी लेकर मुनि ,आर्यिका बनना है और जब संतो को प्रदान करते हैं तो श्रावक भावना भातें हैं हम भी पिच्छी लेकर मोक्ष मार्ग पर आगे बढ़े। उन्होंने कहा जैसे एक बिजनेस व सर्विस में आदमी तरक्की प्रोग्रेस चाहता है वैसे ही धर्म, नियम, व्रतों में आगे आएं ।व्रती संकल्पों की वृद्धि करें ताकि वह भी इस संसार से मुक्त हो सकें।आपने बताया कि मयूर के गिरे हुए पंखों से पिच्छिका बनाई जाती है। मयूर के पंख बहुत मृदु होते हैं। इनसे किसी भी जीव की हिंसा नहीं हो सकती। इसलिए यह पिच्छी जैन संत, मुनिराजों के पास होती है। । 
पिच्छिका परिवर्तन कल 3 नवम्बर को
           मनोज जैन लालो ने बताया  3 नवंबर ,रविवार को आचार्य श्री निर्भय सागर जी महाराज ससंघ का पिच्छीका परिवर्तन समारोह श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर अंकुर कॉलोनी मकरोनिया में दोपहर 1:00 बजे से रखा गया है। ट्रस्ट कमेटी के अध्यक्ष विमल बिलानी ने सकल जैन समाज सागर से कार्यक्रम में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है।
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सूदखोरों पर सख्त कार्यवाही करें,इसके लिए अभियान चलाए- कलेक्टर प्रीति मैथिल


सूदखोरों पर सख्त कार्यवाही करें,इसके लिए अभियान चलाए- कलेक्टर प्रीति मैथिल
सागर । जिले के राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठ में कलेक्टर  प्रीति मैथिल  ने निर्देष दिए कि जिले भर में सूदखोंरों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्त कार्यवाही करें। जिससे जिले में हो रही घटनाओं पर प्रतिबंध लग सके। साथ ही यह भी निर्देष दिए कि 5 वर्ष से ज्यादा पुराने राजस्व प्रकरणों को इस माह के अंत तक निराकरण करें। इस अवसर पर अपर कलेक्टर  मूलचंद वर्मा, डिप्टी कलेक्टर  आदित्य शर्मा, संयुक्त कलेक्टर अंजली शाह सहित समस्त एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
राजस्व संबंधी कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि 5 वर्ष से अधिक प्रकरणों का निराकरण नवम्बर माह के अंत तक कर लिया जाए। 2 से 5 वर्ष के प्रकरणों का निराकरण दिसंबर माह तक किया जाए। एक वर्ष से कम प्रकरणांे का निपटारा एक सप्ताह में अभियान चलाकर निराकृत किए जाएं। उन्होंने सख्त रूप से निर्देष दिए कि अगले माह की होने वाली समीक्षा बैठक में निराकृत प्रकरणों की संख्या पर चर्चा होगी। निराकृत न करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही सुनिष्चित की जाएगी।। उन्होंने समस्त राजस्व अधिकारियों को निर्देष दिए कि राजस्व वसूली को शत-प्रतिषत करने के लिए कड़ाई से कार्यवाही करें।
सूखा राहत के प्रकरण लंबित नही है,इसका प्रमाणपत्र दे
श्रीमती मैथिल ने समस्त अनुविभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देष दिए कि सूखा राहत के कोई भी प्रकरण उनके अनुभाग में लंबित नहीं हैं इसका प्रमाण प्रस्तुत करंे और यदि है तो उसका नाम सहित स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। उन्हांेने कहा कि भू-अर्जन के खाते अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार के नाम से यदि संचालित है तो उनको 7 दिवस के अंदर बंद कर उसकी राषि पीडी खाते में जमा कराएं। 
वनमित्र अपडेशन धीमा,नाराजगी जताई कलेक्टर ने 
वन मित्र पोर्टल पर प्रोफाईल अपडेषन का कार्य धीमी गति से होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि 3 दिवस के अंदर समितियों का गठन कर अपडेषन का कार्य करें। जिले में कुल 755 समितियांे का गठन किया जाना है। नामांतरण प्रकरण के निराकरण में सागर, जैसीनगर, केसली का अच्छा कार्य होने पर संबंधित अधिकारियों की प्रषंसा की।
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