जल संरक्षण के लिए सभी स्टापडेमों के गेट तत्काल बंद करने के कलेक्टर ने दिए आदेश

जल संरक्षण के लिए सभी स्टापडेमों के गेट तत्काल बंद करने के कलेक्टर ने दिए आदेश
सागर ।कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने सागर जिले में  जल संरक्षण के मद्देनजर सभी स्टापडेमों के गेट तत्काल बंद करने के निर्देष संबंधित अधिकारियों को दिए है। उन्होंने कहा है कि वर्षा ऋतु समाप्त होने के पष्चात जल श्रोतों के जल भराव के स्तर को बनाये रखने हेतु जिला अंतर्गत स्थापित सभी नदी, नालों पर बने स्टापडेमों के गेटों को बंद किया जाना एवं जिन जल स्त्रोतों पर स्टापडेम निर्मित नहीं है उनके बहाव को रोक कर जल संग्रहित किया जाना अत्यंत आवष्यक है।
        इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने जिला पंचायत सीईओ, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग क्रमांक-1 व 2, सभी जनपद पंचायत सीईओ एवं सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी जिला सागर को निर्देषित किया है कि सभी स्टापडेमों के गेट तत्काल बंद कर दिए जाए तथा जहां स्टापडेम निर्मित नहीं है या क्षतिग्रस्त हो गए है, वहां पर नियमानुसार उन जल स्त्रांेतो पर बोरी बंधान बनाये जाकर पानी संग्रहण किए जाने हतु आवष्यक कार्यवाही सुनिष्चित करें ताकि भविष्य में पेयजल एवं आम निस्तार हेतु पानी की समस्या उत्पन्न न हो
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मध्यप्रदेश स्थापना दिवस । मेहनती लोगों का मध्यप्रदेश नई उड़ान क्यों नहीं भर सकता ? कमल नाथ


मध्यप्रदेश स्थापना दिवस ।
मेहनती लोगों का मध्यप्रदेश नई उड़ान क्यों नहीं भर सकता ? कमल नाथ

ब्लाग से
मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ । हम सबके लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है। मैं उन सभी बंधुओं को भी हार्दिक बधाई देता हूँ  जो विदेशों में बस गए हैं और अपने प्रदेश की खूबसूरत वादियों और सुनहरे पलों को याद करते हैं। मैं उन सबको भी नमन करता हूँ, जिन्होंने मध्यप्रदेश के निर्माण में अपूर्व योगदान दिया है और उत्साहपूर्वक  राज्य के नवनिर्माण  में जुटे हुए हैं।
मध्यप्रदेश एक लंबा सफर तय कर चुका है। यह एक शानदार राज्य है। सिर्फ इसलिए नहीं कि यहाँ शांतिपूर्ण सांस्कृतिक विविधता है, मोहक जैव-विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य है या लुभावने स्मारक है। यह अपने शांतिप्रिय और मेहनती लोगों के कारण अद्वितीय है। सर्वधर्म समभाव मध्यप्रदेश की पहचान है।
निस्संदेह, मध्य प्रदेश का सौंदर्य सबको  सम्मोहित कर देता है। नर्मदा नदी का निर्मल प्रवाह, स्वतंत्र विचरण करते टाइगर, कान्हा नेशनल पार्क की अद्भुत सुंदरता, पत्थरों पर अंकित कविता खजुराहो, अद्भुत महेश्वरी और चंदेरी साड़ी, सांस्कृतिक विविधता और भी बहुत है यहाँ।
छह दशकों की यात्रा के बाद हम  बेहतर भविष्य के लिए नई रणनीतियाँ  तैयार कर रहे हैं।  
मैं समझता हूँ  कि हमने भविष्य की रणनीतियों  पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय  बातों में अपना कीमती समय और ऊर्जा खर्च की।  मध्यप्रदेश आगे क्यों नहीं बढ़ सकता जब यहाँ के लोग मेहनती है? हम हर क्षेत्र में उत्कृष्ट बन सकते हैं। हमारे विश्वविद्यालय उत्कृष्टता हासिल कर सकते हैं। हमारा पर्यटन तेजी से पनप सकता है ।  औद्योगिक विकास में हम नया मुकाम  हासिल  कर सकते हैं। हमारे उत्साही और प्रतिभाशाली युवा चमत्कार  कर सकते हैं।  हमारे किसान अपने  कौशल से कमाल कर  सकते हैं।  हमें उनके लिए नए रास्ते बनाने होंगे। लोग अपने आत्म-विश्वास ,अपनी ऊर्जा, प्रतिभा और ज्ञान से आश्चर्यजनक परिवर्तन ला सकते हैं।
मध्य प्रदेश को एक शांतिपूर्ण राज्य बनाने का श्रेय यहाँ नागरिकों को जाता है। मध्य प्रदेश को एक उत्कृष्ट कार्य-योजना चाहिए। मौजूदा बुनियादी ढाँचे का उपयोग करते हुए मानव और प्राकृतिक संसाधनों के उत्कृष्ट प्रबंधन की जरुरत है। प्रदेश की सबसे बड़ी पूंजी यहाँ की युवा प्रतिभाएँ हैं। उन्हें अवसरों की आवश्यकता है। यह हमारा कर्त्तव्य है कि हम उनके लिए अवसर पैदा करें। मध्य प्रदेश को आगे ले जाने में हर नागरिक की  समान जिम्मेदारी है। हमने  लोक विवेक का आदर किया है।  अपनी नीतियों और निर्णयों में लोगों की अपेक्षाओं का ध्यान रखा है।
आज मध्य प्रदेश नए क्षितिज में उड़ान भरने को तैयार है। हमारी अर्थ-व्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत हमारा कृषि क्षेत्र है। अब हमें खेती में उद्यमिता को बढ़ावा देना होगा  ताकि हमारे किसान  आत्म-निर्भर बनें।
अब आर्थिक गतिविधि से युवा जनशक्ति को जोड़ने और उनके लिए नौकरी के अवसर पैदा करना पहली प्राथमिकता है। औद्योगिक विकास का उद्देश्य नौकरी के अवसर बढ़ाना है।
मेरा विचार है कि वर्तमान का बेहतर प्रबंधन और भविष्य की उत्कृष्ट प्लानिंग जरुरी है।  प्रदेश के लोग निपुण, प्रतिभाशाली और ज्ञान से परिपूर्ण हैं। प्रत्येक नीति में उनकी आकांक्षाओं को स्थान मिलना चाहिए।  नागरिकों को बेहतर सेवाएँ देने के लिए हम वचनबद्ध है। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का सहारा लेने का समय आ गया है।
मुझे लोगों की शक्ति पर भरोसा है। मैं युवा पीढ़ी की प्रतिभा में विश्वास करता हूँ। हमें अपने उद्यमियों पर भरोसा है। मैं सशक्त हो रही महिलाओं की प्रतिभा की प्रशंसा करता हूँ।
हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह लोगों की सरकार है ।  जवाबदेह शासन के साथ लोगों के सहयोग से  हम मध्य प्रदेश को हर क्षेत्र   में मजबूत बनाएंगे।  मध्यप्रदेश अब नई उड़ान भरेगा। यह हमारा संकल्प है।
ऽ ब्लॉगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं।
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जुआ पकड़ने में लापरवाह बीट प्रभारी,एक सबइंस्पेक्टर सहित छह पुलिस कर्मी हुए लाईन हाजिर

जुआ पकड़ने में लापरवाह बीट प्रभारी,एक सबइंस्पेक्टर सहित छह पुलिस कर्मी हुए लाईन हाजिर

सागर । सागर शहर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में जुआ पकड़ने में कार्रवाई न करने पर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने इस थाना क्षेत्र की सम्बंधित बीट में तैनात एक उपनिरीक्षक से लेकर आरक्षक स्तर तक के छह पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है। पुलिस अधीक्षककी सख्ती से महकमे में हड़कम्प मंचा है।।   

दो दिन पहले एसपी स्कवॉड ने बड़ा बाजार क्षेत्र में  जुआ फड़ से पांच जुआरियों को पकड़ा था। इनके पास से  68 हजार रुपए भी जब्त किए थे । इस कार्रवाई की भनक मोतीनगर थाना पुलिस को भी नहीं लगी थी। बीट में जुआ खिलाने की जानकारी बीट पर  तैनात पुलिसकर्मियों को नही  होने पर पुलिस अधीक्षक ने इसे गंभीर लापरवाही माना है।एसपी ने बीट में तैनात उपनिरीक्षक यतेन्द्र भदौरिया, एएसआई अजय एक्का, प्रधान आरक्षक रमेश, आरक्षक हरिसिंह, पुरुषोत्तम, कैलाश को लाइन हाजिर कर दिया  है।
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राजघाट बांध की ऊंचाई अब डेढ़ मीटर नहीं बल्कि 2 मीटर ही बढ़ेगी ,सीएम कमलनाथ ने दी सहमति

 राजघाट बांध की ऊंचाई अब डेढ़ मीटर नहीं बल्कि 2 मीटर ही बढ़ेगी ,सीएम कमलनाथ ने दी सहमति

सागर। राजघाट बांध की ऊंचाई अब डेढ़ मीटर नहीं बल्कि पूरे 2 मीटर ही बढ़ाई जाएगी। इस बात की सैद्धांतिक सहमति प्रदेश के मुख्यमंत्री  कमलनाथ  ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा चौधरी पूर्व निगम अध्यक्ष त्रिलोकीनाथ कटारे और मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक से चर्चा के बाद  दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री सचिवालय के निर्देश पर संबंधित कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री  कमलनाथ जी ने सागर की जनता के लिए दिवाली के गिफ्ट के रूप में यह एक बड़ी सौगात दी है।
         शहर-जिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा चौधरी,त्रिलोकी कटारे और संदीप सबलोक ने मीडिया को बताया कि  के कांग्रेसजनों ने राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने के लिए पिछली सरकार में लंबी लड़ाई लड़ी थी। प्रदेश में कमलनाथ  के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार स्थापित होने के बाद इस संबंध में नए सिरे से किए गए प्रयासों के बाद पिछले दिनों प्रदेश के मुख्य सचिव आर एस मोहंती ने अपने सागर प्रवास के दौरान राजघाट बांध की ऊंचाई बढ़ाने की घोषणा की थी। परंतु प्रारंभिक रूप से इसकी ऊंचाई डेढ़ मीटर बढ़ाने की बात सामने आई है।
        पूर्व निगम अध्यक्ष त्रिलोकीनाथ कटारे ने बताया कि   बांध की प्रारंभिक डीपीआर में यह पहले ही तय कर लिया गया था कि वर्ष 2011 में इसकी ऊंचाई को 2 मीटर बढ़ाया जाएगा। इस संबंध में बांध निर्माण के समय ऊंचाई बढ़ाने के लिए हाइड्रोलिक गेट लगाने को लेकर 2 मीटर ऊंची कॉलर पहले ही तैयार कर ली गई थी। ऐसे में इसकी ऊंचाई को डेढ़ मीटर बढ़ाना तकनीकी रूप से उचित नहीं होगा।
         प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता डॉ संदीप सबलोक ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी से चर्चा के दौरान कहा कि बांध की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर जब सरकार इतनी बड़ी धनराशि खर्च कर ही रही है तो इसका पूरा लाभ भी सरकार और जनता को संपूर्णता से मिलना चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि निर्धारित डीपीआर के अनुसार ही इसकी ऊंचाई को 2 मीटर बढ़ाया जाना चाहिए। ताकि सिंचाई और पेयजल के रूप में पूरी जनता इसका फायदा लंबे समय तक उठा सके।
         मुख्यमंत्री कमलनाथ  ने बांध की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर रखे गए तथ्यों को बड़े ही गंभीरता से सुना और उन पर अपनी सहमति जताते हुए अधीनस्थ स्टाफ को निर्देश देकर संबंधित जानकारियां मंगाने और योजना में परिवर्तन के लिए निर्देशित भी किया है।
       
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भारी भरकम बिजली बिलो को लेकर काँग्रेस के प्रदेशकार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी ने जतायी सख्त नाराजगी

भारी भरकम बिजली बिलो को लेकर 
काँग्रेस के प्रदेशकार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी ने जतायी सख्त नाराजगी
सागर ।म.प्र. राज्य विद्युत मंडल द्वारा आम उपभोक्ताओं एवं किसानों को मनगढ़ंत व आंकलित खपत के भारी भरकम बिजली के बिल थमाये जाने की लगातार आ रही शिकायतों तथा मकरोनियां निवासी वृद्ध महिला फुल्ली बाई अहिरवार को 35 हजार रूपये का बिजली बिल भेजे जाने के मामले को गंभीरता से लेते हुए म.प्र. कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री  सुरेन्द्र चौधरी ने कांग्रेसजनों के साथ  मंडल के मुख्य अभियंता जी.पी. सिंह से मुलाकात कर किसानों एवं आम उपभोक्ताओं को लाखों रूपये के दिये जा रहे बिजली बिलों पर सख्त नाराजगी व्यक्त की है ।
 उन्होंने  कहा कि नरयावली विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत मकरोनियां निवासी वृद्ध महिला फुल्ली बाई अहिरवार को 35 हजार रूपये का मनगढ़ंत बिजली बिल भेजने का कोई एक मामला नहीं है इसी प्रकार वार्ड क्र.17 मकरोनिया निवासी श्री कुलदीप पिता कपूर अहिरवार को 2 लाख 14 हजार रूपये का बिजली बिल तथा श्री रविशंकर पिता गयाप्रसाद कुर्मी को 1 लाख 87 हजार रूपये का बिजली बिल व मकरोनियां वार्ड क्र. 1 सेमराबाग निवासी श्री रामदयाल पिता खाड़ेराम पटेल को 17 हजार 914 रूपये का बिल भेजा गया है इसी प्रकार संपूर्ण वि.स. क्षेत्र में आम उपभोक्ताओं एवं किसानों को मनगढ़ंत व आंकलित खपत के लाखों रूपये के बिल विद्युत मंडल द्वारा भेजे जा रहे हैं जो न्यायोचित नहीं है। उन्होंने मुख्य अभियंता जी.पी. सिंह से तल्ख लहजे में कहा कि आम उपभोक्ता एवं किसानों को प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ  की मंशानुसार सस्ती एवं शुलभ बिजली उपलब्ध कराने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को खपत अनुसार बिजली बिल दिये जावें। जिस पर मुख्य अभियंता जी.पी. सिंह ने श्री चौधरी को आश्वस्त किया कि आम उपभोक्ताओं एवं किसानों के बिजली बिलों का सुधार व अन्य समस्याओं का निराकरण अतिशीघ्र विशेष शिविर के माध्यम से किया जाएगा।
 ये रहे उपस्थित
 इस दौरान  ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र कुर्मी, जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष आर.आर. पाराशर, युवक कांग्रेस जिला अध्यक्ष अशरफ खान, पूर्व सरपंच ठाकुर गोविंद सिंह, एड. कमलेश ठाकुर, हरप्रसाद पटेल, मुल्ले चौधरी, अमित कुशवाहा, झलकन चौधरी, संजय रोहिदास, सरफराज पठान, राजेन्द्र साहनी, सुनील लाट चौधरी आदि बड़ी संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।
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लोकायुक्त पुलिस ने आदिमजाति कल्याण विभाग की महिला क्लर्क को 20 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

लोकायुक्त पुलिस ने आदिमजाति कल्याण विभाग  की महिला क्लर्क  को 20 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
सागर । लोकायुक्त पुलिस ने आदिमजाति कल्याण विभाग सागर में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 मीना साहू  को 20 हजार रूपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है । राहत राशि देने के एवज में रिश्वत मांगी गई थी। 
लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वर यादव ने बताया कि सागर जिले के खिमलाशा निवासी शिवचरण अहिरवार  द्वारा पुलिस अधीक्षकविशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त कार्यालय, सागर संभाग सागर के समक्ष
शिकायत प्रस्तुत की थी । जिसमे  आवेदक की राहत राशि 4 लाख 50 हजार रूपए
निकालने के एवज में प्रति किस्त 10 हजार के हिसाब से रूपया 20 हजार रुपये की मांग की जा रही है। शिवचरण का अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज था । जिसमे उसकी राहत राशि का मामला आदिम जाति कल्याण विभाग में लंबित था।लोकायुक्त की टीम ने आज सहायक आदिवासी कार्यालय में आरोपी मीनासाहू सहायक ग्रेड 3 को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते  रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया। लोकायुक्त  निरीक्षक मंजू सिंह और बीएम द्विवेदी के नेतृत्व में यह कार्यवाहि की गई।
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पथरिया के पूर्व भाजपा विधायक खटीक का निधन,केन्द्रीय राज्य मंत्री पटेल शामिल हुए अंतिम संस्कार में

पथरिया के पूर्व भाजपा विधायक खटीक का निधन,केन्द्रीय राज्य मंत्री पटेल शामिल हुए अंतिम संस्कार में  
दमोह। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ एवं पूर्व विधायक  गनेशराम खटीक का मंगलवार को लंबी बीमारी के कारण निधन हो गया ।  उनका आज साथ अंतिम संस्कार हुआ। दाह  केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल ने उन्हें कांधा दिया। इस अवसर पर पथरिया नगर सहित दमोह जिले के सभी दलो के नेता गणमान्य और आमजन उपस्थित रहे। शवयात्रा उनके निवास खटीक मुहल्ला से प्रारंभ हुई ।

अन्तेष्टी स्थल खटीक खेरमाता के पास बोतराई रोड पर उनका दाह संस्कार किया गया। उनके निधन पर अनेक नेताओं ने दुख व्यक्त किया है।

गौरतलब है की उनकी म्रत्यु कल हो गयी थी ।उनकी उम्र लगभग 75 साल से अधिक थी 1998 से 2003 तक वह पथरिया विधान सभा से विधायक रहे।
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माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय और यूनिसेफ मिलकर देंगे पाँच युवा पत्रकारों को फेलोशिप

माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय और यूनिसेफ मिलकर देंगे पाँच युवा पत्रकारों को फेलोशिप
भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय एवं यूनिसेफ बाल अधिकारों पर साथ मिलकर काम करेंगे। इस आशय का सहमति पत्र विश्वविद्यालय में हस्ताक्षरित किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति  दीपक तिवारी की उपस्थिति में यूनिसेफ की ओर से मध्यप्रदेश प्रमुख  माइकल जूमा एवं विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव श्री दीपेन्द्र सिंह बघेल ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये।
 विश्वविद्यालय के कुलपति  दीपक तिवारी ने बताया कि विश्वविद्यालय ने बाल अधिकारों के संरक्षण एवं प्रचार-प्रसार में भागीदारी का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय बाल अधिकारों से जुड़े विभिन्न पक्षों को मीडिया के विभिन्न पाठ्यक्रमों में शामिल करेगा। बाल अधिकारों पर केन्द्रित कार्यशालाओं का आयोजन करेगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों के लिए बाल अधिकारों पर केन्द्रित कुछ फैलोशिप भी विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जायेंगी। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है और उन्हें बाल अधिकारों के प्रति संवेदनशील बनाना है।

      यूनीसेफ के मध्यप्रदेश प्रमुख श्माइकल जूमा ने बताया कि विश्व बाल अधिकार समझौते के हस्ताक्षर की 30 वीं वर्षगांठ मना रहा है। आज भी बाल अधिकारों पर सक्रियता से काम करने की आवश्यकता है। इसी को देखते हुए यूनीसेफ ने विश्वविद्यालय के साथ बाल अधिकारों के क्षेत्र में मिलकर काम करने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर यूनीसेफ के संचार विशेषज्ञ  अनिल गुलाटी विश्वविद्यालय के कुलाधिसचिव प्रो. श्रीकांत सिंह] डीन अकादमिक प्रो. पवित्र श्रीवास्तव एवं निदेशक प्रशिक्षण डा. अनुराग सीठा उपस्थित थे।
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