ट्राइसिकल पर निकलीं मां दुर्गा, बोबई गांव ने दी विदाई,दशहरा के दूसरे दिन होता है विसर्जन
सागर। मालथौन ब्लॉक के ग्राम बोबई में बुधवार को चल समारोह के साथ मां दुर्गा को विदाई दी गई। यहां विसर्जन एक दिन बाद यानी कि दशहरे को न होकर एकादशी के दिन हुआ। खास बात यह रही कि मां की झांकी किसी ट्रक या ट्रॉली में न निकलकर ट्राइसिकल पर निकली। यह ट्राइसिकल गांव के ही दिव्यांग वीरन विश्कर्मा की है। विगत डेढ़ दशक से उन्हीं की ट्राईसाइकिल पर मां हर साल विराजमान होकर गांव में निकलती हैं और घर-घर में उनका स्वागत होता है। हर घर के बाहर लोगों ने बनाई रंगोली और जलाए दीपक और आरती के साथ विदा किया मा दुर्गा को।
नवदुर्गा उत्सव समिति के संरक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि गांव में तंग गलियों में बड़े वाहन नहीं जा सकते इसीलिए सर्वसम्मति से हर साल ट्राइसिकल पर ही दुर्गा जी को सवार कर चल समारोह निकाला जाता है। पंडित सुभाष तिवारी ने हवन-पूजन करवाया। चल समारोह में विनोद तिवारी, विद्याभूषण तिवारी, रामस्वरुप तिवारी, रामस्वरूप पाठक, रमाकांत तिवारी, मंगल सिंह, तिलक सिंह, निजाम सिंह, चंदन सिंह,लाखन, धीरज सिह, खिलान विश्वकर्मा, अरविंद लोधी, हल्ले पटेल, जगन पटेल, जगभान लोधी, हरिराम रजक, पर्वत लोधी, हरपाल, देवी साहू,अमोल, भरत सिह, रामेश्वरसेन, महेन्द्रसिंह, सजल तिवारी, सुरेंद्र ठाकुर, विश्वनाथ, मेघराज, अनंत, ललन, हाकम, रामराजा, रविंद्र, कृष्णपाल, सोमनाथ सेन, नत्थू अहिरवार, मोहन कोटवार सहित बड़ी संख्या में गांव के लोगों ने सहभागिता की। समीपस्थ गांव विषराहा नदी में विसर्जन किया गया।