स्टेडियम बनने से कहे प्रतिभाओं को मौका मिलेगा:मन्त्री हर्ष यादव

स्टेडियम बनने से कहे प्रतिभाओं को मौका मिलेगा:मन्त्री हर्ष यादव
सागर ।  नवकरणीय ऊर्जा विभाग मंत्री श्री हर्ष यादव ने  देवरी विकासखण्ड के महाराजपुर में 99 लाख रूपये की लागत से बनने वाले खेल मैदान (स्टेडियम) का भूमिपूजन किया।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि उक्त स्टेडियम के बनने से क्षेत्र के खिलाडि़यों को मिलेगा अपनी प्रतिभा निखारने का अवसर मिलेगा।
 खेल गतिविधियों में शामिल होना एक व्यक्ति के लिए बहुत से तरीकों से लाभदायक होता है। यह न केवल शारीरिक ताकत प्रदान करता है बल्कि, यह मानसिक शक्ति को भी बढ़ाता है। खेल बहुत ही अच्छी शारीरिक गतिविधि है जो तनाव और चिन्ता से मुक्ति प्रदान करता है। यह खिलाडि़यों के लिए अच्छा भविष्य और पेशेवर जीवन का क्षेत्र प्रदान करता है। उन्होंने कहा किवर्षा के कारण किसानों की फसले खराब हुई है उन्हें चिंता करने की जरूरत नही है। सर्वे कार्य शुरू हो चुका है।  उन्होंने महाराजपुर की जनता को संबोधित करते हुये कहा कि महाराजपुर को जल्द ही उपमण्डी, रेषम केन्द्र की सौगात दी जायेगी।
                इस अवसर पर जनपद पंचायत अध्यक्षश्आचंल आठिया एवं संजय बृजपुरिया ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते उक्त स्टेडियम और खेलो के महत्व को भी रेखांकित किया। इस अवसर पर डा. बीरेन्द्र कुमार लोधी, बाबा राजोरिया,  रज्जन बजाज,  रामस्वरूप यादव,  अनिल मिश्रा, श्री राजेषथापक,एसडीएम श्री राजेन्द्र पटेल, अधीक्षण यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा श्री एसके अमरोदिया सहित वरिष्ट जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।
Share:

निर्माण कार्य में भगवाकरण, आपत्ति के बाद निकले टाईल्स

 निर्माण कार्य में भगवाकरण, आपत्ति के बाद  निकले टाईल्स 
सागर। भाजपा शासित नगर पालिक निगम सागर द्वारा तिली रोड वकौली तिराहे पर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा स्थल पर शासकीय राशि से कराए जा रहे निर्माण कार्य का भगवाकरण कर भाजपा के झण्डे के कलर के लगवाए जा रहे टाईल्स पर युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अशरफ खान द्वारा नगर निगम सागर के आयुक्त रामप्रकाश अहिरवार से सख्त आपत्ति लेने के बाद नगर निगम प्रशासन द्वारा शासकीय राशि से प्रतिमा स्थल पर भारतीय जनता पार्टी के झण्डे के कलर के लगवाए गये टाईल्स आनन-फानन में निकलवाये जा रहे हैं।          नगर निगम प्रशासन द्वारा शासकीय राशि का दुरुपयोग कर जानबूझकर निर्माण कार्य में भगवाकरण किये जाने पर युवक कांग्रेस अध्यक्ष अशरफ खान ने कहा है कि प्रतिमा स्थल पर निर्माण कार्य हेतु जारी एस्टीमेट अनुसार ग्रेनाइट पत्थर ही लगाया जावे तथा एस्टीमेट के विपरीत कार्य कराने वाले नगर निगम के प्रशासनिक अमले एवं एजेन्सी पर कठोर कार्यवाही की जावे।इसका समर्थन करने वालों में अबरार सौदागर, अनिल कुर्मी, गोपाल तिवारी, सुरेन्द्र करोसिया, रवि उमाहिया, वीरेन्द्र चैधरी, रोहित वर्मा, धीरज खरे, राजपाल सिंह, अंकुर गुप्ता, अफजल खान, राहुल सिंह, सुरेश जाटव, आदि बड़ी संख्या में कांगे्रसजन शामिल हैं।
Share:

रेल की पटरियों पर मृत मिला भिखारी ,निकला साढे 11 लाख रुपये की संपत्ति का मालिक

 रेल की पटरियों पर मृत मिला भिखारी ,निकला साढे 11 लाख रुपये की संपत्ति का मालिक
मुंबई: मुंबई में रेल की पटरियों पर मृत मिले भिखारी की जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को उसके पास साढ़े 11 लाख रुपये की संपत्ति होने का पता चला. एक अधिकारी ने बताया कि उसके घर से सिक्कों से भरा थैला मिला जिसमें कुल 1.75 रुपये थे जबकि 8.77 लाख रुपये की फिक्स डिपोजिट का प्रमाण पत्र और बैंक खाते में 96 हजार रूपये थे.
राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले बिरदीचंद पन्नारामजी आज़ाद (82) हार्बर कॉरिडोर पर गोवंडी और मानखुर्द स्टेशनों के बीच एक नाले के पास तिरपाल की झोपड़ी में रहते थे.
वाशी रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि हमें शुक्रवार को सूचना मिली थी गोवंडी और मानखुर्द के बीच पटरियों पर एक व्यक्ति पड़ा हुआ है. आसपास के लोगों ने उनकी पहचान भिखारी के तौर पर की जो भीख मांगने के लिए हार्बर लाइन पर उपनगरीय ट्रेनों में नियमित रूप से यात्रा करते थे. लोगों ने हमें उसके घर का रास्ता बताया.
पुलिस को मिला ये सामान
उन्होंने बताया कि दुर्घटनावश मौत के मामले में फाइल बनाने के लिए उनके सामान की छानबीन के दौरान पुलिस को एक थैला मिला जो एक और दो रुपये के सिक्कों से भरा था. उसमें बैंक के कुछ कागजात, आधार, पैन और वरिष्ठ नागरिक कार्ड था.
अधिकारी ने बताया कि उन्होंने प्लास्टिक के थैले में सिक्के रखे हुए थे और इसे एक बैरल में रखे चार कंटेनरों के अंदर छिपा रखा था. थैले में 1.75 लाख रुपये के सिक्के थे. उनके पास दो अलग-अलग बैंकों में 8.77 लाख रुपये की एफडी थी और बैंक खाते में 96 हजार रुपये थे.

आज़ाद ने एफडी में नोमिनी अपने बेटे सुखदेव को बनाया हुआ है. वह राजस्थान के रामगढ़ का रहने वाला है. अधिकारी ने बताया कि उनके पास करीब साढ़े 11 लाख रुपये की संपत्ति है. उन्होंने बताया कि राजस्थान पुलिस के जरिए उनके बेटे से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है.
(एबीपी न्यूज़)
Share:

एक साथ पूजा होती नक्षत्रों में दो देवियो माँ दुर्गा और माँ सरस्वती की, सागर के श्री सरस्वती मंदिर में

एक साथ पूजा होती नक्षत्रों में दो देवियो माँ दुर्गा और माँ सरस्वती की, सागर के श्री सरस्वती मंदिर में

सागर । नवदुर्गामहोत्सव में  बुंदेलखण्ड अंचल के सागर में  एकलोते माँ सरस्वती के एकल मंदिर में प्रतिवर्ष एक अध्याय जुड़ता है ।इतवारा बाजार स्थित सरस्वती जी के मंदिर में  मा सरस्वती की अचल प्रतिमा के दरबार मे मा दुर्गा की चल प्रतिमा विराजती है । जब दुर्गा महानवमी की अर्धरात्रि में हवनपूजन में दो नक्षत्रों उतरा आषाढ़ और पूर्वाषाढ़ के बीच दोनो देवियो की पूजा अराधाना क्षेत्रपाल के द्वारा होती है ।
यह जानकारी देते हुए इस मंदिर के पण्डित यशोवर्धन प्रभाकर चोबे ने बताया कि मध्यरात्रि में क्षेत्रपाल में स से सरस्वती देवी और श से शाकाम्बरी देवी का आव्हान कर माँ  काली का रक्षा सूत्र जनमानस को बांधा जाता है।
 पहले विराजी थी दुर्गा,फिर बना  मा सरस्वती का मंदिर
सन 1961-62 में सागर के इतवारा बाजार में मा दुर्गा की प्रतिमा को विराजमानकर दुर्गा महोत्सव शुरू किया गया था । करीब 58 साल से यह परंपरा जारी है । 
इसके बाद पूर्व सांसद मनिभाई पटेल ,रामचन्द्र भट्ट,प्रभाकर चोबे , दिनेश दीक्षित  हरि रावत, राजकुमार हर्षे  और मुहल्ला के लोगो ने यहां सन 1971 में माँ सरस्वती की आदमकद की एकल प्रतिमा स्थापाना की थी।
पिछले 50 सालों से मासरस्वती के मंदिर में विराजी मा दुर्गा के दर्शन करने श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ती है।
Share:

नवरात्रि में कुल पूजा की जगह कुल वंश ही खत्म हो गया... तीन मासूम बच्चों की हत्या कर महिला द्वारा आत्महत्या करने का मामला!


नवरात्रि में कुल पूजा की जगह कुल वंश ही खत्म हो गया...
 तीन मासूम बच्चों की हत्या कर महिला द्वारा  आत्महत्या करने  का मामला!

सागर। एमपी के सागर जिले के एक दर्दनाक घटना  सामने आई है । इसमे एक माँ और उसके तीन मासूम बच्चों के शव  मिले। प्रथम द्रष्टया मामले में माँ द्वारा अपने मासूम बच्चों की हत्या कर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या करने का सामने आया है । घटनास्थल पर माँ फंदे से लटकी थी और आसपास तीन फंदे लटके थे। घटना के पीछे पारिवारिक कलह भी बताई जा रही है ।
       नवरात्रि पर्व पर आमतौर पर लोग घरों पर  अष्टमी /नवमी पर  अपने कुल देवी देवताओं की पूजा करते है कि हमारा कुल वंश खुशहाल रहे।  । सन्तान की भलाई और सन्तान प्राप्ति  के लिए मनोकामना करते है । लेकिन सागर जिले के बण्डा में हुए इस  वारदात में एक महिला ने अपना ही वंश खत्म कर आत्महत्या कर ली ।
      सागर जिले के  बंडा थाना क्षेत्र के पिपरिया चौदा ग्राम में आज सनसनी फैल गई। एक  घर के  अंदर एक ही परिवार के चार शव मिले। इसमे माँ कुंती देवी लोधी फांसी से लटकी थी और उसके मासूम बच्चे  छह साल से कम उम्र के दो बेटे और एक बेटी के शव पैर के नीचे पड़े थे। घटना स्थल पर तीन खाली फंदे भी इधरउधर लटके थे।
तीन फंदे खाली, चौथे पर  महिला लटकी थी
    इसकी  सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची । पुलिस देखा कि एक घर मे चार फंदे मील है जिसमें 3 फंदे खाली थे और एक फंदे पर कुंती लोधी नाम की महिला फंदे पर लटकी मिली तो महिला के दो बेटे अमन, अंकित  और बेटी अंकित के शव जमीन पर डले मिले ।
एसपी बोले प्रथम द्रष्टया हत्या कर आत्महत्या का मामला
        घटनास्थल  पर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी और asp राजेश व्यास सहित अनेक अधिकारी पहुचे। एसपी अमित सांघी के मुताबिक  पिपरिया चौदा गाँव मे घर के अंदर चार शव मिले है । यहां तीन फंदे भी खाली मिले है । प्रथम द्रष्टया घटना स्थल देखकर लगता है कि तीन बच्चों को फांसी पर लटकाया और खुद फांसी पर लटक गई। फिलहाल मर्ग कायम कर पुरे  मामले की जांच की जा रही है । इनके परिजन भी आ चुके है । शुरुआत में पारिवारिक  विवाद दिख रहा है।उधर मृतिका के परिजनों ने उसके पति हरीसिंग पर प्रताड़ना के आरोप भी लगाए है। पुलिस सभी पक्षो की जांच कर रही है।

Share:

पटवारी की हड़ताल खत्म,ट्रांसपोर्टर्स से चर्चा कल:परिवहन और राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत

पटवारी की हड़ताल खत्म,ट्रांसपोर्टर्स से चर्चा कल:परिवहन और राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत
सागर। कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी के प्रदेश के पटवारियों को भ्रष्टाचारी कहने के विवादित बयान के बाद आक्रोशित पटवारियों की हड़ताल अंततः समाप्त हो गई।  आज सागर में राजस्व और परिवहन मंत्री गोविन्द राजपूत ने पटवारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल के साथ सयुंक्त चर्चा में मीडिया में धोषणा की। ट्रांस्पोटरो  की हड़ताल को लेकर कल उनसे  चर्चा करेंगे।
            रविवार को एक बार हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद दोबारा शुरू हुई हड़ताल के पीछे राजस्व मंत्रीगोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि कुछ गलतफहमी थी जिनकी वजह से दोबारा हड़ताल शुरू हुई थी। लेकिन किसानों के हित में सर्वे और मुआवजा राशि जल्द से जल्द दी जा सके इसलिए पटवारियों ने हड़ताल समाप्त कर दी है।उन्होंने पटवारियों से कहा आज से ही सर्वे के काम में जुट जाएं ।
वही मामले में पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने भी मीडिया के सामने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की। प्रदेशाध्यक्ष बघेल ने मीडिया को दिये पत्र में  लिखा कि किसानों के हित मे सीएम कमलनाथ और राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत से चर्चा के बाद खत्म की है । वही मन्त्री जीतू पटवारी ने भी इस मामले में खेद प्रकट कर दिया था।

ट्रक हड़ताल। कल चर्चा करेंगे परिवहन मंत्री भोपाल में हड़तालियों से
    प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत ने आज सागर  में ट्रक वालो की हड़ताल के बारे में कहा कि वहीं  कल बुधवार को  भोपाल पहुंचकर ट्रांसपोर्टरों से बातचीत कर उनकी समस्याओं के समाधान कर हड़ताल समाप्त कराने का प्रयास किया जाएगा।
Share:

" चुनाव है बदलाव का," पत्रकार ब्रजेश राजपूत की किताब

" चुनाव है बदलाव का" ,पढ़िए पत्रकार ब्रजेश राजपूत की नई किताब

एबीपी न्यूज़ के एमपी के प्रमुख श्री ब्रजेश राजपूत की तीसरी पुस्तक  चुनाव है बदलाव का
आ गयी है । मंजुल पब्लिशिंग हाउस का प्रकाशन है ।आख़िर कैसे चला मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में शह और मात का खेल?वरिष्ठ पत्रकार बृजेश राजपूत की किताब 'चुनाव है बदलाव का' में  पढ़िए पर्दे के पीछे की दिलचस्प कहानी है।

 ये किताब मंजुल की साइट पर बुक की जा सकती है।

ABOUT BOOK
चुनाव है बदलाव का
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018
मध्यप्रदेश लोकसभा चुनाव 2019
पंद्रह वर्षों से वनवास के आबाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में वापसी आसान नहीं थी। इस दौरान न तो कांग्रेस विधानसभा में दमदारी से थी और न ही सड़कों पर असरदार तरीके से दिख रही थी। फिर ऐसा क्या हुआ कि चुनाव जीतने कि मशीन बन चुकी बीजेपी और हर वक़्त चुनावी रंग वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के होते हुए भी बीजेपी के हाथ से देखते ही देखते सत्ता फिसल गयी!
बीजेपी को वोट तो कांग्रेस से ज़्यादा मिले मगर सीटें काम क्यों हो गयीं? और जब शिवराज ने बीच चुनाव में पार्टी कि पातलो हालत देख कुछ नए फ़ैसले लेने चाहे तो उनको किसने रोका? सुबह से लेकर देर रात तक सभाएं करने वाले शिवराज सिंह के सामने नपा-तुला प्रचार करने वाले कमलनाथ कैसे आगे निकले, ज्योतिरादित्य सिंधिया कैसे अपने इलाके के बड़े नेता बनकर उभरे और दिग्विजय सिंह कि संगत में पंगत ने कांग्रेस कि जीत में क्या भूमिका निभायी, ग्वालियर चंबल में बीजेपी तो विंध्य प्रदेश में कांग्रेस क्यों साफ़ हुई, बीजेपी के तेरह मंत्री तो कांग्रेस के दिग्गज नेता क्यों हार गए - इन सारे सवालों के जवाब आपको इस किताब में मिलेंगे ।
ABOUT AUTHOR
ब्रजेश राजपूत पत्रकारिता में पिछले पच्चीस वषों से सक्रिय हैं। अखबार और टेलीविज़न में उन्होंने अच्छा खासा वक़्त बिताया है। वे इन दिनों एबीपी न्यूज़, भोपाल में वरिष्ठ विशेष सवाददाता हैं। टीवी की रोज़मर्रा की रिपोर्टिंग के साथ-साथ लिखने और चुनाव के दौरान घुम्मकड़ी का शौक है, जिसके चलते मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव 2013 पर अपनी पहली किताब चुनाव, राजनीति और रिपोर्टिंग के रोमांचक सच्चे किस्सों पर दूसरी किताब ऑफ़ द स्क्रीन लिख चुके हैं, तथा अब मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 पर ये किताब प्रस्तुत है, जिसमें मध्यप्रदेश में पंद्रह साल बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी की कहानी है।
ये मिले सम्मान
ब्रजेश राजपूत को रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज़म अवार्ड फॉर पोलिटिकल रिपोर्टिंग 2017, दैनिक भास्कर सम्मान 2016 =, मुंबई प्रेस क्लब का रेड इंक अवार्ड 2013 और दिल्ली का मीडिया एक्सीलेंस अवार्ड 2012 मिला।

Share:

जिला अस्पताल के एसएनसीयू से बच्चा गायब! निजी अस्पताल के एसएनसीयू में मिला -इलाज के दौरान बच्चा बदला,जमकर हंगामा ,लापरवाह नर्स निलंबित

जिला अस्पताल के एसएनसीयू से बच्चा गायब! निजी अस्पताल के एसएनसीयू में मिला
-इलाज के दौरान बच्चा  बदला,जमकर हंगामा ,लापरवाह नर्स निलंबित
नर्स ने इलाज कराने रेफर शिशु की जगह दूसरे का दिया बच्चा। 

सागर । जिला अस्पताल में नवजात के बदलने की गंभीर लापरवाही की घटना सामने आई है। नर्स ने इलाज के रेफर किये गए नवजात की जगह दूसरे का बच्चा थमा दिया । जिसका इलाज होना था वह अस्पताल में ही भर्ती था । बच्चा बदले जाने की घटना से अस्पताल में जमकर हंगामा मचा।  पुलिस ने बीचबचाव कर मामला सुलझाया। इस मामले में लापरवाह नर्स को निलंबित कर दिया है।

 सागर जिला चिकित्सालय के महिला एवं शिशु चिकित्सालय डफरिन अस्पताल के एसएनसीयू में नर्स चांदनी श्रीवास की लापरवाही से एक दिन के नवजात ले बदलने का मामला सामने आया है ।जिसको लेकर परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया।सागर जिले के गढ़ाकोटा की सुलोचना पति कमलेश लड़ियां को प्रसव के लिए शुक्रवार को डफरिन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसे करीब साढ़े तीन किलो का बच्चा हुआ था। जिसे एसएनसीयू में भर्ती किया गया था। रविवार को सुबह बच्चे को स्तनपान के लिए परिजनों को दिया गया था और वापिस एसएनसीयू के बार्मर में रख दिया गया। दोपहर में जब बच्चे को स्तनपान कराने के लिए परिजनों ने अस्पताल के एसएनसीयू मौजूद नर्सों से मांगा तो नर्स ने नवजात देने से मना कर दिया । 
          शाम होते होते बच्चे के परिजनों ने कई बार बच्चे को मांगा लेकिन ड्यूटी नर्स ने उन्हें बच्चा नहीं दिया और नर्स भी वहां से गायब हो गई ।इसके बाद परिजन इकट्ठा हो गए और बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज स्थित पुलिस चौकी जाकर बच्चा चोरी की शिकायत की। इसके बाद गोपालगंज थाना पुलिस और सीएसपी, थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे जिसके बाद पता चला की  अस्पताल में एक अन्य प्रसूता शबनम पति फिरोज खान के बच्चे की स्थिति गंभीर थी। जिसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल रेफर किया गया । जहां पर नर्स चांदनी श्रीवास ने गलती से सुलोचना का बच्चा शबनम के लिए दे दिया ।जिसका दिनभर निजी अस्पताल में इलाज चलता रहा बड़ी गंभीर स्थिति वाला बच्चा एसएनसीयू में ही नर्स की लापरवाही के चलते सामान्य बच्चे की तरह भर्ती रहा ।इस दौरान परिजनों के हंगामे के बाद जब मामला सामने निकलकर आया तो पुलिस के अधिकारियों की मौजूदगी में डॉक्टरों ने इस मामले में बारीकी से पड़ताल करते हुए परिजनों के आरोपों को सही पाया तथा बच्चा बदले जाने की बात को स्वीकारते हुए तत्काल  लापरवाही बरतने वाली ड्यूटी नर्स चांदनी श्रीवास को निलंबित कर दिया है।
        इस मामले  में cmho डॉ एम एस सागर का कहना है कि दोनों बच्चे कमजोर थे। इसलिए उनको Sncu में रखा गया था । ये सही है जिस बच्चे को इलाज के लिए निजीअस्पताल परिजन ले जाना चाहते थे, वह बदल गया। लेकिन इलाज दोनो का जरूरी है। लापरवाह नर्स को निलंबित कर दिया है।
        शबनम के पति फिरोज   के अनुसार जिस शिशु का मैंने इलाज कराया उसमें 10 हजार का खर्चा आया वह कौन देगा। बड़ी मुश्किलों में निजी अस्पताल से बच्चा मिला। पीड़ित दोनो पक्ष अस्पताल की लापरवाही से परेशान थे। बच्चे के इलाज को लेकर। नवजात के पैर में लगे निशान, टैग और अंकित फुट प्रिंट व प्रसव के दस्तावेज से पहचाना है।
        Vमौके पर पहुचेCsp आरडी भारद्वाज के अनुसार दोनो पक्षो को समझाईश और शिशुओं की जांच के बाद पहचान होने के बाद सुलझ गया है ।
Share:

Archive