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नष्ट फसलों का मुआवजा नहो देना पड़े इसलिए जानबूझकर कराई पटवारियों की हड़ताल,सर्वे प्रभावित: नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव

 नष्ट फसलों का मुआवजा नहो देना पड़े इसलिए जानबूझकर कराई पटवारियों की हड़ताल,सर्वे प्रभावित: नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव   
सागर । एमपी में पटवारियों की हड़ताल ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है । नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इसे अतिवर्षा से खराब हुई फसलों के सर्वे मुआवजे से जोड़ा है और आरोप लगाया कि मन्त्री से जानबूझकर हड़ताल कराई कि सर्वे का काम प्रभावित हो ।
         उन्होंने एक बयान में कहा कि प्रदेश के एक मंत्री ने लगता है जानबूझ कर ऐसा बयान दिया कि पटवारी हड़ताल पर चले गए। जिससे किसानों की नष्ट हुई फसलो का सर्वे कार्य प्रभावित हो रहा है ।किसान परेशान है अभी तक न राहत राशि ही मिली न ही कर्ज माफ हुआ है । उन जानबूझकर किया गया है ।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों ओर वादा ख़िलाफियो से प्रदेश का किसान परेशान है खरीफ की फसल नस्ट हो जाने से उन्हें खाने के लाले पड़े है दर्जनों किसानों ने आत्महत्या कर ली है ।अभी हाल ही में बीना तहसील के करौंदा गांव में किसान ने आत्महत्या की है ।सरकार अब जल्द से जल्द पटवारियों की हड़ताल समाप्त करवायेओर अपने वादे पूरे करे।

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650 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं में 25 करोड़ रूपये के ऋण वितरित

650 हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं में 25 करोड़ रूपये के ऋण वितरित
सागर। वित्तीय सेवायें विभाग, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्देशित ग्राहक आउट रिच कार्यक्रम का आयोजन  सेन्ट आरसेटी सागर के परिसर में किया गया। जिसमें सागर जिले का अग्रणी बैंक, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया के तत्वाधान में सागर जिले के 21 बैंको, गैर वित्तीय संस्थानों, नाबार्ड, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने अपनी सहभागिता दी।
कार्यक्रम के पहले दिन सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ के फील्ड जनरल मैनेजर एवं राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी म.प्र. के अध्यक्ष  एस.डी. माहुरकर, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया सागर क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक  एस.के.सिन्हा, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया के सहायक महाप्रबंधक  सतीश फुलवानी, यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया के सहायक महाप्रबंधक  आर.के. यादव एवं वरिष्ठ समाज सेवी एवं उद्यमी श्रीमति मीना ताई पिम्पलापुरे ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। दूसरे दिन कार्यक्रम में डिप्टी कलेक्टर सुश्री अमृता गर्ग मौजूद रहीं।
इस कार्यक्रम में वित्तीय/बैंकिंग साक्षरता एवं सामाजिक सुरक्षा से जुडे योजनाओं के विभिन्न पहलुओं को आयोजन में आए हुए सम्माननीय ग्राहकों के साथ साझा किया गया एवं लगभग सारे वित्तीय संस्थाओं ने डिजिटल एवं केशलेस बैंकिंग पर विशेष महत्व दिया तथा ग्राहकों द्वारा उठाए गए शंकाओं, सवालों का तत्काल निराकरण किया गया।
इस कार्यक्रम में शामिल हुए वित्तीय संस्थाओं द्वारा कार्यक्रम के दौरान मौके पर ही तत्काल 650 हितग्राहियों को लगभग रूपये 25 करोड़ रूपये के ऋण विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत ऋण वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में सेन्ट आरसेटी सागर ने विभिन्न ट्रेडों को दिये जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देकर अपनी सहभागिता दी।  इसी कडी में डिजीटल बैंकिंग के तहत सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया सागर द्वारा टैब बैंकिंग के द्वारा तत्काल बचत खाता खोलकर एवं सेन्ट डीजी पे के द्वारा आधार कार्ड आधारित भुगतान का भी लाइव प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम का समापन सागर जिले के अग्रणी जिला प्रबंधक श्री धनन्जय शर्मा द्वारा आये हुए अतिथियों एवं सम्मानीय ग्राहकों का आभार व्यक्त कर किया गया।          
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कहानी दो हुबहू जुडवां हमशक्लों की

कहानी दो हुबहू जुडवां हमशक्लों की 

@ब्रजेश राजपूत
सुबह सवेरे में ग्राउंड रिपोर्ट 

वैसे मैं गया तो था भोपाल कलेक्टर तरूण पिथोडे से मिलने जो किसी बैठक के सिलसिले में पुलिस कंटोल रूम आये हुये थे। वो सामने सोफे पर बैठे थे और मुझे बता रहे थे कि पटना और पुणे में पानी गिरा तो हाहाकार मचा मगर भोपाल में औसत से सत्तर फीसदी ज्यादा बारिश होने के बाद भी हल्ला नहीं हुआ। उनसे बात खत्म कर मैंने पीछे मुंह घुमाया था ही कि हैरान रह गया। एक जैसी शक्ल सूरत और कपडे वाले दो लोग एक ही सोफे पर अगल बगल में बैठे थे। पहले तो एक पल को झटका सा लगा कि सब कुछ सही देख रहा हूं या आंखों का ये धोखा हो रहा है। मगर अगले ही पल अपने को संभाला और फिर दोनों को गौर से उपर से नीचे तक देखने लगा तो मेरी हैरानी देखकर वहीं बैठे एसएसपी इरशाद वली बोले अरे परेशान मत हो ये भोपाल की बडी चर्चित जुडवां जोडी हैं। पहली बार इनको देखकर सबको झटके लगते हैं। 
       अरे भैया झटके नहीं हमें देखकर कई दफा लोग सदमे में आ जाते हैं, एमपी नगर के अपने आफिस में अगल बगल में एक जैसे कपडे पहनकर बैठे गौरव शर्मा और सौरभ शर्मा ये हमें बता रहे थे। ये किस्सा सौरभ ने बताया कि एक बार वो किसी अफसर से मिलने सरकारी दफतर में पहुंचा उसी वक्त एक और व्यक्ति उसी अधिकारी से मिलने जा रहा था मैंने और उसने एक साथ रजिस्टर पर एंटी की, मैं सीढियों से दो मंजिल चढा मगर वो लिफट से उस अफसर के पास पहंुचा जहां पहले से ही गौरव मौजुद था कमरे में एंटी करते ही जैसे ही उस व्यक्ति ने गौरव को देखा तो सीना पकडकर धम्म से सोफे पर बैठ गया ओर जब तक सौरभ सीढियों से उस कमरे में आ नहीं गया उसकी सांस उपर नीचे होती रही। वो ये देखकर हैरान था कि जिस व्यक्ति को वो सीढियों पर छोडकर आ रहा है वो मुझसे पहले कैसे इस कमरे में मौजूद है। हंसते हंसते हुये गौरव सौरभ ने कहा कि वो बोल भर नहीं रहा था मगर उसके हाव भाव ऐसे ही थे जैस कोई जिंदा भूत देख लिया हो। ऐसे एक नहीं कई किस्से हैं। भिंड के बस स्टेंड मोहल्ले के अस्पताल वाले शर्मा जी के ये दोनों लडके गौरव शर्मा और सौरभ शर्मा बचपन से ही अपनी मिलती जुलती शक्ल सूरत और कपडों के कारण चर्चा में रहते आये हैं। सलमान खान की जुडवां फिल्म का ये असर रहा कि स्कूल में कितनी भी शरारत करो टीचर मारते नहीं थे क्योंकि उस फिल्म में बताया गया था कि एक जुडवां भाई को मारो तो दूसरे को भी चोट लगती है बस फिर क्या था खूब उधम करो। सारे शिक्षकों ने एक दूसरे को जुडवां फिल्म का किस्सा सुना दिया था ऐसे में अपना बचपन अच्छे से गुजरा, कक्षा के दूसरे दोस्तों की ठुकाई होती मगर अपन भिंड के स्कूल में पिटाई से बचते रहे।हां ये जरूर हुआ कि कभी सडक पर गौरव के हिस्से की पिटाई सौरभ को खानी पडी। गौरव के दोस्त का झगडा हुआ तो झगडा कर गौरव भाग गया रह गया मैं तो मुझे गौरव समझकर पीट दिया सौरभ ने हंसकर बताया। आमतौर पर जुडवां बच्चों को बचपन में ही एक जैसे कपडे पहनाये जाते हैं मगर बचपन की ये आदत गौरव सौरभ में बडे तक कायम हैं। दोनों एक जैसे ही हुबहू कपडे पहनकर निकलते हैं। शर्ट , पेंट, जूते, घडी, पेन और हाथों में पहनने वाली अंगूठियो के नग तक दोनों के एक जैसे हैं। चेहरा मोहरा और कद काठी तो भगवान ने दोनों को समान दी हुयी है साथ ही बालों में आ रही सफेदी भी तकरीबन एक जैसी है। इसका असर ये होता है कि इनको देखने वाला तुरंत धोखा खाकर सदमे में आने को उतावला हो जाता है। फर्क बस यही है कि एक भाई इंजीनियर तो एक डाक्टर है मगर कंपनी दोनों मिलकर आईटी साल्यूशन की चला रहे हैं। और एक साथ एक कंपनी में काम करना ही लोगों की उलझन का कारण बनता है। दफतर में काम करने वाले लोग तो चकित हो ही जाते हैं पहली या दूसरी बार में बडे अफसर भी नहीं मानते कि कोई दूसरा जुडवां भी होगा जब तक मिला ना दिया जाये और इस बीच में एक दो एपिसोड ऐसे हो जाते हैं कि सदमे की नौबत आ जाती हैं। 
एक जैसे दिखना और एक जैसे कपडे पहनना ही हमारी पहचान है ये कहते हैं इंजीनियर गौरव तो डाक्टर सौरभ कहते हैं कि यही हमारी टीआरपी है, यही हमारी सेलेब्रिटी हैं कि जहंा जाते हैं वहंा हमारी ही चर्चा होने लगती है सडक पर चलते कोई हमे राम श्याम कहता है तो कोई लव कुश मगर हमें सब अच्छा लगता है किसी बात का हम बुरा नहीं मानते क्योंकि चीन में जुडवां लोगों को भगवान के भेजे विशेष लोग माना जाता है तो हम भी मानते हैं कि हम सबसे अलग हैं विशेष हैं। मगर इन जुडवां भाइयों की कहानी में एक टिवस्ट और है कि उनकी बीबियां भी जुडवां हैं और वो भी हुबहू एक जैसा दिखती हैं। गौरव सौरभ ने बताया कि हमने अपनी जल्दी होने वाली शादी टालने के लिये किसी सजातीय जुडवां बहनों से ही शादी करने की अजीब सी शर्त रखी और शिवपुरी की सोनी मोनी से गौरव सौरभ की तीन साल पहले शादी भी हो गयी। ये जुडवां लडकियां भी बचपन से एक साथ ही रहीं हैं और एक साथ रहने के सपने देखती थीं इसलिये अब ये चारों रोहित नगर में एक साथ ही रहते हैं और जुडवां होने को एंजाय करते हैं। मगर जैसे सडक चलते लोग आपको देखकर चक्करघिन्नी होते हैं क्या आपकी पत्नियों को कभी सदमे की हालत नहीं बनी। नहीं कभी कभार हो जाता है मगर साथ साथ रहते रहते हम दोनों के फर्क समझ में आने लगते हैं मगर हां शुरूआत में थोडी दिक्कत आती थी। शर्माते हुये गौरव सौरभ ने बताया। मगर दिक्कत क्या आयी ? ये हमने जान बूझकर नहीं पूछा। 

ब्रजेश राजपूत, एबीपी न्यूज, भोपाल
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ऐतिहासिक धरोहरो का होगा संरक्षण ,सागर महोत्सव नवम्बर में

ऐतिहासिक धरोहरो का होगा  संरक्षण ,सागर महोत्सव नवम्बर में

सागर । सागर  जिला पर्यटन संवर्धन परिषद एवं इंटेक के तत्वाधान में जिले की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पुरातात्विक एवं आध्यात्मिक महत्व की विरासत को संरक्षित एवं सहेजने एक बैठक का आयोजित हुई।

          बैठक मेंअनेक निर्णय हुए । जिनमे बुंदेली लोकगीत, नृत्य, व्यंजन एवं स्थलों की जानकारी बुकलेट में प्रकाशन,क्विज प्रतियोगिताएं पेंटिंग, पोस्टर, निर्माण, हेरिटेज वॉक को बढ़ावा ,फूड कोर्ट में स्थानीय भोजन, हर माह हेरिटेज वॉक हेतु प्रशिक्षित गाइड की व्यवस्था,इच्छुक युवाओं को आह्वान कर शामिल करवाना,स्मार्ट सिटी के अंतर्गत महत्वपूर्ण स्थानों पर साइन बोर्ड में स्थल एवं उससे संबंधित जानकारी देना,वॉल पेंटिंग को बढ़ावा ,लाईट एवं म्यूजिक शो की व्यवस्थ,सोशल मीडिया एवं अन्य प्लेटफार्म पर जानकारी साझा करना ,रिटायर्ड प्रोफेसर से जानकारी संकलित करने में सहयोग,प्रदर्शनी, मेले, बस स्टैंड रेलवे स्टेशन में स्थलों को प्रदर्शित करना आदि है।

         बैठक में  कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, नगर निगम कमिष्नर  आरपी अहिरवार, वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती मीनाताई पिंपलापुरे, कमांडेट  मुनीष गुप्ता, इंटेक के  शैलेन्द्र ठाकुर, डा. रजनीष जैन, श्रीमती अंजली भरथरी,  मनीष चंद्रा आदि उपस्थित थे
इनको सहेजने होंगी कवायद
    बैठक में सभी ने स्वीकारा कि निश्चित ही कवि पद्माकर की जन्मस्थली से लेकर कैंट बोर्ड, सिविल लाइन, हॉक हिल पर सन ड्राईव (जंतर मंतर दिल्ली की तर्ज पर) ऐरण, नौरादेही, सानौधा झूला पुल, आपचंद की गुफाएं, विनायका विष्णु मंदिर, सूर्य मंदिर रहली, नाहर मऊ में नील सरोवर तालाब, बौद्ध स्तूप, राहतगढ़ किला, गढ़पहरा किला आदि पुरातन विरासत को सहेजने एवं संवारने का नया अध्याय नियोजित तरीके से शुरू होगा। हमें इन धरोहरों को संजोते हुए वर्तमान को बेहतर बनाना है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
नवबंर माह में होगा सागर महोत्सव
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नवबंर माह में सागर महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन जिसमंे कला, संस्कृति, भाषा एवं व्यंजनों का समावेष होगा। विभिन्न विधाओं के कलाकार यहां आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्षन कर सागर जिले की महत्वपूर्ण विरासतों का उल्लेख करेंगे।  

    बैठक में शैलेन्द्र ठाकुर ने इंटेक के बारे में बताते हुए कहा कि द इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरीटेज एक गैर सरकारी संस्था है जो गत 35 साल से हिंदुस्तानी विरासत के बारे में जागरूकता और उस के संरक्षण का काम कर रही है। इस संस्था का मूल्य प्रतिबद्धता है अपनी विरासत को संजोना और इसका संरक्षण करना । इस अवसर पर अनिरुद्ध पिप्लापुरे,श्रीमतीनिकिता पिंपलापुरे,  अतुल जैन सागर ट्रेकर्स,  अषोक तिवारी,  आकाष तिवारी,  राजेष पंडित, प्रफुल्ल हलवे, डा. सुरेष आचार्य,  प्रदीप पांडे,  आषीष जोषी,  इसरार अहमद आदि ने भी अपने विचार व्यक्त कर सागर की धरोहर के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई।    
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सुर श्री" एकल गायनस्पर्धा, पाँच प्रतियोगी पहुचे क्वार्टर फाइनल में , रोटरी क्लब डिस्ट्रिक 3040 का आयोजन

"सुर श्री" एकल गायनस्पर्धा, पाँच प्रतियोगी पहुचे क्वार्टर फाइनल में , रोटरी क्लब डिस्ट्रिक 3040 का आयोजन

सागर । संगीत से जुड़ी नई युवा पीढ़ी को मंच  देने और प्रतिभाओं को आगे बढाने के उद्देश्य से  रोटरी क्लब द्वारा सुर श्री प्रतियोगिता का  आयोजन हुआ । इसमे पांच गायकों का चयन हुआ । चयनित  गायक भोपाल में आयोजित क्वार्टर फाइनल में हिस्सा लेंगे । सुर श्री के विजेता को पांच लाख का इनाम मिलेगॉ। सिंगिग स्पर्धा एमपी ,गुजरात और अन्य हिस्सों के 50 जिलों में आयोजित हो रही है ।
         रोटरी क्लब आफ फिनिक्स अध्यक्ष  अमित जैन , सचिव  राहुल जैन ,प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर मुकेश साहू और अभिषेक जैनने बताया कि आज   रविन्द्र भवन में स्पर्धा की आकर्षक प्रस्तुति हुई। काफी उत्साह भरा माहौल संगीत के प्रति देखने मिला। भारत की एकल गायन प्रतियोगिता सुरश्री का पांचवा सीजन है ।कॉम्पीटीशन के माध्यम से रोटरी क्लब डिस्ट्रिक 3040 यह पांचवा साल है और इसमें ग्रुप 15 से 21 साल के बीच रखा गया।जो भी बच्चा जो एकल गायनमें प्रतिभाशाली था उसे।सागर संभाग में हीं से भी हो उसे फ्री ऑफ कास्ट एंट्री दी गई।किसी भी लेवल पर कोई फीस नहीं ली दी गई है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गांव शहर कस्बों से गाने की प्रतिभाओंको लेकर आना थाऔर एक मंच प्रदान करना है। 
          रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3040 रोटरी क्लब भोपाल के द्वारा यह आयोजन लगातार पिछले सालों से किया जा रहा है जो बच्चे 15 साल से 21 साल की उम्र के हैं वह कोई भी कॉम्पीटीशन में भागले सकता है ।इस आयोजन में सबसे बड़ी बात इस आयोजन में जो होगा फर्स्ट प्राइज जीतेगा उसे पांच लाख  का पुरस्कार दिया जा रहा है। सागर सागर की इस ऑडिशन में रोटरी क्लब सागर फिनिक्स के द्वारा 110 बच्चों की एंट्री ली गई जिसमें से 91 बच्चों के द्वारा परफॉर्म किया गया और उन बच्चों को चयनित किया गया। उसके बाद जजों के द्वारा सेकंड राउंड में उनकी फिर से एक बार प्रतियोगिता कराई गई और उसमें से पांच बच्चों को चयनित कर के भोपाल के लिए चयन किया गया 13 अक्टूबर भोपाल को क्वार्टर फाइनल है। चयनित प्रतिभागी अदिति त्रिपाठी,सलोनी विश्वकर्मा,मोहित भट्ट,उत्सव ,गोपालशुभम सोनाने है। 
      आज के कार्यक्रम में म्यूजिशियन राजू पांडे ,क्लब के सदस्य रितेश मडावरा ,नमन समैया,आशीष जड़िया ,ऋतुराज जैन ,  उमेश पटेल शैलेश नामदेव नवीन जैन आदि सदस्य उपस्थित थे। अध्यक्ष अमित जैन सचिव राहुल जैन ने बताया कि यह बच्चे भोपाल ऑडिशन में जाएंगे और उन्हें जो सहायता की जरूरत होगी वह पूरी की जाएगी कोऑर्डिनेटर मुकेश और अभिषेक ने जानकारी दी जिन बच्चों का सिलेक्शन हुआ है उन बच्चों को म्यूजिक के जानकार के द्वारा अभी ग्रूम किया जाएगा 13 तारीख के पहले और उन्हें उनकीक्लासेज भी दी जाएगी जिससे आगे के कार्यक्रम में परफार्मेंस कर सके। कार्यक्रम में जज  सुनील सिंह बघेल ,नृपेंद्र सिंह बघेल म्यूजिशियन भारत श्रीवास्तव , विशाल डेविड ,निधीश गौतम थे।कार्यक्रम की शानदार  एंकरिंग धर्मवीर साहू ने की ।
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वृद्ध की व्यथा। कभी पेंशन मिली ,तो कभी मृत बताया, कर दी बन्द,

वृद्ध की व्यथा। कभी पेंशन मिली ,तो कभी मृत बताया, कर दी बन्द,

सागर । एक बुजुर्ग की पेंशन  सरकारी कागजो  में  उलझ गई है । बुजुर्ग को कभी पेंशन मिलती थी । लेकिन एक कागज में सरकारी लापरवाही ने मृत कर दिया । नतीजतन उसकी पेंशन बन्द हो गई। खास बात यह भी है कि समग्र आईडी में मृत होने पर भी एक महीने की पेंशन मिली और फिर बन्द हो गई।  पीड़ित ने फिर से प्रशासन से गुहार लगाई है कि  पेंशन दे दो मै जिंदा हूँ। इस मामले में प्रशासन ने  जांच के आदेश दिये है।
            मामला सागर जिले की जैसीनगर जनपद पंचायत का है । कटंगी पंचायत के बरखुआँ खुर्द के 64 वर्षीय टीकाराम लोधी का हैं । जिन्हें 25.5.2018 में प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार आईडी पर मृत घोषित कर दिया।लेकिन दिलचस बात तब शुरू हुई जब संबंधित अधिकारियों ने पुनः 17.6.2019 में वृद्धा पेंशन में टीकाराम का नाम जोड़कर वृध्दा पेंशन की राशि स्वीकृति कर दी। जिसकी एक माह की राशि 600 रुपये इनके बैंक खाते में जमा कर दी।
व्यथा यही खत्म नही हुई। एक बार फिर दिलचस्प मोड़ आया।  जब 26 सितम्बर2019 को फिर से मृत बताकर फिर से पेंशन बंद कर दी।जबकि अधिकारियों द्वारा जिस व्यक्ति के साथ जिंदा करने और मारने का खेल खेला गया वह असल में जिंदा हैं और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट कर खुद को कागजों में जिंदा कराने की गुहार कर रहा हैं ताकि उसकी वृध्दा पेंशन दोबारा मिल सके।
            आवेदक टीकाराम लोधी ने सागर कलेक्टर से इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई हैं ।वही जैसीनगर जनपद सीईओ चेतना पाटिल का कहना हैं की मीडिया के द्वारा मुझे इस मामले की जानकारी मिली हैं, जिसकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सम्बंधित कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी

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प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं को ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं, कारण बताओ नोटिस

प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं को ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं, कारण बताओ नोटिस 
सागर ।सागर  जिले की प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्थाओं द्वारा वर्ष 2017-18 के अंकेक्षण हेतु वित्तीय पत्रक प्रस्तुत नहीं किए जाने से ऑडिट कार्य प्रभावित हो रहा है, जिस कारण उप आयुक्त सहकारिता जिला सागर  षिवप्रकाष कौषिक द्वारा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शाखा रहली अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित रहली, चांदपुर, खमरिया, बलेह, पटनाबुर्जुग, छिरारी, कड़ता, जूना को, गढ़ाकोटा अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित गढ़ाकोटा, पिपरिया भटोला, कुमरई, रेंगुवा को, परसोरिया अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित पिपरिया वैद्य, सानौधा को, बीना अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित बिलखना को, बण्डा अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित सेसई, मंजला, मगरधा, गोराखुर्द, छापरी, नीमोन को, सदर अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित रजौआ, कनेरागौड़, मेहर को, ढाना अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित बन्नाद बम्होरी, पामाखेड़ी को, शाहगढ़ अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित बरायठा, बराज को, परसोरिया अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित भैसवाही को, जैसीनगर अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित जैसीनगर, पड़रई, सत्ताढाना, करैया, पनारी को, नरयावली अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित नरयावली, जेरई, कनेरानीखर, जरूवाखेड़ा, खाकरोन को, सुरखी अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित हीरापुर, महुआखेड़ा, सहजपुरी बुजुर्ग को, राहतगढ़ अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित सेमरा झिला को, गौरझामर अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित बरकोटी कलां को, मौलथौन अंतर्गत आने वाली प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति मर्यादित खटोराकलां को मध्यप्रदेष सहकारी सोसायटी अधिनियम 1960 की धारा 56 (3) के अंतर्गत कारण बताओ नोटिस जारी किए गए है। जिसमें वैधानिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।  
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बहरूपिये साधु पंकज महाराज गए जेल,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने करवाया गिरफ्तार गिरफ्तारी के पहले साधु ने सोशल मीडिया पर डाली थी भार्गव के साथ पोस्ट

बहरूपिये साधु पंकज महाराज गए जेल,नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने करवाया गिरफ्तार
गिरफ्तारी के पहले साधु ने सोशल मीडिया पर डाली थी भार्गव के साथ पोस्ट
सागर। सोशल मीडिया फेसबुक पर धार्मिक भावनाएं भड़काने व एक जाति विशेष के युवाओं से गाली गलौच करने वाले तथाकथित साधु को  सागर जिले की रहली पुलिस ने गिरफतार कर लिया है। 
        इस साधु को गिरफ्तार करने में नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव की भूमिका है । भार्गव ने खुद अपनी फेसबुक वाल पर गिरफ्तार करने की पोस्ट डाली । इसके कुछ घण्टे पहले गिरफ्तार साधु ने नेता प्रतिपक्ष के साथ शोसल मीडिया पर पोस्ट शेयर की थी । आरोपी पंकज महाराज उर्फ पंकज तिवारी ,गोपालभार्गव के विधानसभा क्षेत्र रहली का  है। जिस पर विभिन्न थानों में धार्मिक भावनाएं भड़काने और अन्य आपराधिक मामके दर्ज है। गिरफ्तार पंकज महाराज पर सागर के मोतीनगर थाने में भी छेड़छाड़ का मामला दर्ज है। 11 सितम्बर को साहित्य जैन की रिपोर्ट पर आईटी एक्ट ,295 A 67 के तहत प्रकरण भी दर्ज हुआ था । ईंन मामलों में  तलाश थी।।  युवक को दोनों मामलों में गिरफतार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। 
आपको बता दें कि गिरफतारी के पूर्व युवक पंकज महाराज  ने नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के साथ मुलाकात कुछ फोटो फेसबुक पर पोस्ट की थीं। जिसके बाद युवक दमोह चला गया।दमोह  से रहली पुलिस ने गिरफतार किया है ।  युवक की गिरफतारी के बाद नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने युवक के अपराध व उसे गिरफतार करवाने की जानकारी फेसबुक पर पोस्ट की और लिखा भी मेरा कोई नाता इससे नही है ।
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपनी पोस्ट पर  ये लिखा

  "पंकज महाराज पिता प्रह्लाद तिवारी निवासी बिछिया जो कि एक आदतन अपराधी बहरूपिया एवं चरित्रहीन व्यक्ति है एवं जो धार्मिक एवं सामाजिक भावनाओं को भड़काता है, जिसके विरुद्ध विभिन्न थानों में धारा 295A ताहि 67 IT एक्ट(थाना रहली), 354क, 294 ताहि 67 IT एक्ट (थाना मोतीनगर सागर)  अपराध पंजीबद्ध है, को आज रात रहली पुलिस द्वारा मैंने गिरफ्तार करवाया है तथा उक्त व्यक्ति से मेरा प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई संबंध नहीं है।"

यही नही पंकज महाराज  पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ और अश्लील बातें भी लिखी है ।महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक चलाने भी आरोप है ।इस मामले में  adop अनुराग पांडे का कहना है  कि धार्मिक  भावनाएं भड़काने के आरोप में पंकज महाराज को गिरफ्तार किया गया है । उस पर जिले में अन्य मामले भी दर्ज है । कोर्ट से रिमांड भी मांगी जा रही है।
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