समूचे दुनिया मे भारत गांधी के नाम से प्रतिष्ठित :भूपेंद्र गुप्ता
सागर। महात्मा गांधी की 150 वी जयंती गांधी पर " गांधी एक विचारधार-वैज्ञानिक चिन्तन" पर आयोजित परिचर्चा में कांग्रेस के मध्यप्रदेश विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा की गांधी विचार सभी धर्मों का सार है ,गांधी जी ने पहली लडाई दक्षिण अफ्रीका मे भारतीयों के मताधिकार को लेकर लडी थी यह उनका अंग्रेजों के विरुद्ध पहला कदम था इसके लिए उन्होंने 10000 लोगों से हस्ताक्षर कराए थे गांधीजी इस बात को लेकर फूट-फूटकर रोते रहे और पूरी रात भर नहीं सोये वे सोचते रहे की ये मेरा भारत है पूरे जीवन में गांधीजी पर सात बार प्राणघातक हमले हुये सातवीं बार 1948 मे हमलावर सफल हुये । समूचे विश्व में भारत गांधी के नाम से प्रतिष्ठित होता है।
पी आर एस वेलफेयर सोसिएटी के तत्वावधानमें आयोजित परिचर्चा के दूसरे सत्र में कवि सम्मलेन हुआ । प्रथम सत्र की शुरुआत भूपेंद्र गुप्ता, मिर्ज़ा नूर बेग , जिला अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ,अध्यक्ष श्रीमती रेखा चौधरी , संरक्षक नेवी जैन ने गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करकें किया । तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत संस्थाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय एवं संस्था के सदस्यों ने किया ।गांधी जी के प्रिये भजन " वैष्णव जन ते ,,, का बुंदेली लोक गायक शिवरतन यादव ने बुंदेली मे गाकर शुरुआत की । संस्था वाचन करते हुये संस्थाध्यक्ष प्रदीप पाण्डेय ने कहा की संस्था अपने 21 वर्ष पूर्ण कर चुकी है और इन वर्षो में संस्था द्वारा हमेशा सामजिक मुद्दों एवं अपने उद्देश्यों की पूर्ती हेतु कार्य किये है हो ।
इस मौके पर हीरासिंह राजपूत ने कहा की आज गांधी के विचारों को आत्मसात करने की आवाश्यकता है ! वहीं कार्यक्रम संरक्षक नेवी जैन ने कहा की गांधी वह विचार है जिसे आत्मसात करने पर जीवन और समाज दोनों मे संतुलन स्थापित हो सकता है । कार्यक्रम के प्रथम वक्ता संदीप सबलोक ने कहा की गांधी को समझने के लिये गांधी का अध्ययन आवाश्यक है । रेखा चौधरी ने कहा कि गांधी के हत्यारे गांधी जयंती मनाने का ढोंग करते हैं। वही दूसरी ओर भोपाल से पधारे प्रशिक्षण विभाग के अध्यक्ष मिर्जा नूर बेग ने कहा गांधी के जंतर मंत्र को जानना जरूरी है तदुपरांत आशीष ज्योतिषी ने कहा की गांधी की सत्य और अहिंसा स्व पर केंद्रित साधना है जो समाज को प्रभावित करने का सामर्थ्य रखती है ।
इस अवसर पर प्रमुख रुप से कैलाश सिंघई, भोलेश्वर तिवारी ,मणिकांत चौबे ,अमित रामजी दुबे प्रदीप गुप्ता, मुकुल पुरोहित ,भावना रोहण, सीमा चौधरी ,अरुण मिश्रा, श्याम जी दुबे , प्रभात जैन,वीरेंद्र गौर,सुरेंद्र सुहाने, जितेंद्र चावला,ओमप्रकाश पांडे, शिंटू कटारे ,देवेंद्र फुसकेले,चक्रेश सिंघई,राजाराम सरवैया,जितेंन्द्र रोहण,महेश जाटव,अतुल नेमा,अभिषेक पाठक ,दीन दयाल दीक्षित ,ओम प्रकाशपंडा,हेमकुमारी पटेल,डा चंचला दवे,डा सुनीला सराफ,डा श्याम मनोहर सीरोठिया, राममोहन दुबे , नारायण पारोचे जी सूरज मछंदर रवि ज्ञान बृजमोहन महावत कमलेश मछंदर मिथुन घारू श्री राम करोसिया रुपेश पारोचे सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे ।