जिला विकास समन्वयऔर निगरानी समिति गठित, केंद्रीय राज्य मंत्रीप्रह्लाद पटेल अध्यक्ष और सांसदराजबहादुर सिंह सह अध्यक्ष
जिला विकास समन्वयऔर निगरानी समिति गठित, केंद्रीय राज्य मंत्रीप्रह्लाद पटेल अध्यक्ष और सांसदराजबहादुर सिंह सह अध्यक्ष
सागर । भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय नई दिल्ली के निर्देषानुसार जिले में जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (दिशा) का गठन किया गया है। ये समिति ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं में तेजी लाने हेतु समन्वय का काम करेगी।
समिति के अध्यक्ष दमोह सांसद /केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटैल और सह अध्यक्ष सागर सांसद राजबहादुर सिंह होंगे। समिति की सदस्य सचिव सागर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक होगी।
समिति के अन्य सदस्यों में प्रदेष के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत, नवकरणीय उर्जा विभाग मंत्री हर्ष यादव, रहली विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष म.प्र. विधानसभा गोपाल भार्गव, खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह, सागर विधायक शैलेन्द्र जैन, नरयावली विधायक श्री प्रदीप लारिया, बीना विधायक महेष राय, बंडा विधायक श्री तरवर सिंह लोधी, महापौर नगर निगम अभय दरे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती दिव्या अषोक सिंह, अध्यक्ष नगर पालिका मकरोनिया, खुरई, बीना, रहली, देवरी, गढ़ाकोटा, अध्यक्ष जनपद पंचायत सागर, जैसीनगर, राहतगढ़, खुरई, बीना, मालथौन, रहली, देवरी, केसली, बंडा, शाहगढ़, वन मण्डल अधिकारी उत्तर, दक्षिण, नौरादेही, जिला पंचायत सीईओ, आयुक्त नगर निगम, सीईओ स्मार्ट सिटी, अग्रणी जिला प्रबंधक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, प्रवर अधीक्षक डाक विभाग, जिला परियोजना, महाप्रबंधक म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण पीआईयू-1 व 2, संयुक्त संचालक पंचायत एवं सामाजिक न्याय, संयुक्त संचालक योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग, कार्यपालन यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, उपसंचालक कृषि, उद्यानिकी, पषु चिकित्सा सेवाएं, मत्स्य, अधीक्षण भू-अभिलेख, अधीक्षण यंत्री म.प्र. राज्य पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, सीएमएचओ, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक, डीईओ, जिला परियोजना समन्वयक जिला षिक्षा केन्द्र, जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास योजना, जिला महिला एवं सषक्तिकरण अधिकारी, खाद्य नियंत्रक, प्रभारी अधिकारी ईडिस्टिक परियोजना, प्रबंधक लोक सेवा गारंटी, सागर, जिला प्रबंधक, भारत संचार निगम लिमिटेड सागर, स्टेषन मास्टर पष्चिम मध्य रेल्वे, सागर, प्रोजेक्ट डायरेक्टर एलएचएआई, जिला खनिज अधिकारी, प्राचार्य औद्योगिक प्रषिक्षण संस्थान, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र सागर, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, पीआईयू, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, सेतु संभाग, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग क्रमांक-1 व 2, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा क्रमांक-1 व 2, महाप्रबंधक सड़क विकास प्राधिकरण, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एवं परियोजना अधिकारी मनरेगा, एसबीएम, आईएवाय, आईडब्ल्यूएमपी जिला पंचायत सागर शामिल हैं
कौन सी देवियों का समूह कैसे हम लोगों के शरीर की रक्षा करता है
कौन सी देवियों का समूह कैसे हम लोगों के शरीर की रक्षा करता है
(पं.शशिशेखर त्रिपाठी)
एबीपी गंगा
नई दिल्ली। नवरात्रि का पर्व रविवार से प्रारंभ हो रहा है। ये समय शक्ति भरने का है। पंडित शशिशेखर त्रिपाठी आपको दुर्गासप्तशती ग्रंथ से कवच यानी आप लोगों की सुरक्षा से जुड़े विषय के बारे में विस्तार से इस रिपोर्ट में बता रहे हैं। दुर्गा सप्तशती में इसमें भगवती की कृपा तो है ही, साथ ही गूढ़ रहस्य भी हैं। ये ग्रंथ कर्म, भक्ति और ज्ञान की त्रिविध मन्दाकिनी है। भगवती की उपासना से भक्तों को मनोवांक्षित फल की प्राप्ति होती है और निष्काम भक्त को परम दुर्लभ मोक्ष को पाकर कृतार्थ होते हैं।

भगवती का कौन-कौन सा स्वरूप हमारे शरीर में कहां-कहां रक्षा करता है?
मार्कण्डेय ऋषि ने ब्रह्मा जी से पूछा कि पितामह मुझे ऐसा कोई साधन बताइए, जिससे संसार के मनुष्यों की रक्षा हो। तब ब्रह्माजी ने कहा कि देवी का कवच संपूर्ण प्राणियों का उपकार करने वाला है।
देवी की नौ मूर्तियां हैं, जिन्हें 'नवदुर्गा' कहते हैं। उनके अलग-अलग नाम बतलाये जाते हैं।
प्रथमं शैलपुत्री च द्वितीयं ब्रह्मचारिणी। तृतीयं चन्द्रघण्टेति कूष्माण्डेति चतुर्थकम् ...पञ्चमं स्कन्दमातेति षष्ठं कात्यायनीति च । सप्तमं कालरात्रीति महागौरीति चाष्टमम्। नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः ।
यानि…
1. शैलपुत्री 2. ब्रह्मचारिणी 3. चंद्रघंटा 4.कूष्माण्डा 5.स्कंदमाता 6.कात्यायनी 7.कालरात्रि 8.महागौरी एवं 9.सिद्धिदात्री हैं।

अब जानते हैं कि कौन सी देवियों का समूह कैसे हम लोगों के शरीर की रक्षा करता है?
शत्रुओं पर विजय मां जगदम्बिके करती हैं। जिनको भी शत्रुओं से समस्या हो जगदम्बिके देवी से प्रार्थना करें। मां भगवती हर तरफ से हम लोगों को प्रोटेक्ट करती हैं।
पूर्व दिशा में ऐन्द्री (इन्द्रशक्ति) देवी रक्षा करती हैं
अग्निकोण में अग्निशक्ति देवी
दक्षिण दिशा में वाराही
नैर्ऋत्यकोण में खड्गधारिणी
पश्चिम दिशा में वारुणी
वायव्यकोण में मृगवाहिनी देवी
उत्तर दिशा में कौमारी
ईशान-कोण में शूलधारिणी देवी
ब्रह्माणि देवी ऊपर से रक्षा करती हैं
वैष्णवी देवी नीचे की ओर से रक्षा करती हैं
शव पर चलने वाली देवी चामुण्डादेवी दसों दिशाओं में रक्षा करती हैं
जया आगे से और विजया पीछे की ओर से रक्षा करती हैं
वामभाग में अजिता और दक्षिणभाग में अपराजिता देवी रक्षा करती हैं
कवच की महिमा अंगो….पर..
उद्योतिनी शिखा
उमा मस्तक
यशस्विनी देवी भौंहों का संरक्षण करें
भौंहों के मध्यभाग में त्रिनेत्रा
कानों में द्वारवासिनी रक्षा करे।
कालिका देवी गाल की
भगवती शांकरी कानों की रक्षा करें
जिह्वा में सरस्वती देवी रक्षा करें
दांतों की रक्षा कौमारी
गले की रक्षा चण्डिका।
महामाया तालु की रक्षा करें
दोनों भुजाओं की वज्रधारिणी रक्षा करें
शोकविनाशिनी देवी मनकी रक्षा करे।
ललितादेवी हृदय में
शूलधारिणी पेट की रक्षा करें
विन्ध्यवासिनी घुटनों की रक्षा करें
त्वचाकी वागीश्वरीदेवी रक्षा करें
पार्वती देवी रक्त, मज्जा, वसा, मांस, हड्डी की रक्षा करे
धर्मधारिणी-देवी बुद्धि की रक्षा करें
पिता ने खाया जहर,पत्नी और चार बच्चों को भी दिया, पिताऔर बेटी की मौत
पिता ने खाया जहर,पत्नी और चार बच्चों को भी दिया, पिताऔर बेटी की मौत
सागर । सागर जिले में एक दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसमे परिवार के मुखिया ने सभी सदस्यों को जहर दे दिया और खुद कहा लिया । इसमे पिता और पुती की मौत हो गई और पत्नी और तीन मानसूम बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे है ।घटना का कारण पारिवारिक और सम्बन्धो को लेकर बताया जा रहा है । पुलिस जांच में जुटी है ।
सागर जिले के सुरखी थाना क्षेत्र के देहार महका ग्राम निवासी सुखराम गौड़ ने अपनी पत्नी सुमन तीन मासूम बच्चियों सीता, रोशनी, अनुराधा एक मासूम बेटे शिवा को सल्फास की गोली देने के बाद स्वयं भी सल्फास की गोली खाली। जिसके चलते सुखराम की मौकेेे पर ही मौत हो गई तथा उसकी एक मासूम बच्ची सीता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
तीन मासूम बच्चोंं तथा सुखराम की पत्नीी का बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में गंभीर हालत में इलाज जारी है ।मृतक सुखराम के 4 बच्चे है। जिनमें 3 लड़कियां व 1 लड़का है। एक बच्ची गीता कक्षा 5वीं में अध्ययरत है।एक बच्ची अनुराधा कक्षा 8वीं में अध्ययरत है ।वहीं पुत्र शिवम कक्षा तीसरी का छात्र है। बच्चों और परिजनों के बताऐ अनुसार शुक्रवार की सुबह इनके पिता ने इन्हें चाय में कुछ मिलाकर पीने को दिया।
इस हादसे में परिजनों के अनुसार बीते दिनों मृतक अपनी ससुराल झाड़-फूंक हेतु गया हुआ था। जहां उसका साली से उसका विवाद हुआ ।जिस के चलते म्रतक ने इस घटना को अंजाम दिया है ।इस मामले में 50 हजार रुपये मांगे जाने की भी अफवाह है । फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच प्रारंभ कर दी है ।
इस मामले में एसपी अमित सांघी का कहना है कि इस घटना में पति सुखराम और एक बेटी की मौत हो गई। घटना की प्रथम द्रष्टया पारिवारिक विवाद है । वह अपनी साली के यहां घटना के पहले गया था । पूरे मामले की जांच की जा रही है ।