सागर जिले के 12, 24 एवं 30 वर्ष की सेवा करने वाले षिक्षकों के क्रमोन्नति आदेश जारी
सागर ।सागर जिले में सहायक शिक्षको के 12 साल पूर्ण करने पर वरिष्ठ 24 साल पूर्ण करने पर क्रमोन्नति एवं 30 साल पूर्ण करने पर तृतीय क्रमोन्नति वेतनमान प्राप्त करने वाले लोकसेवकों की सूची जारी कर दी गई है। डीईओ महेन्द्र प्रताप तिवारी ने बताया कि 12 साल पूर्ण करने पर वरिष्ठ वेतनमान वाले सहायक षिक्षक 6, षिक्षक 8, 24 साल पूर्ण करने वाले द्वितीय क्रमोन्नति वाले सहायक षिक्षक 122 एवं षिक्षक 22 एवं 30 साल पूर्ण करने पर तृतीय क्रमोन्नति वेतनमान प्राप्त करने वाले सहायक षिक्षक 83 एवं षिक्षक 30 को इसका लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि उक्त लाभ 273 षिक्षक व सहायक षिक्षकों को प्राप्त होगा।
गरबा नाईट के माध्यम से पॉलिथिन मुक्त सागर की पहल
गरबा नाईट के माध्यम से पॉलिथिन मुक्त सागर की पहल
सागर। ड्रीम्स इवेंटस, दैनिक भास्कर, रामसरोज पैलेस, के संयुक्त तत्वधान में गरबा नाईट 2019 के प्रशिक्षणकार्यशाला में युवाओं ने सुर-ताल के साथ कदम थिरकाते एवं स्वच्छता गीत गाकर पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने कासंकल्प लिया।
कार्यक्रम में निगमायुक्त आर.पी. अहिरवार एवं जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश मोनी केशरवानी अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
निगमायुक्त ने द्वारा स्वच्छ भारत मिशन पॉलिथिन मुक्त अभियान में हिस्सा लेने और एक स्वच्छ भारत के निर्माण में ड्रीम्स इवेंटस, दैनिक भास्कर, रामसरोज पैलेस के योगदान देने के लिए किए जाने वाले प्रयत्नों की सराहना
करते हुए कहा आज के दौर में धरती को सबसे बड़ा खतरा इसके बाशिंदों से ही है, और अगर हम समय रहतेनहीं चेते, तो वह दिन दूर नहीं कि इन्सानी सभ्यता तबाही के कगार पर पहुंच जाएगी. स्वच्छ भारत संगठन अपने
गठन के समय से ही समाज के बेहतर निर्माण की दिशा में अग्रसर है।जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश मोनी केशरवानी ने कहा लोगों में जागरूकता लाना, लोगों को अपने से
जोड़ना और बुनियादी स्तर पर ही शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से ऐसा माहौल बनाना हमारा मकसद है,जिससे एक नए भारत और अंततः समूची दुनिया का भला हो सके। पॉलिथीन जहां हमारे पर्यावरण के लिए घातक
हैं, वहीं हमारे स्वास्थ्य पर भी इनका बुरा असर पड़ता है. आलम यह है कि कम पढ़े-लिखे लोगों को तो छोड़िए,आज का पढ़ा-लिखा इनसान भी सब कुछ जानते हुए भी पॉलिथीन की थैलियों के प्रयोग से गुरेज नहीं करता है।
रामसरोज समूह के संचालक शैलेष केशरवानी ने बताया कि पॉलिथीन पेट्रो-केमिकल से बना होता है, जो पर्यावरणसे लेकर हम इन्सान और मवेशियों सभी के लिए बहुत नुकसानदायक है. पॉलिथीन हमारे स्वास्थ्य के लिए भी
बहुत खतरनाक है. पॉलिथीन का प्रयोग सांस और स्किन संबंधी रोगों तथा कैंसर का खतरा बढ़ाता है.
महेशकांत शर्मा ने बताया की पॉलिथीन की थैलियां जहां हमारी मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को नष्ट कर इसेजहरीला बना रही हैं, वहीं मिट्टी में इनके दबे रहने के कारण मिट्टी की पानी सोखने की क्षमता भी कम होती जा
रही है, जिससे भूजल के स्तर पर असर पड़ा है।
शैलेष नामदेव ने तर्क देते हुये कहा कि पॉलिथीन की थैलियों की जगह कपड़े या जूट की थैलियां इस्तेमाल मेंलाएं. स्थानीय प्रशासन भी पॉलिथीन के उपयोग पर रोक लगाएं और इसका कड़ाई से पालन करें. पॉलिथीन देने
वालों और लेने वालों दोनों पर जुर्माना किया जाए, जैसा कि कुछ राज्यों में किया भी जा रहा है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. आलोक चौबे (डिविजनल हेड स्वच्छ भारत मिशन) अतिथि मीना केशरवानी, नीलूकेशरवानी, प्रीति केशरवानी, श्रीकांत त्रिपाठी, उदय गौतम, योगेश नामदेव, गरबा ट्रेनर अनुराग सोनी, भूमि
विश्वकर्मा, क्रू मेम्बर अमित सोनी, राहुल चौबे, रोहित चौबे, सुभाष जैन, श्रेयांश जैन, संदर्भ चौरसिया, रोहित शुक्ला ,अंकित गुप्ता, अर्पित पटेल, शुभम जैन एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
Sit-In : ड्रेजिंग मशीन से तालाब सफाई की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना
सागर।. पिछले करीब 1 माह से सागर शहर के सामने एक बड़ा सवाल है कि सागर का तालाब किस विधि से साफ हो I क्या वह ड्राई डिसिल्टिंग पोकलेन ,जेसीबी डंपर इत्यादि के द्वारा हो या फिर ड्रेजिंग मशीनों के द्वारा हो। शहर के ज्यादातर लोगों का मानना है कि इतने बड़े तालाब की सफाई ड्रैजिंग मशीन के बिना संभव नहीं है । ड्रैजिंग मशीन से तालाब सफाई की मांग को लेकर सागर तालाब के ही सामने एक दिवसीय शांतिपूर्ण धरना दिया गया। धरने को सागर के सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर कर समर्थन दिया। वही सोशल मीडिया पर भी लगातार उन्हें सागर के लोगों का समर्थन मिलता रहा। धरना स्थल पर आए लोगों ने कहा की तालाब सागर की जन भावनाओं का केंद्र है और स्मार्ट सिटी के लोग सागर के लोगों को को अंधेरे में रखकर मनमानी कर रहे हैं ।पिछले 20 सालों में शहर ने देखा है कि पोकलेन जेसीबी और डंपर से सागर का तालाब साफ नहीं हुआ वही नई विधि के लिए अधिकारी स्वस्थ चर्चा नहीं करना चाहते । ऐसे में पूरा शहर आंदोलित है और ड्रेजिंग मशीन से सागर तालाब की सफाई की मांग कर रहा है। धरना स्थल पर नायब तहसीलदार ने पहुंचकर अनशन कर रहे राघवेंद्र खरे से ज्ञापन भी लिया ।
आंदोलन को समर्थन देने वालों में अभिषेक गौतम ,सुनील केशरवानी, अतुल मिश्रा, निखिल चौकसे, जतिन चौकसे, पप्पू तिवारी, संतोष विश्वकर्मा, मोहम्मद तारिक ,अनिल राय ,बृजेंद्र रजक, अशोक रजक, ऋषि रावत, जितेंद्र पुजारी, उमेश चौबे, प्रियंक तिवारी, गौरी शंकर चढ़ार, संतोष शुक्ला, प्रियंक तिवारी, अभिषेक साहू, अरमान खान, मनीष सोनी, पंकज आठया, अभिषेक यादव, अनिल तिवारी ,दीपक स्वामी, राहुल समेले ,अब्दुल जावेद कुलदीप बाथरी, राजनाथ कटारे, योगेंद्र ठाकुर, रत्नेश मिश्रा ,रमेश मिश्रा ,कार्तिकेय रोहन ,रोहित तिवारी, धनंजय, धर्णेद्र जैन , आशुतोष, मोहसिन खान डॉक्टर कमलदीप बाथरे विश्वनाथ सोनी अखिल राय बृजेंद्र रजक संतोष शुक्ला गौरीशंकर चढ़ार सहित बड़ी संख्या में लोगों ने समर्थन दिया वही कुछ युवाओं ने जल्दी ही बड़े आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की है
"No Abuse Day" : जागरूकता रैली को मिला समर्थन
"नो एब्यूज डे" । जागरूकता रैली को मिला जमकर समर्थन
सागर । वैचारिक स्वच्छता अभियान के तहत मा बहिन बेटी की गाली देने से रोकने के उद्देश्य से अनेक संगठनों ने एक जागरूकता रैली निकाली इस अभियान को व्यापक समर्थन मिला। सागर के जिला शिक्षा अधिकारी ने भी एक आदेश निकालकर सभी स्कूलो में इसका जागरूकता सम्बन्धी सन्देश भेजा।
सागर में म्यूनिसिपल स्कूल में वी क्लब सागर गोल्ड वी डिस्टिक्ट 323जी 2 के नेतृत्व में रैली प्रारंभ हुई। करीब 80 संस्थाओं के पदाधिकारीयों ने पूर्व से ही इस अभियान को खुला समर्थन दिया था। वी क्लब की डॉ वंदना गुप्ता ने बताया कि राज्यपाल लालजी टंडन को भी इसी संदर्भ में एक पत्र भेजा गया। दूसरे राज्यो बिहार, छत्तीसगढ,महाराश्ट,पं.बंगाल,अंडमान निकोवार,जम्मू,उत्तरप्रदेष,उत्राखंड,तमिलनाडू,एवं केरल में इस मुहिम को तेजी से आगे बढ़ाया है। इस रैली में वी क्लब की प्रांतीय सचिव नम्रता फुसकेले,मीना केषरवानी,आषा आड़तिया,नंदनी चैधरी, जागृति केषरवानी,संध्या केषरवानी, ज्योती गुप्ता, ववीता केषरवानी,दिगम्बर जैन महिला परिषद की सकुंतला जैन,दीप्ती चंदेरिया,अलका जैन,उशा वर्मन,आई.एम.ए.अध्यक्ष डाॅ.नीनागिडयन,ब्रम्हाकुमारी,आश्रम से वी.के.छाया,वी.के.लक्ष्मी,सरस्वती षिषु मंदिर से बषंत यादव,ज्ञानी प्रसाद दुबे,सुरेन्द्र दुबे,नरेष केषरवानी, महेषयोगी तिवारी,पतंजली से जयंती सिंह लोधी,मां संतोशी वेलफेयर सोसायटी से अंकित आठिया,वैषाली तिवारी,षिषुरोग विषेशज्ञ संघ डाॅ.मोना केषरवानी,डाॅ.मनीश केषरवानी, एल.आई.सी.से षैलेन्द्र सिंघई, प्रिती भाईजी,स्त्री एवं प्रषुति रोग विषेशज्ञ संघ सचिव डाॅ.स्वाती रेजा, केषरवानी समाज तरूण सभा अध्यक्ष श्री विकाष केषरवानी,बलवंत प्रजापति एम.आर.यूनीयन से महेन्द्र राय,णीतू कोरी, चांदनी सूर्यवंषी आदि शामिल हुई । इस मौके पर नगर शेलेन्द्र जैन, मेयर अभय दरे,भाजपा जिला अध्यक्ष प्रभूदयाल पटैल, सुधीर यादव, षैलेष केषरवानी,विक्रम सोनी, नितिन सोनी,के साथ अनेक गणमान्य नागरिकों ने इस जागृति का संकल्प लिया।
Sit-In : बुंदेलखंड अब क्षेत्रीय अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगा :रघु ठाकुर
दिल्ली। बुन्देलखण्ड सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा द्वारा जंतर मंतर नई दिल्ली पर बुंदेलखंड को न्याय चाहिए,रेल खेत को पानी और शिक्षा चाहिए के नारों के साथ दो दिवसीय धरना प्रारंभ हुआ ।धरने में सैकड़ों की संख्या में समूचे बुंदेलखंड से लोगों ने हिस्सेदारी की जिसमें सागर, टीकमगढ़,दमोह,कटनी,छतरपुर,दतिया, ललितपुर,भिंड,ग्वालियर,चंबल संभाग आदि से लोगों ने गगनभेदी नारों के साथ धरना आरंभ किया ।
धरने को संबोधित करते हुए सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा के संरक्षक और समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा कि आज यहां पहुंचे लोग आक्रोशित हैं और क्षेत्रीय न्याय को लेकर केंद्र की सरकार से अपना अधिकार व हक़ मांगने आए हैं।आज बुंदेलखंड की आबादी के अनुपात में रेल लाइन है के साथ सिंचाई सुविधाएं,शिक्षा और पर्यटन की भागीदारी चाहिए। आज पूरा बुंदेलखंड विकास की दौड़ में पीछे ढकेल दिया गया है,बुंदेलखंड का हर नागरिक आक्रोशित है ।अब यह लड़ाई जमीन पर लड़ी जा रही है और तब तक लड़ी जाती रहेगी जब तक केन्द्रीय सरकार इस असमानता के भेदभाव को मिटा नहीं देती। उन्होंने कहा कि आज क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की आवाज संसद में दवाई जा रही है,अनसुना किया जा रहा है और बुंदेलखंड की आवाज को दबाने का प्रयास हो रहा है जिसे जनता अब कतई बर्दाश्त नहीं करेगी ।
समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा कि हम लगातार 10 वर्ष से अधिक समय से जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं और बुंदेलखंड की लड़ाई को लड़ रहे हैं बुंदेलखंड क्षेत्र में आवागमन एवं विकास की जरूरत के लिए रेल लाइनों के विस्तार हेतु जिनका सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है। सभी रेल लाइनें बिछाई जानी चाहिए साथ ही सरकार ने किसानों की
जो जमीनें कारखानों के लिए अधिग्रहण की हैं जिनमें कटनी की डोकरिया बुजुबुजा सरकार को वापस करनी चाहिए। उन्होंने बुंदेलखंड की महान प्रतिभाओं में सागर विश्वविद्यालय के संस्थापक और महान शिक्षाविद डॉ हरिसिंह गौर एवं हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने की मांग की।
राज्यसभा के सांसद संजय सिंह ने "बुंदेलखंड गौरव है, इस देश की धरोहर है"
के नारे के साथ धरने का आगाज किया और कहा कि बुंदेलखंड का आजादी के आंदोलन में महान योगदान रहा है इतनी कुर्बानियों के बदले आज सरकार ने इस अंचल की उपेक्षा की है जो अब बर्दाश्त नहीं होगी उन्होंने बुंदेलखंड के लोगों से कहा कि संसद में मैं आपकी आवाज उठाता रहा हूं और आगे भी उठाता रहूंगा उन्होंने बुंदेलखंड के लोगों से कहा कि आप जाकर बुंदेलखंड सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा के आंदोलन को फैलाएं,हम सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे और अपना हक हम लेकर रहेंगे उन्होंने कहा रघु भाई का आदेश होगा मेरा पैर बुंदेलखंड में अंगद की तरह खड़ा मिलेगा। कटनी से आए संघर्षशील साथी बिंदेश्वरी पटेल ने कहा कि आज हमारे जिले का किसान लाचार मजबूर है हमारी भूमि सरकार ने झूठ बोलकर हमसे छीनने का कार्य किया है इसे मय हर्जाने के साथ वापस लेने आए हैं हम अपना अधिकार मांगते नहीं किसी से भीख मांगते के नारे लगाए ।
लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामसुंदर यादव ने कहा कि भिण्ड,बाँदा,महोबा रेल लाइन जो पूर्व से मंजूर है उसका कार्य शीघ्र शुरू हो ललितपुर जनपद से आए किसान नेता राघवेंद्र सिंह ने कहा हम सदैव लड़ते रहे हैं और लड़ते रहेंगे उन्होंने मेजर ध्यानचंद एवं डॉ हरिसिंह गौर को भारत रत्न देने की मांग जंतर मंतर से उठाई। उत्तर प्रदेश मोर्चा के संयोजक श्भूपेंद्र ने कहा कि बुंदेलखंड की जनता में बेचैनी है और जनता का विश्वास सरकार के साथ ही जनप्रतिनिधियों से भी उठ रहा है उन्होंने पर्यटन परिक्रमा पथ बनाने की मांग उठाई । धरने पर बैठे पूर्व विधायक सुनील जैन ने कहा कि बुन्देलखण्ड अंचल की समस्याओं को हल करने संघर्ष जारी रहेगा।
धरने की अध्यक्षता आचरण की प्रधान संपादक श्रीमती निधि जैन ने की। कार्यक्रम का संचालन बुंदेलखंड के ह्रदय स्थल सागर से पधारे भाई रामकुमार पचौरी ने किया धरने को शंभू दयाल बघेल निसार कुरैशी अमन खान शिवराज सिंह रामचरण सराठे अविनाश चौबे प्रदीप पटेल दमोह, राम शंकर पुरोहित विनोद तिवारी प्रशांत ठाकुर अतुल तोमर रिजवान खान दिल्ली सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट एसएस नेहरा आदि ने संबोधित किया।
विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत तीन दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित
सागर । शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत तीन दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा एवं महाविद्यालय के विषय में जानकारी देना है। उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर श्रीमती प्रभा श्रीवास्तव ने कहा कि स्नातक अवधि छात्र जीवन का स्वर्णिम काल होती है क्योंकि इसी अवधि में भविष्य की नींव गढ़ी जाती है। विद्यार्थी को सफल होने के लिए दो प्रकार से अध्ययन करना होता है, एक स्नातक स्तर का अध्यापन तथा दूसरा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी। स्नातक की अंकसूची उसे प्रतियोगी परीक्षाओं की पात्रता दिलाती है तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की सफलता उसे रोजगार दिलाती है।
उन्होंने बताया कि हमेशा अपडेट रहें समय का मूल्य जाने तथा अध्यापन की दिशा को सही रास्ते पर ले जाए सफलता आपके कदम चूमेगी। आपने कहा कि पोषण आहार विद्यार्थी जीवन में महत्वपूर्ण है। अतः उसे भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें। डॉ. जी. एस. रोहित अतिरिक्त संचालक एवं प्राचार्य ने कहा कि विद्यार्थी में सबसे महत्वपूर्ण है अनुशासन जो महाविद्यालय परिवार आपसे इसकी अपेक्षा भी रखता है इस कार्यक्रम को आयोजित करने का मूल उद्देश्य यह है कि नो योवर कॉलेज (ज्ञल्ब्) आपके शिक्षक कौन हैं, आपका विभाग कहॉ है तथा महाविद्यालय का कार्यालय कहॉ है इसकी जानकारी आपको होना चाहिए।
जिला परियोजना अधिकारी महिला बाल विकास विभाग ने पोषण आहार के विषय में बताया जो भोजन केवल पेट भरे और पोषक तत्वों से अछूता हो उससे हमें बचना चाहिए। आपका वजन आपकी ऊंचाई के अनुसार होना चाहिए और अगर ऐसा नहीं है तो आप भी पोषक तत्वों की कमी से जूझ रहे हैं। पोषण आहार पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्र शिवराज लोधी ने प्रथम, अजय सिंह यादव ने द्वितीय तथा शोफाली राजपूत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अतिथिओं द्वारा पुरस्कार स्वरूप मोमेंन्टों एवं प्रमाण-पत्र दिये गये।
महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, अतिथि विद्वानों ने अपना-अपना परिचय मंच पर दिया जिसमें अपने विभाग, विषय तथा कक्षाओं की समय-सारणी का उल्लेख किया। आज के कार्यक्रम में डॉ. संजीव दुबे ने राज्य शासन की विभिन्न योजनाऐं एवं विभिन्न छात्रवृत्तियों के विषय में बताया। कार्यक्रम के दूसरे दिन विश्वबैंक द्वारा पोषित एवं संचालित गुणवत्ता उन्नयन की गतिविधियॉ, युवा उत्सव तथा विवेकानंद कॉरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ट के विषय में बताया गया।
डॉ. इमराना सिद्धीकी ने रैमेडियल कक्षाएं, स्टूडेन्ट ट्रेकिंग एवं संतुष्टी सर्वेक्षण के विषय में जानकारी दी। कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. अमर कुमार जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने अगस्त माह में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी भोपाल में यूजीसी चेयरमैन की अध्यक्षता में आयोजित किया था प्रशिक्षण उपरांत इस कार्यक्रम को महाविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में इन प्राध्यापकों ने मुख्यतः अपना परिचय दिया डॉ. गोपा जैन, डॉ. प्रवीण शर्मा, डॉ. मधुस्थापक, डॉ. नीरज दुबे, डॉ. विनय शर्मा, डॉ. सरोज गुप्ता, डॉ. रंजना मिश्रा, डॉ. नीलिमेश वर्मा, डॉ. सुभाष हर्डीकर, डॉ. उमाकान्त स्वर्णकार, डॉ. संदीप सबलोक, डॉ. अशोक पन्या, डॉ. भरत कुमार शुक्ला, डॉ. सत्या सोनी, डॉ. संतोष उपाध्याय, डॉ. अर्चना यादव, डॉ. स्वदीप श्रीवास्तव, डॉ. अंकुर गौतम, डॉ. शिखा चौबे शिवांगी केजरीबाल सहित लगभग 500 विद्याथिर्यो ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमर कुमार जैन तथा आभार डॉ. इमराना सिद्दीकी ने माना।
Encroachement : जल स्त्रोतों पर अतिक्रमण अब माना जाएगा अपराध, ,सख्ती से हटेगा - मुख्यमंत्री
भोपाल ।मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश के नदियों, तालाबों तथा अन्य जल स्त्रोतों पर सभी अतिक्रमण को सख्ती से हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल स्त्रोतों पर अतिक्रमण को अपराध माना जाएगा। मुख्यमंत्री आज मंत्रालय में "पानी का अधिकार" एक्ट के लिए बनी जल विशेषज्ञों की समिति के सदस्यों के साथ चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने समिति से कहा कि "पानी का अधिकार" एक्ट का प्रारूप शीघ्र बनाया जाए ताकि इसे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सके। बैठक में विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष डॉ. मिहिर शाह और सह अध्यक्ष मेगसेसे पुरस्कार प्राप्त श्री राजेन्द्र सिंह उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी पर आम नागरिकों का अधिकार है इसलिए उस पर अतिक्रमण कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। श्री नाथ ने कहा कि सभी अतिक्रमणों को सख्ती से हटाया जाए और जो भी पानी के स्त्रोतों पर अतिक्रमण करेगा उसे अपराध माना जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संरचनाओं के स्थान पर छोटी जल संरचनाओं को बनाना चाहिए। इससे हम लोगों को अपनी पुरखों की जमीन, जायदाद और उनके अपने गाँव से बेदखल होने से बचा सकेंगे। श्री नाथ ने कहा कि साइबेरिया के यात्रा के दौरान उन्होंने देखा कि पूरे साइबेरिया में बड़े पैमाने पर खेती होती है लेकिन उसकी सिंचाई के लिए कोई बांध नहीं बनाए गए बल्कि वहां तालाबों और छोटी-छोटी जल संरचनाओं के जरिए लोग सिंचाई करते हैं। हमें भी अपने यहां इस तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे अनावश्यक विवादों से हम बच सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी पर सबसे पहला अधिकार नागरिकों का है इसलिए हमें समुदाय को पानी के प्रबंधन और उसके उपयोग का अधिकार देना चाहिए। उन्होंने पानी की बर्बादी रोकने और उसके संरक्षण पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि जल संरचनाएं बनाते समय हमें ग्रामीणों के भी सुझाव लेने चाहिए क्योंकि उन्हें इसकी अधिक जानकारी होने के साथ अनुभव भी होता है।
बैठक में जल विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष डॉ. मिहिर शाह और सह-अध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह ने पानी का अधिकार एक्ट के संबंध में अपने विचारों और सुझावों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्रीमती गौरी सिंह, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री संजय शुक्ला और विशेषज्ञ समिति के सदस्य डॉ. हिमांशु कुलकर्णी, श्री पी.एस. विजय शंकर, श्री सचिन ओझा, श्री लिबी जॉनसन, डॉ. फिलिप कुलेट, डॉ. सुंदर राजन कृष्णनन, श्री जितेन्द्र अग्रवाल, डॉ. आर.के. नेमा और डॉ. डी.के. पहलवान उपस्थित थे।