सागर । स्वच्छ भारत अभियान की सफलता तभी होंगी जब वैचारिक स्वच्छता भी हो । अर्थात मा बहिन बेटी की गाली देना भी घटिया मानसिकता का परिचायक है । गालिया बकने की बलात्कारी मानसिकता से निपटने 17 सितम्बर को नो एब्यूज़ डे मनाया जाएगा। जिसमे गाली नही देने की शपथ दिलाई जाएगी । इसमे कई संगठन शामिल है ।
स्वच्छ भारत मिशन केंट बोर्ड की ब्रांड एम्बेसेडर और द एशोशियेशन आफ वी क्लब की डॉ वंदना गुप्ता ने आज मीडिया से चर्चा में यह बात कही।
डॉ गुप्ता के अनुसार महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों से रिश्ते तार तार हुए है ।आपराधिक मामलों को बढाने में मा बहिन की गाली देना भी एक बड़ी बजह रहती है । इसलिए हम लोगो ने महसूस किया कि लोग गाली देने से बचे । बिना बजह भी आपसी चर्चाओ में गालिया बकने की आदत है । यह घटिया सोच का परिणाम है ।हमें इसके लिए "वैचारिक स्वच्छताअभियान" भी चलाना होगा।तभी स्वच्छ भारत मिशन सही मायने में पूरा हो पायेगा।समाज में हमने एक राष्ट्रव्यापी जन जाग्रति अभियान शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि सभी शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों में एक निर्देश भेजा जाये कि प्रार्थना सभा के तुरत बाद प्रतिदिन करने सभी बच्चों को शपथ दिलाये कि "हमसंकल्प लेते है कि अपनी माँ-बहन-बेटी के सम्मान में आज से कभी भी मा-बहन-बेटी की भाली किसी को नहीं दे । भारतीय संविधान के तहत यहएकदंडनीय अपराध है।तो यह इस अभियान के लिए बड़ा संदेश जाएगा। इस दिशा में प्रयास किये जा रहे है ।इसके साथ ही घर पर भी बच्चों के माध्यम से सदेश जायेगा । यह बिना किसी के खर्चे के राष्ट्र को संवारने के लिए एक लाभकारी ज्ञय होगा। उन्होंने बताया कि
सागर में सरस्वती शिशु मदिर, स्कूल के माध्यम से 3 सितम्बर से यह अभियान शुरू कर दिया गया है । आगामी 17सितम्बर को हम लोगों ने नो एब्यूज डे मनाने का निर्णय लिया है । जिसमे लोगो को जागरूक करने रैली निकाली जाएगी। इसमे 80 से अधिक संगठनों का समर्थन हैं।
इस मौके पर वी क्लब की नंदनी चौधरी, मीना केशरवानी,आशा आढ़तिया,नम्रता फुसकेले,पतंजलि संस्था की जयंती सिंह लोधी और लेखिका संघ की सुनीला सराफ मौजूद थी।