साग़र झील: कार्यो की जांच के लिए कलेक्टर ने की कमेटी गठित, पूर्व सीएम कमलनाथ और भाजपा विधायक शेलेन्द्र जैन आदि ने जताई है कामो को लेकर आपत्ति
साग़र। ऐतिहासिक लाखा बजारा झील के पुनरुद्धार का काम साग़र स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा करा या जा रहा है। अरबो रुपये के हल रहे कार्यो में देरी , गुणवत्ता और तरीको को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर आमजनों की चिंताएं बढ़ गई है। झील प्रोजेक्ट विवादों में घिर गया है। नगरीय प्रशासन मन्त्री भूपेंद्र सिंह ने भी काम मे तेजी लाने के समय समय पर निर्देश दिए। लेकिन काम तेजी से आगे नही बढ़ सका। दर्जनो समीक्षा बैठक और निरीक्षण होते रहे लेकिन कार्य अधूरे पड़े है। इस कारण जनप्रतिनिधियों में भी असंतोष बढा है।
पिछले दिनों पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र कामो में हो रही गड़बड़ियों और डिसिल्टिंग को लेकर लिखा। हाल ही में भाजपा विधायक शेलेन्द्र जैन ने अभी तक हुए कामो का सोसल आडिट करने की मांग की । विधायक के मूताबिक काम मे देरी तो हो ही रही है। वही बैठकों में जो जानकारी दी गई , मौके पर हालात कुछ और दिख रहे है। वही मीडिया ने लगातार कमियों को गिनाना शुरू किया। इसको लेकर कलेक्टर ने एक जांच कमेटी बनाई है। जो 30 मई तक अपनी रिपोर्ट देगी। उधर पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी ने आज गठित की गई कमेटी पर पक्षपात का आरोप भी लगाया है।
कलेक्टर ने बनाई जांच कमेटी
कलेक्टर दीपक सिंह ने आज एक आदेश जारी किया। जिसके मूताबिक सागर स्मार्ट सिटी के द्वारा लाखा बंजारा झील के किए जा रहे पुनरुद्धार कार्य के संबंध
में विभिन्न समाचर-पत्रों के माध्यम से शिकायतें प्राप्त हो रही है। उक्त शिकायतों की जांच हेतु निम्नानुसार जांच समिति गठित की जाती है
1 .श्री भीम सिंह मोहनिया, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग सागर
2 .श्री विजय दुबे कार्यपालन यंत्री नगर निगम सागर
3 . श्री पुष्पेन्द्र सिंह प्रोजेक्ट मैनेज़र जल संसाधन विभाग पीएमयू बीना
4. श्री कमल नरें संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा संभाग सागर
उक्त समिति लाखा बंजार पुनरुद्धार के संबंध निम्न बिन्दुओं पर जांच कर जांच
प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे :
1 . कार्य की वर्तमान भौतिक स्थिति एवं वित्तीय प्रगति
2. टेन्डर की स्वीकृति एवं अनुबंध के अनुसार कार्य का आंकलन
3. कार्य की गुणवत्ता एवं समयावधि में कार्य सम्पादन प्रतिवेदन
4. कार्य की गुणवत्ता एवं कार्य समयावधि में पूर्ण करने के लिए सुझाव ।
यह समिति दिनांक 30-05-2021 तक जांच सम्पादित करें। यदि जांच में कोई
अनियमितता पाई जाती है तो उसके संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। दिनांक 31-05-2021 तक वस्तुस्थिति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने लिखा पत्र
साग़र झील प्रोजेक्ट में हो रही गड़बड़ियों को लेकर पूर्व सीएम कमल नाथ ने चिंता जताते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की।
उन्होंने पत्र में लिखा कि प्रदेश के जिला सागर मुख्यालय स्थित तालाब, जिसे लाखा वंजारा झील भी कहा जाता है ,की साफ-सफाई एवं सौंदर्याकरण के कार्य हेतु स्वीकृति प्रदान की गई थी। यह कार्य सागर स्मार्ट सिटी के माध्यम से सम्मान कराया जा रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं समाचार पत्रों के माध्यम से यह ज्ञात हुआ है कि क्षेत्र के कतिपय प्रभावशाली व्यक्तियों के प्रभाव के कारण उक्त कार्य में अनियमिततायें की जा रही है। तालाव के डीसिल्टिंग कार्य में हो रही अनियमितताओं के सम्बंध में स्थानीय समाचार पत्रों में अनेक समाचार भी प्रकाशित हुए हैं,। जिनमें कार्य करने वाली ऐजेंसी की भूमिका एवं कार्य प्रणाली पर अनेक प्रश्न उठाये गये है, परन्तु स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं की गई है। जनहित में उक्त अनियमितता की निष्पक्ष जांच की
जाना अत्यंत आवश्यक है। आमजन का
सागर मुख्यालय पर स्थित इस तालाब से शहर के आत्मिक लगाव है एवं इसके कायाकल्प को लेकर सम्पूर्ण शहर प्रतीक्षारत है। ऐसे महती कार्य में अनियमितता होना अत्यंत चितनीय है।
मेरा आपसे अनुरोध है कि इस सम्बंध में शासन स्तर से उच्च स्तरीय समिति अविलम्ब गठित की जाकर वर्षाकाल के पूर्व जांच करवाई जाये अन्यथा की स्थिति में भौतिक स्थिति में परिवर्तन हो जायेगा और निम जांच सम्भव नहीं हो सकेगी । कृपया इस हेतु समुचित आदेश जारी कर जांच करवाने का कष्ट करें।
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विधायक शैलेन्द्र जैन ने झील प्रोजेक्ट के सोशल आडिट की मांग की!
उधर विधायक शैलेंद्र जैन ने सागर की लाखा बंजारा झील में चल रहे गहरीकरण और सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट के कामकाज पर चिंता व्यक्त करते हुए अब तक हुए कार्य की बिंदुवार जानकारी आमजनता के समक्ष रखे जाने की मांग की है। विधायक जैन ने कहा है कि प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ ने इस विषय उठाया है एवं कुछ शंकाएं व्यक्त की है इसका त्वरित निराकरण किया जाना चाहिए। लाखा बंजारा झील सागर की आस्था और श्रद्धा का विषय है, इसलिए इस विषय पर आम जन को समस्त तथ्यो की जानकारी देना उचित होगा। विधायक शैलेंद्र जैन ने कहा है कि सागर झील में चल रहे प्रोजेक्ट के लगातार निरीक्षण, अवलोकन व बैठकों के दौरान उन्होंने लगातार कार्य की मंथर गति पर चिंता व्यक्त करते हुए और व्यापक मशीनरी व श्रमशक्ति के साथ निर्धारित अवधि के पूर्व काम किए जाने को लेकर निर्देशित किया था। यह लगातार देखा जा रहा है कि कार्य कर रही एजेंसी द्वारा उन्हें कार्य की वस्तुस्थिति के संबंध में भ्रामक जानकारी दी जा रही है। विधायक ने कहा कि कार्य कर रही कंपनी एवं संबंधित अधिकारी सागर की आमजनता के सामने झील प्रोजेक्ट से संबंधित सभी तथ्यों को रखें ताकि कार्य का सोशल आडिट हो सके। कंपनी को किन बिंदुओं व शर्तों पर कार्य सौंपा गया था। कंपनी अब तक कितना कार्य कर चुकी है और उसका भुगतान किस आधार पर कंपनी को किया जा रहा है यह सारी जानकारी तत्काल सार्वजनिक की जाना आवश्यक है।
पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी ने जांच हेतु गठित कमेटी पर ली आपत्ति
कलेक्टर श्री दीपक सिंह द्वारा लाखा बंजारा झील ( सागर ) तालाब के किये जा रहे पुनरुद्धार कार्य की जाँच हेतु गठित की गई चार सदस्यीय जाँच कमेटी पर सवाल के निशान लगाते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री सुरेन्द्र चौधरी ने आपत्ति ली है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर सागर द्वारा गठित जांच कमेटी में ऐसे अधिकारियों को शामिल किया गया है जो पूर्व से ही घोटालों में दोषी पाए गए हैं जिनके जांच कमेटी में शामिल रहते जांच को निष्पक्ष नहीं कहा जा सकता है।कांग्रेस पार्टी जांच कमेटी में दागियों को किसी भी सूरत में कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी और इस जांच कमेटी का हर स्तर पर विरोध करेगी।
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