फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र निरस्त : पुलिस कार्रवाई के लिए नगर निगम सागर ने पुलिस को भेजा पत्र

फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र निरस्त : पुलिस कार्रवाई के लिए नगर निगम सागर ने पुलिस को भेजा पत्र


तीनबत्ती न्यूज : 23 नवंबर, 2024

सागर:  फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाए जाने के मामले में नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री के निर्देशानुसार नगर निगम जन्म मृत्यु शाखा में कपटपूर्ण तरीके से बनवाए गए कपिल कुमार चढार का  मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने के बाद जांच उपरांत उसे निरस्त कर दिया गया है। इसके साथ ही गलत तरीके से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध जांच कर एफ आई आर दर्ज करने पुलिस थाना गोपालगंज को पत्र भेजा गया है।

जन्म मृत्यु शाखा प्रभारी श्री राजेश सिंह राजपूत ने बताया कि  जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1969 एवं म.प्र. जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रीकरण नियम 1999 की धारा-8(2),(3),(4) अनुसार किसी भी घर में हुए, जन्म या मृत्यु यथास्थिति घर या गृहस्थी का मुखिया या उसकी अनुपस्थिति में घर में मौजूद घर के मुखिया का निकटतम नातेदार रजिस्ट्रार से जन्म या मृत्यु के उद्धरण रजिस्ट्रार को फार्म क्रमांक-1 एवं फार्म क्रमांक-8 में 30 दिन के भीतर देगा। तदोपरांत रजिस्ट्रार फार्म नं-6 (मृत्यु प्रमाण पत्र) जारी कर देगा। 
म.प्र. जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1999 की धारा 11 (1) यदि रजिस्ट्रार को रिपोर्ट की जाती है कि रजिस्टर में कोई लिपिकीय अथवा औपचारिक त्रुटि की गई है तो रजिस्ट्रार मामले की जॉच करेंगा तथा यदि उसका इस बात से समाधान हो जाए कि ऐसी त्रृटि की गई है तो वह धारा-15 में उपबंधित किए गए नियमानुसार प्रविष्टि को रद्द करेगा। अतः उक्त नियमों के आधार पर कपिल कुमार चढ़ार निवासी- शुक्रवारी वार्ड सागर का मृत्यु प्रमाण पत्र निरस्त किया गया एवं जिन लोगों के द्वारा कपटपूर्ण तरीके से प्रमाण पत्र बनवाया गया उनके विरूद्ध थाना प्रभारी गोपालगंज को कार्यवाही हेतु पत्र जारी किया गया है।
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गौर उत्सव 2024: टी-20 मैत्री क्रिकेट मैच के फाइनल में स्कूल शिक्षा विभाग एकादश ने जीता खिताब ▪️महिला खेल में हुआ पिट्ठू खेल

गौर उत्सव 2024: टी-20 मैत्री क्रिकेट मैच के फाइनल में स्कूल शिक्षा विभाग एकादश ने जीता खिताब

▪️महिला खेल में हुआ पिट्ठू खेल


तीनबत्ती न्यूज : 23 नवंबर, 2024

सागर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में 155वें गौर उत्सव के अवसर पर टी-20 मैत्री क्रिकेट मैच का फाइनल मुकाबला अब्दुल गनी स्टेडियम में संपन्न हुआ. आयोजित फाइनल मैच में स्कूल शिक्षा विभाग एकादश ने पत्रकार एकादश को 5 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया.

टॉस जीतकर स्कूल शिक्षा विभाग एकादश ने पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया. पत्रकार एकादश ने बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 142 रनों का लक्ष्य दिया. उनकी पारी का मुख्य आकर्षण दर्पण की 94 रनों की शानदार पारी रही, जिसमें 7 चौके और 9 छक्के शामिल रहे. स्कूल शिक्षा विभाग एकादश के विपिन कन्नौजिया की घातक गेंदबाजी ने पत्रकार एकादश को अधिक स्कोर बनाने से रोक दिया. विपिन ने 4 विकेट झटके और मैच में निर्णायक भूमिका निभाई।


लक्ष्य का पीछा करने उतरी स्कूल शिक्षा विभाग एकादश ने 18 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर जीत दर्ज कि. टीम के बल्लेबाज अभिषेक ने 53 रनों की शानदार पारी खेली और टीम की जीत में अहम योगदान दिया. मैन ऑफ द मैच विपिन कन्नौजिया रहे. जिन्होंने 4 विकेट लिए. टी-20 मैत्री क्रिकेट मैच के मैन ऑफ द सीरीज का ख़िताब अभिषेक परदेशी को मिला. विजेता टीम स्कूल शिक्षा विभाग एकादश के कप्तान ओजस मिश्रा ने अपने टीम के साथ ट्रॉफी और स्वर्ण पदक प्राप्त किए. उपविजेता टीम पत्रकार एकादश को भी प्रशंसा के साथ-साथ ट्रॉफी और मेडल से सम्मानित किया गया. 

इस समापन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने विजेता और उपविजेता टीमों को बधाई देते हुए गौर उत्सव के अवसर पर आयोजित टी-20 मैत्री क्रिकेट मैच के आयोजन की सफलता पर अपनी खुशी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि गौर उत्सव केवल खेल या सांस्कृतिक गतिविधियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे छात्रों और संकाय सदस्यों के सामूहिक प्रयास और ऊर्जा का प्रतीक है. हर साल इस आयोजन को नई ऊंचाई पर ले जाने की कोशिश की जा रही है, इस बार भी उत्साह और जोश ने इसे यादगार बना दिया है. इस तरह के आयोजन न केवल शारीरिक और मानसिक विकास में योगदान करते हैं, बल्कि टीम भावना और अनुशासन जैसे मूल्यों को भी बढ़ावा देते है. 

महिला खेल में पिट्ठू का आयोजन


महिला खेल में दूसरे दिन पिट्ठू खेल का आयोजन किया गया जिसमें विजेता टीम में ओमिका, ऋतु यादव, पूनम मिश्रा, देवांशी एवं एकता थे. दूसरी टीम ने भी बराबर की टक्कर से खेला जिसकी कप्तानी दीपाली ने की.  विजयश्री, वेणुका, अनुराधा और शिवानी इस टीम की साथी सदस्य रहीं. दो दिन चले महिला खेलों का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनके दैनिक जीवन से समय निकाल कर उन्हें मनोरंजन प्रदान करना था. खेलों के माध्यम से महिलाओं की प्रतिभा और शारीरिक क्षमता भी विकसित होती है. महिला क्लब की खेल कूद की गतिविधियों से अन्य महिलाएं भी खेलों में अपनी रुचि दिखाती है. उम्र की सीमा को न देखते हुए सभी खेलो में महिलाएं अपनी प्रतिभागिता प्रदर्शित करती हैं. महिला खेलो के बाद समापन सत्र का आयोजन माननीया कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता के उपस्थिति में हुआ. उन्होंने सभी प्रतिभागियों को बधाई दी एवं विजेता टीम को पुरस्कृत किया. उन्होंने सभी आयोजकों और सहभागियों को सफल खेलो के आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी.

इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा किया गया, जिसमें प्रो. डी.के. नेमा, प्रो. एन.पी. सिंह, प्रो. सुबोध जैन, डॉ. राजू टंडन, डॉ. कालीनाथ झा, डॉ. रितु यादव, डॉ. विवेक साठे, और डॉ सुरेन्द्र गादेवार, डॉ सुमन पटेल, महेंद्र बाथम ने अहम भूमिका निभाई.       

24 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम

अपरान्ह 04 बजे से अभिमंच सभागार में विश्वविद्यालय परिवार द्वारा  काव्यात्मक प्रस्तुतियों  का होगा आयोजन.

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केंट बोर्ड सागर सीमा से सिविल एरिया के नगर निगम सागर में विलय को लेकर के बैठक : हटेगा अतिक्रमण▪️सांसद और नरयावली विधायक मिले कलेक्टर से

केंट बोर्ड सागर सीमा से सिविल एरिया के नगर निगम सागर में विलय को लेकर  बैठक : हटेगा अतिक्रमण

▪️सांसद और नरयावली विधायक मिले कलेक्टर से




तीनबत्ती न्यूज :   23 नवंबर 2024

सागर : छावनी परिषद सागर सीमा से सिविल एरिया( नागरिक क्षेत्र) के नगर निगम में विलय को लेकर गतिविधियां तेज हुई। सांसद लता वानखेड़े और नरयवली विधायक
प्रदीप लारिया ने कलेक्टर के साथ बैठक की।
दूसरी तरफ के निगमायुक्त राजकुमार खत्री की अध्यक्षता में शनिवार को सागर स्मार्ट सिटी कार्यालय में बैठक आहूत की गई। उक्त बैठक में श्री प्रभु दयाल पटेल नमित सदस्य सागर छावनी परिषद, श्रीमती मनीषा जाट मुख्य अधिशासी अधिकारी सागर छावनी परिषद, कर्नल सुरिन्द्र सिंह राणा, स्टेशन हेडक्वार्टर सागर, श्री प्रवीण पाटीदार तहसीलदार सागर सहित अन्य अधिकारियों से विस्तार से चर्चा  हुई। निगमायुक्त  ने कहा की शहर विस्तार और नागरिक हित को ध्यान में रखते हुये शासन द्वारा कैंट के सिविल एरिया का विलय नगर निगम और नगर पालिकाओं में करने का निर्णय लिया गया है। 

विलय से मिलेगा सुविधाओं का लाभ
सागर कैंट सिविल एरिया का नगर निगम में विलय होने से छावनी क्षेत्र के नागरिकों को भी नगर निगम की बेहतर सुविधाओं का लाभ मिलेगा। बेहतर पर्याप्त रौशनी वाली स्ट्रीट लाईट सहित सड़क कनेक्टिविटी, पानी सप्लाई, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, स्वच्छता व्यवस्था आदि नगर निगम की नागरिक सेवाओं सहित शासन की निगम सम्बन्धित अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ पाने के लिए वे पात्र बनेंगे। कैंट के एक बड़े भू-भाग पर अवैध अतिक्रमण कर रहवास और अन्य गतिविधियां संचालित हैं। 
नगर निगम की सतत् निगरानी में अवैध अतिक्रमण को हटाकर सुंदर कायाकल्प किया जा सकेगा इससे शहर की स्वच्छता और सुंदरता सुनिश्चित होगी। उक्त बैठक में सर्वसम्मती से निर्णय लेते हुये कहा गया की कैंट के ऐसे क्षेत्र जहाँ अवैध अतिक्रमण और अन्य गतिविधियां संचालित हैं जिनसे सागर की स्वच्छता और सुंदरता प्रभावित होती है उन्हें जिला प्रशासन, नगर निगम, छावनी परिषद और भारतीय सेना के अधिकारियों द्वारा सयुक्त निरीक्षण कर चिन्हित किया जायेगा और अतिक्रमण आदि हटाने की कार्यवाही की जाकर उक्त भूमि को साफ-स्वच्छ और सुंदर बनाने का प्रयास किया जायेगा।

छावनी परिषद सागर को नगरीय निकाय में शामिल करने के संबंध जिला कलेक्टर के साथ बैठक हुई सम्पन्न

शनिवार को सांसद डा लता वानखेड़े और नरयावली विधायक इंजी. प्रदीप लारिया ने  सागर कलेक्टर संदीप जीआर से सौजन्य भेंट कर मकरोनिया विकास के विभिन्न आवश्यक मुद्दों पर एवं छावनी परिषद, सागर को नगरीय निकाय में शामिल करने के संबंध में विशेष चर्चा की।
विधायक लारिया ने मकरोनिया की ट्रैफिक व्यवस्था, क्षेत्र की सीएम राईज स्कूल के लिए भूमि आरक्षित करने, मकरोनिया की पेयजल व्यवस्था सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। विधायक लारिया ने जनभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुये छावनी परिषद के संपूर्ण क्षेत्र को नगरीय निकाय में शामिल करने जिला प्रशासन द्वारा पक्ष रखने की अपेक्षा की। 
इस अवसर पर लोकसभा सांसद डॉ. लता वानखेड़ेे एवं भाजपा प्रदेश मंत्री एवं छावनी परिषद के नामित सदस्य प्रभुदयाल कुशवाहा (पटेल) ने छावनी परिषद को नवीन निकाय में शामिल करने के संबंध में अपने सुझाव जिला कलेक्टर को साझा किये। 
सभी ने छावनी परिषद के संपूर्ण क्षेत्र को नगरीय निकाय में शामिल करने एवं पूर्व में रक्षा मंत्रालय को राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को ही अक्षरसः सहमति देने पर अपना मत व्यक्त किया एवं विलय के संबंध में प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण कराने हेतु रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से अति शीघ्र भेंट करने के संबंध में भी चर्चा की गई। जिससे इस विलय प्रक्रिया को जनहित में अतिशीघ्र पूर्ण किया जा सके।
इस अवसर सुधांशु श्रीवास्तव, दिलीप मलैया, जसपिंदर दुग्गल,मंडल अध्यक्ष सौरभ केशरवानी, विधानसभा प्रभारी श्याम सुदर मिश्रा, शुभम सैनी शामिल रहे।


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‘गौर उत्सव’ 2024: संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता, इसके अभाव में महानतम कार्य रुक जाते हैं: मंत्री प्रहलाद पटेल

‘गौर उत्सव’ 2024: संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता, इसके अभाव में महानतम कार्य रुक जाते हैं: मंत्री प्रहलाद पटेल 


तीनबत्ती न्यूज : 21 नवंबर,2024

सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य एवं दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 155वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 20 नवंबर से 26 नवंबर तक ‘गौर उत्सव’ 2024 का आयोजन किया जा रहा है. 21 नवंबर को विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन स्वर्ण जयन्ती सभागार में किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं. 

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश शासन ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल एवं विशेष अतिथि रानी अवंतीबाई राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनोद कुमार मिश्रा थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की. इस अवसर पर जिलापंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत, युवा नेता गौरव सिरोठिया, जिला पंचायत सीईओ विवेक के वी, डीसीडीसी प्रो एन पी सिंह, प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस पी उपाध्याय, डॉ. आशीष पटेरिया, डॉ. सुशील गुप्ता एवं डॉ. राजू टंडन मंचासीन थे. स्वागत भाषण डॉ. सुशील गुप्ता ने दिया. संचालन डॉ अवनीश मिश्रा ने किया. 

इस अवसर पर मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि डॉ. गौर द्वारा स्थापित शिक्षा के इस मंदिर से मेरा बहुत पुराना नाता है. उन्होंने अपने पुरुषार्थ से कमाए हुए सर्वस्व धन को दान कर इस विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. वे देश के अनमोल रत्न हैं, उनके जैसा उदाहरण पूरे देश में कहीं नहीं है. उन्होंने कहा कि नव स्थापित राज्य विश्वविद्यालय डॉ. गौर के शिक्षा में अद्वितीय योगदान के उनके भाव को ताकत देगा. उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति यश पाना चाहता है लेकिन किस तरह का यश उसे प्राप्त करना है उसे खुद तय करना होता है. अगर आप पीढ़ियों तक यश प्राप्त करना चाहते हैं तो शिक्षा के केंद्र स्थापित की जिए जैसा डॉ. गौर ने किया. यही कारण है कि वे न केवल कई पीढ़ियों तक याद किये जायेंगे बल्कि वे अमर हैं. एक महान अधिवक्ता, समाज सुधारक, लेखक के रूप में उनका व्यक्तित्व हम सबके लिए प्रेरणादायी है. हमें उनके संस्थान में पढ़ने, पढ़ाने और किसी भी रूप में जुड़े रहने पर गर्व होना चाहिए. डॉ. गौर संकल्प के साथ कार्य करते थे. संकल्प व्यक्तिगत होता है और संकल्प का कोई विकल्प नहीं होता. संकल्प न होने से महानतम कार्य रुक जाते हैं. 



विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से डॉ. गौर की जयन्ती पर साप्ताहिक आयोजन करते हुए हम उत्सव की तरह मनाते हैं जिसमें पूरे शहर के लोग सम्मिलित होते हैं. इस वर्ष युवा महोत्सव का भी आयोजन किया जा रहा है, इसलिए पूरे 11 दिनों तक यह आयोजन चलेगा. खेल समग्र व्यक्तित्व का विकास करता है और खेल गतिविधि के माध्यम से इस युवा उत्सव की शुरुआत हुई है. इसी श्रृंखला में आज यह सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्बद्ध महाविद्यालयों द्वारा आयोजित किया गया है. डॉ. गौर की प्रेरणा के साथ हम नित नए मुकाम हासिल कर रहे हैं. हम सब अपने कर्तव्य पथ पर इसी तरह अग्रसर रहकर कार्य करें, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी. हमारे विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं पूरी दुनिया में डॉ. गौर का नाम रोशन कर रहे हैं. डॉ. गौर की प्रेरणा, संकल्प और उनके महान अवदान का प्रतिफल ही है कि आज हर क्षेत्र में हमारे विद्यार्थी उच्च पदों पर पहुंचे हैं. 


रानी अवंतीबाई राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनोद मिश्रा ने कहा कि यह प्रथम अवसर है जब वे डॉ. गौर द्वारा स्थापित शिक्षा के इस मंदिर में आये हैं. उन्होंने कहा कि डॉ. गौर द्वारा शिक्षा के लिए दान करना उनकी शिक्षा के प्रतिबद्धता और संकल्प को दर्शाता है. वे एक महान व्यक्तित्व थे जिनके अवदान के कारण लाखों विद्यार्थी आज शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और अपने भविष्य को संवार रहे हैं. उन्होंने राज्य विश्वविद्यालय की प्रगति भी साझा की. इस अवसर पर विभिन्न सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य, शिक्षक, प्रतिनिधि, विद्यार्थी, विवि के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे. 


सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने दी रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति

डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर से सम्बद्ध महाविद्यालयों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई. बी.टी. इन्स्टीटयूट ऑफ एक्सीलेन्स विद्यार्थियों ने गणेश वंदना व देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया. छात्र-छात्राओं ने कठपुतली नृत्य, समूह नृत्य व एकल नृत्य, मूक अभिनय, राजस्थान का प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्य, मराठी समूह नृत्य, एकल गायन भजन, , एकल नृत्य शास्त्रीय आदि की प्बीरस्तुति दी. जिसमें बी टी. इन्स्टीटयूट ऑफ एक्सीलेन्स, राजीव लोचनाचार्य महाविद्यालय खुरई, बी.के.पी. महाविद्यालय मालथौन , सुन्दरलाल श्रीवास्तव महाविद्यालय, ओम श्री महाविद्यालय, टाइम्स कालेज दमोह, एरिसेंट महाविद्यालय एवं अन्य सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी. कार्यक्रम समापन के अवसर पर सभी अतिथियों और प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए.



सांस्कृतिक कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों द्वारा गौर समाधि पर दी गई पुष्पांजलि 

मध्य प्रदेश शासन ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ,गौरव सिरोठिया आदि ने गौर प्रांगण स्थित गौर समाधि पहुंचकर डॉ. हरीसिंह गौर को श्रद्धांजलि दी.

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प्रसूता की इलाज के दौरान मौत : सागर कमिश्नर ने चिकित्सा अधिकारी एवं एल.एच.व्ही. को किया सस्पेंड

प्रसूता की इलाज के दौरान मौत : सागर कमिश्नर ने चिकित्सा अधिकारी एवं एल.एच.व्ही. को किया सस्पेंड


तीनबत्ती न्यूज :  20 नवंबर 2024

सागर : संभागायुक्त डा. वीरेन्द्र सिंह रावत ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हरपालपुर जिला छतरपुर के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ जगदीश कुमार अहिरवार एवं एल.एच.व्ही. श्रीमती अरूणा वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छतरपुर के द्वारा प्रसूता श्रीमति किरण अहिरवार पति दीपक अहिरवार निवासी भदर्रा की उपचार के दौरान मृत्यु संबंधी जांच प्रतिवेदन प्रेषित किया गया।
जांच समिति के प्रतिवेदन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी छतरपुर की सहमति के आधार पर डॉ जगदीश कुमार अहिरवार प्रभारी चिकित्सा अधिकारी एवं एल.एच.व्ही. श्रीमती अरूणा वर्मा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हरपालपुर, जिला- छतरपुर को प्रसूता श्रीमति किरण अहिरवार पति दीपक अहिरवार के ईलाज में प्रसव के समय एवं प्रसव के उपरांत लापरवाही किये जाने का दोषी पाया गया है।

जांच समिति द्वारा दिये गये अभिमत से सहमत होते हुए डॉ जगदीश कुमार अहिरवार और श्रीमती अरूणा वर्मा  का उक्त कृत्य अपने पदीय दायित्वों के निर्वाहन में लापरवाही, अनुशासनहीनता व स्वेच्छाचारिता का द्योतक होकर म.प्र. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 का उल्लंघन है। म.प्र. सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम-9 के अंतर्गत प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, छतरपुर नियत किया गया है। निलंबन अवधि में को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।

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डॉ. गौर की विरासत को संजोते हुए उनके सपनों को पूरा करेंगे- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ▪️गौर जयंती पर क्रिकेट टूर्नामेंट में विश्वविद्यालय एकादश (ए) और पत्रकार एकादश टीम जीती

डॉ. गौर की विरासत को संजोते हुए उनके सपनों को पूरा करेंगे- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता

▪️गौर जयंती पर क्रिकेट टूर्नामेंट में विश्वविद्यालय एकादश (ए) और पत्रकार एकादश टीम जीती  

तीनबत्ती न्यूज : 20 नवंबर ,2024

सागर. डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के संस्थापक महान शिक्षाविद् एवं प्रख्यात विधिवेत्ता, संविधान सभा के सदस्य एवं दानवीर डॉ. सर हरीसिंह गौर के 155वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 20 नवंबर से 26 नवंबर तक ‘गौर उत्सव’ 2024 का आयोजन किया जा रहा है. गौर उत्सव की शुरुआत शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित टी 20 मैत्री क्रिकेट मैच से हुई. यह प्रतियोगिता विश्वविद्यालय के अब्दुल गनी खान स्टेडियम में प्रारंभ हुई. मैच की शुरुआत विशिष्ट अतिथि विवि के सेवानिवृत्त प्रो. सुबोध जैन, प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस. पी. उपाध्याय, प्रो. अनिल जैन, प्रो. डी. के. नेमा, प्रो. अजीत जायसवाल, डॉ. सुरेन्द्र गादेवार, डॉ. पंकज तिवारी, प्रो. विवेक साठे की उपस्थिति में हुई. 

 


इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने स्टेडियम पहुंचकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया. उन्होंने कहा गौर जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित उत्साहजनक खेल के साथ गौर उत्सव प्रारम्भ हो रहा है. यह ऐतिहासिक कार्यक्रम है. गौर जयन्ती की श्रृंखला में आयोजित गतिविधियाँ प्रत्येक वर्ष बहुत ही उल्लास के साथ आयोजित की जाती हैं. हम डॉ. गौर के अविस्मरणीय योगदान को याद करते हुए उनके द्वारा सौंपी गई विरासत का नाम रोशन करेंगे. अकादमिक शोध, अध्ययन-अध्यापन और बहुआयामी गतिविधियों को लगातार आयोजित करते हुए हम विकास के पथ पर यूं ही आगे बढ़ते रहेंगे. 

 

प्रथम मैच संबद्ध महाविद्यालय बनाम विश्वविद्यालय एकादश (ए) के बीच खेला गया, जिसमें विश्वविद्यालय एकादश ए ने यह मैच 5 रन से जीता. संबद्ध महाविद्यालय क्रिकेट टीम के कप्तान अजय श्रीवास्तव और विश्वविद्यालय एकादश ए के कप्तान कृष्ण कुमार थे. संबद्ध महाविद्यालय ने टॉस जीत कर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया था. विश्वविद्यालय एकादश ए पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट खोकर संबद्ध महाविद्यालय को 155 रनों का लक्ष्य दिया. विश्वविद्यालय एकादश ए की तरफ से नवनीत कुमार सिंह ने सर्वाधिक 73 रन की शानदार पारी खेली साथ ही हेमंत पाटीदार ने 21 रन, शंकर पटेल ने 18 रन बनाये. वही संबद्ध महाविद्यालय ने बॉलिंग करते हुए सिद्धार्थ ने 2 विकेट लिए, अंकित हजारी ओर समीर ने क्रमशः 1-1 विकेट लिए इसी के साथ दूसरी इनिंग में संबद्ध महाविद्यालय की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में 151 रन ही बना सकी. सर्वाधिक 48 रन अंकित जैन ने, अंकित हजारी ने 25 रन एवं 16 रनों की पारी सिद्धार्थ ने खेली. विश्वविद्यालय एकादश ए ने गेंदबाजी करते हुए नितेश, हेमंत एवं विनय शुक्ला ने 2-2 विकेट लिए, 1 विकेट नीरज ने लिया. महेंद्र बाथम एवं अंकित ने शानदार फील्डिंग की. विश्वविद्यालय एकादश ए ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए 4 रन से जीत अर्जित कर अगले दौर में प्रवेश किया. 


प्रतियोगिता का द्वितीय मैच पत्रकार एकादश और विश्वविद्यालय एकादश (बी) के बीच खेला गया, जिसमें टॉस जीतकर विश्वविद्यालय एकादश (बी) टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 16 ओवर में 7 विकेट खोकर 119 रन बनाए. सर्वाधिक 62 रनों की पारी अंजन्य शुक्ला ने खेली, सत्यम ने 20 रनों की पारी खेली. पत्रकार एकादश की ओर से गेंदबाजी करते हुए दानिश ने 5 विकेट भूपेंद्र एवं दिनेश ने एक-एक विकेट लिए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी पत्रकार एकादश की टीम ने 7 विकेट से जीत अर्जित की सर्वाधिक शशांक ने 45 रनों की पारी खेली शानू ने 22 एवं सोमू ने 16 एवं दिनेश ने 13 रन बनाये. विश्वविद्यालय एकादश (बी) की ओर से गेंदबाजी करते हुए हिमांशु यादव, सत्यम एवं पीयूष ने 1-1 विकेट लिए, शत्रुघन ने शानदार फील्डिंग की. इस मैच के अंपायर वैभव, शिवांशु यादव, अमन दुबे, रुद्रांश रहे एवं स्कोरर नैन्सी कुर्मी और आदित्य बेन रहे.



कार्यक्रम का संचालन महेंद्र बाथम ने किया एवं आभार डॉ. सुमन पटेल ने व्यक्त किया. इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. विवेक साठे, महाविद्यालयीन प्रतिनिधि डॉ. राजू टंडन, डॉ. आशीष पटेरिया, डॉ राजेंद्र यादव, डॉ. हिमांशु यादव, डॉ. विवेक जायसवाल, विश्वविद्यालय के कई शिक्षक, शहर के गणमान्य नागरिक, अधिकारी, कर्मचारी, छात्र एवं पत्रकार बंधु उपस्थित रहे.

 21 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम

 

विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन स्वर्ण जयंती सभागार में प्रातः 11 बजे से होंगे. एडवोकेट एकादश एवं  एमपीईबी एकादश के बीच क्रिकेट मैच सुवह 9:30 बजे से होगा. स्कूल शिक्षा एवं जिला प्रशासन एकादश के मध्य दोपहर 1:30 बजे से खेला जायेगा. छात्र-छात्राओं के लिए अंतर अध्ययनशाला स्वदेशी खेल कबड्डी और रस्साकसी सुबह 11 बजे से आयोजित होगा


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भाड़े पर पढ़ाई कराने वाले शिक्षको पर FIR दर्ज : 3 जनशिक्षक सहित 5 शिक्षकों पर धोखाधड़ी का हुआ मामला दर्ज

भाड़े पर पढ़ाई कराने वाले शिक्षको पर FIR दर्ज : 3 जनशिक्षक सहित 5 शिक्षकों पर धोखाधड़ी का हुआ मामला दर्ज


तीनबत्ती न्यूज : 20 नवंबर, 2024

सागरदैनिक स्थानीय समाचार पत्र में प्रकशित खबर के आधार पर मालथौन विकासखंड शिक्षा अधिकारी जी पी अहिरवार एवं विकासखंड स्त्रोत समन्वयक श्री विजय सींग ठाकुर ने शासकीय प्रा.शाला मझेरा का निरीक्षण किया जिसमें विद्यालय के छात्रों एवं ग्राम वासियों ने बताया कि श्री इन्द्रविक्रम सींग परमार स्कूल बहुत कम आते है उनके स्थान पर श्रीमति ममता अहिरवार पढाने आती है। इसी प्रकार शा. एकीकृति मा.शाला भैलैया में पदस्थ श्री रूप सींग चढार प्रा. शिक्षक के स्थान पर श्री विक्रम सींग लोधी के पढ़ाने की पृष्टि प्रतीत होती है। इसी प्रकार जैसी नगर के शासकीय प्राथमिक शाला रहली के शिक्षक अनिल मिश्रा, शास. एकीकृत माध्यमिक शाला बंजरिया की शिक्षिका श्रीमती जानकी तिवारी ,एवं भगवानदास सकबार, गोकुल प्रजापति है।
 

जनशिक्षक - स्कूल शिक्षा विभाग भोपाल के समय समय पर जारी दिशा निर्देश अनुसार मालथौन विकासखंड के जनशिक्षक जगभन अहिरवार, जैसीनगर जनपद शिक्षा केन्द्र के श्री हरिशंकर लोधी एवं भोलाराम अहिरवार को अपने शिक्षक केन्द्र में आने वाली समस्त प्रा. मा. शालाओं की 15 दिवस में मानीर्टिरिंग / निरीक्षण तथा दायित्वो के निर्वाहन में घोर लापरवाही बरतने तथा स्वैच्छाचारिता सहभागिता परिलछित होती है। उक्त कृत अपराधिक एवं स्वैच्छाचारिता गंभीर कदाचरण होने के फलस्वरूप म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1966 के नियम का उल्लंघन है।

उक्त प्रकरण में थाना मालथौन के अंतर्गत रूप सिंह चढ़ार, इंद्र विक्रम सिंह, जगभान अहिरवार थाना जैसीनगर के अंतर्गत हरिशंकर लोधी, अनिल मिश्रा, जानकी तिवारी, भगवानदास सकवार, गोकुल प्रजापति तथा थाना खुरई के अंतर्गत अवतार सिंह ठाकुर, भोलाराम अहिरवार के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(18) एवं अन्य धाराओं के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया l

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मर्जर गलत निर्णय, जिला अस्पताल यथावत रहे, मेडिकल कॉलेज नये सिरे से हो विकसित: मेयर संगीता सुशील तिवारी ▪️मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलेंगी मेयर

मर्जर गलत निर्णय, जिला अस्पताल यथावत रहे, मेडिकल कॉलेज नये सिरे से हो विकसित: मेयर संगीता सुशील तिवारी

 ▪️मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मिलेंगी मेयर


तीनबत्ती न्यूज : 20 नवंबर ,2024

सागर। जिला अस्पताल सागर यानी तिली अस्पताल की अपनी एक पहचान है। जिले के प्रत्येक व्यक्ति के लिए यहां इलाज सुलभ है। उनकी पहुंच में यह स्थान है। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जिला अस्पताल का मर्जर बिल्कुल गलत है। यह काम पूर्व में भी किया जा चुका है, जिसके दुष्परिणाम सामने आने के बाद मर्जर समाप्त करना पड़ा। ऐसी ही स्थिति दोबारा न बने, लोग परेशान न हों इसलिए जिला अस्पताल को यथावत रखा जाये और मेडिकल कॉलेज का विस्तार नये सिरे से नई जगह पर किया जाये। यह बयान सागर की प्रथम नागरिक महापौर संगीता सुशील तिवारी ने जारी किया है। उनका कहना है कि बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज को संपूर्ण और ठीक तरीके से विकसित करने के लिए लगभग 200 एकड़ क्षेत्र में नये सिरे से निर्मित किया जाना चाहिए। वर्तमान स्थल पर बीएमसी के विकास के लिए पर्याप्त जगह नहीं है।  ऐसे में जिला अस्पताल का परिसर बीएमसी को दिये जाने के बाद भी मेडिकल कॉलेज को ठीक तरह से विकसित नहीं किया जा सकता। 

यह भी पढ़े जिला चिकित्सालय का मर्जर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में नहीं किए जाने को लेकर दिया मोर्चा ने ज्ञापन ▪️जन भावनाओं से राज्य शासन को अवगत कराएंगे : कमिश्नर

उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त 300 करोड़ रुपये की राशि पिछले तीन वर्ष से रखी है उसका मेडिकल कॉलेज के विकास के लिए कोई उपयोग नहीं हो पाया। उसका उपयोग भी नई जगह पर ही हो। मेडिकल कॉलेज की वर्तमान जगह को पीपीपी मोड पर प्राइवेट संस्थान को दे दी जाये तो वह उस परिसर को निजी उपयोग के लिए ठीक से विकसित कर देगा साथ ही नये परिसर में बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज को भी तैयार किया जा सकेगा। बेहतर यही है कि जिला चिकित्सालय तिली को वर्तमान परिसर में ही और अधिक सुविधायुक्त बनाया जाये तथा मेडिकल कॉलेज के लिए नये परिसर की तलाश कर एक ही कैंपस में चिकित्सा सेवा संबंधी सभी संकाय संचालित करने की व्यवस्था की जाये। महापौर ने कहा इस संबंध में माननीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, उपमुख्यमंत्री और सागर के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्लाजी से भी पिछले प्रवास के दौरान चर्चा की थी। साथ ही उन्हें यह भी बताया था कि जनभावनाएं मर्जर के खिलाफ हैं। जल्दी ही नगर निगम के पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ इसी मांग को लेकर हम एक बार फिर से माननीय उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्लाजी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी से भी मिलेंगे।

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