फर्जी लोन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले अंर्तराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश,दिल्ली से काल सेंटर के जरिये चल रहाथा ठगी का धंधा,पांच गिरफ्तार,मास्टर माईंड आरोपी दसवीं पास
सागर । लोन फायनेंस कम्पनियों के बीच कुछ फर्जी कम्पनियां भी बाजार में है। जो लोन दिलाने के नाम ठगी कर रही है । इसमे काल सेंटर के जरिये लोगो को फंसाया जा रहा है । सागर पुलिस ने एक ऐसे हाईटेक अंतरराज्यीय गिरोह को पकड़ा है । जिनके पास से दस्तावेज,मोबाइल फोन ,एटीएम कार्ड आदि जब्त किए है । आरोपियों से मिली डायरियों में ऐसे शिकार लोगो को पुलिस फोन लगाकर सतर्क भी कर रही है ।पुलिस अधीक्षक अमित सांघी और asp राजेश व्यास ने आज मीडिया के सामने पूरा खुलाशा किया। करीब आठ सौ लोगो को ठग चुका इसका मास्टर माईंड दसवीं पास है।
अखबार में छपे विज्ञापन को देखकर फंसा जाल में
पुलिस के मुताबिक एक अप्रैल को थाना सुरखी में फरियादी संदीप पिता प्रतापसिंह लोधी उम्र 34 साल निवासी ग्राम चारटोरिया
ने एक लिखित शिकायत पत्र दिया था। जिसमे 17 मार्च 2019 को दैनिक समाचार नवदुनिया मे एक विज्ञापन आवेदक ने पढा है। जिसमे तत्काल 1 लाख रू से 85 लाख रू तक का लोन के संबंध में विज्ञापन था। तब आवेदक ने सोचाकि यह विज्ञापन सत्य है। उस विज्ञापन में बाजाज फायनेंस का नाम दर्ज था। आवेदक ने विज्ञापन के आधार पर विज्ञापन में दिये मो.नं.7838239987 था पर फोन लगा कर संपर्क किया । उक्त फोन महिला एजेंट द्वारा रिसीव किया गया और उसनेअपना नाम शिवांगी यादव बताया। उसने आवेदक से अपने दस्तावेज आईडी वगेरह आन लाईन भेजने को कहा और कहाकि आप को बिना समस्या के तत्काल लोन मिल जायेगा। उसने आवेदक से अंक सूची ,बिजली बिल, वोटर आईडी आधार
कार्ड, बैंक पासबुक आदि दस्तावेज ईमैल बाजाज फाईनेंस को भेजने को कहा। तब आवेदक ने अपने दस्तावेज उक्त ईमेल
पर भेज दिये । उसके बाद आवेदक से धोखाधड़ी कर 3500 रू फाईल चार्ज ,बीमा कराने के 10000 हजार ,टेक्स
10000,डीडी चार्ज के 17500,डालर से भारतीय मुद्रा में बदलने के 20000।इस तरह कुल 61,000 रू वसूले। इसके बाद इन लोगो
ने आवेदक 25000 रू कमिशन के मांगे तो आवेदक को लगा कि इसमे कुछ फर्जीवाडा है ।तब फरियादी ने एक लिखित आवेदन पत्र पुलिस अधीक्षक सागर को दिया। जिस पर आरोपियों के विरूध्द थाना सुरखी चौकी बिलहरा मे अपराधक्र 188/19 धारा 420,34 ता.हि. का प्रकरण पजीबद्ध किया जाकर विवेचना मे लिया गया।
पुलिस की टीम गठित कर जांच हुई शुरू
प्रकरण में आरोपियो की पतासाजी करने हेत पलिस अधीक्षक ने अति पुलिस अधीक्षक
सागर राजेश व्यास एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीना विक्रम सिंह के नेतृत्व में साईबर सेल के आर. रविकांत पांडेय एवंआर.अमित शुक्ला की टीम गठित की । सायबर सेल के अथक प्रयास से आरोपीगणों एवं उनके द्वारा संचालित कॉल सेन्टरको चिन्हित किया गया। आरोपीगणों को गिरफ्तार करने के लिये उ नि देवराज सिंह थाना केण्ट के नेतृत्व में टीम को
नईदिल्ली रवाना किया गया। टीम द्वारा घेराबंदी कर आरोपियो शिवकुमार भास्कर ,.सुनिल यादव,.मो.नासिर ,प्रदीपकुमार एवं मनोज वर्मा को नई दिल्ली से हिरासत में लेकर सागरलाया गया। जहां पर उनसे पूछताछ की गई, पूछताछ के दौरानआरोपीगणों के द्वारा जुर्म को स्वीकार किया गया।
आरोपियों ने बताया एमपी /छत्तीसगढ़ में बनायेथे ठगी के टारगेट,दिल्ली में काल सेंटर,
एटीएम कार्ड से हेराफेरी
आरोपियों के मुताबिक हमलोगों के द्वारा साथ मिलकर फर्जी तरीके सेलोगों को मूर्ख बना कर पैसे कमाने के लिये मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के न्यूज़ पेपर में नामी कम्पनियों के नाम मे हेरफेर कर विज्ञापन देते थे। इन्होंने गणपति फायनेंस, बजाज फायनेंस,रिलायंस फायनेंस के नाम से लोन देने के संबंध में विज्ञापन दिये गये थे। इन विज्ञापनों में फर्जी आईडी से प्राप्त हुये मोबाईल
नंबर दिये थे। इसमें फोन अटैण्ड करने के लिये इनके द्वारा दो लड़कियां रखी गयी थी। यह पूरा कार्य नई दिल्ली विष्णु गार्डन स्थित कॉल सेंटर में संचालित किया जाता था। विज्ञापन पर दिये गये नंबर पर जब भी फोन आता था तो कस्टमर से अपनीईमेल आईडी पर उसके डाक्यूमेंट मंगवाते थे। इसके लिये उनके द्वारा अलग अलग ईमैल आई डी का उपयोग किया गया था।
इसके डाक्यूमेंट प्राप्त होने पर कस्टमर को मोबाईल से लोन का अप्रूवल दिया जाता था लोन की प्रोसेसिंग फीस के नाम परउनसे लगभग 2,000 से 4,000 रूपये मंगवाये जाते थे पैसे प्राप्त करने के लिये कस्टमर को उनके द्वारा फर्जी बैंक अकाउंट नंबर
दिया जाता था। जो उनके न होकर किसी अन्य व्यक्ति का होता था। उस अकाउण्ट का एटीएम कार्ड व पासवर्ड हमारे पासरहता था जिस पर पैसे आने पर हमारे द्वारा पैसे निकाल लिये जाते थे। उसके बाद कई झठे तरीके से प्रोसेसिंग फीस, इन्श्योरेंस,टैक्स, विदेशी मुद्रा को भारतीय मुद्रा में बदलने के नाम पर लालच देकर हम कई किश्तों में कस्टमर से पैसा जलवाते थे, कुछ
लोग झांसे में फसकर पैसा डाल देते थे तो कुछ लोग फर्जी समझ कर हमारा अकाउण्ट बंद करवा देते थे। जब हमारे पासअकाउण्ट की कमी आई तो हमने उन कस्टमर जिनको लोन चाहिये था और उनके पास पैसे नहीं था उनसे उनका एटीएमकार्ड और पासवर्ड बुलवा लिया और उन अकाउण्ट का उपयोग हमने इस फर्जीवाडे में किया।
23 मोबाइल, लेपटॉप और डायरी बरामद, तीन हजार तक मे मिल जाती थी सिम
सुरखी पुलिस द्वारा आरोपियोंको गिरफ्तार कर पुलिस रिमाण्ड लिया गया एवं उनसे पूछताछ पर मेमो के आधार पर नई दिल्ली जाकर पन: आरोपियों द्वाराबताये स्थानों पर दबिश दी और भारी मात्रा में फर्जी कागजात, एक लैपटॉप, एवं 23 मोबाईल प्राप्त हुये जिन्हें पुलिस द्वारा
विधिवत् जप्त किया गया। पुलिस द्वारा मनोज कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। जो कि फर्जी व्यक्तियों के कागजात पा सिम प्राप्त कर इनको अधिक कीमत पर सिम दिया करता था।
कई थानों में मामले दर्ज
प्रकरण के आरोपियों के विरूद्ध सागर जिले के थानामोतीनगर, थाना बीना, तथा भोपाल सायबर सेल में भी इनके विरूध्द दो मामले पंजीबद्ध है। आरोपियों कि गेंग काफी अरसे से
मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ क्षेत्र में सक्रिय है एवं अन्य राज्यों में भी इनकी सक्रियता होने की संभावना प्रतित होती है।पुलिस की इस सम्पूर्ण कार्यवाही में उनि देवराज सिंह परिहार, उनि लोकेश पटेल चौकी प्रभारी बिलहरा, आर,अमित शुक्ला, सायबर सेल, आर. रविकांत पाण्डे, आर, अजय थाना केण्ट, आर.जितेन्द्र चौकी निलहरा का प्रमुख योगदानरहा पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी को नगद पुरूस्कार देने की घोषणा की गई।
गिरफ्तार व्यक्तियों के नाम
1- शिवकुमार पिता बुद्धन लाल भास्कर उस 34 साल निवासी 1 103 विष्ण गार्डन, थाना ख्याला नई दिल्ली 1100181
2- मो. नासिर पिता किफायतुल्ला उम्र 24 साल निवासी 02475 सेकेण्ड फ्लैट विष्णु गार्डन, थाना ख्याला नई दिल्ली
1100181
3. सुनील यादव पिता उमाशंकर यादव उम्र 35 साल निवासो 5C/8C फ्लैट नंबर (18, सेकेण्ड फ्लोर, विष्णु गार्डन,
थाना ख्याला नई दिल्ली 1100181
4- प्रदीप पिता बुद्धन लाल भास्कर उम्र 34 साल निवासी C 527 डीडीए कॉलोनी, थाना ख्याला नई दिल्ली 1100181
भनाज कुमार पिता सत्यनारायण वर्मा उम्र 45 साल निवासी डी2/64 जीवन पार्क पंखा रोड थाना दानडी नई दिल्ली। ।
देशभर में सतर्कता के लिए मेसेज होगा
एसपी अमित सांघी ने बताया कि देशभर में इस तरह की घटनाएं हो रही है । आरोपियों के पास डायरी में ठगी के शिकार लोगो की जानकारियां है । इनको फोन लगाकर पैसा जमा नही करने और सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है । इसके साथ ही पुलिस महकमे को भी इससे अवगत कराया जा रहा है।