रिश्वतखोर ASI को 5 साल की सजा,अभियुक्त ASI सोहनलाल राठी, टीकमगढ़ में थे पदस्थ

रिश्वतखोर ASI को 5 साल की सजा,अभियुक्त ASI सोहनलाल राठी, टीकमगढ़ में थे पदस्थ

टीकमगढ़ । टीकमगढ़ विशेष न्यायाधीश  डी.के.मित्तल ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत टीकमगढ़ जिले के लिधौरा थाना के ASI  आरोपी सोहनलाल राठी को 5 साल की सजा सुनाई है ।अभियोजन के मुताबिक विशेष न्यायालय भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम टीकमगढ़ ने अभियुक्त सोहनलाल राठी, ए.एस.आई. थाना लिधोरा जिला टीकमगढ़ को भ्रष्टाचार निवारणअधिनियम की धारा 7 पीसी एक्ट में 04 वर्ष का कारावास और तीन हजार रूपए काअर्थदण्ड और रिश्वत ग्रहण करने के अपराध धारा 13(1) डी 13(2) पीसी एक्ट में5 वर्ष का सश्रम कारावास एवं तीन हजार रूपए के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया है।
            इस मामले में  आर.सी. चतुर्वेदी जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने शासन की ओर
से पैरवी की। तथा लिखित एवं मौखिक तर्क प्रस्तुत किए। इस मामले में फरियादी विजय कुमार वाल्मिकी ने  लोकायुक्त कार्यालय सागर के समक्ष शिकायत की थी की 18 अप्रैल 2016को उसका  पड़ोसी राहुल बाल्मीकि से विवाद हो गया था ।राहुल ने फरियादी और उसके पिता के खिलाफ लिधौरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस प्रकरण में   फरियादी विजय कुमार वाल्मिक एवं उसके पिता को जमानत देने के संबंध में  एस.आई. सोहन लाल राठी  5000 रूपया के रिश्वत की मांग रहा था। उसकी शिकायत पर  अधीक्षक विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त ने 2 मई 16 को थाने में ASI सोहन राठी को दो हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा और मामला फर्ज किया।।इसी मामले में आज अदालत ने सजा सुनाई।
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शिक्षको को बीएलओ के दायित्व से मुक्त रखने के सबन्ध में राज्य शिक्षा केन्द्र ने समस्त जिले के कलेक्टरों को जारी किया पत्र।

 शिक्षको को बीएलओ के दायित्व से मुक्त रखने के सबन्ध में संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने समस्त जिले के कलेक्टरों को जारी किया पत्र
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कामना का सकारात्मक रूप धर्म और नकारात्मक रूप अधर्म,योग सात्विक बनाता है इसे अपनाए:पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद

 कामना का सकारात्मक रूप धर्म और नकारात्मक रूप अधर्म,योग सात्विक बनाता है इसे अपनाए:पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद 
सागर । पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती का कहना है कि  मानव जगत में कामना की प्रधानता है । यही हमारे उद्धार और पतन का कारण है । सकारात्कमक कामना धर्म और नकारातमक कामना अधर्म है ।कामनाओं का शरीर पर व्यापक असर पड़ता है । जो कई बीमारियों तक पहुचता है । हमे सात्विक कामनाओं के लिए योग विज्ञान को अपनाना चाहिए ।उन्होंने योग निकेतन योग प्रशिक्षण संस्थान सागर के स्वर्ण जयंती समारोह के दूसरे दिन  शाम को सत्संग समारोह में कही ।
       इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ,महापौर अभय दरे,स्वामी विवेकानंद विवि के संस्थापक कुलपति डॉ अनिल तिवारी ,पूर्व विधायक सुनील जैन,सुखनदन जैन ने आशीर्वाद लिया। स्वामी जी ने स्मृति चिन्ह भेंट किया।
उन्होंने बताया कि बिहार यॉग विधालय में योग की विभिन्न अंगों पर केंद्रित शिक्षा दी जाती है ।यही पद्धति जीवन शैली को सुधरती है ।उन्होंने कहा कि पूजा पाठ ,मंदिरों में घण्टी बजाने सेधार्मिक नही बना जाता है । जब तकापजे मन मे बैचारिक और कार्यो में शुद्धता नही आएगी ।तब तक सब बेकार है ।तामसिक से सात्विक बनना ही योग है । सागर में शिविर के माध्यम से सम्पूर्ण योग से अवगत बनाने की कोशश की जा रही है 
          इस मौके पर योगाचार्य विष्णु आर्य ने कहा कि संयमित जीवन शैली ही हमारे समाज को बेहतर बनायगी। इसके लिए सम्पूर्ण योग को अपनाना होगा ।सत्संग कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति हुई ।
        इस मौके पर डॉ एन  आर  भार्गव,मधु गुप्ता,दुर्गा प्रसाद कोष्टि, सुरेंद्र सुहाने,डॉ सुधीर त्रिवेदी, रामनारायण यादव,आरती ताम्रकार,विजय ताम्रकार,सुशील तिवारी,डॉ अवस्थी,बद्री प्रसाद सोनी ,मनोहर सोनी ,अमित गुप्ता,कपिल मलैया,अनिल नेनधरा सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।
कल 24 सितम्बर के कार्यक्रम
कल 24 सितम्बर को सुबह 6 बजे आदर्श गार्डन,11:30 बजे सागर विवि और 2 बजे एसवीएन विवि सागर में और शाम चार बजे आदर्श गार्डन में सत्संग कार्यक्रम होगा।
 कमिश्नर आनंद शर्मा ने की चर्चा
सागर।पद्मभूषण स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती से योग निकेतन में सागर संभाग के कमिश्नर आनंद शर्मा ने आशीर्वाद लिया। इस मौके पर योग पर केंद्रित चर्चा की।उन्होंने योग के क्षेत्र में चल रहे कार्यो से अवगत कराया।
 
गर्ल्स डिग्री कालेज में की युवा और योग विषय पर चर्चा
''युवा और योग'' विषय पर रासेयो तथा व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजितकार्यक्रम मके  स्वामी निरंजनानंद जी सरस्वती ने अपने उद्बोधन में गुरू शिष्य परम्परा पर प्रकाश डालते हुए बताया किया किस प्रकार उनके गुरू ने सेवा परम्परा प्रारम्भ कर 1950 के दशक से योग का प्रचार-प्रसार प्रारम्भ किया। उन्होंने कहा कि आज लोग जो मीडिया के माध्यम से योग के विषय में जानते है, उन्हें केवल आसनों की जानकारी है। 
       वास्तव में योग व्यापक क्रिया है जिसमें ध्यान, व्यायाम आसन सभी का समीश्रण है। उन्होंने छात्राओं को नियमित सूर्य नमस्कार एवं प्राणायाम करने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि नियमित योग से सकारात्मक ऊर्जा, प्रेरणाशक्ति का विकास तथा शारीरिक क्षमता का उत्तोस्तर विकास होता है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक, रचनात्मक अभिव्यक्ति संस्कृति है जो जीवन के व्यवहार संतुलित करती है।
स्वामी जी का दिया परिचय 
योग गुरू विष्णु आर्य ने स्वामी जी का जीवन परिचय देते हुए योग का महत्व बताया। स्वामी गोरखनाथ जी ने छात्राओं को भ्रमरि प्राणायाम करते हुए उसके महत्व को बताया।
          कालेज के प्राचार्य ए के पटेरिया के मार्गदर्शन में कार्यक्रम हुआ।आयोजन प्रभारी डाॅ. भावना यादव ने संचालन करते हुए कहा कि अच्छे शारीरिक स्वास्थ्य को महत्व देते हुए हमारे ऋषि मुनियों ने जीवनचर्या से जुड़े ऐसे नियम, संयम निर्धारित किए जो स्वास्थ्य की दृष्टि से विशेष लाभकारी थे। साथ ही अच्छे स्वास्थ्य का, न ही व्यक्तित्व जीवन में महत्व होता है बल्कि मजबूत राष्ट्र के लिए स्वस्थ नागरिकों की आवश्यकता होती है। स्वस्थ युवा ही सकारात्मक ऊर्जा के साथ राष्ट्र निर्माण अपनी प्रभावशाली भूमिका का निर्वाह करते हैं।
              वरिष्ठ प्राध्यापक, व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ प्रभारी डाॅ. इला तिवारी ने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ्य मन रहता है, जिसमें उच्च सकारात्मक विचार आते हैं। इस हेतु योग माध्यम है जिसे युवा छात्राओं को अपनाना चाहिए। खेल अधिकारी डाॅ. मोनिका हर्डिकर ने आभार देते हुए महाविद्यालय में संचालित योग कक्षाओं की जानकारी दी।
         छात्राओं ने स्वामी जी से प्रश्न किए यथा जल्दी-जल्दी नींद आना, भूल जाना, ध्यान न लगना, योग हेतु उच्च समय, सामान्य रूप से किन योगासनों का नियमित करना चाहिए आदि प्रश्न किए।
        इस अवसर पर डाॅ. संजय खरे, डाॅ. प्रतिमा खरे, श्रीमति मंगला सूद, डाॅ. अंशु सोनी, स्वामी योग रक्षित, स्वामी भक्तिमूर्ति, स्वामी सत्यमूर्ति, स्वामी ध्यानेरवर, श्री रामनारायण यादव, अध्यक्ष योग निकेतन संस्थान, श्रीमति सुनीता श्रीवास्तव, श्री अक्षय दुबे तथा बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित थी
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महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में हई जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं

महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में हई जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 
सागर । शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर में महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय निबंध, पोस्टर एवं चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई।
 इस मौके पर  संयुक्त कलेक्टर राजेन्द्र सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक मात्र ऐसे महापुरुष थें जिन्होंने भारतीय सिद्धांतों का व्यवहारिक प्रयोग कर स्वतंत्रता दिलायी।
 कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें डॉ. जी.एस. रोहित ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता के लिये अहिंसा जैसे प्रयोगों को व्यवहारिक धरातल पर लागू कर स्वतंत्रता आदोलन के लिये जब लागू किया तो विश्व के लिये वह आठवा अचंभा था।कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अमर कुमार जैन ने कहा कि 1915 में भारत आने पर गांधी जी ने पैदल यात्राएँ कर भारत के प्रत्येक व्यक्ति की दिशा व दशा को समझने का कार्य किया तत्पश्चात् अपने दर्शन एवं विचारों से स्वतंत्रता आंदोलन के लिये तैयार किया वास्तव में भारतीय जनमानस भी ऐसे ही किसी मनुष्य की प्रतीक्षा में थी जिसके कार्य महात्मा जैसे हो। निर्णायक डॉ. सर्वेश्वर उपाध्याय ने कहा कि महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप सिद्धांत ने मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया। इस सिद्धांत के अनुसार आवश्यकता से अधिक सम्पत्ति पर समाज का अधिकार होना चाहिए। चित्रकला, पोस्टर के निर्णायक असरार अहमद ने बताया कि निर्णय करते समय बहुत सी बारीकियों को देखा जाता है। महात्मा गांधी जी पर आधारित इस चित्रकला प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन परम्परा निर्वाह के लिये प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय का चयन किया गया।
प्रतियोगिता के विजेताओं में निबंध प्रतियोगिता में रोशनी अहिरवार, शास. कन्या महाविद्यालय बीना प्रथम, कृष्णा गौड़, शास. महाविद्यालय पी.जी. बीना. द्वितीय एवं राहुल अहिरवार, शास. महाविद्यालय रहली, तृप्ती शांडिल्य, शास. कन्या महाविद्यालय, सागर तृतीय चित्रकला प्रतियोगिता में ध्रुब कटारे, पी.जी. बीना प्रथम, प्रदीप प्रजापति, शास. महाविद्यालय राहतगढ़ द्वितीय एवं शिवानी विश्वकर्मा, शास. महाविद्यालय मकरोनिया तृतीय पोस्टर प्रतियोगिता में अभिषेक उपाध्याय, शास. कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, सागर प्रथम, विभु सक्सेना, शास. पी.जी. महाविद्यालय, सागर द्वितीय एवं जतिन गुप्ता, शास. महाविद्यालय पी.जी. बीना  तृतीय रही।
     कार्यक्रम में डॉ. इमराना सिद्दीकी, डॉ. उमाकांत स्वर्णकार, डॉ. संतोष उपाध्याय, डॉ. अर्चना यादव, डॉ. संदीप तिवारी, डॉ. किरण जैन सहित सागर जिले के 80 प्रतिभागी उपस्थित थें
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15 अक्टूबर तक सभी बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा वितरित होगा,30 हजार रुपए तक प्रति हेक्टेयर मुआवजा मिलेगा:मुख्यमंत्री

15 अक्टूबर तक सभी बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा वितरित होगा,30 हजार रुपए तक प्रति हेक्टेयर मुआवजा मिलेगा:मुख्यमंत्री

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि 15 अक्टूबर तक सभी बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा वितरित कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुआवजे के लिए पहले के समान भटकना नहीं पड़ेगा। सरकार पीड़ितों के पास जाएगी, उन्हें सरकार के पास नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई हैं उन्हें आरबीसी 6(4) के प्रावधानों के तहत 8 हजार से लेकर 30 हजार रुपए तक की प्रति हेक्टेयर मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार मदद नहीं देगी तो सरकार अपने बजट में कटौती कर बाढ़ प्रभावितों की मदद करेगी। श्री नाथ आज अतिवृष्टि से सर्वाधिक प्रभावित नीमच जिले के ग्राम रामपुरा में बाढ़ राहत शिविर में बाढ़ प्रभावितों से चर्चा कर रहे थे। 
22 सितम्बर से राहत प्रारंभ 15 अक्टूबर तक सभी को मिलेगी राहत
मुख्यमंत्री ने कहा कि मालवा, निमाड़, नीमच मंदसौर क्षेत्र में इस बार इतिहास में सर्वाधिक भारी बारिश हुई है। इससे जो नुकसान हुआ है वह भी बड़ा है हम इसका आकलन कर रहे है लेकिन  सरकार केन्द्र की मदद का इंतजार किए बिना राहत देने का काम 22 सितम्बर से शुरु कर दिया है और अगले 15 अक्टूबर तक हर प्रभावितों को मदद दे दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके साथ है आपके दु:ख दर्द पीड़ा और समस्या के साथ साझी है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की वीभीषिका के दौरान वे हर घंटे की स्थिति कि जानकारी ले रहे थे और जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में थे। 
8 हजार से लेकर 30 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर तक मुआवजा दिया जाएगा, बीज भी दिया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने नीमच जिले के बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात के दौरान चर्चा में कहा कि सरकार ने प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान से लोगों को राहत पहुँचाने के‍ लिए भारत सरकार से मदद देने की माँग की है लेकिन हमें वहाँ से कोई मदद मिले या न मिले भले ही बजट में कटौती करना पड़े हम किसानों और बाढ़ प्रभावितों को पूरी मदद देंगे। उन्होंने कहा कि सोयाबीन, मूंग, उड़द और सब्जियों की फसल को जो नुकसान पहुँचा है उसमें भी सरकार पूरी मदद देगी। श्री नाथ ने बताया कि आरबीसी 6(4) के प्रावधानों के अनुसार 2 हेक्टेयर कम भूमि वाले और 2 हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले किसानों की सिंचित/असिंचित भूमि में 33 से 50 प्रतिशत फसल की क्षति होने पर आठ हजार रुपए प्रति हेक्टेयर से लेकर 26 हजार रुपए प्रति हेक्टयर मुआवजा दिया जाएगा। इसी तरह 50 प्रतिशत से अधिक फसल की क्षति होने पर विभिन्न फसलों के लिए 16 रुपए प्रति हेक्टेयर से लेकर 30 रुपए प्रति हेक्टेयर का मुआवजा दिया जाएगा। सभी प्रभावित किसानों के खातों में 15 अक्टूबर तक राशि पहुँच जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन किसानों का पानी भर जाने के कारण गेहूँ, चना, सरसों, मटर, मसूर, अलसी आदि के बीजों को भंडारण खराब हो गया है ऐसे किसानों को आगामी रबी फसल के लिए उच्च गुणवत्ता के बीज उपलब्ध करवाएँ जाएंगे।
प्रभावितों के बिजली बिलों को सरकार चुकाएगी
मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ की विपदा से प्रभावित लोगों को बिजली बिलों में राहत दी जाएगी। नया सवेरा योजना के पात्र परिवारों के 3 माह के बिजली बिलों को माफ किया जाएगा। उनके 300 रुपए के बिजली बिलों को सरकार चुकाएगी। जो लोग नया सवेरा योजना में पात्र नहीं होंगे ऐसे प्रभावितों के प्रति परिवार बिजली बिल में 1000 रुपए की राशि सरकार देगी जो उनके खाते में पहुँचेगी।
बच्चों को दी जाएगी कॉपी-किताबें
बाढ़ के कारण हमारे बच्चे भी प्रभावित हुए है उनके पढ़ने की कॉपी-किताबें भी पानी के कारण नष्ट हो गई है ऐसे सभी बच्चों को नई कॉपी-किताबें सरकार उपलब्ध करवाएगी।
सड़कों, पुलों के मरम्मत कार्य प्राथमिकता पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों, पुलों और बिजली की व्यवस्थाएँ भी प्रभावित हुई है। इन सभी विभागों को तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए है। सड़कों और पुलों की मरम्मत कार्य को प्राथमिकता पर लिया गया है। ऐसे पुल जिनके कारण आवागमन रूका है उसके लिए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करके यातायात शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
नि:शुल्क राशन अगले छ: माह तक दिया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ के कारण हजारों परिवार का घर में संग्रहित राशन खराब हो गया उनके सामने राशन का संकट है इसके लिए सभी बाढ़ पीड़ित परिवारों को 50 किलो अनाज उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए है। यह राशन लोगों तक पहुँच गया है। इसी तरह अगले छ: माह तक ऐसे परिवारों को 5 किलो प्रति सदस्य के मान से खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जाएगा।
क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 1 लाख रुपए तक की सहायता
मुख्यमंत्री ने कहा कि अति-वृष्टि से क्षतिग्रस्त हुए मकानों के लिए प्रति मकान एक लाख रुपए की सहायता दी जाएगी। इसमें 5 हजार रुपए कपड़े आदि के नष्ट होने का मुआवजा भी शामिल है। जिन लोगों के मकान पूरी तरह नष्ट हो गए है उनको मुख्यमंत्री आवास योजना में शामिल कर मकान बनाने के लिए डेढ़ लाख रुपए तक की राशि सरकार उपलब्ध करवाएगी।
पशु हानि पर 3 हजार से 30 हजार तक की मदद, पोस्टमार्टम जरूरी नहीं होगा
श्री नाथ ने कहा कि बाढ़ के दौरान बड़े पैमाने पर पशुओं की मृत्यु हुई है। पशु मालिकों को राहत राशि दी जाएगी। गाय, भैंस, ऊँट इत्यादि की हानि पर 30 हजार रुपए तक और भेड़-बकरी की हानि होने पर 3 हजार रुपए प्रति पशु दिए जाएंगे। इसके अलावा गैरजुझारु पशु और गाय, भैंस की हानि के लिए भी सहायता राशि दी जाएगी। पशुओं की हानि होने पर नियमानुसार पोस्टमार्टम किया जाना आवश्यक है परंतु बाढ़ में कई किसानों के पशु बह गए है जिनका पोस्ट मार्टम व्यवाहरिक रूप से किया जाना संभव नहीं है। इसलिए सरकार ने निर्णय लिया गया है कि पशुक्षति पर राहत राशि पंचनामा के आधार पर ही दी जाएगी।
50 हजार के ऋण माफ, 2 लाख तक के ऋण 15 अक्टूबर तक होंगे माफ
मुख्यमंत्री ने बताया कि नीमच जिले में जय किसान फसल ऋण माफी योजना में 18 हजार 158 किसनों के 178 करोड़ से अधिक के ऋण माफ किए गए है। ऋण माफी योजना में 50 हजार तक के ऋण माफी की सीमा को दो लाख रुपए तक बढ़ा दिया गया है। यह ऋण अगले 15 अक्टूबर तक माफ कर दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि नीमच जिले में 54 हजार 361 किसानों का बीमा किया गया है। इन्हें बीमा की दावा राशि दिलवाई जाए। 
मुख्यमंत्री ने संकट के समय में स्थानीय नागरिकों, स्वयंसेवी संस्थाओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीड़ितों की मदद और उन्हें राहत पहुँचाने का जो काम किया उसकी उन्होंने सराहना की।
मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन एवं प्रभारी मंत्री श्री हुकुम सिंह कराड़ा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्धन सिंह, विधायक श्री हरदीप सिंह डंग और पूर्व सांसद सुश्री मीनाक्षी नटराजन उपस्थित थीं।
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पूर्व गृहमन्त्री कह रहेथे सबके नाम लेने में समय लगेगा..लेकिन मंच गिरने में समय नही लगा...

पूर्व गृहमन्त्री कह रहेथे सबके नाम लेने में समय लगेगा..लेकिन मंच गिरने में समय नही लगा...
धरना के दौरान मंच गिरा,पूर्वमंत्री सहित कई नेता गिरे
सागर । सागर जिले के खुरई में भाजपा के धरना  प्रदर्शन के दौरान  उस समय अफरातफरी मच गई जब  मंच नेताओं की अधिकता के चलते धड़ाम से गिरा । मंच गिरने से  पूर्व गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ,सांसद राजबहादुर सिंह  ,विधायक महेश राय सहित दर्जनों नेता नीचे गिरे। इसके बाद स्टूल पर खड़े होकर पूर्व मनत्री ने भाषण दिया। कुछ नेताओं को मामूली चोट भी आई।
 एमपी के पूर्व गृहमन्त्री भूपेन्द्र सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र खुरई में विभिन्न समस्याओं को लेकर आज धरना प्रदर्शन रखा था । जिसमें सांसद राजबहादुर सिंह सहित अनेक नेता मौजूद थे ।जब भूपेंद्र सिंह अपना  भाषण दे रहे थे । उन्होंने कुछ नेताओं के नाम लिए फिर कहा कि सभी का नाम लेने में समय लगेगा ।इतना कहना था कि मंच ने गिरने में समय नही लगाया। उसी समय मंच भरभरा गया और सारेनेता नीचे जा गिरे।इसमे कुछ नेताओं को मामूली चोट भी आई। जिनका इलाज भी कराया गया। इसके बाद पूर्व गृहमन्त्री ने एक स्टूल पर खड़े होकर भाषण दिया।
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मुक्केबाजी में देश को पहला रजत दिलाने वाले पंघाल सागर के महार रेजिमेंट में हैं नायब सूबेदार

मुक्केबाजी में देश को पहला रजत दिलाने वाले पंघाल सागर के महार रेजिमेंट में हैं नायब सूबेदार
सागर. विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत को पहला रजत पदक दिलाने वाले अमित पंघाल का सागर से गहरा नाता है। वे महार रेजिमेंट में नायब सूबेदार के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने पहली बार विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है और ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई हो गए हैं। इससे पहले पंघाल ने एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था।
रूस के एकातेरिनबर्ग शहर में शनिवार शाम 52 किलोग्राम वर्ग से मुक्केबाजी के मुकाबले में पंघाल भले ही स्वर्ण पदक से एक कदम पीछे रह गए लेकिन उन्होंने पहली बार देश के लिए रजत जीतकर इतिहास रच दिया। यह खबर लगते ही महार रेजिमेंट सेंटर में सेना के अधिकारी और जवानों में भी दिनभर उत्साह का माहौल रहा। महार रेजिमेंट के इस जवान ने अब तक मुक्केबाजी में कई पदक हासिल कर देश, रेजिमेंट और सागर का नाम रोशन किया है।

महार रेजिमेंट सेंटर में पूरा किया सैन्य प्रशिक्षण 
अमित पंघाल हरियाणा के रोहतक जिले के मायना गांव में 16 अक्टूबर 1995 में पैदा हुए और 13 अगस्त 2017 में महार रेजिमेंट में शामिल हुए। उन्होंने सागर स्थित महार रेजिमेंट सेंटर में 34 सप्ताह का कड़ा सैन्य प्रशिक्षण पूरा किया और इसके बाद वे नायब सूबेदार बने।
अब तक अर्जित किए कई विश्वस्तरीय सम्मान -
रेजिमेंट के नायब सूबेदार पंघाल ने 2017 में प्रशिक्षण के दौरान एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने बल्र्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पांचवा स्थान, बुल्गारिया के स्टैंडजा में 2018 में स्वर्ण पदक, कॉमनवैल्थ गेम 2018 में रजत पदक और सितंबर 2018 में ही 18वें एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक अर्जित किया था।

रेजिमेंट में उत्साह, अब खेलों पर और देंगे जोर -
महार रेजिमेंट सेंटर के डिप्टी कमांडेंट कर्नल प्रदीप कुमार चौबे का कहना है कि उन्हें शनिवार को नायब सूबेदार पंघाल के देश के लिए रजत पदक अर्जित करने की खबर लगी थी। इसके बाद पूरे रेजिमेंट में न केवल अधिकारी और जवान बल्कि प्रशिक्षण में शामिल नवसैनिकों में भी उत्साह है। रेजिमेंट खेल विधाओं में अव्वल खिलाडिय़ों के प्रशिक्षण के लिए और भी व्यवस्थाएं जुटाएगी ताकि वे आगे बढ़कर देश और रेजिमेंट का नाम दुनिया में रोशन करें।

(संजय शर्मा,पत्रिका)
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लंका जीकर आये रहली के लालों का हुआ सम्मान,हैंडबॉल में किया नाम रोशन

लंका जीकर आये रहली के लालों का  हुआ  सम्मान,हैंडबॉल में किया नाम रोशन
सागर। कहते है पंखों में नही होसलो से उड़ान होती है होसलो की उड़ान का यह छात्र उदाहरण है जिसमे संसाधनों के आभाव को दरकिनार कर साबित कर दिया कि संकल्प से हर  सफलता संभव है।।पुरानी कहावत है कि दुष्कर कार्य होने पर कहा जाता है कि कौन लंका जीत सकते है। रहली के एक ही क्लास कक्षा 12 के छात्रों ने अपने दृढ़ संकल्प से जिला राज्य और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम रोशन किया।रहली के दो छात्रों ने श्रीलंका में आयोजित अंर्तराष्ट्रीय स्टूडेंट ओलेपिक टूर्नामेंट में हेंडबाल प्रतियोगिता में हर्षित पिता श्रीकांत सोनी,सिद्धार्थ पिता महेंद्र खरे नेे भारत का प्रतिनिधित्व किया था। दोनों छात्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुये जीत हासिल की ओर परिवार नगर देश का गौरव बढाया।श्रीलंका सरकार द्वारा दोनों छात्रों को गोल्ड मेडल एवं प्रमाण पत्र से सम्मानित किया। सिद्धार्थ खरे ने बताया कि 20 जून को पंजाब में स्टेत स्तर पर पतियोगिता हुई थी। जिसमें तीसरा स्थान लगा था। उसके बाद मेल पर अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर खेलने जाने का संदेश आया तो खुशी का ठिकाना नही रहा। सिद्धार्थ ने बताया कि श्रीलंका के कोलंबो में तीन टीमो के बीच मैच हुआ था ।जिसमें पहले श्रीलंका को हराया फिर बंग्लादेश को हराया।सिद्धार्थ ने खुशी जाहिर करते हुये नगर के सभी माता पिता से अपील की है कि बच्चों को उनके रुचि के हिसाब से पढने ओर जिस विधा में वह जाना चाहते है प्रोत्साहित करे।वही हर्षित ने बताया कि परिवार का सबसे अधिक सहयोग मिला जिस कारण अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर इस मुकाम को पाया है। हर्षित का कहना है कि मेहनत ओर लगन से सबकुछ पाया जा सकता है माता पिता ओर परिवार सहित विद्यालय में गुरुजनों का सहयोग के लिये सभी का आभार प्रकट किया। 
वही हर्षित सोनी और सिद्धार्थ खरे के माता पिता ने भी अपने लालो के लंका जितने पर गर्व करते हुए सभी अभिभवकों से अपने बच्चो की रुचि अनुसार उन्हें आगे बढ़ने में सहयोग करने की अपील की है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर रहली का नामरोशन करने वाले ईंन होनहारों  का  रहली में ढोल ढमाकों के साथ स्वागत हुआ। लोगो ने इनपर फूल बरसाए।

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