सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने लोकसभा में सागर संसदीय क्षेत्र में आई.आई.टी, आई.आई.एम. और अन्य राष्ट्रीय संस्थानों में से किसी एक संस्थान की शाखा खोलने की मांग की
तीनबत्ती न्यूज : 12 मार्च ,2025
सागर : किसी भी राष्ट्र की प्रगति उसकी शिक्षा व्यवस्था पर निर्भर करती है हमारे देश के युवा प्रतिभाशाली हैं और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं परिणाम स्वरूप वैश्विक स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं लेकिन एक पक्ष यह भी है कि उच्च स्तरीय तकनीकी और प्रबंधकीय शिक्षा के अवसर केवल महानगरों तक सीमित है, आई.आई.टी., आई.आई.एम., एन.आई.टी., एन.आई.डी., और एम.आई.टी. जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की शाखाएं बड़े शहरों तक ही सीमित रह गई है, इसलिए छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभाशाली विद्यार्थी इन शाखाओं तक पहुंचने के लिए संघर्ष करते हैं, इसलिए छोटे शहरों में उच्च स्तरीय तकनीकी एवं प्रबंधकीय शिक्षा की विस्तार की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं और आईआईटी, आईआईएम, और अन्य राष्ट्रीय संस्थानों की शाखाएं पिछड़े और मध्यम श्रेणी के शहरों में भी खोली जाए।
____________
वीडियो : देखने क्लिक करे
लोकसभा में सांसद डा लता वानखेड़े ने रखी मांग
https://www.facebook.com/share/v/16Pfews4Kq/
____________
युवाओं की इस समस्या की ओर सागर सांसद डॉ. लता गुड्डू वानखेड़े ने लोकसभा में सदन का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि छोटे और मझोले शहरों में उच्च स्तरीय तकनीकी एवं प्रबंधकीय शिक्षा के अवसर सीमित है, और सागर लोकसभा क्षेत्र भी इस चुनौती का सामना कर रहा है और यहां के युवा शिक्षा के लिए महानगरों की ओर पलायन करने को मजबूर है जिसे केवल उनके परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ता है बल्कि उनके अपने क्षेत्र के विकास में योगदान देने की संभावनाएं भी सीमित हो जाती हैं सरकार ने सबके लिए शिक्षा और समावेशी विकास का जो संकल्प लिया है उसे साकार करने के लिए यह आवश्यक है कि इन प्रतिष्ठित संस्थानों की शाखाएं छोटी और मझोले शहरों में भी स्थापित किये जाए यह केवल शिक्षा का विस्तार ही नहीं होगा बल्कि क्षेत्रीय विकास, नए रोजगार के अवसर और नवाचार को भी बढ़ावा मिलेगा। यदि सागर जैसे शहर में आईआईटी, आईआईएम, या एनआईडी जैसे संस्थान स्थापित किए जाते हैं तो यह न केवल स्थानीय विद्यार्थियों को लाभ पहुंचाएंगे बल्कि पूरे राज्य के शैक्षणिक और औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
उन्होंने निवेदन किया सागर संसदीय क्षेत्र में इन संस्थानों में से किसी एक संस्थान की स्थापना हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएं जिससे हमारे क्षेत्र के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो, नए रोजगार के अवसर उपलब्ध हो और हमारा संसदीय क्षेत्र भी राष्ट्र की प्रगति में एक सक्रिय भूमिका निभा सके।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें