डॉ गौर विवि के वैदिक अध्ययन विभाग के जीतेन्द्र ने पहले प्रयास में नेट परीक्षा उत्तीर्ण की : पिछले साल हुआ था नया विभाग शुरू
तीनबत्ती न्यूज : 23 फरवरी ,2025
सागर : डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय की दूरदर्शी कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन हेतु कुछ नवीन विभागों का प्रारम्भ पिछले अकादमिक सत्र में प्रारम्भ किया था।उन विभागों ने एक ही वर्ष में फल देना प्रारंभ कर दिया। वैदिक अध्ययन विभाग के अन्तर्गत भारतीय ज्ञान परम्परा में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चल रहा है, जिसका अभी केवल एक ही सेमेस्टर समाप्त हुआ। प्रथम सेमेस्टर के छात्र जीतेन्द्र सिंह दांगी ने पहले ही प्रयास में नेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर विश्वविद्यालय में अध्यापन हेतु असिस्टेंट प्रोफेसर की योग्यता प्राप्त कर ली है।
विभागाध्यक्ष प्रो. दिवाकर शुक्ला ने जीतेन्द्र को बधाई देते हुए बताया कि इस विभाग की स्थापना के बाद से ही विश्वविद्यालय की कुलपति महोदया इस नवीन विभाग के प्रति आशान्वित थीं। विभाग के शिक्षकों डॉ. आयुष गुप्ता एवं डॉ. शिवानी खरे ने भी जीतेन्द्र को उनकी इस उपलब्धि हेतु बधाइयां दीं।
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जीतेन्द्र ने कहा कि अध्यापकों की लगन और माता पिता के आशीर्वाद से उन्होंने यह सफलता अर्जित की। उन्होंने बताया कि भारतीय ज्ञान परम्परा को पढ़ना अपने आप में एक गौरव का विषय है। संस्कृत और भारतीय दर्शन हमारी धरोहर है। अध्यापकों ने वेदों ,प्राचीन शास्त्रों, दर्शन में निहित विज्ञान, अर्थव्यवस्था, गणित भारतीय ज्ञान प्रणाली को इतने स्पष्ट रूप से समझाया कि यह विश्वास हुआ कि हमारे प्राचीन भारतीय ऋषियों ने इतने अद्भुत ज्ञान का सृजन किया। हम केवल पाश्चात्य अंधानुकरण के कारण अपने ऋषियों के योगदान को देख नहीं सके। भारतीय ज्ञान परम्परा में स्नातकोत्तर करने का निर्णय मेरे जीवन का एक उत्तम निर्णय है।
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