साध्वी बनी पूर्व मिस वर्ल्ड टूरिज्म और एक्ट्रेस इशिका तनेजा : जबलपुर में शंकराचार्य से ली गुरु दीक्षा
तीनबत्ती न्यूज : 08 जनवरी ,2025
जबलपुर : मिस इंडिया और मिस वर्ल्ड टूरिज्म बनी और एक्ट्रेस इशिका तनेजा ने ग्लैमर की दुनिया छोड़कर अब धर्म ओर अध्यात्म की राह पकड़ ली है. इशिका कभी ग्लैमर और फिल्मों की दुनियाका हिस्सा थीं, लेकिन उन्होंने हाल ही में अध्यात्म की ओर कदम बढ़ाया है. इशिका तनेजा ने जबलपुर में द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी महाराज से गुरु दीक्षा ली है. इस दौरान वह भगवा कपड़े यानी कि साध्वी के भेष में नजर आईं. इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कदम उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ है. इशिका ने कहा कि में " काफी समय से भटक रही थी कि किस दिशा में जाऊं।गुरुजी का आदेश था कि मैं जबलपुर आकर गुरु दीक्षा लूं, इसलिए मैंने यहां आकर दीक्षा ली. अब गुरु मिल गए है और मार्ग भी मिलेगा "
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इशिका तनेजा ने मिस इंडिया (2017-18) का खिताब जीता था। 27 जनवरी, 2018 को मलेशिया के मेलाका में आयोजित मिस वर्ल्ड टूरिज्म में उन्हें बिजनेस वुमन ऑफ द वर्ल्ड का ताज पहनाया गया था। 26 जनवरी 2016 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इशिका को 'भारत की 100 सफल महिला' के पुरस्कार से सम्मानित किया था। उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया है। __________________
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आध्यात्म की ओर लगाव शुरू से : रील और रीयल में अंतर
इशिका ने बताया कि गुरु जी से गुरु दीक्षा लेना चाहती थी, लेकिन उन्होंने कहा था कि वह उसे जबलपुर में गुरु दीक्षा देंगे. इशिका ने बताया कि उन्हें हमेशा से अध्यात्म और धर्म में रुचि रही है. हालांकि, यह परिवर्तन अचानक नहीं हुआ बल्कि समय के साथ धीरे-धीरे उनकी सोच और दृष्टिकोण में बदलाव आया. में इस्कान, आचार्य श्री श्री रविशंकर जिहराज सहित अन्य से भी जुड़ी रही। उनका मानना है कि ग्लैमर और वास्तविक जीवन में अंतर है।
उन्होंने कहा कि रील और रीयल लाइफ में अंतर है। रील मेडअप होती है। जबकि रियल लाइफ को महसूस किया जाता है।आप परिवार और समाज से जुड़कर बेहतर बनाते है। आप रियल लाइफ सुन्दर बने यह जरूरी है। रील सुंदर बनने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
उनका मानना है कि आज के समय में शिक्षित हिंदुओं का धर्म और समाज की उन्नति के लिए आगे आना अत्यंत आवश्यक है. इशिका ने कहा कि बचपन से ही उनका झुकाव धर्म की ओर था, लेकिन उनकी व्यस्त फिल्मी और मॉडलिंग करियर ने उन्हें इस दिशा में काम करने का समय नहीं दिया. ऐसे में अब जब उन्होंने आध्यात्मिक जीवन को अपनाया है, तो वह इसे अपने जीवन का सबसे प्रसन्नता दायक निर्णय मानती हैं.
युवाओं को दिया ये संदेश
इशिका ने युवाओं से धर्म और अध्यात्म के प्रति जागरूक होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी में अपार ऊर्जा और समय है, जिसे सही दिशा में उपयोग करने की आवश्यकता है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि “अभी नहीं तो कभी नहीं”. धर्म और समाज के उत्थान के लिए युवाओं का योगदान महत्वपूर्ण है.
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