डॉ गौर विश्वविद्यालय और ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया के बीच एमओयू साईन
▪️शांति, सहयोग एवं समन्वय की भारतीय दृष्टि से ही वसुधैव कुटुम्बकम की संकल्पना साकार होगी
तीनबत्ती न्यूज : 16 जनवरी 2025
सागर. डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर और ग्लोबल पीस फाउंडेशन इंडिया के बीच विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गये. इस साझेदारी का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, शांति निर्माण और नेतृत्व विकास जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान और प्रशिक्षण को बढ़ावा देना है. समझौते पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता और जीपीएफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉ. मार्कंडेय राय ने हस्ताक्षर किए. इसके साथ ही ‘शांति और नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम’ का शुभारंभ भी किया गया, जो 15 और 16 जनवरी 2025 तक आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को शांति निर्माण और नेतृत्व कौशल में प्रशिक्षित करना है.
कार्यक्रम के दौरान डॉ. मार्कंडेय राय (जीपीएफ इंडिया, चेयरपर्सन) ने युवाओं की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए शांति निर्माण के महत्व पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा पूरी दुनिया को दिशा प्रदान की है. मानवीय संकट के समय विश्व हमेशा भारत की तरफ देखता है. भारत की युवा आबादी क्षमता से परिपूर्ण है और उसे आगे बढकर नेतृत्वकारी भूमिका में होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत शांतिप्रिय देश है और भारतीय दार्शनिकों, विचारकों और चिंतकों ने हमेशा पूरे विश्व में शान्ति का ही सन्देश दिया. उन्होंने कहा कि शांति, सहयोग एवं समन्वय की भारतीय दृष्टि से ही वसुधैव कुटुम्बकम की संकल्पना साकार होगी.
डॉ. सुरेंद्र पाठक (वरिष्ठ शिक्षाविद) ने नेतृत्व विकास के व्यावहारिक पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया. कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियों में शांति निर्माण के मूल सिद्धांतों पर चर्चा, नेतृत्व विकास और सामुदायिक सहयोग आदि पर चर्चा रही. दूसरे दिन का सत्र इंटरएक्टिव सेशन था जिसमें प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और दिए गए विषय पर अपने सकारात्मक विचार रखे. प्रो. वंदना सोनी (कार्यक्रम समन्वयक) ने कार्यक्रम के सुचारू संचालन और समन्वयन में महत्वपूर्ण योगदान दिया. सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र भी वितरित किये गये.
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