भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की 150वीं स्थापना वर्ष पर सागर में आयोजन
सागर : मौसम कार्यालय,सागर में भारतीय मौसम विभाग की स्थापना 150 वीं वर्षगांठ कार्यक्रम पर आज भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित मुख्य कार्यक्रम का लाइव स्ट्रीमिंग की गई। जिसमें कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी, विभिन्न विद्यालयों के छात्र -छात्राएं उपस्थित रहे। विवेक छालोत्रे ने बताया कि इस कार्यक्रम के उपरांत निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं के विजेताओ को विशिष्ट अतिथि वी के वर्मा (सहायक निदेशक) आकाशवाणी, सागर ने निबन्ध लेखन प्रतियोगिता एवं चित्रकला प्रतियोगिता के प्रतिभागियो को पुरूष्कृत किया गया एवं इसके उपरांत आमजन एवं छात्रों को मौसम कार्यालय की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया गया तथा अंत में सभी के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई।
कल 15 जनवरी को भी मौसम कार्यालय कार्यालय, सिविल लाइन्स, सागर स्थित कार्यालय में सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक स्कूल, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओ के छात्र-छात्राओं, कर्मचारी, अधिकारी एवं आम जनता और प्रेस, मीडिया कर्मियों के लिए मौसम संबंधी गतिविधियों से संबंधित प्रदर्शनी और उपकरण प्रदर्शित किए जाएंगे एवं विभाग की कार्यप्रणाली, विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया जायेगा। इस आयोजन में सभी सादर आमंत्रित है।
1875 में स्थापित भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD), भारत में मौसम संबंधी अवलोकन और मौसम पूर्वानुमान के लिए प्रमुख राष्ट्रीय एजेंसी है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत संचालित, आईएमडी मौसम संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी और चेतावनियाँ प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह वायुमंडलीय स्थितियों की निगरानी करता है, मानसून पर नज़र रखता है, और कृषि, विमानन, शिपिंग, आदि और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिए दैनिक मौसम पूर्वानुमान प्रदान करता है। विभाग चरम मौसम की घटनाओं, जैसे चक्रवात, लू, शीत लहर, तूफान और बिजली और बाढ़ के लिए प्रारंभिक चेतावनी भी जारी करता है, जिससे जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करने में मदद मिलती है। वेधशालाओं, उपग्रहों और राडार के नेटवर्क के साथ, आईएमडी की सेवाएँ भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के लिए अपरिहार्य हैं।
2025 में, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) 15 जनवरी को अपनी स्थापना के 150 वर्ष का जश्न मनाएगा, जो वैज्ञानिक नवाचार और सार्वजनिक सेवा की एक उल्लेखनीय यात्रा को चिह्नित करेगा। दशकों से, आईएमडी एक छोटे अवलोकन नेटवर्क से मौसम विज्ञान में एक वैश्विक नेता के रूप में विकसित हुआ है, जिसने भारत की आपदा लचीलापन और सतत विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह मील का पत्थर मानसून के जटिल पैटर्न की भविष्यवाणी से लेकर जलवायु परिवर्तन जैसी उभरती चुनौतियों का समाधान करने तक, उत्कृष्टता के प्रति इसकी स्थायी प्रतिबद्धता को उजागर करता है। इस असाधारण उपलब्धि को चिह्नित करने के लिए, आईएमडी ने वर्ष के दौरान 15 जनवरी 2024 से शुरू होकर 15 जनवरी 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में भव्य स्थापना दिवस समारोह तक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की योजना बनाई है।
आईएमडी ने राष्ट्र की सेवा के 150 वर्षों के इस मील के पत्थर का जश्न मनाने के लिए 2024-25 के दौरान कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की योजना बनाई है। इस घटना को मनाने के लिए, आईएमडी की 150 वर्षों की उल्लेखनीय यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए 15 जनवरी 2025, आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस पर एक स्मारक सिक्का जारी करने का प्रस्ताव किया गया है।
15 जनवरी 2025 को 150वें स्थापना दिवस के अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी रुपये के साथ "आईएमडी का मेरा टिकट" जारी करेंगे। 5 मूल्यवर्ग जो आईएमडी की विरासत और उपलब्धियों को दर्शाता है।
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