Sagar: नगरपालिका उपचुनाव में अनुशासनहीनता का नोटिस मिला BJP पार्षद को

Sagar: नगरपालिका उपचुनाव में अनुशासनहीनता का नोटिस मिला BJP पार्षद को


तीनबत्ती न्यूज : 14 सितम्बर ,2024

सागर : सागर जिले की मकरोनिया नगर पालिका के उपचुनाव में मीडिया के सामने प्रतिकूल टिप्पणी करने वाले बीजेपी पार्षद महेंद्र सिंह ठाकुर को जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 



बीजेपी जिला महामंत्री श्याम तिवारी द्वारा जारी नोटिस के मुताबिक महेंद्र सिंह ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के निर्वाचित पार्षद है पार्टी आपसे अपनी विचारधारा और अनुशासन की अपेक्षा रखती है ।परंतु विगत दिवस नरयावली विधानसभा के नगर पालिका क्षेत्र में हुये उपचुनाव के दौरान आपके द्वारा मीडिया के समक्ष जो टिप्पणी की गयी है इस तरह की टिप्पणी से पार्टी की छवि धूमिल होती है।

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पार्षद महेंद्र सिंह से  कहा गया है कि इस संबंध में दो दिवस के अंदर  गौरव सिरोठिया जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी के समक्ष अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। अन्यथा अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।


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जबलपुर रेल मंडल की बैठक में सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने रेल सुविधाओं के विस्तार का रखा विजन

जबलपुर रेल मंडल की बैठक में सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने रेल सुविधाओं के विस्तार का रखा विजन



तीनबत्ती न्यूज : 14 सितम्बर, 2024

जबलपुर :  जबलपुर में आयोजित जबलपुर रेल मंडल के सांसदों और अधिकारियों की हुई बैठक में सागर सांसद डॉ. लता वानखेड़े ने अधिकारियों को लोकसभा क्षेत्र सागर में रेल सुविधाओं के विस्तार और यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी के विजन से स्पष्ट तौर पर अवगत कराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और रेल मंत्री द्वारा बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास के लिए चिंता की जा रही है, रेल बजट के लिए बड़ी राशि जारी की गई है इसलिए अधिकारियों को चाहिए कि इस क्षेत्र में रेल सुविधाओं का विस्तार करें और असंभव कार्य को संभव बनाने की सोच के साथ नयी योजनाएं बनाएं और उनको मूर्त रूप दें साथ ही साथ जो धीमी गति से निर्माण कार्य चल रहे है, उनको गति दे ताकि जल्दी से जल्दी यात्रियों को उन सुविधाओं का लाभ मिल सके। 

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यह सुझाव दिए बैठक में

बैठक में उन्होंने सुझाव दिया कि ट्रेन संख्या 22614 अयोध्या से रामेश्वरम चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन जो वाया जबलपुर होकर जाती है उसे अन्य दिनों में वाया कटनी दमोह सागर विदिशा भोपाल नागपुर से चलाया जाए, ट्रेन संख्या 12194 जबलपुर से बेंगलुरु तक चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन को भी अन्य दिनों में वाया कटनी, दमोह, सागर, विदिशा, भोपाल नागपुर से चलाया जाए। ट्रेन संख्या 22684 लखनऊ से बेंगलुरु तक चलने वाली साप्ताहिक ट्रेन जो वायां जबलपुर होकर चलती है इसे भी सप्ताह के अन्य दिनों में वाया कटनी, दमोह, सागर, विदिशा, भोपाल से चलाया जाए। ट्रेन संख्या 22407/22408 निजामुद्दीन अंबिकापुर साप्ताहिक ट्रेन जो सागर से चलती है इसे प्रतिदिन या सप्ताह में तीन बार चलाया जाए और इसमें स्लीपर कोच की संख्या बढ़ाई जाए । गोंडवाना एक्सप्रेस जो रात 2:30 बजे सागर आती है जिससे यात्रियों को परेशानी होती है ।

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प्रस्तावित नई ट्रेन संख्या 22137/22138 दमोह-नागपुर एक्सप्रेस ट्रेन दमोह से सागर के रास्ते नई ट्रेन चलाया जाना बरसों से लंबित है उसे शीघ्र प्रारंभ कराया जाए। शिप्रा एक्सप्रेस 22911 इंदौर हावड़ा पूर्व रेल मंत्री की घोषणा अनुसार इसे प्रतिदिन चलाने की व्यवस्था की जाए। इन ट्रेनों के किये जाए स्टॉपेज-- ट्रेन क्रमांक 22172 वंदे भारत एक्सप्रेस उसका स्टॉपेज बीना जंक्शन में किया जाए। ट्रेन क्रमांक 22181 जबलपुर निजामुद्दीन इसका स्टॉपेज सागर शहर के उपनगरीय क्षेत्र मकरोनिया में किया जाए। ट्रेन संख्या 22162 दमोह- भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन तक बढ़ाया जाए। ट्रेन संख्या 14630 पातालकोट एक्सप्रेस इसका ठहराव मंडी बामोरा स्टेशन पर किया जाए, सागर शहर के मकरोनिया उपनगरीय क्षेत्र में ट्रेन संख्या 2281 और 22182 एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, शिप्रा एक्सप्रेस का ठहराव सुनिश्चित किया जाए।

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 उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि बीना जंक्शन में विभिन्न सुधार करने हेतु 150 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य चल रहे हैं उन्हें शीघ्र पूर्ण किया जाए, जो आर.ओ.बी. निर्माण के कार्य चल रहे हैं उनका कार्य शीघ्र पूर्ण कराया जाए, बीना-सागर स्टेशन की तरह अन्य स्टेशनों पर सोलर प्लांट लगाए जाएं। बीना जंक्शन महत्वपूर्ण जंक्शन है इसलिए इस स्थान पर असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को रोकने के लिए और स्टेशन की सुरक्षा मजबूत बनाने के लिए ‘’कवच’’ जैसी महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रणाली का उपयोग किया जाए। 

उन्होंने सुझाव दिया कि स्टेशनों पर जिले के ऐतिहासिक महत्व के स्थान और डॉक्टर हरिसिंह गौर के छायाचित्र भी बनाए जाएं ताकि लोगों को यहां के ऐतिहासिक और महापुरुषों के बारे में जानकारी हो। इसके अलावा बैठक में उन्होंने सागर-विदिशा 05, लोकसभा क्षेत्र में यात्री सुविधा और रेल सुविधाओं की विस्तार के संबंध में अन्य कई सुझाव दिए और अधिकारियों को सुझाव पर कार्यवाही करते हुए क्रियान्वित करने को कहा


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National Lok Adalat : पर्पल स्कूटी पर बैठा कर घुमवाया और वाहन का नामांतरण कराया : तो लोक अदालत में एक हुए पति– पत्नी

National Lok Adalat : पर्पल स्कूटी पर बैठा कर घुमवाया और वाहन का नामांतरण कराया : तो लोक अदालत में एक हुए पति– पत्नी 


तीनबत्ती न्यूज : 14 सितम्बर ,2024

मंदसौर ; मंदसौर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत ( National Lok Adalat ) में एक मामले में स्कूटी ने पति पत्नी को मिलाया। राष्ट्रीय लोक अदालत खण्डपीठ क्र. 18 में विगत कई वर्षों से बिछड़ा हुआ परिवार एक हुआ। जब श्री गंगाचरण दुबे, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय (Principal Judge, Family Court, Ganga Charan Dubey) द्वारा मध्यस्थता कर रूठी हुई पत्नी को उसके पसंदीदा वाहन पर्पल स्कूटी पर बिठवाकर घुमवाया और वाहन का नामांतरण पत्नी के नाम कराकर उसे वाहन स्वामिनी बनवाया, तो नाराज घर छोड़कर गई पत्नी अपना गुस्सा छोड़कर पति के साथ जाने को तैयार हो गई और बिछड़ा परिवार एक हो गया।

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यह था मामला

घटना यह है कि मनोज की शादी प्रज्ञा (परिवर्तित नाम) के साथ दिनांक 29 अप्रैल .2021 को हिन्दू रीति-रिवाज से जीवन जिला नीमच में सम्पन्न हुई, दोनों के दाम्पतय से एक पुत्री प्रज्ञा के मायके में उत्पन्न हुई। जब मनोज उसे लेने गांव गया, तो उसकी पत्नी के परिजनों ने अभद्र व्यवहार व गाली-गलौच कर अपमानित किया और अभद्र व्यवहार कर भगा दिया। अनेकों प्रयासों के बाद पत्नी विवाद समाप्त कर नहीं आई और मनोज को दाम्पत्य सुखों से वंचित कर दिया, दोनों के मध्य विवाद इतना बढ़ा कि बात तलाक तक जा पहुंची। मनोज ने दाम्पत्य अधिकारों की पुनर्स्थापना और तलाक की याचिका प्रस्तुत कर दी।



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पति अकेला जाता था स्कूटी से

न्यायालय ने राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर जब  गंगाचरण दुबे, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय ने पति-पत्नी से संवाद किया तो ज्ञात हुआ कि वास्तविक विवाद क्रूरता या पत्नी के परित्याग अथवा जारता की स्थिति में रहने का नहीं है। अपितु पति-पत्नी एक वस्त्र विक्रेता की दुकान पर कार्य करते थे और दोनों ने अपने मासिक वेतन से एक पर्पल रंग की स्कूटी क्रय की थी। पत्नी गृह कार्य करते हुए दुकान पर काम से जाने में विलम्बित होती थी और पति मनोज स्कूटी लेकर अकेला काम पर पहुंच जाता था। पत्नी या तो पैदल या अन्य साधन से अपने कार्यस्थल पर उपस्थित होती थी, इसी विवाद के चलते वह नाराज होकर अपने मायके चली गई और उसने मनोज के साथ आने से मना कर दिया।

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फिर स्कूटी बनी जोड़ने का जरिया

समझौतावार्ता के दौरान  गंगाचरण दुबे, प्रधान न्यायाधीश, कुटुम्ब न्यायालय ने पूछा कि वाहन का रंग किसके द्वारा पसंद किया गया था, पत्नी की पसंद से लिए गए वाहन का तथ्य अवगत करने पर न्यायाधीश द्वारा नाराज पत्नी को पर्पल स्कूटी पर सवारी करने हेतु शहर भेजा गया और यह भी यह भी सुझाव दिया गया कि यदि वाहन का नामांतरण, पत्नी के नाम पर करा दिया जाए तो इस पर पत्नी प्रज्ञा सहर्ष स्वीकार रही तथा वाहन सवारी तथा नामांतरण के प्रपत्र फार्म नं. 29-30 न्यायालय में प्रस्तुत होने पर नाराज पत्नी अपने पति के साथ जाने को तैयार हुई और राष्ट्रीय लोक अदालत में उन्होंने प्रकरण समाप्त कराकर अपने दाम्पत्य को पुनर्स्थापित करा लिया। मामले में प्रज्ञा की ओर से इस्माईल मंसूरी और मनोज की ओर से घनश्याम गुजराती अधिवक्ताओं ने न्यायमित्र के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की।

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MP: राष्ट्रीय लोक अदालत : फिल्म "टॉयलेट एक प्रेमकथा " की कहानी आई सामने : घर में टायलेट नही था अदालत ने लिखित में दिलाया भरोसा, बिखरे परिवार हुए इकठ्ठा

MP: राष्ट्रीय लोक अदालत : फिल्म "टॉयलेट एक प्रेमकथा " की कहानी आई सामने  : घर में टायलेट नही था अदालत ने लिखित में दिलाया भरोसा, बिखरे परिवार हुए इकठ्ठा



तीनबत्ती न्यूज : 14 सितम्बर ,2024

मंदसौर :  टायलेट को लेकर बेहद चर्चित और सराही गई फिल्म "टायलेट एक प्रेमकथा " (film "Toilet: Ek Prem Katha") जैसी हकीकत आज भी सामने आ रही है। जिनसे परिवार बिखर रहा है। मध्यप्रदेश में आज  14 सितम्बर को आयोजित की राष्ट्रीय लोक अदालत (National Lok Adalat )में भी ऐसा मामला सामने आया। प्रदेश में मंदसौर ( Mandsaur district ) जिले में आयोजित लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय गंगा चरण दुबे (Principal Judge, Family Court, Ganga Charan Dubey ) की खण्डपीठ क्र. 18 में चर्चित फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा की पुनरावृत्ति देखने को मिली। न्यायालय की मध्यस्थता से पति का पिता, बहु के लिए घर में शौचालय बनाने को तैयार हुआ और परिवार बिखरने से बच गया।

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पहले मामला था दहेज प्रताड़ना का,लेकिन निकला कुछ और

मामला यह था कि नसरीन का निकाह जुवेद अहमद (परिवर्तित नाम) के साथ दिनांक 26.04.2019 को दावतखेड़ी में 51,786/- रुपये मेहर के साथ तय हुआ, कुछ समय पश्चात् नसरीन ने अपने पति व उसके परिजनों पर आक्षेप किया कि वे उसे मारपीट कर प्रताड़ित करते है, एक लाख रुपये दहेज मांगते हैं, उसकी ससुराल में देखभाल नहीं होती है, डिलेवरी उपरांत उत्पन्न पुत्र की सही देखभाल न होने के कारण मृत्यु हो गई, पति की मां, ससुर, पांच नन्दों के द्वारा सामुहिक मारपीट कर प्रताड़ना की जाती है। इस क्रूरता के कारण उसने दिनांक 14 मई 2023 को घर छोड़ दिया। अनावेदक एवं उसके परिजनों ने कहा कि एक लाख रुपये लिए बिना मत आना, इस पर नसरीन ने अपने परिजनों के विरुद्ध मुकदमें संस्थित किए और स्वयं के भरण-पोषण दिलाए जाने की मांग की।

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न्यायाधीश ने समझी हकीकत तो टायलेट का मामला सामने आया

परिवार न्यायालय में प्रकरण पहुंचने पर जब  गंगाचरण दुबे, प्रधान न्यायाधीश ने पक्षकारों के मध्य समझौता कार्यवाही कराई गई, तो वस्तुस्थिति ज्ञात हुई कि विवाद कुछ और ही था। जुवैद की पांच बहनें, नसरीन के जेठ और उनकी पत्नी तथा माता-पिता संयुक्त परिवार में रहते हैं तथा उनके घर में शौचालय नहीं है। जिससे घर की महिलाओं को शौच हेतु लगभग एक किलोमीटर दूरी तक जाना होता है। समस्या ज्ञात होते ही न्यायालय द्वारा परामर्श दिए जाने पर जुवैद के पिता शौचालय निर्मित कराने को तैयार हो गए और दो माह के भीतर उन्होंने शौचालय निर्माण करने हेतु न्यायालय को लिखित आश्वासन दिया । 

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।इस पर वर्षों से रूठी नसरीन, जुवैद के साथ संयुक्त परिवार को वापस हुए। मामले में नसरीन की ओर से अनवर अहमद और जुवैद की ओर से शेरू मंसूरी अधिवक्ताओं ने न्यायमित्र के रूप में तथा शुभम जैन, अधिवक्ता ने खण्डपीठ के सुलहकर्ता के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की। परिवार न्यायालय मंदसौर में कुल 60 प्रकरणों का निराकरण हुआ।


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Sagar Crime : एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव मिले कुएं में : देवरानी – जेठानी फंदे से लटकी मिली और नानी और नातिन के शव पानी में ▪️ छोटे भाई की पत्नी ने की थी आत्महत्या : परिजन है जेल में

Sagar Crime : एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव मिले कुएं में : देवरानी – जेठानी फंदे से लटकी मिली और नानी और नातिन के शव पानी में

▪️ छोटे भाई की पत्नी ने की थी आत्महत्या : परिजन है जेल में


तीनबत्ती न्यूज : 14 सितम्बर ,2024

सागर : सागर जिले में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जिसमे एक ही परिवार की तीन महिलाओ और एक बच्ची की लाश कुएं में मिली। इनमे  कुएं में देवरानी – जेठानी  की लाश फंदे से लटकी मिली और नानी और नातिन के शव पानी में मिले। इस  घटना से पूरे क्षेत्र में  सनसनी फैली है। प्रथम दृष्ट्या मामला आत्महत्या का लग रहा है। 

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                   ( मौत का कुआ)

सुबह देखा तो मिली लाश

सागर जिले के देवरी थाना क्षेत्र के कोपरा ग्राम में शनिवार सुबह सनसनी फेल गई। गांव में कुएं में तीन महिलाओं और एक बच्ची का शव मिला है। इनमें दो महिलाएं फंदे पर लटकी मिलीं, जबकि अन्य महिला और बच्ची का शव पानी में मिला। 100 डायल की सूचना पर एसडीओपी देवरी और थाना प्रभारी  और पुलिस मौके पर पहुंची और मार्ग काम किया। पुलिस ने  चारों शवों को कुएं से निकलवाने के लिए एसडीईआरएफ की टीम को बुलाया गया है। 

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देवरी एसडीओपी शशिकांत सरयाम ने बताया कि महिलाओं की पहचान आरती लोधी (35), भारती लोधी (29), भागवती बाई (65) के रूप में हुई है। बच्ची का नाम रोमिका लोधी (6) है, जो भारती की बेटी थी। भारती और आरती रिश्ते में देवरानी-जेठानी थीं। नानी भागवती लोधी और नातिन रोमिका लोधी का शव पानी में मिला है। भागवती बाई भारती की मां थी। एसडीओपी शशिकांत सरयाम के अनुसार पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस हरेक पहलुओं पर जांच कर रही है। 

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छोटी बहू ने किया था सुसाइड: आरती-भारती के पति जेल में हैं

 इस सामूहिक मौत के मामले को पिछले साल इस परिवार मे हुई आत्महत्या के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। जिसमे पूरा परिवार प्रताड़ित है और  कुछ सदस्य आरोपी भी है। परिवार के सदस्य सुरेंद्र लोधी ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे गांव के ही रहने वाले किशोर लोधी ने सूचना दी थी। इसके बाद सरपंच और पुलिस को बताया। हम और गांव वालों के साथ मौके पर पहुंचे। सुरेंद्र ने बताया कि, 'एक साल पहले छोटे भाई सोनू लोधी की पत्नी ने जहर खाकर सुसाइड किया था।

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आत्महत्या में परिजनों पर दर्ज है एफआईआर 

बहू की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने परिवार के सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस मामले में सोनू और बड़ा भाई करोड़ी जेल में हैं। करोड़ी आरती का पति है। वहीं, भारती का पति किशोरी फरार है। सोनू के ससुराल वाले परिवार को लगातार परेशान कर रहे थे। आए दिन घर आकर धमकी देते थे। मारपीट और गाली-गलौज करते थे। शुक्रवार रात करीब 10 बजे भी घर आकर विवाद किया था। डर के मारे मैं रात में घर भी नहीं गया था।


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अब किसी भी राशन दुकान से ले सकते है राशन उपभोक्ता ▪️पोर्टेबिलिटी लागू होने से राशन लेने में सहूलियत : गोविंद सिंह राजपूत

अब किसी भी राशन दुकान से ले सकते है राशन उपभोक्ता 

▪️पोर्टेबिलिटी लागू होने से राशन लेने में सहूलियत : गोविंद सिंह राजपूत



तीनबत्ती न्यूज:  13 सितंबर 2025
सागर : प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में पोर्टेबिलिटी लागू होने से उचित मूल्य दुकानों से राशन लेने वाले उपभोक्ताओं को सहूलियत मिली है। अब पात्र उपभोक्ता बायोमेट्रिक सत्यापन के आधार पर अपनी सुविधा अनुसार किसी भी उचित मूल्य दुकान से राशन ले सकते हैं। यह सुविधा प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में भी मिलती है। 


खाद्य मंत्री श्री सिंह ने कहा है कि पीओएस मशीन खराब होने अथवा दुकान बंद होने पर हितग्राही किसी अन्य दुकान से राशन ले सकते हैं। निवास स्थान परिवर्तन होने पर भी दुकान परिवर्तन कराने की जरूरत नहीं है। इससे उचित मूल्य दुकानदारों के बीच सकरात्मक प्रतिस्पर्धा से सेवाओं सें सुधार होगा। दुकान समय पर नहीं खोलने या राशन वितरण में अनियमितता करने वाले दुकानदार स्वत: ही इस व्यवस्था से बाहर हो जायेंगे। 


प्रदेश के 34682 परिवारों ने अन्य राज्यों में लिया खाद्यान्न 

खाद्य मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि अगस्त माह में मध्यप्रदेश के 34 हजार 682 परिवारों ने अन्य राज्यों में पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न प्राप्त किया। साथ ही अन्य राज्यों के 3647 परिवारों ने मध्यप्रदेश में खाद्यान्न प्राप्त किया। इसी तरह प्रदेश के 14 लाख 40 हजार 966 परिवारों ने प्रदेश में ही पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न प्राप्त किया।
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