भजन संध्या के रूप में जन्मदिन समारोह मनाना नया उदाहरण, अबिराज सिंह पिता के पूरक बनें - पूर्व मंत्री पं गोपाल भार्गव ▪️रुद्राक्ष धाम में आयोजित भजन संध्या में भक्ति भाव से भरे दर्शक झूमते रहे साथ में पूर्व मंत्री द्वय

भजन संध्या के रूप में जन्मदिन समारोह मनाना नया उदाहरण, अबिराज सिंह पिता के पूरक बनें - पूर्व मंत्री पं गोपाल भार्गव

▪️रुद्राक्ष धाम में आयोजित भजन संध्या में भक्ति भाव से भरे दर्शक झूमते रहे साथ में पूर्व मंत्री द्वय

(भजन संध्या में भजनों पर झूमे पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, बृजबिहारी पटेरिया और राजबहादुर सिंह )

तीनबत्ती न्यूज : 29 नवंबर ,2024

सागर। जन्मदिन तो बहुत लोग मनाते हैं लेकिन यह एक नया प्रशंसनीय उदाहरण है कि जन्मदिन को भजन संध्या के साथ धार्मिक वातावरण में मनाया जाए। अबिराज सिंह जी अपने पिता की तरह धर्म और संस्कृति के मार्ग पर चल रहे हैं अबिराज को आशीर्वाद है कि वे अपने पिता के पूरक बनें। यह विचार पूर्व मंत्री पं श्री गोपाल भार्गव ने रुद्राक्ष धाम मंदिर में आयोजित भजन संध्या में अपने संबोधन में व्यक्त किए।

पूर्व मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि पिता यदि श्रेष्ठ काम करता है तो संतान कभी ऐसी नहीं होगी जो कुल पर कलंक लगाए। हमारी सनातन संस्कृति में एक राजनैतिक व्यक्ति के लिए यही बहुत बड़ा पुण्य और बड़ी कमाई है कि उसके बच्चों में कोई दुर्गुण नहीं आए। उन्होंने कहा कि इस भजन संध्या के कारक मेरे भतीजे अबिराज सिंह का वक्तव्य बताता है कि वे कितने आगे जाएंगे। कम उम्र में अच्छा अध्ययन उन्होंने किया है। वे अपने पिता की तरह धर्म और संस्कृति के मार्ग पर चलते हैं। अबिराज ने रामायण और महाभारत के प्रेरक उद्धरण दिए हैं इससे उनके संस्कारों की श्रेष्ठता का पता चलता है।

 पूर्व मंत्री पं श्री भार्गव ने कहा कि जन्मदिन तो बहुत से लोग मनाते हैं, अनेक नवधनाढ्यों, उद्योगपतियों के जन्मदिन सीबीच और हिल स्टेशनों पर महंगी शराबों ,विद्रूप नाच गानों की फूहड़ता के साथ मनाए जाते हैं। उनकी शादियों में निर्थक अनुपयोगी रूप से अरबों खरबों रुपए खर्च किए जाते हैं जिनका देश के गरीबों को कोई फायदा नहीं होता सिर्फ फिजूलखर्ची और खुद के वैभव का प्रदर्शन मात्र होकर रह जाता है। ऐसे वातावरण में भूपेंद्र जी को धन्यवाद जिन्होंने इस पवित्र परिसर में भक्ति भाव और आध्यात्मिक अनुभूतियों के साथ ऐसा कार्यक्रम रखा जो पहचान बन गया है।


पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि राजनीति में रहते हुए ऐसे उदाहरण प्रस्तुत करने चाहिए जिसका अनुसरण सभी कर सकें। नई गाड़ियां,फाइव स्टार होटलों की महफिलें की संस्कृति के साथ जन्मदिन मनाना भारतीय राजनीति में कलंक की तरह हैं। राजनीति में आई विद्रूपता को समाप्त होना चाहिए और विद्रूपताओं को समाप्त करने का बीड़ा उठाने का काम कोई राजनेता ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह भजन संध्या सिर्फ जन्म दिन समारोह नहीं है यह संदेश है कि हमें परिवार को किस तरह धर्म संस्कृति के मार्ग पर चलाना है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो संस्कृति ,सनातन और सन्मार्ग के आदर्शों पर चले।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवा भाजपा नेता श्री अबिराज सिंह ने कहा कि रुद्राक्ष धाम की भूमि भगवान शिव जी की पवित्र भूमि है। मेरे जीवन का लक्ष्य गरीबों का कल्याण, नारी शक्ति का सम्मान, युवाओं की शिक्षा और गौरवशाली भारत का निर्माण है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण जी की सबसे बड़ी सीख है कि मित्रता कैसे करना और कैसे निभाना है। गरीब मित्र सुदामा को द्वारकाधीश ने तीन मुट्ठी चावल के उपहार के बदले तीनों लोक और अपना निवास भी दे दिए थे। यह हमारी सनातन संस्कृति है। रावण का वध करने वाले वीर का दर्शन करने युद्ध भूमि में आईं रावण की पत्नी मंदोदरी को उनके चरणों और छाया की ओर देखते प्रभु श्री राम से मंदोदरी ने कहा था कि नारी का ऐसा सम्मान करते हुए आपको देख रही हूं तो मुझे मेरे प्रश्न का उत्तर और अपने पति रावण और उनका वध करने वाले राम के बीच का फर्क ज्ञात हो गया। यह भी जान पाई कि आपको मर्यादा पुरुषोत्तम राम क्यों कहा जाता है।

युवा भाजपा नेता अबिराज सिंह ने संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में उनकी प्रतिष्ठा नहीं होती जो धन कमाते हैं, अपितु उनकी ज्यादा प्रतिष्ठा होती है जो धन को जन सेवा और धार्मिक कार्यों में लगाते हैं। अबिराज सिंह ने कहा कि श्रद्धेय रतन टाटा जी और डा हरी सिंह गौर जी का जीवन हमारे सामने इसका उदाहरण है।

भजन संध्या में देश के विख्यात भजन गायकों अभिलिप्सा पांडा, विजय राजपूत और सुनील शर्मा के भजनों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक देर रात तक भक्ति भाव में झूमते रहे। अभिलिप्सा पांडा ने हर हर शंभू, तेरे हाथो में मेरा हाथ हो और मंजिल केदारनाथ हो भजन गाकर श्रद्धालुओं को भक्ति भाव में मस्त कर दिया। विजय राजपूत ने आय हाय रे मेरे श्याम सांवरिया, जिनके दिल में बसते है राम, वो है वीर हनुमान व सुनील शर्मा ने खाटू श्याम जी से जुड़े भजन गाए।

ये रहे मोजूद : 

कार्यक्रम में अतिथियों ने रूद्राक्ष धाम मंदिर पर लिखी गई महत्वपूर्ण पुस्तिका का विमोचन किया गया। कार्यक्रम के आयोजक पूर्व गृहमंत्री, खुरई विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह, पं. श्री गोपाल भार्गव जी मुख्य अतिथि विधायक बृज बिहारी पटेरिया जी, राजबहादुर सिंह पूर्व सांसद, श्रीमती विनोद पथी पूर्व विधायक, श्रीमती संगीता सुशील तिवारी महापौर, राजेन्द्र सिंह मोकलपुर , वीर सिंह पवार पूर्व विधायक, श्रीमती सीमा सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष, पारुल साहू पूर्व विधायक, सुशील तिवारी, देवेन्द्र सिंह, अनिल तिवारी, मनोज कटारे, हेमचंद्र बजाज, श्रीमती सदया भार्गव, राम अवतार पांडे, राम गोपाल, महेश्वरी , सहित हजारों की संख्या में भाजपा नेता, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।

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एडिटर: विनोद आर्य
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