जनगणना के साथ जातिगत जनगणना भी हो : बृज बिहारी चौरसिया
तीनबत्ती न्यूज : 19 नवंबर ,2024
सागर: एनडीए गठबंधन सरकार को देश की जनगणना के साथ- साथ जातिगत-जनगणना भी कराकर इसे सार्वजनिक करना चाहिए।यह बात आज पत्रकारवार्ता में गैर राजनैतिक संगठन पिछडावर्ग, अनुसूचितजाति व जनजाति मंच (फोरम) के संस्थापक/संयोजक एडवोकेट बृजबिहारी चौरसिया ने कही। उन्होंने कहा कि आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की पचास प्रतिशत वाली रोक कानूनन हटना चाहिए।
पत्रकारों को उन्होंने बताया कि उनके संगठन ने पिछड़ावर्ग, एससी व एसटी वर्गों के बीच इसकी जागरूकता के लिए " वर्ग-चेतना अभियान" के तहत वैचारिक आंदोलन गतिशील किया है। इसके माध्यम से इन वर्गों के सदस्यों को उनके संवैधानिक-अधिकारों के लिए जागरूक कर उन्हें राजनैतिक रूप से संगठित किया जाएगा ताकि सत्ता के सूत्र इनके हाथों में हों।
उन्होंने कहा कि देश की तरक्की के लिए जरूरी है कि आर्थिक असमानता व गरीबी-अमीरी की खाई घटे। संविधान की अवधारणा के अनुरूप संसाधनों में देश के अंतिम व्यक्ति को भी उसका हक-हकूक मिले। उन्होंने कहा कि अभी व्यवस्था की आड़ में एक वर्ग विशेष ही सत्ता और संसाधनों पर काबिज हो अपनों को उपकृत कर रहा है। जातिगत जनगणना से ही इसका एक्सरे जनता के सामने आना सम्भव है।
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उन्होंने कहा कि एससी व एसटी वर्गों का आरक्षण संविधान ने सुरक्षित किया है मगर देश का बहुसंख्यक पिछडावर्ग इससे वंचित है और उसे व्यवस्था की आड़ में छला जा रहा है।उन्होंने कहा कि संगठन मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभाओं में अपना वैचारिक- आंदोलन गतिशील करेगा जिसके लिए नगरीय क्षेत्र में वार्ड-स्तरीय व ग्रामपंचायत स्तरीय संगठन तैयार किया जा रहा है। वर्ग-चेतना अभियान के 38 (अड़तीस) सदस्यीय 'केंद्रीय कोर ग्रुप' का गठन किया जा चुका है जिसका और विस्तार किया जाएगा।इस मौके पर निखिल चौकसे, शिवराज सिंह, विनोद यादव, विनीत पटेल, फिरदौस कुरैशी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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