Sagar: फर्जी परीक्षार्थी मामले में स्कूल संचालक और उसका बेटा गिरफ्तार : 3 हजार रुपए का था इनाम
▪️ एमपी बोर्ड परीक्षा में पकड़े गए थे दो मुन्ना भाई
सागर। सागर जिले के बिलहरा में कक्षा 12 वो की बोर्ड परीक्षा में दी फर्जी छात्र पकड़े गए थे। इस मामले में फरार मुख्य आरोपी स्कूल संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस पर पुलिस ने 3 हजार रुपए का इनाम रखा था।
यह था मामला
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलहरा परीक्षा केन्द्र क्र. 241064 पर 12 फरवरी 2024 को कक्षा 12 वीं की परीक्षा में चेकिंग के दौरान दो फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। इसमें केन्द्राध्यक्ष ने चौकी बिलहरा में उपस्थित आकर कक्षा 12 वीं की एमपीबोर्ड परीक्षा में ठाकुर उदयभान मेमोरियल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलहरा के दो छात्रों की जगह दो अन्य फर्जी व्यक्तियों के द्वारा परीक्षा देते पकडे जाने के संबंध में एक लिखित आवेदन पत्र पेश किया ।
जिसपर से पकडे गये दो फर्जी छात्र विधि विरुद्ध बालक आरोपी भूपेन्द्र यादव पिता मनोहर लाल यादव उम्र 20 साल निवासी गढी थाना गैरतगंज रायसेन, ठा. उ. मेमो. हा. से. स्कूल बिलहरा के संचालक/ प्राचार्य कृष्णा सिंह राजपूत उर्फ किस्सू मासाब निवासी बिलहरा तथा उक्त स्कूल के अंश सिंह राजपूत पिता कृष्णा सिंह राजपूत उम्र 18 साल निवासी बिलहरा तथा और पवन लोधी पिता बालकिशन लोधी उम्र 30 साल निवासी ग्राम टीला थाना करेरा जिला शिवपुरी हाल निवासी टेकापार कॉलोनी गैरतगंज थाना गैरतगंज जिला रायसेन के विरुद्ध थाना सुरखी में धारा 419, 420, 465, 467, 468, 471, 120 बी भादवि. धारा 3c/4 म.प्र. परीक्षा अधि. का कायम कर विवेचना में लिया गया।
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3 – 3 हजार का था इनाम
पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा प्रकरण में फरार आरोपियों छात्र अंश सिंह राजपूत तथा स्कूल संचालक कृष्णा सिंह राजपूत को शीघ्र गिरफतार करने के निर्देश दिये गये थे तथा जिन पर 3 –3 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। जिसके पालन में एसडीओपी रहली के द्वारा थाना सुरखी से एक टीम गठित की गई थी । लगातार प्रयासों से पहले आरोप छात्र अंश सिंह राजपूत तथा मुख्य आरोपी कृष्णा सिंह राजपूत उर्फ किस्सू मासाब संचालक/ प्राचार्य ठा. उ. मेमो. हा. से. स्कूल बिलहरा को गिरफतार करने में सफलता प्राप्त की। आरोपी प्राचार्य कृष्णा सिंह राजपूतसे पूँछताछ किये जाने पर जुर्म स्वीकार करते हुये बताया है कि पुत्रमोह एंव पैसों के लालच में आकर परीक्षा देते पकडे गये उक्त फर्जी छात्रों की आर्थिक स्थिति एवं बेरोजगारी का फायदा उठाकर उक्त फर्जी काम किया था। फर्जी छात्रों को परीक्षा देने के लिए पांच हजार रुपए प्रति छात्र सौदा तय हुआ था।
इस मामले में थाना प्रभारी सुरखी उप निरीक्षक शशिकान्त गुर्जर, चौकी प्रभारी बिलहरा सहा.उप निरी. अभिषेक पटेल, आरक्षक अंकित हरदहा, आरक्षक विनय भदौरिया, आर. रामप्रकास स्थापक, आर. कर्मवीर गुर्जर की मुख्य भूमिका रही है।
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