नाराज BJP विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने लिया इस्तीफा वापिस : थाने पर दिया था धरना विधायक : पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ किया मामला दर्ज ▪️पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने जताया दुख: बोले: प्रशासन की ऐसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी
नाराज BJP विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने लिया इस्तीफा वापिस : थाने पर दिया था धरना विधायक : पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ किया मामला दर्ज
▪️पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने जताया दुख: बोले: प्रशासन की ऐसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी
तीनबत्ती न्यूज : 11 अक्टूबर,2024
सागर। मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार में बीजेपी के ही विधायको की नही सुनी जा रही है। विधायक अफसरों को दंडवत करने से लेकर थानो तक में धरने देना पड़ रहे है। यहा तक कि इस्तीफा की तक नौबत आ गई है।
सागर जिले के देवरी से बीजेपी विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने अपना इस्तीफा ले लिया है। विधायक एक डॉक्टर के खिलाफ रिश्वत मांगने को लेकर थाने में एफआईआर दर्ज कराने गए थे। थाने में एफआईआर नही लिखे जाने पर उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया और धरने पर बैठ गए। देर रात चले डाकतर के खिलाफ मामला दर्ज होने पर विधायक ने अपना इस्तीफा वापिस लिया। इस मामले ने राजनेतिक तूल पकड़ लिया है। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव ने दुख जताया है और कहा कि इसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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देखे : नाराज BJP विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने दिया इस्तीफा : थाने के सामने बैठे धरने पर
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क्या था मामला
दरअसल देवरी क्षेत्र के केसली थाना क्षेत्र के ग्राम मेडकी में सांप के काटने से एक व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद मृतक के परिजन मृतक व्यक्ति को और काटने वाले सांप को लेकर अस्पताल पहुंचे । जहां डॉक्टर ने रिपोर्ट में सांप के काटने से मौत लिखने के एवज में 40 हजार रुपया की मांग की । जिसके साक्ष्य होने के बाद भी केसली पुलिस थाने में डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई। जब यह जानकारी क्षेत्रीय विधायक पंडित बृज बिहारी पटेरिया को लगी तो वह एफ आई आर दर्ज कराने के लिए केसली थाने पहुंचे। लेकिन एफ आई आर दर्ज नहीं की गई। जबकि डॉक्टर के खिलाफ सारे प्रमाण मौजूद हैं।
इससे व्यथित विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने अपने लेटर पैड पर इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष के नाम लिख दिया और सोसल मीडिया पर पोस्ट कर दिया ।केसली पुलिस थाने में धरने पर बैठ गए जहां पंडित बृज बिहारी पटेरिया ने बताया कि सत्ता पक्ष के विधायक होने के बाद भी अगर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ प्रमाण होने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है जब तक डॉक्टर दीपक दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती है। जब तक धरने पर बैठे रहेंगे उन्होंने बताया कि ऐसी जानकारी लग रही है कि शायद डॉक्टर की पत्नी भी पुलिस में है इसलिए पुलिस मामला दर्ज करने से बच रही है।
उधर केसली पुलिस ने डा दीपक दुबे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।इसके बाद एमएलए बृज बिहारी पटेरिया ने इस्तीफा वापिस ले लिया। उन्होंने कहा कि आक्रोश में लिया गया वह कदम था। एफआईआर दर्ज हो गई है।अब इस्तीफ़े का कोई विषय नहीं है ।संगठन और सरकार मेरे साथ है,मुख्यमंत्री जी के आदेश का मैं पालन करूँगा।
बीजेपी के सबसे वरिष्ठ विधायक ने जताया दुख : बोले : बर्दाश्त नहीं होगी प्रशासनिक लापरवाही
प्रदेश के पूर्व मंत्री और सीनियर विधायक गोपाल भार्गव ने अपने x अकाऊंट पर लिखा कि अभी-अभी देर रात जानकारी लगी कि मेरी नजदीकी विधानसभा क्षेत्र देवरी के विधायक श्री बृज बिहारी पटेरिया ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र मा. विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है और वे केसली थाना में धरने पर बैठ गए हैं। इसकी जानकारी लगते ही मैने वरिष्ठ विधायक श्री पटेरिया से दूरभाष पर चर्चा कर विषय जाना। उन्होंने मुझे जो बताया उसे सुनकर मैं स्तब्ध हूं और सोच पड़ गया। उन्होंने बताया कि उनकी विधानसभा क्षेत्र के मेढ़की ग्राम के व्यक्ति की शर्पदंशसे मृत्यु हुई, मृत्यु उपरांत ग्रामवासी एवं परिवारजन मृत शर्प एवम मृतक के शरीर को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और चिकित्सक को घटना के संबंध में अवगत कराया। चिकित्सक द्वारा मृतक के परिवारजन से इस आशय का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने के लिए 40000/- रूपये की मांग की गई। श्री पटेरिया ने बताया कि पीड़ित परिवारजन ने जब पूरे प्रकरण की जानकारी दी और सबंधित चिकित्सक के विरुद्ध FIR कराए जाने की कार्यवाही की मांग की, तो मैं स्वयं केसली थाना पहुंचा और चिकित्सक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा। परंतु प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। श्री बृज बिहारी पटेरिया द्वारा बताया गया कि साक्ष्यों के उपरांत जब प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मुझे पीड़ित पक्ष के साथ धरने पर तक बैठना पड़ा और कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे पद का क्या मतलब।
पूर्व मंत्री ने लिखा कि उक्त घटनाक्रम दुखद है, किसी व्यक्ति मृत्यु की जैसी घटना पर भी शासकीय कर्मचारियों द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने के लिए पैसे की मांग की जा रही है। भाजपा की सरकार जो गरीबों के लिए ही दिन रात कार्य कर रही है, ऐसी सरकार में पुलिस के अधिकारियों या चिकित्सकों कोई भी हो जो जनता से चुने विधायक की भी न सुने उनकी ऐसी कार्यप्राणली बर्दास्त नही की जावेगी। मेरे द्वारा विधानसभा देवरी के विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता श्री बृज बिहारी पटेरिया से कहां गया है कि, हमें क्षेत्र की जनता ने आशा और विश्वास के साथ चुना है, आप इस्तीफा न दें। मैं स्वयं पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से संबंधित पुलिसकर्मी एवम दोषी चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई हेतु बात कर रहा हूं।इसके बाद मैने जिले के अधिकारियों से बात कर संबंधित दोषियों के विरुद्ध अविलंब कार्यवाही करने को कहा है, साथ ही उन्हें बताया कि प्रदेश की भाजपा सरकार आमजन के प्रति बेहद संवेदनशील है, इस प्रकार के गैर जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यप्रणाली एवम व्यवहार को बर्दाश्त नही किया जाएगा।
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