सागर किले की दीवार से सटाकर मकान बनाने वाले 23 लोगो को नोटिस दिए नगर निगम ने
फोटो : देनिक भास्करतीनबत्ती न्यूज : 03 अक्टूबर, 2024
सागर: सागर शहर के एतिहासिक किले की दीवार से सटाकर भवन निर्माण किए जाने के मामले में नगर निगम सागर ने 23 लोगो को नोटिस जारी किए है। लोगो ने बिना अनुमति के अतिक्रमण करते हुए भवन बना लिए। कुछ दिन पहले निगमायुक्त राजकुमार खत्री और विधायक शैलेंद्र जैन ने इस क्षेत्र का निरीक्षण भी किया था। पिछले दिनों दतिया में किले की दीवार गिरने से 7 लोगो की मौत हो गई थी।
सात दिन में हटाए अतिक्रमण
नगर निगम द्वारा परकोटा एवं चकराघाट स्थित किले की दीवार से लगकर बिना अनुमति के अवैघानिक रूप से अतिक्रमण कर भवन निर्माण करने पर नगर निगम आयुक्त श्री राजकुमार खत्री के निर्देशानुसार संबंधित 23 व्यक्तियों को नोटिस देने की कार्यवाही की गई है। उपायुक्त द्वारा दिये गये नोटिस में लेख किया गया है कि क्षेत्रीय उपयंत्रियों द्वारा किये गये स्थल निरीक्षण अनुसार परकोटा एवं चकराघाट वार्ड में स्थित प्राचीन किले की दीवार पुलिस ट्रेनिंग कालेज मुख्य गेट से लेकर सिटी कोतवाली के पीछे तक आपके द्वारा नगर पालिक निगम की बिना अनुमति के भवन निर्माण किया गया है साथ ही किले की दीवार से लगकर किये गये निर्माण पर किले की दीवार जर्जर होे जाने से अचानक कभी भी गिर जाने से उक्त भवन में निवासरत व्यक्ति की दुघर्टना घटित होने से जनधन होने की संभावना है।
अतः स्वामित्व संबंधी दस्तावेज एवं मानचित्र नगर पालिक निगम कार्यालय में परीक्षण हेतु 3 दिवस के अंदर प्रस्तुत करें तथा दुघर्टना की संभावना को देखते हुये किले की दीवार से लगकर किये गये निर्माण को 7 दिवस में हटा लेंवे अन्यथा संबंधित के विरूद्व नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही की जाकर उक्त निर्मित भवन के भाग को नगर पालिक निगम द्वारा हटा दिया जावेगा। जिसमें होने वाला व्यय संबधित से वसूल किया जावेगा।
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इनको जारी किए नोटिस
नगर निगम द्वारा इन 23 व्यक्तियों को नोटिस दिये गये है। जिसमें श्रीमति राजकुमारी पति रविशंकर केशरवानी, श्री हरदास बल्द जगन्नाथप्रसाद दुबे, राजेन्द्र, अनिल, अरूण, अखिलेश बल्द श्री कैलाश चंद जैन, जामा मस्जिद ट्रस्ट कमेटी जामा शापिंग काम्पलेक्स तीनबत्ती, जमनाप्रसाद बल्द मूलचंद चौधरी, श्री शैलेन्द्र गुप्ता, श्री कृष्णकुमार सोनी बल्द श्री सतीश सोनी, श्री हीरेश सोनी बल्द श्री सतीश सोनी, श्री रोहित सोनी बल्द श्री सुशील सोनी, गुफरान बल्द अनवर खान, मोहम्मद मुबीन बल्द मोह. मुबारक, रोहित बाल्मीकि बल्द स्व. आनंद बाल्मीकि, बलबीरसिंह राजपूत बल्द गोविंदसिंह राजपूत, अभि नगाईज, राकेश जैन, अंकित जैन बल्द श्री सुरेन्द्र कुमार जैन, अमित कुमार ददरया बल्द श्री नर्मदाप्रसाद ददरया, शब्बीर बल्द मोहसिन हुसैन, महेन्द्र कुमार सोनी बल्द मूलचंद सोनी, भोले चौरसिया बल्द श्री शालिकराम चौरसिया, अध्यक्ष श्री देवराम लाला मंदिर, अयोध्यावासी स्वर्णकार समाज, श्रीमति रेखाबाई पत्नि स्व0मूलचंद बड़ोन्या, श्रीमति प्रीति वैसाखिया बल्द श्री राजेश वैसाखिया एवं श्री अभय गंगेले बल्द योगेश गंगेले आदि है। इसके साथ ही नगर निगम के संबंधित उपयंत्रियों द्वारा अन्य व्यक्तियों द्वारा किये गये अतिक्रमण का निरीक्षण कर उन्हें भी नोटिस देने की कार्यवाही की जायेगी।
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पहले थी किले से मकानों की दूरी
1861 में बंदोबस्त के मुताबिक मकानों का निर्माण हुआ था, जिसमें किले की दीवार और मकानों के बीच पर्याप्त दूरी थी। 1990-91 में निगम के तत्कालीन प्रशासक मनोज श्रीवास्तव ने इस मार्ग का सर्वे कराया था। इस मार्ग को खोलने का प्रस्ताव भी उन्होंने बनाया, अतिक्रमण चिन्हित किए लेकिन उनका तबादला हो गया।
2003 में तत्कालीन कलेक्टर शिवशेखर शुक्ला के निर्देश पर कुछ अतिक्रमण हटाए गए लेकिन फिर स्थिति जस की तस हो गई। यहां रहने वाले डॉ. सुभाष सिंघई बताते हैं, इस बारिश में किले की दीवार का पानी नींव और दीवारों से घरों में आया।
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इतिहासकार डॉ. रजनीश जैन के मुताबिक किला 1660 का बना है। पहले किले की दीवार के बाजू से सड़क थी। इसकी पुरानी तस्वीर में सब साफ दिखता है। लाल दुकान के बाजू से कोतवाली तक बैलगाड़ी, तांगा आया-जाया करते थे। इसी मार्ग में मीना बाजार भी था। मैंने स्वयं भी यह गली देखी है। कई जगह लोगों ने पिलर भी दीवार के अंदर तक कर लिए हैं, ऐसे में पानी जाएगा तो किले की दीवार कमजोर होकर ढह सकती है।
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