विद्यार्थी मनुष्यता की राह चुनें, बेहतर इंसान बनें और देश की सेवा करें : कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता*
▪️नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारम्भ का आयोजन
तीनबत्ती न्यूज : 05 अगस्त ,2024
सागर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में सत्र 2024-25 में स्नातकोत्तर एवं शोध पाठ्यक्रम में प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारम्भ का आयोजन विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में संपन्न हुआ. देवी सरस्वती एवं डॉ. गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा कुलपति महोदया का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया. स्वागत वक्तव्य देते हुए अधिष्ठाता, छात्र-कल्याण प्रो. अम्बिकादत्त शर्मा ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. गौर के स्वप्नों और विरासत को विश्व भर में पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आप सब के कंधों पर है.
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कुलगुरु प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आपको डॉ. गौर की धरती पर उनके स्वप्नों के विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का अवसर मिला है. विश्वविद्यालय एक ऐसा स्थल है जहाँ आप अपने जीवन को बेहतर बनाते हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का पूरा लक्ष्य विद्यार्थियों को गुणवत्तायुक्त ज्ञान प्रदान करना और कौशल शिक्षा देना है जिससे विद्यार्थी आत्मनिर्भर बन सकें. इस विश्वविद्यालय में व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास, चारित्रिक विकास सहित विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास के लिए कई केंद्र और गतिविधियाँ संचालित हैं. सभी विद्यार्थी इसमें पूरे मनोयोग से सहभागी बनें और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के शिक्षा संबंधी विचार आज के समय में भी अति प्रासंगिक हैं क्योंकि उनका मानना था कि वह शिक्षा किसी काम की नहीं जो एक बेहतर इंसान न बना सके. इसलिए आप यहाँ शिक्षा ग्रहण करते हुए एक बेहतर इंसान बनें, मनुष्यता की राह चुनें और देश की सेवा करें. आप इस अवसर को परिणाम में बदलते हुए अपनी अकादमिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मेधा को विश्व पटल पर स्थापित कीजिये. यहाँ के प्रत्येक विद्यार्थी में डॉ. गौर की मेधा का प्रतिविम्ब परिलक्षित होना चाहिए.
कुलानुशासक प्रो. चन्दा बैन ने विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में अनुशासन व्यवस्था बनाये रखने में उनकी भूमिका को रेखांकित किया. प्रो. नवीन कांगो, निदेशक, अकादमिक गतिविधियां एवं विश्वविद्यालय द्वारा अपनाये गए विभिन्न पाठ्यक्रम संरचनाओं, विषयों के चयन एवं अकादमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों से विद्यार्थियों को अवगत कराया. अध्यक्ष, प्रतिपालक परिषद् प्रो. रत्नेश दास ने विश्वविद्यालय छात्रावासी सुविधाओं, सांस्कृतिक परिषद् के समन्वयक डॉ. राकेश सोनी ने विद्यार्थियों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों, खेल एवं शारीरिक शिक्षा के निदेशक डॉ. विवेक साठे ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध खेल-कूद संबंधी सुविधाओं, डॉ. संजय शर्मा ने राष्ट्रीय सेवा योजना, प्रो. उत्सव आनंद ने छात्रवृत्ति संबंधी विभिन्न योजनाओं, डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने पुस्तकालय, प्रो. पुणताम्बेकर ने प्लेसमेंट प्रकोष्ठ, आईटी सेल से डॉ. रूपेंद्र चौरसिया, कन्या छात्रावास के बारे में डॉ. रश्मि सिंह एवं डॉ. अभिषेक जैन ने विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य सुविधाओं संबंधी जानकारी दी.
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शशि कुमार सिंह ने किया. कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक परिषद् की ओर से विद्यार्थियों ने सांगीतिक प्रस्तुतियां दीं. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं शोधार्थी उपस्थित थे.
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