पीएम नरेंद्र मोदी ने शाहपुर की घटना पर व्यक्त की संवेदनाएं : 2–2 लाख की दी सहायता राशि
▪️ हादसे के वक्त स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं मिले डाक्टर : मेडिकल ऑफीसर एवं खण्ड चिकित्सा अधिकारी को नोटिस
▪️जर्जर– क्षतिग्रस्त मकानों पर कार्यवाही के निर्देश
तीनबत्ती न्यूज : 04 अगस्त, 2024सागर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शाहपुर की हृदय विदारक घटना पर संवेदनाएं व्यक्त की हैं। इस संबंध में पीएमओ इंडिया के ऑफिशल अकाउंट से पोस्ट किया गया है, जिसमें लिखा है कि "मध्य प्रदेश के सागर में दीवार गिरने से हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जान गंवाने वाले बच्चों के शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति प्रदान करे। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
इसके अतिरिक्त पीएमएनआरएफ फंड से मृतक बच्चों के परिवार को दो लाख तथा घायल बच्चों के परिवार को 50 हजार रुपए की राशि सहायता राशि देने का भी उल्लेख है।
सागर जिले के शाहपुर में एक मकान की दीवाल गिर जाने से 9 बच्चो की मौत हो गई और दो बच्चे घायल है।
घटना में तीन लोगो को आरोपी बनाया गया
पुलिस ने घटना के आरोपी जो धार्मिक आयोजन के मुख्य आयोजन कर्ता संजू पटेल, उसके सह आयोजक शिव ऊर्फ सेव पटेल एवं मकान मालिक मुलु पटेल
के विरुद्ध धारा 105 बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है ।तीनों आरोपियों को पुलिस द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही करते हुए पुलिस अभिरक्षा में लेकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है
स्वास्थ्य केन्द्र में मेडीकल ऑफीसर एवं बीएमओ के अनुपस्थित होने पर संभागायुक्त ने दिया नोटिस
जिले के शाहपुर में रविवार प्रातः एक भवन की दीवार के गिरने से कई बच्चे दीवार के नीचे दब गए जिससे 9 बच्चों की मृत्यु हो गई एवं अन्य बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहपुर में इलाज हेतु ले जाया गया। स्वास्थ्य केन्द्र पर उस समय पर कोई भी चिकित्सक ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थे, जिस कारण बच्चों के इलाज होने में विलंब हुआ। ग्रामीण जनों द्वारा भी शिकायत की गई है कि मुख्यालय पर कोई भी डॉक्टर निवास नहीं करते है। इस पर संभाग आयुक्त डॉ वीरेंद्र सिंह रावत ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर के मेडिकल ऑफिसर डॉ. हरिओम बंसल एवं मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील जैन को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
संभागायुक्त डा वीरेंद्र सिंह रावत ने 3 दिन के अंदर जबाव देने हेतु आदेशित किया अन्यथा की उनके विरुद्ध एक पक्षीय आदेश जारी किया जाएगा।
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हादसे का शिकार हुए 09 मासूम बच्चे
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कलेक्टर दारा कमिश्नर को भेजे प्रस्ताव में बताया गया कि संबंधितों के द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र की न ही समय-समय पर मॉनिटरिंग नहीं की जा रही है और न ही स्टाफ की ड्यूटी लगाई जा रही है तथा वे स्वयं भी समय पर उपस्थित नहीं हो रहे हैं। उक्त कृत्य उनके कर्तव्य के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही द्योतक है। उक्त घटना घटित होने से यह भी स्पष्ट होता है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहपुर में कार्यरत चिकित्सक एवं स्टाफ समय पर डियुटी पर उपस्थित नहीं रहता है। इनकी अनुपस्थिति के कारण ही आज शाहपुर में घटित घटना से पीड़ित 09 बच्चों को स्थानीय स्तर पर उपचार प्राप्त नहीं हो सका। इनका यह कृत्य अनुशासनहीनता एवं आपराधिक लापरवाही की श्रेणी में आता है। कलेक्टर श्री दीपक आर्य के आदेशानुसार मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील जैन, एवं मेडिकल ऑफिसर डॉ. हरिओम बंसल, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहपुर के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने हेतु प्रस्ताव संभागायुक्त श्री वीरेन्द्र सिंह रावत के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
जीर्ण-शीर्ण/पुराने भवनों एवं क्षतिग्रस्त भवनों पर कार्यवाही के संबंध में कलेक्टर का आदेश
जिले की नगर परिषद शाहपुर क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 4 अगस्त को प्रातः 8 बजे हरदौल मंदिर परिसर में पंडाल में शिवलिंग निर्माण एवं भगवत कथा का आयोजन किया जा रहा था जिसमें 08-14 वर्ष के बच्चें उपस्थित थे। तभी मंदिर परिसर के बाजू वाले क्षतिग्रस्त मकान की कमजोर दीवाल पंडाल पर गिर गई जहां बड़ी संख्या में बच्चो शिवलिंग का निर्माण कर रहे थे दीवाल गिरने से बच्चों मलबे में दबने से 9 बच्चों की असमय मृत्यु हो गई एवं 2 बच्चों गंभीर रूप से घायल हो गए।
उक्त प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो व जीर्ण-शीर्ण/पुराने भवनों एवं क्षतिग्रस्त भवनों पर समय कार्यवाही करने के लिए कलेक्टर श्री दीपक आर्य ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, आयुक्त नगर निगम, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं समस्त नगर परिषदों को आदेश दिया है। उक्त आदेश के तहत समस्त जनपद पंचायत / समस्त ग्राम पंचायतों के क्षेत्रान्तर्गत ऐसे समस्त क्षतिग्रस्त एवं जीर्ण-शीर्ण / पुराने भवनों (शासकीय एवं अशासकीय) का चिन्हांकन कर सूची तैयार कराकर संबंधितों को कार्यवाही हेतु नोटिस जारी करना ऐसे भवनों की सूची सार्वजनिक प्रकाशित करते हुए आमजनता के मध्य प्रचार-प्रसार कराना, क्षतिग्रस्त पुराने भवनों की जांच एवं अनुपयोगी होने पर नियमानुसार गिराने (डिस्मेंटल) की कार्यवाही, ऐंसे भवनों के आसपास किसी प्रकार के धार्मिक एवं अन्य आयोजनों जिसमें भीड़ एकत्रित होने की संभावना हो की अनुमति न दी जावे, ऐसे वृक्ष जो क्षतिग्रस्त एवं गिरने की स्थिति में चिन्हाकिंत कर हटाने की कार्यवाही की जावे आदि शामिल है।
उपरोक्त निर्देशों का कडाई के पालन किया जाना सुनिश्चित करते हुए ऐसे समरत प्रकार के क्षतिग्रस्त एवं जीर्ण-शीर्ण / पुराने भवनों (शासकीय एवं अशासकीय) को सात दिवस के भीतर चिन्हांकित करें एवं की गई कार्यवाही के संबंध में सूची अधोहस्ताक्षरकर्ता को प्रस्तुत करें। अतः उपरोक्त निर्देशों का उल्लंघन करने पर संबंधित के विरूद्ध मध्यप्रदेश सिविल सेवा (आचरण नियम ) - 1965 के नियमों तहत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी।
शहर के क्षतिग्रस्त मकानों को चिन्हित कर गिराने की कार्यवाही की जाए
उधर शाहपुर हादसे के बाद नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री ने शहर में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए नगर निगम के समस्त इंजीनियरों और अतिक्रमण प्रभारी को निर्देशित किया है कि तुरंत शहर के क्षतिग्रस्त मकानों को चिन्हित कर उन्हें नियमानुसार गिरने की कार्यवाही की जाये। आगे उन्होंने कहा है कि शहर में जो भी क्षतिग्रस्त मकान है ,जिनके गिरने से जान- माल की हानि होने की संभावना है ,ऐसे मकानों को तुरंत चिन्हित कर गिराने की कार्रवाई की जाए, साथ ही साथ क्षतिग्रस्त मकानो के मालिक या उसमें निवास करने वाले नागरिकों को भी हिदायत दी गई है कि वे ऐसे मकानों में निवास न करे और उन्हें तुरंत खाली कर सुरक्षित जगह पर निवास करें, अन्यथा किसी दुर्घटना होने पर उन्हें जिम्मेदार मानते हुए नियम अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885
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