पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने सैकड़ों बटुकों संग अपने नाती आशुतोष का कराया मुंडन, उपनयन एवम दीक्षा संस्कार
तीनबत्ती न्यूज : 11 जुलाई ,2024
सागर : मध्यप्रदेश के सबसे वरिष्ठ बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव की हिंदू संस्कारों के प्रति हमेशा सकारात्मक सोच देखने मिलती है। पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव अपने विधानसभा क्षेत्र रहली गढ़ाकोटा में लंबे समय से अपने खर्चे पर निशुल्क आवासीय श्री गणेश संस्कृत महाविद्यालय का संचालन कर रहे है। जिसमे शिक्षा के साथ ही धार्मिक शिक्षा,वेद पुराण की पढ़ाई और हिंदू संस्कार, कर्मकांड भी सिखाए पढ़ाए जाते है।
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आज गुरुवार को संस्कृत महाविद्यालय में 101 बटुकों का "दीक्षा, उपनयन और यज्ञोपवीत संस्कार समारोह" आयोजित किया गया। इसमें पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने बेटे अभिषेक भार्गव के बेटे यानि अपने नाती आशुतोष का मुंडन, उपनयन और दीक्षा संस्कार कराया। उनकी इस सोच की सराहना भी हो रही है। यहा बता दे पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने बेटे अभिषेक भार्गव की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक कन्यादान योजना के तहत शादी कर एक मिशाल कायम की थी।
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देखे वीडियो : पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव अपने नाती के संस्कार कराते हुए
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वैदिक परंपराओं से हुए संस्कार
गढ़ाकोटा के पीपलघाट स्थित श्री गणेश संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाले बटुक ब्राह्मणों का दीक्षा समारोह जगदीश शाला मंदिर पटेरिया में आयोजित किया गया । कार्यक्रम में चारों ओर मंत्रों की गूंज करतल ध्वनि से स्वागत किया जा रहा था। आयोजन में बटुक के मातापिता और परिजन पूरे उत्साह से शामिल हुए।
कार्यक्रम में बटुक ब्राह्मणों का उपनयन संस्कार, धर्म की दीक्षा देकर उन्हें कर्मकांडी बनाया गया।आयोजन में पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव पूरे परिवार के साथ शामिल हुए।इस दौरान भार्गव ने अपने नाती आशुतोष का भी उपनयन संस्कार कराया। पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव और उनके बेटे अभिषेक भार्गव ने आशुतोष के संस्कारों को कराया।
बटुकों का ब्रह्म मुहूर्त में पंच गव्य स्नान कराकर शुद्धि के बाद 11 विभिन्न स्थानों की मिट्टी का सिर पर लेप कर संस्कार शुरू हुए। नवीन वस्त्र धारण करके सभी हवन वेदी पर बिठाया और पंडितों ने विश्व कल्याण और शांति के लिए अनुष्ठान किया।
धर्ममय माहोल रहा, बाटुको ने मांगी भिक्षा
जगदीश शाला मंदिर में सुबह से ही माहौल धर्म मय हो गया। पंडाल में आचार्यों ने गायत्री मंत्र को कान में फूंक कर गुरु मंत्र पढ़ें गए। इस दौरान इसको देखने वाले भावुक हो गए।इन बटुकों के माता-पिता और परिजन भी भावुक हो गए।जब उनके बच्चे धर्मध्वजा हाथ में लेकर भिक्षा पात्र के साथ सबसे पहले भिक्षा दान संस्कार को बढ़ने लगे।धर्म सभा में सभी साधु संतों का सम्मान किया गया।
संस्कारो को अपनाए : भार्गव
पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि हमे अपने संस्कारो के प्रति हमेशा सजग। रहना चाहिए। भारतीय सनातन संस्कृति में संस्कारो का बड़ा महत्व है। इनके वैज्ञानिक पहलू भी है। मौजूदा दौर में लोग इनको छोड़ रहे है। जबकि अपनाने की जरूरत है।
समारोह में महामंडलेश्वर हरिदास महाराज,महंत कमलापथ दास, ब्रजेश महाराज, डॉ प्रमोद शास्त्री, डॉक्टर देवेंद्र गुरु , बालमुकुंद शास्त्री, भगवत शास्त्री, पं.श्रीराम भार्गव, कुश भार्गव, मनोज तिवारी, शिवदत्त शुक्ला, सहित कार्यक्रम में सैकड़ो लोगों ने सहभागिता निभाई।
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