"कल्याणोन्मुखी विश्वदृष्टि संवर्धन पुरस्कार" 2024 से सम्मानित हुए वसुधैव कुटुम्बकम शोध परियोजना के प्रधान अन्वेषक सुरेंद्र पाठक

"कल्याणोन्मुखी विश्वदृष्टि संवर्धन पुरस्कार" 2024 से सम्मानित हुए वसुधैव कुटुम्बकम शोध परियोजना के प्रधान अन्वेषक सुरेंद्र पाठक


तीनबत्ती न्यूज : 24 जुलाई ,2024

नई दिल्ली। वसुधैव कुटुम्बकम शोध परियोजना के प्रधान अन्वेषक और जीपीएफ इंडिया के सलाहकार डॉ. सुरेन्द्र पाठक को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित विश्व युवा कौशल दिवस समारोह 2024 में "कल्याणोन्मुखी विश्वदृष्टि संवर्धन पुरस्कार" 2024 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार विकास संचार और समकालीन वैश्विक मुद्दों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया। इस पुरस्कार की स्थापना विश्व उच्च शिक्षा और विकास अकादमी (W-AHEAD), राष्ट्रीय कौशल संस्थान (NIS), पारिस्थितिकी और पर्यावरण संस्थान (IEEE), राष्ट्रीय स्वच्छता शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (NICER) की गवर्निंग काउंसिल द्वारा अंतर्राष्ट्रीय विश्व शांति शिक्षक संघ (IAEWP) की सिफारिश पर की गई थी। 



सम्मान समारोह नई दिल्ली के साकेत स्थित पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण संस्थान में आयोजित किया गया। यह पुरस्कार भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष डॉ. प्रियरंजन त्रिवेदी और डॉ. एस एन पांडे - चांसलर - द ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी नागालैंड इसे द्वारा प्रदान किया गया।  इस पर प्रीतम बी शर्मा, अध्यक्ष, W-AHEAD, कुलपति, AMITY University डॉ. मार्कंडेय राय, राष्ट्रीय चांसलर, भारत IAEWP (संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध) और चेयरमैन जीपीएफ इंडिया और डॉ. प्रियरंजन त्रिवेदी  के हस्ताक्षर हैं । 



सागर के मूल निवासी है सुरेंद्र पाठक

 डॉ. पाठक सागर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और अध्यापक रहे हैं। वर्तमान में स्कूल ऑफ फिलॉसफी एंड थियोलॉजी, एलजे विश्वविद्यालय, अहमदाबाद, गुजरात में प्रोफेसर हैं। वह 1999 से 2014 तक माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के संकाय सदस्य थे. वह आईएएसई डीम्ड विश्वविद्यालय राजस्थान में मूल्य शिक्षा के प्रोफेसर (2010-2014) और डॉ. बीआर अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय महू, इंदौर में एक वर्ष एनएएसी और मीडिया सलाहकार थे।

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