CM HelpLine : सीएम हेल्पलाइन में शिकायते निपटाने में सागर नगर निगम आखिरी पायदान पर : भोपाल व छिंदवाड़ा ए ग्रेड में
तीनबत्ती न्यूज: 12 जून ,2024
भोपाल : मध्य प्रदेश सरकार सीएम हेल्पलाइन के जरिए जनता की शिकायतों का निराकरण करने का दावा कर रही है। लेकिन असल आंकड़े दावों की पोल खोल रहे हैं। नगरीय निकायों के हाल बहुत बुरे है । उनकी शिकायत सुनी ही नहीं जा रही है। सीएम हेल्पलाइन पर भरोसा कमजोर होता जा रहा है।हाल ही में सीएम हेल्पलाइन को लेकर नगर निगम वार आंकड़े जारी हुए हैं जिसमें 16 में से 14 नगर निगम फिसड्डी साबित हुए हैं। सागर नगर निगम शिकायते निपटाने में फिसड्डी साबित हुआ है। वह अंतिम पायदान पर है। वहीं सिर्फ भोपाल और छिंदवाड़ा नगर निगम टॉप पर है।
सीएम हेल्पलाइन में आई शिकायतों के निपटारे में भोपाल और छिंदवाड़ा नगर निगम को ए ग्रेड मिला है। जबलपुर और उज्जैन को बी ग्रेड, इंदौर को सी और सागर नगर निगम को डी ग्रेड मिला है। छिंदवाड़ा निगम ने सबसे अधिक 87.92% स्कोर के साथ प्रदेश में अव्वल स्थान हासिल किया है वहीं भोपाल नगर निगम को 83.48 स्कोर के साथ दूसरा स्थान मिला है।जबलपुर 75 के स्कोर के साथ, तो उज्जैन 74.33 और रीवा 73.51 के स्कोर के साथ बी ग्रेड ही हासिल कर सका है। इंदौर 68.01 स्कोर और ग्वालियर 65.66 स्कोर लेकर सी ग्रेड ले सके हैं। 59.4 के स्कोर के साथ सागर डी ग्रेड लेकर नगर निगमों में सबसे नीचे रहा है।इंदौर में सबसे अधिक 5507 शिकायतें - 16 नगर निगमों में से इंदौर में मई के महीने में सबसे अधिक 5507 शिकायतें मिली। भोपाल नगर निगम में 4760 और ग्वालियर में 3847 शिकायतें मिलीं। जबलपुर में 2721 शिकायतें मिली जबकि छिंदवाड़ा में कुल 283 शिकायतें प्राप्त हुईं।
ग्रेडिंग में इन शिकायतों को शामिल किया ग्रेडिंग में 60% ऐसी शिकायतें ली गईं जो संतुष्टि के साथ बंद हुईं। खराब तरीके से बंद (10%) और अटेंड नहीं की गई (10%) शिकायतें भी जोड़ी गईं। ऐसी शिकायतें भी शामिल की गई जो 50 दिनों से अधिक लंबित रहीं।
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