बीजेपी और सक्रिय चुनावी राजनीति से दूर हू: मकान तोड़ने का ट्रेंड गलत : घोसी परिवार से मेरा नाता नहीं : पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव
▪️ गौर विश्वविद्यालय की कुलपति का छात्रों से नही मिलना और मामले दर्ज होना दुर्भाग्यपूर्ण
तीनबत्ती न्यूज : 19 मार्च ,2024
Edited By : Vinod Arya
मध्यप्रदेश के सागर लोकसभा क्षेत्र के बीजेपी के पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव समाजवादी शैली और स्पष्ट वादिता को लेकर हमेशा चर्चाओं में थे है। 80 साल के दादा लक्ष्मीनारायण यादव मौजूदा राजनीति से आहत है। आज पुरानी कलेक्ट्रेट परिसर में चबूतरा पर बैठ कर मिडिया से जुड़े लोगों से बिंदास चर्चा की। उनसे जुड़े कई सवाल चर्चाओं में थे। जिनका खुलकर जवाब दिया।
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Video : पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव से पत्रकारों की चर्चा
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बीजेपी और चुनावी राजनीति से दूर हूं
जनता पार्टी से 1977 से राजनेतिक सफर शुरू करने वाले लक्ष्मी नारायण यादव ने अनेक दलबदले और 2013 में सागर सीट से बीजेपी के टिकिट पर सांसद चुने गए। लेकिन पार्टी लाइन से हटकर भी अपनी बात रखते रहे है। जब पत्रकारों ने पूछा कि अब बीजेपी में है या नही? तो स्पष्ट बोले " अब बीजेपी ही नही किसी पार्टी में नही हू। 80 साल की उम्र है अब सक्रिय चुनावी राजनीति से भी दूर हू। पिछले कुछ समय से बीजेपी के कार्यक्रमों की सूचना भी नही मिलती है। " इतना जरूर है कि राजनेतिक क्षेत्रों
से जुड़े लोगो से मिलना जुलना बना है। पिछले दिनो भोपाल में सीएम मोहन यादव से मिला और उनको में अपनी नातिन की शादी का कार्ड देकर आया और निमंत्रित किया।
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बेटा है इसलिए उसका प्रचार किया
(सुधीर यादव)हाल ही में संपन्न विधानसभा 2023 के चुनाव में उनके बेटे सुधीर यादव ने बीजेपी का दामन छोड़ आम आदमी पार्टी के टिकिट पर सागर जिले की बंडा
विधानसभा से चुनाव लडा। पूर्व सांसद श्री यादव ने अपने बेटे का चुनाव प्रचार भी किया। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि बेटा चुनाव लड़ रहा था इसलिए मेने प्रचार किया। पेंशन से जुड़े सवाल पर लक्ष्मीनारायण यादव का कहना है कि मुझे तीन तरह की पेंशन कुल 85 हजार रुपए हरेक महीने मिलती है। उनमें विधायक, सांसद और लोक सेनानी (मीसा बंदी ) शामिल है।
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घोषी परिवार से नाता नहीं,मकान तोड़ने का किया विरोध
सागर के कनेरादेव हत्याकांड के आरोपी मस्तराम घोसी के अतिक्रमण को तोड़ने पहुंची प्रशासन की टीम कल सोमवार को पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव ने खरी खरी सुना दी। इस मामले को लेकर कई तरह की चर्चाएं सामने आई। पूर्व सांसद ने साफ कहा कि मेरा आरोपी परिवार से कोई नाता नहीं है। उनके परिजन मेरे पास आए और मदद मांगी। चूंकि उनका स्टे आर्डर था इसलिए इसका पालन कराने में पहुंचा था। उन्होंने कहा कि अपराधिक घटनाओं में लोगो के मकान तोड़ने का ट्रेंड गलत है। पुलिस अपराधिक मामले की जांच करे अपराधियों को सजा दिलाए। लेकिन मकान तोड़ने जैसी घटनाओं का में विरोध करता हूं। सागर के कनेरा देव हत्याकांड के आरोपियों घोसी परिवार से मेरा कोई लेना देना नही है।
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देखे : कनेरादेव हत्याकांड : बीजेपी नेता के मेरिज गार्डन और दुकानों पर चला बुलडोजर
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विश्वविधालय में दिव्यांगो के साथ गलत हुआ
पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव ने डा हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में दिवांग छात्रों के साथ हुए बुरे बर्ताव को लेकर दुर्भायपूर्ण ठहराया है। उन्होंने कहा कि कुलपति को छात्रों से मिलना चाहिए था। यह उनका नैतिक दायित्व है। कुलपति तो महिला है उनसे संवेदनशीलता की ज्यादा उम्मीद थी। छात्रों से मिलने और उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए ही विवि प्रशासन बना है। इसको लेकर एक चिट्ठी भी लिखूगा।
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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885
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