सेंट्रल जोन के सभी विश्वविद्यालय कर सकेंगे शोध इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग- प्रो. नीलिमा गुप्ता ▪️यूजीसी अध्यक्ष ने की सेंट्रल जोन शोध संसाधन पोर्टल शुरू करने की घोषणा

सेंट्रल जोन के सभी विश्वविद्यालय कर सकेंगे शोध इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग- प्रो. नीलिमा गुप्ता
 ▪️यूजीसी अध्यक्ष ने की सेंट्रल जोन शोध संसाधन पोर्टल शुरू करने की घोषणा

तीनबत्ती न्यूज : 4 फरवरी,2024
सागर : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग तथा विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन द्वारा एनईपी 2020 के क्रियान्वयन पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई । जिसका उद्घाटन मध्यप्रदेश के  राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार की भी विशिष्ट उपस्थिति रही। कार्यशाला में सेन्ट्रल जोन (मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड) से लगभग 400 कुलपतियों तथा एनईपी समन्वयकों ने सहभागिता की।   
कुल दस सत्रों में आयोजित इस कार्यशाला में बहुआनुशासनिक एवं समग्र शिक्षा, डिजिटल सशक्तीकरण एवं ऑनलाइन शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार, शोध, नवाचार एवं उद्यमिता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों का क्षमता निर्माण, गवर्नेंस एवं स्वायत्तता, प्रत्यायन एवं उत्कृष्टता, न्याय संगत एवं सर्वसमावेशी शिक्षा, भारतीय ज्ञान पद्धति एवं भारतीय भाषाएं, शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण जैसे विषयों पर मंथन हुआ और इनको दृष्टिगत रखते हुए एनईपी 2020 के क्रियान्वयन पर बल दिया गया। 

इस कार्यशाला में डॉ. हरीसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता के साथ प्रो. ए. डी. शर्मा, प्रो. नवीन कानगो तथा प्रो. अनिल जैन ने विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। कार्यशाला के चौथे सत्र शोध, नवाचार एवं उद्यमिता की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने की जिसमें में सभी चार प्रदेशों के कुलपतियों ने सहभागिता करते हुए एनईपी 2020 में प्रदत्त प्रावधानों के आधार पर विश्वविद्यालयों में बेहतर शोध की दशा-दिशा पर गहन चिन्तन किया। प्रो. नीलिमा गुप्ता ने यह रेखांकित किया कि प्रायः सभी विश्वविद्यालयों में शोध हेतु मूलभूत सविधायें तथा उपकरणों का अभाव होता है। उन्होंने यह प्रस्ताव दिया कि  प्रत्येक विश्वविद्यालय अपने पास उपलब्ध सुविधाओं को यदि एक-दूसरे विश्वविद्यालयों से साझा करें तो सभी विश्वविद्यालयों को इसका लाभ मिलेगा और सभी के लिए सुविधाजनक होगा।

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 उनके इस प्रस्ताव पर  विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. जगदीश कुमार ने तुरन्त इस प्रस्ताव की प्रशंसा करते हुए एक सेंट्रल जोन केन्द्रीय शोध मूलभूत सुविधा केन्द्र स्थापना करने की घोषणा की जिसमें चारों प्रदेशों के शोधकर्ताओं के लिए एक ही पोर्टल पर सभी विश्वविद्यालय अपनी मूलभूत सविधाओं का विवरण देते हुए सम्पर्क व्यक्ति तथा सम्पर्क विवरण की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इस माध्यम से चारों प्रदेशों के विश्वविद्यालय लाभान्वित हो सकेंगे। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वद्यिालय द्वारा की गई इस पहल तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. जगदीश कुमार द्वारा सेन्ट्रल जोन शोध पोर्टल की स्थापना करने की घोषणा पर सभी कुलपतियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए  आशा व्यक्त की कि इस नई पहल से सभी विश्वविद्यालय गुणवत्तापूर्ण शोध करके भारत में शोध को एक नई दिशा देने में सफल होंगे। 
उन्होंने कहा कि बहुविषयी शोध को बढ़ावा देना चाहिए तथा उद्योंगों तथा अन्य विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग

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 स्थापित करके शोध को एक नई दिशा देनी चाहिए। सरकार द्वारा बनायी गई योजनाओें की भी सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करना चाहिए तथा अपने विश्वविद्यालय में शोध के लिए संसाधन सृजन पर भी जोर देना चाहिए। उन्होंने आगे यह भी कहा कि कौशल विकास पर शोध करके हम आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर होंगे। हर स्तर पर शोध को पुरस्कृत करने से शोध का बढ़ावा मिलेगा तथा प्रत्येक विश्वविद्यालय द्वारा किये गये उत्कृष्ट शोध को बेस्ट प्रैक्टिस के रूप में प्रदर्शित किया जाना चाहिए ताकि अन्य विश्वविद्यालय भी उसका लाभ ले सकें।  
उन्होंने कहा कि शोध को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक विश्वविद्यालय को शोध प्रकोष्ठ की स्थापना करनी चाहिए जो विश्वविद्यालय के सभी शोध क्रिया-कलापों को एक नयी राह दिखा सकें। साथ ही उन्होंने शिक्षकों को शोध हेतु उचित प्रशिक्षण देने पर भी जोर दिया। इस वर्ष शिक्षा हेतु भारत सरकार द्वारा की गई शिक्षा निधि में वृद्धि पर सभी ने प्रसन्नता जाहिर की और इस बात पर भी जोर दिया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में चिन्हित नेशनल रिसर्च फाउंडेशन शीघ्र ही पूर्ण रूप से स्थापित होकर देश में शोध को बढ़ावा देगा जिससे सभी विश्वविद्यालय इससे लाभान्वित होंगें।
उक्त सत्र संचालन पर सभी कुलपतियों ने सराहना करते हुए आशा व्यक्त की कि इस सत्र में लिए गये निर्णयों के आलोक में भारतीय शोध विश्व स्तर पर ख्याति अर्जित करेंगे और नया कीर्तिमान बनाएंगे। समापन सत्र में प्रो. नीलिमा गुप्ता ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष, प्रो. जगदीश कुमार तथा विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए. के. पाण्डेय को कार्यशाला के सफल आयोजन हेतु बधाई दी।


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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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