बीएमसी में सुपर स्पेशलिटी सेवाए शुरू करने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के साथ विधायक शैलेंद्र जैन ने की बैठक
तीनबत्ती न्यूज : 13 फरवरी,2024
सागर : विधायक शैलेंद्र जैन ने विधानसभा सत्र के दौरान आज मध्य प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री (चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री )राजेंद्र शुक्ला, स्वास्थ एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान,आयुक्त सुदामा खांडे, अपर आयुक्त पंकज जैन के साथ सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के विस्तार और उसमे सुपर स्पेशलिटी सेवाए जैसे कार्डियक, कैंसर, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी प्रारंभ करने को लेकर चर्चा की।उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को एक कर दिया गया है चूंकि दोनो विभागो में काफी समानता है काफी हद तक जुड़े हुए हैं। सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज एवं जिला चिकित्सालय आजू बाजू में स्थित है जिससे अन्य क्षेत्र के लोगों को इसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता है, अब चूंकि बीएमसी की अंदर ग्रेजुएशन की सीट को 100 से बढ़ाकर 250 कर दिया गया है इसके लिए 200 करोड़ रूपए की राशि इसके लिए सरकार ने जारी की है।इसके अलावा पीजी की सीटो के लिए भी 101 करोड़ रूपए की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है इस तरह से बीएमसी के विस्तार के लिए लगभग 300 करोड़ रूपए की राशि से विभिन्न निर्माण कार्य किया जाना है इसके अतिरिक्त बीएमसी में स्थित अस्पताल जो अभी 700 बिस्तर का है। इसे बढ़ाकर 1100 बिस्तर का किया जाना है । इसके लिए विधायक जैन ने मंत्री राजेंद्र शुक्ला एवं अधिकारियों के समक्ष यह प्रस्ताव रखा की जिला चिकित्सालय भवन को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज को दे दिया जाए और दोनो भवनों को मिलाकर एक कर दिया जाए जिससे बीएमसी के अस्पताल की क्षमता बढ़ जाएगी और सभी मरीजों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी अस्पताल के लिए एमआरआई एवं सीटी स्कैन मशीन का ऑर्डर कर दिया गया है। जो इसी सत्र से लोगो के लिए उपलब्ध रहेगी। उन्होंने कहा कि स्थान उपलब्ध होने पर इस मद से इसी वर्ष हृदय रोगियों के कैथ लैब का निर्माण और एक कैंसर रोगियों के लिए कैंसर रोग विभाग शुरू करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है । हमारा प्रयास होगा कि हम इसी वर्ष से यह दोनो यूनिट शुरू कर सकें, इसके अतिरिक्त सुपर स्पेशलिटी सेवाए जैसे न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी आदि को शुरू करने के लिए स्वीकृति दी जाए।इसके अलावा खुरई रोड स्थित इंद्रा नेत्र चिकित्सालय का उन्नयन कर एक व्यवस्थित जिला अस्पताल के तौर पर किया जाए और वहां पर लोगो को चिकित्सा संबंधी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ताकि शहर के दूसरे कोने में स्वास्थ्य सेवाओं का एक और सेंटर विकसित हो सके और उस क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल सके।
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