"सोशल मीडिया कान्क्लेव : अभ्युदय 2024" का आयोजन 11 फरवरी को : पोस्टर का हुआ विमोचन
▪️राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, महाकोशल प्रांत के प्रचार विभाग का आयोजन
सागर : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, महाकोशल प्रांत के प्रचार विभाग के सोशलमीडिया आयाम द्वारा "सोशल मीडिया कान्क्लेव : अभ्युदय 2024"
का आयोजन 11 फरवरी को पद्माकर सभागार में होगा। कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन आज एक स्थानीय होटल में विभाग संघचालक डा गौरी शंकर चौबे, सांसद राजबहादुर सिंह , विधायक शैलेंद्र जैन ,पत्रकारिता विभाग के डीन दिवाकर सिंह राजपूत महापौर श्रीमती संगीता तिवारी , सह प्रांत प्रचार प्रमुख शिवनारायण जी, प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख कृष्णकांत जी ने किया।
______________________
______________________
विश्व संवाद केंद्र की भूमिका सही सूचनाएं देने में अहम
इस अवसर शिवनारायण जी ने कहा कि सूचनाएं को भ्रमित करने का काम अक्सर होता है। अयोध्या में कारसेवक की गतिविधियों को लेकर भ्रमित किया गया। उस समय जनता को सही जानकारी देने विश्व संवाद केंद्र की स्थापना की गई। आज पूरे देश में 37 विश्व संवाद केंद्र बनाकर सही जानकारी देने में अपनी भूमिका बढ़ाई है। मिडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो पर संवाद कार्यक्रम किए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि मोजूदा समय में सोशल मीडिया का जमाना है। हरेक वर्ग का आदमी इससे जुड़ा है। लेकिन सोशल मीडिया में गलत कटेंट के साथ पोस्टिंग बढ़ी है। जो नुकड़ा पूछा रही है। हमारा उद्देश्य है कि नई पीढ़ी को सही कंटेंट मिले। इसमें सभी की सहभागिता होना चाहिए। इससे जुड़ा आयोजन 11 फरवरी को पद्माकर सभागार में होगा। जिसमे जानकारी का प्रबोधन और उनसे संवाद किया जाएगा।
भ्रामक सूचनाओ से अलर्ट रहे : सांसद राजबहादुर सिंह
सांसद राजबहादुर ने कहा कि आने वाली 11 फरवरी में सोशल मीडिया से जुड़े लोगो का कार्यक्रम है। सोशल मीडिया का हर क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति उपयोग कर रहे है। इस मीडिया ने स्थान बनाया है। लेकिन सोशल मीडिया पर दो प्रकार के कंटेंट आ रहे है एक एक जीवन में लाभ देने वाला और दूसरा भ्रामक कंटेंट है। हमे भ्रमक जानकारियों से सचेत रहने की जरूरत है। कई दफा लगातार एक जैसे सामग्री देखने के बाद इन पर भरोसा भी हो जाता है। इसको समझने की जरूरत है। इस तरह की खबरों से नुकसान होता है। कई दफा जटिल हालात हो जाते है। उन्होंने कहा कि सही सूचनाओं के साथ विकसित भारत के संकल्प के लिए सोशल मीडियाआगे बढ़े। इसकी जरूरत है।
इस मौके पर डा गौर विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रो दिवाकर सिंह राजपूत ने कहा कि संवाद ही प्रेरणा का काम करता है। पूरे विश्व में रचना की तीन बाते सामने आती है शाब्दिक, दृश्य
स्पर्श इन तीन के माध्यम से हम सूचनाओ से संवाद करते है। लेकिन हम दोनो पक्षों को देखने की जरूरत है। सूचनाओ की प्रमाणिकता भी जरूरी है। तभी अच्छे कार्य होते है। इनसे प्रेरणा मिलती है।
इस मौके पर मीडिया से संवाद भी हुआ। कार्यक्रम का संचालन अंशुल भार्गव ने किया। कार्यक्रम में अर्पिता जी सोशल मीडिया मातृशक्ति प्रांत टोली प्रमुख, अंशुल भार्गव विभाग सोशल मीडिया प्रमुख ,संघ परिवार से सुशील भार्गव ,बिंदेश प्रजापति ,रामकेश जी,जिला प्रचार प्रमुख रामबाबू रावत ,हेली पांडे, ऋषांक तिवारी,सूर्यांश तिवारी सहित पत्रकार और सोशल मीडिया से जुड़े लोग मोजूद रहे।
_______________________
______________________
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें