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डा गौर के अपमान का मामला: कुलपति ने गलती के लिए की क्षमा प्रार्थना,मांगी माफी ▪️ कुलपति गलती स्वीकारे: गौर का अपमान करने वाले जेल गए है : रघु ठाकुर▪️ कुलपति को हटवाने पोस्टकार्ड अभियान जारी

डा गौर के अपमान का मामला: कुलपति ने गलती के लिए की क्षमा प्रार्थना ,मांगी माफी 

▪️ कुलपति गलती स्वीकारे: गौर का अपमान करने वाले जेल गए है : रघु ठाकुर

▪️ कुलपति को हटवाने पोस्टकार्ड अभियान जारी

तीनबत्ती न्यूज : 04 दिसंबर,2023
सागर : डा गौर की जयंती पर गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय की  कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता द्वारा गौर प्रतिमा पर जूते पहनकर माल्यार्पण करने के मामले में आलोचना जारी है। इसे अपमान की घटना का जनप्रतिनिधियों से लेकर आम नागरिकों तक ने इसका विरोध दर्ज कराया है। उधर आज कुलपति द्वारा गौर समाधि पर क्षमा प्रार्थना की गई।


मानवीय त्रुटि के लिए क्षमा प्रार्थना 

गौर विश्विद्यालय  के नवप्रवेशित छात्रों के दीक्षारंभ कार्यक्रम के पूर्व विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं पितृपुरुष डॉ. हरीसिंह गौर की समाधि स्थल पर पहुंचकर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने पुष्पार्चन कर डॉ. गौर को नमन करते हुए गौर जयंती के अवसर पर हुई मानवीय त्रुटि के लिए क्षमा प्रार्थना की. साथ ही प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस.पी. उपाध्याय ने भी गौर समाधि पर पुष्प अर्पित कर क्षमा याचना की. इस अवसर पर कुलानुशासक प्रो. चंदा बेन, सुरक्षा अधिकारी डॉ. हिमांशु कुमार, समर्थ दीक्षित, प्रवीण राठौर एवं अन्य कई सदस्य उपस्थित रहे.

रघु ठाकुर ने जताई चिंता

समाजवादी चिंतक आर सर्वदलीय मोर्चा के  सरंक्षक रघु ठाकुर ने गौर जयंती पर कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता द्वारा जूते पहनकर माल्यार्पण किए जाने की घटना पर चिंता जताई है। रघु ठाकुर ने मीडिया से चर्चा में कहा कि 
26 नवंबर को गौर जयंती पर  कुलपति के द्वारा जूते पहनकर माल्यार्पण किया गया। इससे समूचा बुंदेलखंड अंचल  हतप्रभ और दुखी है। यह अपमान करने वाली घटना है।  कुलपति भारतीय संस्कृति दावा करने वाले परिवार  से आती है। उनसे संस्कारों की अपेक्षा स्वाभाविक है। मैं बताना चाहता हू कि G 20 का कार्यक्रम हुआ। अनेक देशों के प्रतिनिधि आए। उन्होंने  गांधी जी की समाधि श्रद्धासुमन अर्पित किए। बाईडन से लेकर सभी ने समाधिस्थल से दूर अपने जूते उतारे और पैदल चलकर पुष्प अर्पित किए। यह सम्मान का प्रतीक है और परंपरा भी। ऐसा कोई कानून भी नही है कि वरिष्ठ नागरिक जूता पहनकर माला पहनाये


कुलपति दिखाए बड़प्पन

 रघु ठाकुर ने कहा कि प्रो सुरेश आचार्य ने किन्ही कारणों से आग्रह  किया था तो भी। यह उनका बड़प्पन होता कि  कुलपति जूते उतार कर जाती और माल्यार्पण करती । अब  उनको चाहिए की वे सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करे की।ऐसा करेंगी तो सम्मान  होगा। उन्होंने कहा की कुलपति को चाहिए कि वे मीडिया के समक्ष अपनी गलती स्वीकार करे और खेद व्यक्त करे।


गौर को अपमानित करने वाले जेल गए है
रघु ठाकुर ने कहा कि  बड़े पद पर बैठे लोगो को गलती स्वीकारने का साहस होना चाहिए। पद बड़ा नही होता है। अच्छे कार्य करने वाला बड़ा होता है जिसको हम सम्मान देते है। 
उन्होंने कहा की डाक्टर गौर का अपमान जो करते है ।उनको कई प्रकार की परेशानियो को उठानी पड़ता है। पूर्व कुलपति एन एस गजभिए  डा गौर को सम्मान प्रकट करने नही आए थे। उनको जेल जाना पड़ा था।

सेंट्रल विवि की कुलपति को हटवाने पोस्टकार्ड अभियान चलाया

सेंट्रल विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ हरीसिंह गौर की जयंति पर कुलपति और कुलसचिव द्वारा जूते पहनकर माल्यार्पण करने और माफ़ी न मांगने के रवैये के खिलाफ सागर में तीखा आक्रोश है। सोमवार को सिविल लाइन्स में युवाओं ने कुलपति हटाओ अभियान के तहत पोस्टकार्ड अभियान चलाया।


कुलपति हटाओ अभियान से जुड़े मनीष बोहरे ने बताया की विवि के छात्र  और शहरवासियों ने डॉ गौर का सम्मान बरकरार रखने और ऐसे असंवेदनशील कुलपति, कुलसाचिव व अन्य दोषी कर्मचारियों को हटवाने के लिए सिविल लाइन में  राष्ट्रपति-प्रधानमन्त्री को सम्बोधित पोस्टकार्ड लिखे। पहले दिन ही करीब 500 से अधिक पोस्टकार्ड लिखे गए। श्री बोहरे ने बताया की ज़ब तक कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता और अन्य को नहीं हटाया जाता चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।

बता दें की सोशल मीडिया में 26 नंबवर से कुलपति और अन्य अधिकारियों के खिलाफ   तीखे शब्दों में निंदा करते हुए कई पोस्ट भी वायरल की जा रही हैं. कुलपति हटाओ अभियान में अब तक सैकड़ो युवा जुड़ चुके हैं।


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एडिटर: विनोद आर्य
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+91 94244 37885

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