प्रत्येक विद्यार्थी में डॉ. गौर की मेधा का प्रतिबिंब परिलक्षित होना चाहिए- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता▪️प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारम्भ का आयोजन

प्रत्येक विद्यार्थी में डॉ. गौर की मेधा का प्रतिबिंब परिलक्षित होना चाहिए- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता

▪️प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारम्भ का आयोजन

तीनबत्ती न्यूज : 04 दिसंबर,2023
सागर. डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में सत्र 2023-24 में प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए दीक्षारम्भ का आयोजन विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयन्ती सभागार में संपन्न हुआ. देवी सरस्वती एवं डॉ. गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. कार्यक्रम में विद्यार्थियों की ओर से दिव्यांग विद्यार्थी अंकित ने व्हील चेयर पर बैठ कर कुलपति  का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया साथ ही  कुलपति  ने भी नवप्रवेषित विद्यार्थियों के प्रतिनिधि के रूप में अंकित को पुष्प गुच्छ प्रदान कर समूचे विद्यार्थियों का स्वागत किया.

स्वागत वक्तव्य देते हुए अधिष्ठाता, छात्र-कल्याण प्रो. अम्बिकादत्त शर्मा ने नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा डॉ. गौर के स्वप्नों और विरासत को विश्व भर में पहुंचाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आप सब के कंधों पर है. 
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कुलगुरु प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आपको डॉ. गौर की धरती पर उनके स्वप्नों के विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का अवसर मिला है. आप इस अवसर को परिणाम में बदलते हुए अपनी अकादमिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मेधा को विश्व पटल पर स्थापित कीजिये. यहाँ के प्रत्येक विद्यार्थी में डॉ. गौर की मेधा का प्रतिविम्ब परिलक्षित होना चाहिए.


 उन्होंने विश्वविद्यालय की अकादमिक गतिविधियों को अधिक सम्यक बनाने हेतु विभिन्न प्रकार के संसाधनों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने का आश्वासन भी दिया. उन्होंने कहा कि बड़ी क्षमता का एक भव्य कन्वेंशन सेंटर प्रस्तावित है. जल ही बनकर तैयार होगा. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के लिए हर तरह की सुविधा मुहैया कराने के लिए तत्पर है. फ़ूड प्लाजा, सिंथेटिक ट्रैक, पुस्तकालय का एक्सटेंशन, नवीन प्रयोगशालाएं, नवीन अकादमिक भवन एवं अन्य कई तरह की सुविधाएं प्रगति की ओर हैं.  

कुलानुशासक प्रो. चंदा बैन ने अनुशासन की महत्ता को मानव जीवन में सफलता के सोपान से जोड़ते हुए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में अनुशासन व्यवस्था बनाये रखने में उनकी भूमिका को रेखांकित किया. प्रो. नवीन कांगो, निदेशक, अकादमिक गतिविधयां ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तारतम्य में विश्वविद्यालय द्वारा अपनाये गए विभिन्न पाठ्यक्रम संरचनाओं, विषयों के चयन एवं अकादमिक बैंक ऑफ़ क्रेडिट जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों से विद्यार्थियों को अवगत कराया. 

अध्यक्ष, प्रतिपालक परिषद् प्रो. राजेश गौतम ने विश्वविद्यालय छात्रावासी सुविधाओं, सांस्कृतिक परिषद् के समन्वयक डॉ. राकेश सोनी ने विद्यार्थियों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों, खेल एवं शारीरिक शिक्षा के निदेशक डॉ. विवेक साठे ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध खेल-कूद संबंधी सुविधाओं, डॉ. धर्मेन्द्र सर्राफ ने राष्ट्रीय कैडेट कोर, डॉ. सुनीत वालिया ने राष्ट्रीय सेवा योजना के, प्रो. उत्सव आनंद ने छात्रवृत्ति संबंधी विभिन्न योजनाओं, डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने पुस्तकालय, प्रो. श्री भागवत ने प्लेसमेंट प्रकोष्ठ एवं डॉ. अभिषेक जैन ने विश्वविद्यालय में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधी जानकारी दी.


कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ. आशुतोष ने किया एवं आभार ज्ञापन डॉ. रजनीश ने व्यक्त किया. कार्यक्रम के अंत में सांस्कृतिक परिषद् की ओर से विद्यार्थियों ने सांगीतिक प्रस्तुतियां दीं. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे.



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें