श्री गुलाब बाबा मंदिर का 16वें वार्षिक उत्सव : बड़े धूमधाम से होगा शुभारंभ, 2 दिसंबर को शोभायात्रा
तीनबत्ती न्यूज :1 दिसंबर,2023
सागर : हिंदु सनातनी धर्म परमपरा के अनुसार बुंदेलखण्ड के अति भव्य एवं सुदर मंदिरों में से एक एवं देशभर के श्री गुलाब बाबा भक्तों के श्रृद्धा का केन्द्र श्री गुलाब बाबा मंदिर के 16वें वार्षिक उत्सव का शुभांरभ 29 नवम्बर को नरसिंहगढ़ (दमोह) से हर वर्ष की तरह 111 किलोमीटर के पैदल पैदल एवं वाहनों द्वारा आई श्री गुलाब बाबा चरण पादुका पालिकी रथयात्रा के बहेरिया तिगड्डा से 2 दिसम्बर 2023 दिन शनिवार सुबह 10:30 बजे विशाल शोभायात्रा के रूप में श्री गुलाब बाबा मंदिर में "श्री गुलाब भाक्ति पीठ" पर चरण पादुका स्थापना के साथ होगा ।
श्री गुलाब बाबा मंदिर के व्यवस्थापन प्रमुख श्री किरण पारासरे एवं सचिव श्याम सोनी ने मीडिया को बताया कि इस वर्ष 16वें वार्षिक उत्सव का शुभारंभ 28 नवम्बर को नरसिंहगढ़ में विशाल भंडारा एवं 29 नवम्बर को यह चरण पादुका पालिकी रथयात्रा का शुभारंभ हुआ था, जो पैदल पैदल सैकड़ो भक्तों के साथ दमोह शहर में भ्रमण करती हुई आकर बांसा तारखेडा स्थित श्री गुलाब बाबा मंदिर के 10वें वार्षिक उत्सव में विश्राम करती हुई, 1 दिसम्बर की शाम को सागर में बहेरिया तिगड्डा पर विश्राम कर, 2 दिसम्बर को वहां से मकरोनिया, सिविल लाइन, गोपालगंज, संजय ड्राइव होती हुई श्री गुलाब बाबा मंदिर आयेगी ।
7 एकड़ में बना भव्य मंदिर परिसर
ज्ञात हो कि लगभग 7 एकड़ क्षेत्र में निर्मित श्री गुलाब बाबा मंदिर परिसर के अंदर अति भव्य, अत्यंत सुंदर,पारम्परिक पच्चीकारी से युक्त, मकराना, वंशी घौलपुर राजस्थान के लाल एवं सफेद पत्थरों से निर्मित एवं अंदर काँच के
आकर्षक कारीगरी से 16 देवी देवताओं के मंदिरों में श्री गुलाब बाबा राधाकृश्ण मंदिर (श्री हरीहर मंदिर), त्रि-महाशक्ति
मंदिर एवं श्री दुर्गा सप्तशति यत्र, श्री शिरडी साई नाथ मंदिर श्री हनुमान गढी में विशालकाय श्री हनुमानजी, श्री सिद्धी विनायक बडे गणेशजी मंदिर,
श्री रामदरबार मंदिर श्री शिवपार्वती दरबार, श्री शेगांव गजानन महाराज मंदिर, श्री दत्त मंदिर, श्री कृष्ण मंदिर, सूर्य मंदिर, मीराबाई मंदिर एवं अभी आये अति विशाल काले पत्थर के निर्मित शिवलिंग-नंदी अपने आप में चमत्कारिक है। श्री गुलाब बाबा मंदिर को वार्षिक उत्सव हेतु इस वर्ष अत्याधुनिक विद्युत सजावट, फूलों से सजाया गया है।
मंदिर के अध्यक्ष डॉ भरत आनंद वाखले ने बताया कि इस वर्ष महाराष्ट्र से करीब 2000 भक्त आ रहे है बाकी आध्रप्रदेश, यूपी दिल्ली, छत्तीसगढ़ सहित संपूर्ण बुंदेलखण्ड के भक्त शामिल होगें, जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट के साथ लगभग 100 भक्तों की टीम सभी व्यवस्थायें संभाल रही है, साथ ही प्रतिदिन के भंडारे (प्रसादी) के साथ 5 दिसम्बर के विशाल महाप्रसादी के साथ हजारों लोगों के लिए भंडारे के निर्माण हेतु करीब 30 रसाइयों को महाराष्ट्र से बुलाया है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की होगी प्रस्तुति
मंदिर व्यवस्थापक सहयोगी प्रमेद्र (गोलू) रिछारिया ने बताया कि इस वर्ष 2 दिसम्बर की चरण पादुका पालिकी रथ यात्रा के मंदिर में आगमन एवं विराजमान पश्चात् 3 दिसम्बर को दिन में लड़कियों, महिलाओं की रांगोली प्रतियोगिता पश्चात् स्वर तरंग सागर रिकार्ड आफ सागर कार्यक्रम में सागर शहर के समस्त सुगम संगीत गायकों वादकों द्वारा मंच से एक घंटे की लाईव प्रस्तुत एव रात्रि में श्रीमति रागनी श्रीवास्तव व्याख्याता कत्थक नृत्य, श्रीमति जयश्री लुखे, शास्त्रीय गायन विशेषज्ञ, श्री कृष्ण कुमार कटारे शास्त्रीय संगीतज्ञ, सुश्री आरोही श्रीवास्तव शास्त्रीय नृत्य निर्देशक के मार्गदर्शन में शास्त्रीय गायन एवं नृत्य की प्रस्तुति होगी ।
दूसरे दिन 4 दिसम्बर को हर वर्ष की तरह मंदिर का वार्षिक उत्सव की सागर नगर में "श्री गुलाब बाबा चरण पादुका पालिकी रथयात्रा शोभायात्रा" अपने पारम्परिक मार्ग से निकलेगी जिसमें अखाड़ा (रामदल), लड़कियों की लेझम दल, झांकिया, ग्रामीण भजन मंडलिया, नृत्यकार आदि के साथ देशभर के भक्तों का काफिला होगा, शोभायात्रा का हर वर्ष की तरह नगर में स्वागत सत्कार होगा। एवं रात्रि में प्रसिद्ध भजन गायक अरुणमणि त्रिपाठी (जूनियर लख्खा) की झांकीमयी भजन संध्या मंदिर परिसर के अंदर होगी ।
उत्सव के अंतिम दिवस 5 दिसम्बर को महाप्रसादी (भंडारा) का विशाल आयोजन होगा एवं एवं श्री विनोद जी अग्रवाल के साथी वृंदावन धाम के श्री धीरज बावरा (मेरो प्राण धन राधारानी फेम) की भजन संध्या पश्चात् अर्द्धरात्रि में श्री गुलाब बाबा चरण पादुका पालिकी को मंदिर परिसर के श्री गुलाब पीठ से श्री गुलाब बाबा राधाकृष्ण मंदिर लाया जावेगा, जहां आरती पश्चात् वार्षिक उत्सव का समापन अतिशबाजी से होगा ।
बाबा के ये भक्त जुटे व्यवस्थाओं में
संपूर्ण आयोजन के व्यवस्थापन में ट्रस्टी श्री जयंत पारासरे, श्री किरण परासरे (मामाजी), डॉ. हरीशंकर साहू, डॉ. घनश्याम वैद्य, शिवकुमार ताम्रकार, के.एल नेमा, डालचंद पटेल (लम्बरदार), डॉ. आर. डी. नन्होरिया, डॉ. अजय विश्वकर्मा, डॉ. अनिल साहू, डॉ. शिवराम आठया, श्री बी. एन. सोनी, डॉ. तरूण बडोन्या, डॉ. श्याम चौबे, डॉ. जीवनलाल विश्वकर्मा, संजय जड़िया, प्रवीण जग्गी, सुधीर पलया, रविशकर खटीक, नीतेश शर्मा, राजू गंगवानी, पं. शिवशंकर मिश्रा, दिनेश तंतवाय, लकी सराफ, दीपक मेहरा, मनोज सगतानी, गुड्डू मोटवानी, मनोज बडोन्या, नरेन्द्र छाबड़ा, ओमपाल आर्य, सुंदरलाल करेले, संतोष करेले, सिद्धार्थ पण्डा, प विवेक तिवारी, कैलाश साहू, अखलेश जैन, मनीष सोनी (कृष्णा फ्लावर) सुनील सडानी, पवन (गोलू) विश्वकर्मा, शुभम श्रीवास्तव, गणेश शर्मा, मनोज दुबे, राधेश्याम सोनी, कुलदीप शुक्ला, पं. विकास मिश्रा, अमन जैन मंदिर के सतीश विश्वकर्मा, प्यारेलाल आठ्या, मनोज पटैल, गोपाल कोलते, नीलेश अवस्थी, गोलू आठ्या, बालाजी पांडरे (मुंबई), मार्टिन (मुंबई), प्रकाश नेमा के साथ दमोह के श्री महेन्द्र सोनी, संदीप सराफ, मदनगोपाल पाराशर, संजीव सराफ असाटी, अमित सोनी, मनीष विश्वकर्मा, हरीकिशन विश्वकर्मा (नरसिंहगढ़), सदीप मिश्रा, राजेन्द्र विदोल्या सरपंच नरसिंहगढ़, मनोहर असाटी, गुड्डू सोनकिया (बटियागढ़), विट्टन प्रजापति जबेरा, अतुल सोनी, अनुराग सोनी, दीपेश नामदेव, गुड्डा मेहता, राजेश गुप्ता, सहित महिला मंडल से श्रीमति योगिनी वाखले, सविता सोनी, क्षिप्रा सराफ, रमा पाराशर, ऊषा सोनकिया, अमिता पलया, सुश्री शिबू सोनी, श्वेता तिवारी, अमिता दुबे, हेमलता चौरसिया, अनिता आठ्या, ज्योति शर्मा, रेखा मनीष सोनी, मेघा भोजक, यामनी सोनी, सान्या सोनी, राशि साहू, रिया ठाकुर आदि व्यवस्था संभाल रही है।
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