डा गौर जयंती : प्रतिभाओं की अभिव्यक्ति का मंच है गौर कौशल विकास मेला- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता
▪️अनेक कार्यक्रमों का आयोजन: तीनबत्ती पर जलाए दीप
तीनबत्ती न्यूज : 25 नवंबर,2023
सागर: सविधान सभा के सदस्य, दानवीर, शिक्षाविद, कानून विद डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. सर हरिसिंह गौर की 154 वीं 26 नवंबर को पूरे उल्लास के साथ मनाई जाएगी। डा गौर दिल्ली विश्वविद्यालय और नागपुर विवि के कुलपति भी रहे है। उनकी जयंती पर गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय में गौर उत्सव पर अनेक आयोजन किए जा रहे है। इसके साथ ही अनेक शैक्षणिक सामाजिक संगठनों द्वारा आयोजन किए जा रहे है।
गौर कौशल विकास मेला आयोजित
डॉक्टर हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर में गौर उत्सव 2023 के अन्तर्गत में गौर समाधि प्रांगण में ‘गौर कौशल विकास मेला’ का उद्घाटन कुलपति प्रो नीलिमा गुप्ता द्वारा किया गया. इस अवसर पर नोडल अधिकारी प्रो सुशील कुमार काशव ने बताया कि कम्युनिटी कॉलेज स्वरोजगारमुखी पाठयक्रम के अंतर्गत 19 कोर्स का संचालन करता है. उन्होंने बताया कि इस बार विद्यार्थियों द्वारा 20 स्टॉल लगाये गए हैं जिनकी समस्त सामग्री विद्यार्थी स्वयं निर्मित करते हैं. विक्रय में प्राप्त राशि विद्यार्थियों को दी जाती है। इस अवसर पर कुलगुरू प्रो. नीलिमा गुप्ता ने कहा कि कम्युनिटी कॉलेज स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास कर रही है। विभिन्न कोर्स में 600 से अधिक विधार्थी अलग-अलग क्षेत्र में स्वरोजगार कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि मेले को बड़ा स्वरूप प्रदान किया जाये। आने वाले समय में कौशल विकास मेले में निजी विश्वविद्यालय, महाविद्यालय सहित आसपास के सभी महाविद्यालयों को अवसर दिया जाएगा. हमारा प्रयास है कि अच्छी गुणवत्ता की सामग्री कम कीमत पर लोगों तक पहुंचाया जा सके.
गौर उत्सव समन्वयक प्रो पी. के. कठल ने कम्युनिटी कॉलेज के विद्यार्थियों को बधाई देते हुए विद्यार्थियों के प्रयास की सराहना की. कार्यक्रम में प्रो. रत्नेश दास, डॉ. राकेश सोनी, प्रो. जे. के. जैन, डॉ. जी. के. तिवारी, डॉ सर्वेद यादव, डॉ. नीरज उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.
स्टाल पर उमड़ी भीड़
स्टॉल में मनोविज्ञान विभाग के छात्रों ने आई क्यू टेस्ट, सहित विभिन्न उपकरण की मदद से व्यक्तित्व नेचर की जानकारी दी। इसके साथ मशरूम उत्पाद, फैशन डिजाइनिंग के तीन स्टॉल लगाये गये जिसमें सलवार, कुर्ते, ज्वैलरी सहित अन्य सामग्री मौजूद थी. हस्तनिर्मित आकर्षक घड़ियां, एलोवेरा साबुन, नीम, तुलसी एवं पपीते से बनी वस्तुओं के अलावा मुनगा पाउडर, टैबलेट्स, पोषण से भरपूर अनेक खाद्य पदार्थों की बिक्री की गई। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्टाल लगाए गये. इको फ्रेंडली वस्तुएं जैसे जूट निर्मित ड्रेस, कांच की बोतलों पर जूट की कलाकृति एवं जूट से बनी विभिन्न प्रकार की वस्तुएं, गोबर से निर्मित घड़ियां, माला, धूप बाती, स्टैंड ,पानी में तैरते गोबर दीए इत्यादि आकर्षण का केंद्र रहे.
समूचा बुंदेलखंड डॉ. गौर का सदैव ऋणी रहेगा- कलेक्टर दीपक आर्य
गौर उत्सव के तहत सम्बद्ध महाविद्यालयों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के उदघाटन के अवसर पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता, जिला कलेक्टर दीपक आर्य, समन्वयक प्रो. पी के कठल, प्रभारी कुलसचिव डॉ. एस पी उपाध्याय, बीटीआईआरटी कॉलेज के प्राचार्य एवं महाविद्यालय प्रतिनिधि डॉ. राजू टंडन, सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं प्रबंधक उपस्थित थे. इस अवसर पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि डॉ. गौर की प्रेरणा से यह विश्वविद्यालय आगे बढ़ रहा है. सम्बद्ध महाविद्यालय विश्वविद्यालय की एक इकाई की ही तरह हैं.
महाविद्लायों द्वारा संयुक्त रूप सुन्दर एवं भव्य रूप से किया गया यह आयोजन डॉ. गौर के प्रति सच्ची भावना का प्रतीक है. हम उनके जन्मदिन पर संकल्प लें कि डॉ. गौर द्वारा किये गए पुनीत कार्यों और उनके विचारों को संजोकर रखें और उनके बताये गये मार्ग पर चलें.
कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि डॉ. गौर ने इस विश्वविद्यालय को स्थापित किया था. उनके द्वारा सृजित ज्ञान का यह अभिनव केंद्र है. समूचा बुंदेलखंड उनका सदैव ऋणी रहेगा. हम उनके पद चिन्हों और आदर्शों पर चलकर अपने जीवन और समाज को और बेहतर बनाएं. उनके प्रति सदैव कृतज्ञ रहते हुए हम समाज में बेहतरी का कार्य करें. इस अवसर पर गौर उत्सव के तहत आयोजित हुए क्रिकेट मैच के प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किये गए. कार्यक्रम का संचालन डॉ. आशुतोष ने किया.
शास्त्रीय गायन, नृत्य एवं देशभक्ति गीतों ने बांधा समां, संबद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुति
गौर उत्सव के तहत सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने स्वर्ण जयन्ती सभागार में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं. बाबू लाल ताराबाई इस्टीटयूट ऑफ एक्सीलेंस के विद्यार्थियों ने गणेश वंदना, एकल नृत्य सत्यम् शिवम् सुन्दरम् , नौरता (ग्रुप मंडल), कालवेलिया, सेमी क्लासिकल डांस, एकल नृत्य-नगाड़े संग ढोल बाज, एकल गायन- आरम्भ है प्रचन्ड की प्रस्तुति दी.
सुंदरलाल श्रीवास्तव महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने एकल डांस ऐसा देश है मेरा, ग्रुप डांस- बोल (चौधरी ग्रुप डांस), एकल नृत्य-मंगल बेला की प्रस्तुति दी. टाइम्स कॉलेज दमोह के विद्यार्थियों ने महा–रास, थीम डांस, भरत-नाट्यम की प्रस्तुति दी. पं. बृजकिशोर पटैरिया महाविद्यालय मालथौन के विद्यार्थियों ने नौरता नृत्य, घूमर नृत्य, एकल नृत्य की प्रस्तुति दी. ओमश्री महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने समूह गायन-गौर अमृत वाणी से समा बांधा.
केन्द्रीय पुस्तकालय में लगाईं गई गौर साहित्य प्रदर्शनी
गौर उत्सव के तहत गौर पीठ और केंद्रीय पुस्तकालय के संयुक्त तत्वावधान में गौर साहित्य प्रदर्शनी लगाईं गई जिसका उद्घाटन कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डॉ गौर के साहित्य और विरासत को संवारने के लिए गौर पीठ के माध्यम से प्रयास किए जाएंगे. इस अवसर पर प्रो. दिवाकर सिंह राजपूत, प्रो. पी के कटहल, प्रो. यू के पाटिल, प्रभारी कुल सचिव डॉ. एस पी उपाध्याय, डॉ. मुकेश साहू सहित कई अन्य उपस्थित थे.
ओपन डे के तहत 400 से अधिक विद्यार्थियों ने संग्रहालय और वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं का किया भ्रमण
ओपन डे के तहत दूसरे दिन ज्ञान सागर डिग्री कॉलेज, पारस विद्या विहार, वात्सल्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सीएम राइज स्कूल, नरयोवाली, पंडित रविशंकर शुक्ल, ज्ञान सागर डिग्री कॉलेज के 400 से अधिक छात्रों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न संग्राहलयों, अत्याधुनिक विज्ञान उपकरण केन्द्रों का भ्रमण किया.
वैश्विक ज्ञान की संभावनाओं का मूल भारतीय ज्ञानपरंपरा में निहित है- प्रो. सर्राफ
विवि के अभिमंच सभागार में पुरा-छात्र कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें नाइपर अहमदाबाद एवं हैदराबाद के निदेशक प्रो. शैलेन्द्र सराफ “विकास एवं पुनरुत्थान के भारतीय मानक और शोध संभावनाएं” विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि आत्म मंथन का समय है. देश के शिक्षण संस्थाओं को रिसर्च इकोसिस्टम बनाना होगा. ज्ञान और मानव संपदा होते हुए भी हम शोध में पीछे रह जाते है. हमें देशज ज्ञान ज्ञान को आगे बढ़ाते हुए समाज की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि पुरा छात्रों का यह आयोजन अद्भुत है लेकिन हमें अपने पूर्व छात्रों जुड़ने के लिए कनेक्टिंग मैकेनिज्म पर कार्य करना होगा इसके जरिये हम अधिक समृद्ध होंगे. संस्थान मौजूदा समय में रेंकिंग प्रणाली के शिकार हैं. जबकि हमारे देश में ज्ञान और सृजन की प्रतिष्ठित परम्परा रही है. हमें अपने प्राचीन ज्ञान परम्परा से सीखने की आवश्यकता है.
पुरा विद्यार्थी किसी भी संस्थान की नींव होते हैं- कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता
कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमें बचपन से ही बच्चों को विज्ञान एवं शोध के प्रति जागरूक करना चाहिए. शोध की दिशा में आरंभिक भावना रहने से विद्यार्थी उस दिशा में आगे बढ़ सकेगा. उन्होंने संस्थान के पुरातन विद्यार्थियों से आवाहन करते हुए कहा की संस्थान के उत्तरोत्तर प्रगति में आप सबका महती योगदान महत्त्वपूर्ण है. बिना पूर्व विद्यार्थियों के कोई भी संस्थान अपनी उच्चतर अकादमिक उन्नति को नहीं प्राप्त कर सकता. डॉ. गौर इस बात के लिए सदैव प्रयासरत रहे. उन्होंने गौर उत्सव के तहत चल रहे शैक्षणिक भ्रमण का उल्लेख करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास है कि विद्यार्थियों के अन्दर शोध की भावना जागृत हो. हमारा दायित्व है कि हम शोध की सम्भावना को बढायें ताकि विदेश जाने वाली प्रतिभाओ का पालन न हो.
डॉ. गौर की स्मृति को काव्यांजलि के माध्यम से नमन
विश्वविद्यालय के अभिमंच सभागार में गौर जयंती के उपलक्ष्य में डॉ. गौर की स्मृति एवं योगदान पर आधारित विभिन्न स्वरचित कविताओं का काव्य पाठ विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों द्वारा किया गया. इस अवसर पर प्रो. नवीन कांगो, डॉ. राजेंद्र यादव, डॉ. हिमांशु कबीर, डॉ. आशुतोष इत्यादि लोगो की महत्वपूर्ण भूमिका रही.
तीनबत्ती पर दीप प्रज्वलन
परम्परानुसार गौर जयंती की पूर्व संध्या पर शनिवार को गौर मूर्ति तीनबत्ती पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया। इस मौके पर शहर पे प्रतिष्ठित नागरिकों, जनप्रतिनिधियों,विश्वविद्यालय के शिक्षक,अधिकारी और कर्मचारियों ने दीप जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की
इस मौके पर प्रो चंदा बेन, प्रो सुरेश आचार्य, आर के त्रिवेदी, दिवाकर शर्मा, प्रो वर्षा शर्मा, डा अशोक अहिरवार, पूर्व विधायक सुनील जैन, कांग्रेस प्रत्याशी निधि जैन, राकेश शर्मा, डा प्रदीप तिवारी, शुकदेव प्रसाद तिवारी, कमलेश बघेल ,दिनेश सिंघई, पंकज सिंघई,
संदीप सबलोक,प्रकार सुदेश तिवारी, विनोद आर्य, प्रवीन पांडे,जगदेव सैनी,मुकेश जैन ढाना, रत्नेश रावत, सुरेंद्र गाड़ेवार राजिक अली, सेवादल अध्यक्ष सिंटू कटारे, राजेंद्र सिंह सिसोदिया, रत्नेश रावत, रामगोपाल यादव, नितिन पचौरी, अक्कू भाईजान, राम शर्मा,प्रदीप दुबे,ओपी पंडा, राजेश तिवारी, अजय तिवारी, राहुल साहू, मुकेश साहू, विवेक जायसवाल, अरविंद भट्ट, शशांक शर्मा, अधिवक्ता संदीप रावत सहित अनेक लोगो ने दीप जलाए.
26 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम
26 नवम्बर को प्रातः 8.30 बजे गौर मूर्ति तीनबत्ती पर माननीया कुलपति जी द्वारा गौर मूर्ति पर माल्यार्पण एवं उद्बोधन कार्यक्रम होगा. उद्बोधन के पश्चात् गौर शोभा यात्रा प्रारम्भ होगी जो गौर मूर्ति तीन बत्ती से (गौर अध्ययन केन्द्र एवं गौर जन्म स्थली होकर) विश्वविद्यालय प्रांगण तक पहुंचेगी. शोभा यात्रा के विश्वविद्यालय परिसर में आगमन के पश्चात गौर मूर्ति पर माल्यार्पण एवं गौर समाधि पर पुष्पांजलि कार्यक्रम होगा. गौर उत्सव का मुख्य कार्यक्रम विश्वविद्यालय के गौर प्रांगण में प्रातः 11 बजे से आरम्भ होगा.
भाजपा जिलाध्यक्ष ने गौर जयंती एवं सागर गौरव दिवस की शुभकामनाएं दीं
सागर। भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष श्री गौरव सिरोठिया ने महान शिक्षाविद सागर सपूत डॉ. हरीसिंह गौर की 154वीं जन्म जयंती एवं सागर गौरव दिवस पर सभी सागरवासियों को शुभकामाएं प्रेषित की हैं। जिला अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने समस्त सागर सागर वासियों से 26 नवंबर की शाम को प्रत्येक घर पर दीप प्रज्ज्वलित कर डॉ. सर हरिसिंह गौर की जन्म जयंती एवं सागर गौरव दिवस मनाने का आग्रह किया है।
सिविल लाइन में जलाई मोमबत्ती
गौर यूथ फोरम के पदाधिकारियों ने सिविल लाइन्स चौराहे पर गौर जयंती की पूर्व संध्या पर 154 मोमबती जलाकर उन्हे याद किया ! इस मौके पर
डा विवेक तिवारी, मंटू ठाकुर, मनीष बोहरे, सुरेन्द्र पाण्डे, अरविंद ठाकुर , राजशेखर, मनोज रजक, सिल्लन, बब्बू यादव (पथरिया ) , नीरज पटैरिया, सादिक खान, अरुणेथ मिश्रा आदि मोजूद रहे।
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