साल भर में खेतों और घरों के नल तक पहुंचेगा बीना नदी परियोजना का जलः मंत्री भूपेंद्र सिंह
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तीनबत्ती न्यूज : 15 अक्टूबर,2023
खुरई। बीना नदी वृहद सिंचाई बहुउद्देशीय बांध परियोजना स्थल के निकट नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने खुरई विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया। लगभग 3600 करोड़ की लागत वाली इस बांध परियोजना का पानी उपयोग के लिए खुरई विधानसभा क्षेत्र के खेतों और घरों तक साल भर के भीतर पहुंच जाएगा। मंत्री श्री सिंह के साथ सभी कार्यकर्ताओं ने मढ़िया बांध का जल कलशों में भरा जो परियोजना से लाभान्वित होने वाले क्षेत्र के 125 गांवों के प्रमुख मंदिरों में अर्पण किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने परियोजना की उपयोगिता पर शार्ट फिल्म देखी, इसकी वास्तविक चित्रों सहित बुकलेट लेकर भाजपा कार्यकर्ता इसे सबसे बड़ी उपलब्धि के रूप में जनता के बीच ले जाएंगे।
कार्यकर्ता सम्मेलन के पूर्व मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को बांध परियोजना की वास्तविक प्रगति का अवलोकन कराया। सभी कार्यकर्ता बांध की विशालता और पहली बांध में भरी गई अनंत जलराशि को देख कर चमत्कृत रह गये। इसके तुरंत बाद कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि यह बीना नदी बांध परियोजना का सबसे बड़ा मढ़िया बांध है, इसके डाऊन स्ट्रीम में तीन बांध और बनाए गए हैं। इससे हमारे विधानसभा क्षेत्र के कुल 125 गांवों की 61769 हेक्टेयर कृषि भूमि की 365 दिन भरपूर मुफ्त सिंचाई होगी, समूह जल योजना के लिए विधानसभा क्षेत्र के ग्रामों, नगरों को घर-घर फिल्टर्ड पानी पहुंचेगा। इस बांध से 21 मेगावाट बिजली पैदा होगी जिससे बड़े बड़े पंपसेट और उपकरणों से प्रेशराइज्ड पाइपों के जरिए पानी खेतों तक पहुंचाया जाएगा।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि मढ़िया डेम से नहर प्रणाली द्वारा चकरपुर बांध में पानी पहुंचेगा। हर ढाई हेक्टेयर पर पाइपलाइन में टेप प्वाइंट होगा जिससे किसान अपना पाईप जोड़ कर खेतों में पानी पहुंचा सकेंगे। उन्होंने बताया कि मढ़िया बांध, चकरपुर तथा हनौता बांधों से बीना नदी का पानी खुरई क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों की पूर्ति करेगा जबकि धसान नदी पर बन रही उल्दन बांध परियोजना से बांदरी, बरोदिया कलां व मालथौन क्षेत्रों की सिंचाई व पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित होगी। मंत्री श्री सिंह ने बताया कि मढ़िया बांध का काम 90 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुका है। चकरपुर और हनौता बांध के कार्य भी 70 प्रतिशत से अधिक पूर्ण हो चुका है। पाइपलाइनों का बिछना भी शुरू हो गया है।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि 1972 में कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री श्यामाचरण शुक्ल ने बीना नदी परियोजना की घोषणा की थी। इसके बाद 46 साल तक कांग्रेस का शासन रहा लेकिन यह परियोजना स्वीकृत नहीं की गई। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जब मुझे खुरई विधानसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई तब मैंने इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बनाया और मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने इसको स्वीकृत किया। उन्होंने बताया कि धरना, आंदोलन, मुआवजा, राजनैतिक दवाब जैसे कई गतिरोध आए लेकिन मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान अडिग रहे। उन्होंने ही इसका शिलान्यास किया और लगातार धनराशि उपलब्ध कराई। उन्होंने बताया कि कमलनाथ सरकार ने परियोजना को पैसा देने पर रोक लगा दी, कमलनाथ सरकार नहीं आई होती तो आज यह पूरी हो चुकी होती।
मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि चूंकि इस परियोजना में बड़ी धनराशि की आवश्यकता थी इसलिए इसे हमने केन-बेतवा लिंक परियोजना में जुड़वाया, इसका फायदा यह हुआ कि 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार से मिलने लगी और 40 प्रतिशत राज्य सरकार से मिली। इस तरह निर्बाध गति से बीना नदी परियोजना का काम निरंतर शीघ्रता से चलाया जा सका।
ये रहे मोजूद
बांध के अवलोकन के दौरान हरियाणा के करनाल से सांसद संजय भाटिया और जिला भाजपा अध्यक्ष गौरव सिरोठिया भी उपस्थित थे। सम्मेलन को जिला भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष गौरव सिरोठिया ने भी संबोधित किया। सम्मेलन में जयंत सिंह बुंदेला, गोविंद सिंह, वीरसिंह यादव, भीकम अहिरवार, सोनू बाल्मीक, धर्मेन्द्र अहिरवार, प्रदीप अहिरवार, राहुल अहिरवार, के.के. अहिरवार, तुलसीराम अहिरवार,कृष्णकुमार अहिरवार, देवेन्द्र सिंह, वीरेन्द्र सिंह, रमन सिंह यादव, भगवान सिंह यादव, अशोक यादव, शंकर सिंह, प्रदीप पाल, बलराम सिंह, सुल्तान सिंह ,प्रीतम सिंह, ईशाक भाईजान, लल्लू राजा, रानू सिंघई, चंद्रभान, इन्द्रकुमार राय, राजपाल बुंदेला, जाहर सेन, रियाज अली, रहीश खान, लक्ष्मन चंदेल, राजेन्द्र सिंह, हरिशंकर कुशवाहा, आर.पी. खरे, ओमप्रकाश सिंह, ऋषि व्यास, पुष्पेन्द्र सिंह ठाकुर, राजाराम सिंह, भुजबल सिंह, बलबंत सिंह, टीकाराम अहिरवा, आदित्य सिंह, रामकुमार यादव, विजय सिंह ठाकुर, प्रदीप यादव, राजा भाई सिंह, आशीष ओढेमल, रविन्द्र सिंह, ब्रजभूषण पटैल, भैरो सिंह, अतुल सिंह, संजय सिंह, हेमंत सिंह ठाकुर, विनोद, कल्लु यादव, राजू चंदेल, जगदीश अहिरवार, भगवानदास, मीर खान, इमरत सिंह ठाकुर, सुरेश सरंपच, लाखन यादव, नरेश वनपुरिया, संजय भाटिया, प्रेमचंद्र बजाज, सुनील जैन, मूरत सिंह, प्रेमनारायण सिंह, देवराज सिंह, सरदार सिंह, रहीस सिंह, कृष्ण गोपाल, एम.एस ठाकुर, जितेन्द्र सिंह, वकील सिंह, नंदकिशोर सिंह, शैलेन्द्र सिंह, विजय सिंह, उपेन्द्र सिंह, बलवीर सिंह, दिनेश मासाब, मोतीलाल अहिरवा, जगदीश सिंह, सुरेन्द्र सिंह, नंदराम पटैल उपस्थित रहे।
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