पूर्ण स्वच्छता के लिए" वैचारिक स्वच्छता अभियान" बहुत आवश्यक -श्री रामनाथ कोविंद
तीनबत्ती न्यूज :13 अक्टूबर,2023
नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ गोविंद से " वैचारिक स्वच्छता अभियान"की प्रणेता डॉ वन्दना गुप्ता ने दिल्ली स्थित उनके निवास पर मुलाकात की। वैचारिक स्वच्छता अभियान की रिपोर्ट उन्हे देते हुए उनसे माँ, बहन, बेटियों की गालियों के विरुद्ध समाज को जागृत करने पर चर्चा हुई ।सुझाव स्वरूप सभी सार्वजनिक स्थलों जैसे शासकीय एवं अशासकीय कार्यालयों,विद्यालयों, महाविद्यालयों, औद्योगिक संस्थानों आदि पर जन चेतना बोर्ड लगाने के विषय पर चर्चा हुई।
सामाजिक बुराई एवं स्त्री जाति के अपमान से जुड़े इस विषय को पूर्व राष्ट्रपति एवं “वन नेशन वन इलेक्शन” के चेयरमैन श्री राम नाथ कोविंद जी ने बहुत गंभीरता से लेते हुए कहा कि" पूर्ण स्वच्छता के लिए वैचारिक स्वच्छता अभियान बहुत आवश्यक है"। इस विषय में भी भारत सरकार की कार्य योजनाएं हैं। आपके द्वारा समाज में इस गंभीर विषय को लेकर जन जागृति अभियान बहुत बड़ी हिम्मत का काम है। लोगों को ऐसे अश्लील शब्दों को बोलने पर टोकना- रोकना ,भविष्य में दोबारा न बोलने का संकल्प दिलाना समाज के प्रति आपके समर्पण भाव को दर्शाता है।
ऐसी गंदगी को दूर करने के लिए समाज में पहले तो कोई आगे नहीं आता और कोई आगे आता है तो उसका प्रथम कई स्थानों पर अलग-अलग मानसिकता के लोगों द्वारा विरोध भी किया जाता है। लेकिन आपकी लगभग 300 पेज की रिपोर्ट को एक झलक देखकर ऐसा लगता है कि विरोध आपको मिशन के लिए ऊर्जा प्रदान करते हैं। आपने जो दीप जलाया है निश्चित रूप से एक स्वस्थ समाज की स्थापना में मिसाल बनेगा।महान समाज सुधारक राजा राम मोहन राय जी नेस्त्रियों के प्रति घोर अमानवीय शारीरिक एवं मानसिक पीड़ा देने वाली बुराई "सती प्रथा " को जनजागरूकता व कानून पारित करवा कर दूर किया था। इसी प्रकार वैचारिक स्वच्छता अभियान भी समस्त स्त्री जाति को मानसिक पीड़ा देने वाली सामाजिक बुराई "माँ ,बहन बेटी, की गलियों से मुक्त समाज की स्थापना करेगा।जिसके लिए आपके द्वारा सतत किया जा रहा अथक प्रयास सराहनीय है।
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