जो राजनेतिक दल ब्राह्मण समाज की 17 सूत्रीय मांगो का मानेगा उसे देगा समाज समर्थन चुनाव में
तीनबत्ती न्यूज : 26 सितम्बर ,2023
सागर। ब्राह्मण समाज से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर आज समाज से जुड़े प्रफुल्ल दुबे, केलाध तिवारी ,राजेश पाराशर ,राम दुबे सहित अनेक लोगों आज मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि बीते कुछ सालों से पूरे प्रदेश के अलग अलग जिलों में लगातार बाहों के ऊपर चार किए जा रहे हैं। राजनेताओं द्वारा केवल अपने निजी स्वार्थ के लिए बार बार प्रदेश में अलग अलग जाति वर्गों को ब्राम्हणों के विरुद्ध बड़ा करके ब्राम्हणों को नीचे दिखाने का काम किया जा रहा है। वोट बैंक की राजनीति के चलते चारों वर्गों में से प्रत्येक वर्ग के लिए आए दिन नई नई योजनाएं शुरू की जा रही है, किंतु ब्राम्हण और सवर्ण वर्ग के लिए ना तो कोई योजनाएं है ना ही किसी भी पार्टी द्वारा इनकी कोई भी बात सुनी जाती है। जबकि ब्राह्मण समाज को कभी किसी भी अन्य समाज से कोई बैमनस्यता नहीं रही है।
समस्त ब्राह्मण समाज ने 17 सितंबर 2023 रविवार को भोपाल में आयोजित संपूर्ण प्रदेश के ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारीयों की बैठक भोपाल के हिंदी भवन में आयोजित की थी। जहां संपूर्ण प्रदेश के 42 जिलों से पधारे ब्राह्मण संगठन के पदाधिकारीयों ने सर्वसम्मति से ब्राह्मण एवं सवर्ण समाज के उत्थान के लिए 17 सूत्रीय माँगो का एक मांग पत्र सर्वसम्मति से तैयार किया था। बैठक में यह तय किया गया कि यह मांग पत्र सभी विधान सभाओं में ब्राह्मण संगठन द्वारा सभी राजनीतिक दलों को दिया जाएगा और राजनीतिक प्रतिनिधियों से आग्रह किया जायेगा कि यह माँग पत्र वह अपनी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करें। यदि पार्टियां इस मांग पत्र को अस्वीकृत करती हैं या अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल नहीं करती तो ब्राह्मण और सवर्ण समाज जब चुनाव में अन्य विकल्प की खोज करने के लिए प्रतिबद्ध है। ये अन्य विकल्प नोटा भी हो सकता है। इस आवेदन के माध्यम से पूरे मध्यप्रदेश के समस्त ब्राम्हणों द्वारा सभी राजनैतिक पार्टियों के सामने अपनी ये मांगे प्रस्तुत की जा रही हैं और सभी का निवेदन है कि समय रहते इन मांगों का निराकरण किया जाए अन्यथा की स्थिति में आगामी चुनाव में पूरे प्रदेश के समस्त ब्राम्हणों द्वारा चुनाव में उसी पार्टी का साथ दिया जायेगा जो हमारी बात सुनेगी।
ये ही मांगे 1. ब्राह्मण आयोग का गठन किया जावे। जिसमें अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति पंजीकृत ब्राह्मण संगठनों की सहमति या चुनाव से की जाये, तथा जिलों में ब्राह्मणों की समस्याओं के निराकरण के लिए जिला कमेटियों का गठन किया जाये।
2.. ई डब्लू एस के समस्त प्रावधानों को उन प्रावधानों के अनुरूप किया जावे, जो एम सी / एस टी को जातिगत आरक्षण में प्राप्त हो रहे । 3.- ईडब्लू एस आरक्षण प्रतिशत की सीमा बढ़ाई जाये।
4.- ईडब्लू एस के प्रावधानों में सुधार कर के, आरक्षण नीति के अनुरूप ओ.बी.सी./ एस सी/एस टी को जिस प्रतिशत में आरक्षण मिल रहा है, गरीब सवर्णों को भी उसी अनुरूप आरक्षण दिया जावे ताकि आरक्षण का लाभ प्रत्येक गरीब तबके तक पहुँच सकें साथ ही, जातिगत आरक्षण के अंतर्गत किसी भी परिवार के किसी एक सदस्य के अतिरिक्त अन्य किसी सदस्य को आरक्षण का लाभ नहीं दिया जाना चाहिए।
बनना पड़े।
5.. एक्ट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों में उचित विवेचना के उपरांत ही कार्यवाही की जाये, जिससे किसी निरपराध को सजा का भागीदार ना
6. एक्ट्रोसिटी एक्ट के प्रावधानों के अनुरूप ही सवर्ण समाज के पीड़ितों के लिए भी समकक्ष कानून बनाया जाये और उसमें भी विवेचना उपरांत ही कार्यवाही की जाये। 7. प्रदेश के समस्त छोटे-बड़े मंदिरों के ब्राह्मण पंडित/पुजारियों का शासन पंजीयन करें और उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए
प्रतिमाह रू 10,000/- राशि मानदेव प्रदान किया जाये। 8. प्रदेश के सभी छोटे-बड़े मंदिरों के रख-रखाव और जीर्णोद्धार हेतु शासन अपने वार्षिक बजट में राशि का प्रावधान करें और
आवश्यकता अनुसार मंदिर कमेटियों को धन उपलब्ध कराए।
19. मंदिरों की भूमि को ना शासन अधिग्रहित करें और ना उनकी नीलामी की जावे।
10.-8.50 लाख तक वार्षिक आय वाले ब्राह्मण परिवारों को शासन की समस्त योजनाओं का लाभ दिया जावे। 11.- 8.50 लाख रु तक की वार्षिक आय वाले ब्राह्मण परिवारों के छात्र / छात्राओं को छात्रवृत्ति, निशुल्क किताब कापी, देस आदि
उपलब्ध कराई जाये।
12.- परशुराम जन्म स्थली जानापाद को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया जाये। उसे पर्यटन स्थल बनाकर भगवान परशुराम का अपमान नहीं किया जावे।
13. शासकीय पदौन्नतियों में आरक्षण व्यवस्था समाप्त की जाये।
14. शासकीय सेवा में अनारक्षित कोटे में केवल सवर्ण समाज की भर्ती अनिवार्य की जाए।
15. भोपाल सहित समस्त जिलों में ब्राह्मण संगठनों को परशुराम मंदिर, गरीब ब्राह्मण छात्र / छात्राओं के लिए हास्टल, गुरुकुल, वृद्धा आश्रम, गौशाला जैसे निर्माणों के लिए 05 एकद्र भूमि उपलब्ध कराई जावे।
16. विभिन्न चुनावों में अनारक्षित वर्ग के लिए आवंटित सीटों पर आरक्षित वर्ग के दावेदार को प्रत्याशी नहीं बनाया जाये।
17. जहां बाहुल्यता में ब्राह्मण समाज निवारत है उन सीटों पर ब्राह्मण समाज को ही प्रत्याशी बनाया जावे।
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