"मेरी मिट्टी, मेरा देश" अभियान के तहत बी.टी. इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस द्वारा प्रेरणास्पद कार्यक्रम आयोजित
तीनबत्ती न्यूज :24 अगस्त ,2033
सागर: सैनिकों और शहीदों के बहादुरी और समर्पण के प्रति एक दिलचस्प श्रद्धांजलि में, "मेरी मिट्टी, मेरा देश" अभियान के तहत बी.टी. इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस ने एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में वह महापुरुष सम्मानित किए गए जिन्होंने देश की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण व्यक्तियों की भागीदारी थी, जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी तारा चंद जैन, कर्नल मनोज ए.पी. रैपिड (36 रैपिड के कमांडिंग ऑफिसर), 11 मध्यप्रदेश एनसीसी कर्नल अरुण बल्हारा, 11 मध्यप्रदेश एनसीसी के लेफ्टिनेंट कर्नल बी.के सालुंका, सेवानिर्वित लेफ्टिनेंट कर्नल राम सिंह, सेवानिर्वित मेजर एस.सी. शर्मा, सेवानिर्वित मेजर गजराज सिंह, सेवानिर्वित सूबेदार मेजर पी.एन. सिंह, सेवानिर्वित हवलदार कृष्णा प्रसाद, 7 मध्यप्रदेश गर्ल्स बटालियन के सूबेदार मेजर मिलाप सिंह और 11 मध्यप्रदेश के सूबेदार मेजर रंजीत सिंह उपस्थित थे।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तारा चंद जैन ने अपनी प्रेरणादायक कहानी साझा की।
जिसमें उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका की बात की। उन्होंने बताया कि 16 साल की उम्र से ही उन्होंने अपने जीवन को अपने देश के लिए पूरी तरह समर्पित कर दिया था और गांधी जी के साथ "भारत छोड़ो आंदोलन" में सक्रिय भूमिका निभाई थी। उन्होंने मानवता की सेवा करने के महत्व को बयां किया, जो एक संवैधानिक दायित्व के रूप में है।
कर्नल मनोज ए.पी. रैपिड ने अपने प्रेरणास्पद भाषण में अपनी यात्रा और सेना की सेवा से जुड़ी कहानियों को साझा किया। और कहा मैंने युध्य में यह देखा कि दुसरे लोग अपने देश का शेत्रफल बड़ाने के लिए युध्य करते है जबकि हम अपने देश ( माटी ) की सुरक्षा के लिए युध्य करते है l सपने भी सच होते है यदि कोई भी कार्य लगन से किया जाये मैंने अपने जीवन में इसको प्रत्यश अनुभव किया ll सेवानिर्वित लेफ्टिनेंट कर्नल राम सिंह ने एनसीसी कैडेट्स को सेना में शामिल होने के लिए उत्साहित किया। और अंग्रेजी भाषा का महत्व बताया कि जीवन में सफलता की एक महत्वपूर्ण कुंजी है बूंद बूंद से ही महासागर का निर्माण होता है यदि कर्ण-कर्ण और क्षण-क्षण की बचत की जाए तो उपलब्धिया जरूर प्राप्त होती हैं ll बी टी ग्रुप के चेयरमैन ने भी छात्रों को संबोधित किया, छात्रों के माता-पिता को सेना से जुड़े होने पर छात्रवृति की घोषणा की, संस्था इन परिवारों का समर्थन करने के लिए समर्पित है।
प्राचार्य डॉ. राजू टंडन ने सभी मेहमानों का हार्दिक स्वागत किया। एवं प्राचार्य महोदय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ताराचंद जी का संक्षिप्त परिचय देते हुए तथा महाविद्यालय की उप्लाब्दिया बताते हुए, उन्होंने चंद्रयान 3 की सफलता की सभी को शुभकामनाएं प्रदान की ll
यह कार्यक्रम समाज के उन लोगों के समर्थन में है जो अपने देश की सेवा करते हैं और उनके परिवारों का समर्थन करते हैं। यह देश की सेवा करने वाले व्यक्तियों द्वारा किए गए बलिदानों की यादगारी के रूप में कार्य करता है। इस आयोजन में अन्य सैन्य अधिकारी और वीर सैनिकों के साथ, कार्यक्रम ने सेना में सेवा करने के महत्व को हाइलाइट किया और छात्रों को सेना में करियर बनाने का सोचने के लिए प्रेरित किया।
इस दौरान, बी.टी. इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सीलेंस के सम्पूर्ण स्टाफ और छात्र/छात्राएं आयोजन में भाग लिये। इस कार्यक्रम का संचालन श्रीमती फरहीन खान एवं आभार श्रीमती अंजली दूबे ने किया। प्रोफेसर सुबोध जैन, संदीप जैन (बी.टी.इंस्टिट्यूट ऑफ़ एक्सीलेंस के डायरेक्टर), डॉ.संतोष चौबे, डॉ.सुरेश कोरी, डॉ.संचिता जैन, श्रीमती किरण तिवारी, श्री आकाश लिटोरिया, श्री वैभव नामदेव, श्री रिंकू अहिरवार कार्यक्रम में उपस्थित हुए थे
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