शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार : राजेंद्र शुक्ल, गौरीशंकर बिसेन और राहुल लोधी ने ली शपथ : बुंदेलखंड में बढे मंत्री
तीनबत्ती न्यूज : 26 अगस्त ,23
भोपाल।: विधानसभा चुनाव से करीब दो महीने पहले शिवराज मंत्रिमंडल में शनिवार को 3 नए मंत्रियों को शामिल किया गया। ये मंत्री सिर्फ डेढ़ दो महीनो के होंगे। तीनों को राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने राजभवन में शपथ दिलाई। नए मंत्रियों में सबसे पहले महाकौशल से गौरीशंकर बिसेन, विंध्य से राजेंद्र शुक्ला और बुंदेलखंड से राहुल लोधी ने शपथ ली। शिवराज कैबिनेट में अब 33 मंत्री हो गए हैं। 1 पद अब भी खाली है।
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मंत्रिमंडल विस्तार के लिए शुक्रवार देर रात CM शिवराज ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल मंगु भाई पटेल से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक चर्चा हुई। इसके विस्तार के जरिए तीन ऐ को साधने की कोशिश की है। बुंदेलखंड अंचल का कद बढ़ा है।अब यहा 5 मंत्री हो गए।
विंध्य से हैं राजेंद्र शुक्ल :चार बार जीते हर दफा बने मंत्री
रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ल ने पद व गोपनीयता की शपथ ली,इसके साथ ही इन्होंने नया कीर्तिमान स्थापित किया है यह चार बार विधायक बने हैं और चारों ही बार सरकार में मंत्री बने हैं,यह स्व.बाबूलाल गौर व उमा भारती की सरकार में भी मंत्री रहे हैं।
रीवा में जन्मे शुक्ल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वे 2003 में विधानसभा चुनाव जीत कर राजनीति में सक्रिय हुए। इसके बाद 2008 और 2013 में विधानसभा चुनाव जीता। 2013 में शुक्ल मंत्री बने। 2018 में भी चुनाव जीते। शुक्ला विंध्य में पार्टी का बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में विंध्य में कांग्रेस से कांटे की टक्कर मिलती दिख रही है। आम आदमी पार्टी भी कड़ी टक्कर दे रही है। सिंगरौली महापौर सीट पार्टी के हाथ से निकल गई। इसे क्षेत्र में पार्टी के प्रति नाराजगी के रूप में देखा जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट में भी पार्टी की स्थिति ठीक नहीं है। ऐसे में अब शुक्ल को मंत्री बनाकर पार्टी क्षेत्र की जनता को साधने की कोशिश में है।
महाकौशल में बिसेन के जरिए ओबीसी कार्ड
पूर्व मंत्री और विधायक गौरीशंकर बिसेन अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं। अभी वे मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष भी हैं। 1952 में गौरीशंकर बिसेन का जन्म बालाघाट में हुआ। गौरीशंकर बिसेन ने सात बार विधायक और लोकसभा का चुनाव जीता है। बिसेन ने 1985 में विधानसभा का चुनाव जीत कर राजनीतिक सफर की शुरुआत की। इसके बाद 1990 और 1993 में बालाघाट से लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव जीता। 1998 में उनकी पत्नी बालाघाट से विधानसभा चुनाव लड़ी, लेकिन हार गई। बिसेन ने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते। इसके बाद वे 2003 से बालाघाट सीट से लगातार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं। महाकौशल में बड़ी संख्या में ओबीसी वोटर हैं। बिसेन को मंत्री बनाकर ओबीसी वर्ग को साधने की रणनीति बनाई जा रही है।
लोधी के जरिए बुंदेलखंड जीतने की रणनीति : उमा भी खुश
राहुल सिंह लोधी एक बार के विधायक हैं। वह 2018 में खरगापुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते। 2013 में रहली लोधी चुनाव हार गए थे। राहुल पूर्व सीएम उमा भारती के भतीजे हैं। बुंदेलखंड और ग्वालियर चंबल में बड़ी संख्या में लोधी वोटर हैं। राहुल लोधी को मंत्री बनाकर भाजपा बुंदेलखंड के साथ ही ओबीसी वोटर को साध रही है। इसके बहाने उमा भारती की नाराजगी भी दूर करने की कोशिश की गई है।
बुंदेलखंड का बढ़ता कद :
बीजेपी के अपने गढ़ बुंदेलखंड अंचल को बचाने में लगी है। इस अंचल में अनेक दिग्गज नेता पहले से ही पदो पर है। बीजेपी कोई कसर विधानसभा चुनाव में जीत बरकरार रखने और सीटे बढ़ाने में कोई कसर नहीं रखना चाहती है।
बुंदेलखंड अंचल के खजुराहो सांसद वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष, टीकमगढ़ सांसद डा वीरेंद्र कुमार केंद्रीय मंत्री, दमोह सांसद प्रहलाद पटेल केंद्रीय राज मंत्री है। शिवराज सरकार में गोपाल भार्गव ,भूपेंद्र सिंह और गोविंद राजपूत केबिनेट और बृजेंद्र प्रताप सिंह राज्य मंत्री है। अब राहुल लोधी नए राज्यमंत्री बने। इसके अलावा कई राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त और संगठन में अनेक बड़े पदों पर विराजमान है।
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