दलित युवक की हत्या का मामला। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव सहित अनेक नेता पहुंचे पीड़ितो से मिलने :लगाए आरोप
तीनबत्ती न्यूज : 28 अगस्त ,2023
सागर। सागर जिले के खुरई क्षेत्र में एक दलित युवक की हत्या और उसकी मां की निर्वस्त्र पिटाई का मामला राजनीति का केंद्र बना है। आज कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और एमपी के सह प्रभारी सीपी मित्तल सहित कांग्रेस नेता खुरई के बरोदिया नोनागिर में पीड़ित दलित परिवार से मिले और न्याय दिलानेका भरोसा जताया। इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ,कमलनाथ ,बसपा सुप्रीमो मायावती सहित अनेक बड़े नेताओं ने ट्वीटर पर अपने बयान जारी किए है।
इसके बाद सीपी मित्तल ने मिडिया से चर्चा में शिवराज सरकार और मंत्री भूपेंद्र सिंह पर आरोपियों को सरक्षण देने का आरोप लगाया। मित्तल ने कहां कि अभी तक एफआईआर में मुख्य आरोपी का नाम नही जोड़ गया है। घटना में मां के साथ ही परिजनों से मारपीट की गई । मकान से लेकर घर गृहस्थी का सामान तोड़ दिया गया। तोता और घोड़े तक को नहीं बक्शा। एफआईआर में कई तरह की कमियां है। जिससे साबित होता जैसी पुलिस की मिली भगत से योजनाबद्ध तरीके से घटना को अंजाम दिया गया। आरोपी बीजेपी का नेता है। पीड़ित परिवार को शासकीय मदद अभी तक नही मिली है। खुरई के विधायक और नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह का सरक्षण है। उन्होंने कहा की शिवराज सरकार में जरा भी नेतिकत्ता है तो दोषियों के खिलाफ सख्ती से कार्यवायी करे। कांग्रेस उनके साथ खड़ी है। जिला से लेकर दिल्ली तक लड़ाई लड़ेगी।
जिलाध्यक्ष आनंद अहिरवार ने कहा कि खुरई में मंत्री के इशारे पर दलितों पर अत्याचार हो रहा है। क्षत्रिय का धर्म लोगो की रक्षा करना होता है। किसी की हत्या कराना नही होता। उन्होंने कहा कि घटना सुनियोजित है। पीड़ित परिवार के दो भाइयों को पुलिस ने एक दिन पहले बंद कर दिया। घटना के वक्त शाम को छोड़ा। छेड़खानी के मामले में राजीनामा करने आरोपी दवाब बना रहे थे। पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।
मृतक और परिजनों पर दर्ज है 27 अपराधिक मामले
बरोदिया नौंनागिर की घटना को पूरे गांव के सामूहिक प्रतिरोध की भी बताई जा रही है। मृतक, उसके दोनों भाई व चाचा का आपराधिक रिकॉर्ड है। तीनों पर कुल 27 आपराधिक प्रकरण हैं।भोपाल एसटीएफ तक ने इन पर मामला दर्ज किया है।
ताजा विवाद के पीछे छेड़खानी के मामले का राजीनामा नहीं बल्कि 22/5/2021 कोरोना काल की उस चर्चित घटना का राजीनामा कराने का विवाद है जिसमें दबंग कुरैशी बंधुओं आमिर, इमरान, सोहेल, फैसल, अरमान, शब्बीर कुरैशी के साथ मृतक लालू अहिरवार के सगे भाई विष्णु और चाचा राजेंद्र अहिरवार भी धारा 307, 147, 148,107,25/27 आर्म्स एक्ट के आपराधिक मामले में आरोपी हैं।
इस चर्चित प्रकरण में इस गिरोह ने खेत की मेंढ़ के विवाद पर सशस्त्र हमला कर सरपंच विक्रम सिंह की गोली मार कर हत्या की कोशिश की थी। उस घटना की रात भी गांव में दोनों पक्षों में घंटों तक पथराव, फायरिंग की घटना हुई थी। घायलों को हास्पिटल ले जा रहे 108 वाहन के चालक प्रशांत सोनी को भी आरोपियों ने हमला करके घायल कर दिया था। इस परिवार के सात आठ दबंग भाई हैं जो एक गिरोह के रूप में काम करते हैं। हत्या, बलात्कार, गोकशी, तार चोरी, कुओं की मोटरें , मशीनें चुराना इनका काम हैं।
इस मामले में जब मिडिया ने पूछा तो कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अपराधिक रिकार्ड है तो सजा अदालत देगी। बीजेपी नेताओं ने अपने बचाव के लिए कुछ भी क्रिया गया है। पत्रकार वार्ता में राजकुमार पचौरी, रेखा चौधरी, अवनीश भार्गव, मुकुल पुरोहित ,संदीप सबलोक, आनंद तोमर, अवधेश तोमर, आशीष ज्योतिषी सहित अनेक नेता मोजूद थे।
क्या है मामला
24 अगस्त गुरुवार को दलित युवक नितिन अहिरवार को गांव के दबंग लोगो और बीजेपी नेता के परिवार ने पीट पीट कर हत्या कर देती। इसमें उसकी मां भी घायल हुई। पुलिस ने तेरह लोगो के खिलाफ हत्या और एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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