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दलित हत्याकांड :बीजेपी करती है निंदा,कांग्रेस ने बिगाड़ी समरसता : निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार▪️दलित परिवार पर दर्ज है 27 अपराधिक मामले

दलित हत्याकांड  :बीजेपी करती है निंदा,कांग्रेस ने बिगाड़ी समरसता : निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार
▪️दलित परिवार पर दर्ज है 27 अपराधिक मामले

तीनबत्ती न्यूज : 29 अगस्त 2023
सागर। सागर जिले खुरई के बरोदिया नौनागिर में दलित युवक की हत्या के मामले बीजेपी के नेता सामने आए है। अभी तक कांग्रेस नेताओं ने न्याय दिलाने मोर्चा खोल रखा था। अनुसूचित जाति के नेता और सागर नगर निगम के अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार और पार्षद रामू अहिरवार ने आज मीडिया से इस संबंध में चर्चा की। मिडिया ने इनको जमकर घेरा। उन पर आरोपियों का पक्ष लेने के आरोप लगे। पत्रकारों से चर्चा के दौरान कई दफा निरुत्तर हो गए।

घटना दुर्भाग्यपूर्ण ,बीजेपी निंदा करती है
निगमाध्यक्ष  वृंदावन अहिरवार ने कहा कि बरोदिया नौनागिर की घटना दुर्भाग्य पूर्ण  है। बीजेपी इसकी निंदा करती है। लेकिन घटनाक्रम में कांग्रेस जिस तरह से कुत्सित राजनैतिक लाभ लेने के लिए समाज की समरसता बिगाड़ने पर उतरी है वह निंदनीय है। कांग्रेस अनुसूचित जाति समाज के हितों की आड़ में हमारी समाज को चुनावी बनने का यह ढोंग चुनावी हथकंडा मात्र है जिसका अंततः कांग्रेस को नुक्सान उठाना पडेगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने ऐसी सक्रियता तब क्यों नहीं दिखाई जब कमलनाथ सरकार के शासनकाल में सागर की अयोध्या बस्ती में अपराधी तत्वों ने अनुसूचित जाति समाज के सम्मानित व्यक्ति धनप्रसाद अहिरवार को केरोसिन डालकर जिंदा जला कर मार डाला था  तत्कालीन सरकार ने एक रुपए की भी मदद क्यों नहीं की थी। भाजपा नेताओं ने कहा कि उस समय  मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ही ऐसे नेता थे जो भाजपा की सरकार बनने पर दिवंगत धनप्रसाद अहिरवार की विधवा को मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के पास ले गए थे और लाखों रुपए की सहायता की। 

दलित परिवार पर दर्ज है मामले :छेड़खानी की नही हुई घटना

बरोदिया नौनागिर की घटना के संबंध में भाजपा नेता वृंदावन अहिरवार ने कहा कि अपराधी तत्वों की कोई जाति नहीं होती और न ही इस घटनाक्रम को जातिवादी चश्में से देखना चाहिए। हत्या की घटना में शामिल जिन लोगों के नाम मृतक के परिवार ने लिखाए उन पर सभी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ, गिरफ्तारियां हो गईं। परिवार को सभी प्रकार की मदद सरकार व प्रशासन द्वारा की गई है। जो जानकारियां स्थानीय स्तर से आई हैं उनके अनुसार मृतक के चाचा और भाई पर 27गंभीर आपराधिक मामले हैं। अनुसूचित जाति समाज के लोगों पर भी इन लोगों ने आपराधिक वारदातें की थीं। वर्तमान संपपंच परिवार के सदस्य विक्रम सिंह पर तलवार से हमला करने के बाद जनाक्रोश में यह घटना घटी है जिसमें पुलिस और प्रशासन ने समुचित कार्रवाई की है। जिस व्यक्ति विक्रम सिंह पर शनिवार को तलवार से हमला मृतक द्वारा किया गया है उन विक्रम सिंह को मई, 2021 में मृतक के भाई विष्णु, चाचा राजेंद्र व एक अन्य स्थानीय परिवार ने गोली मारकर हत्या करने की घटना की थी । जिसका मामला न्यायालय में चल रहा है। 
परिवार का यह आरोप भी असत्य निकला है कि वर्ष 2019 / 20 के छेड़खानी के मामले में राजीनामा का कोई विवाद इस घटना का कारण था । वस्तुस्थिति यह है कि छेड़खानी का कोई प्रकरण आरोपियों के विरुद्ध मृतक के परिवार से अस्तित्व में नहीं है। 
इस मौके पर श्रीकांत जैन और आलोक केसरवानी उपस्थित रहे। 




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