मधु लिमये उस आदर्श के प्रतीक जो सिद्धांत से समझौता नहीं करते- रघु ठाकुर
भोपाल, 29 जुलाई,2023। समाजवादी चिंतक व राजनेता रघु ठाकुर की किताब ' सच के आईने में मधु लिमये ' पुस्तक का विमोचन समारोह आज माधवराव सप्रे स्मृति समाचारपत्र संग्रहालय भोपाल के सभागार में सम्पन्न हुआ।
रघु ठाकुर सहित सप्रे संग्रहालय के संस्थापक विजयदत्त श्रीधर,बाराबंकी से आये वरिष्ठ समाजवादी राजनाथ शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर, डा . राम विद्रोही, साहित्यकार मुकेश वर्मा, स्टेट बैंक आफ इंडिया के डी एम डी विनोद मिश्रा, आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर के अध्यापक जयन्त सिंह तोमर ने मधु लिमये को याद किया।
समता ट्रस्ट एवं सप्रे संग्रहालय के तत्वावधान में आयोजित इस समारोह में पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए डा . शिवा श्रीवास्तव व बुंदेली कवि महेश कटारे ' सुगम ' का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन रघु ठाकुर ने व धन्यवाद ज्ञापन समता ट्रस्ट के अध्यक्ष मदन जैन ने किया।
इस अवसर पर ओ पी रावत पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त भारत सरकार, जाने माने सम्पादक एनके सिंह, अबिलास खांडेकर,पूर्व डी जी पी एम. डबल्यू. अंसारी,सुरेश जैन पूर्व आई ए एस,दया राम नामदेव सचिव गांधी भवन, पत्रकार ममता कल्हार, डॉक्टर रहीश लखनऊ,पूर्व मंत्री राजा पटेरिया, दीपक जोशी, पत्रकार पाटेश्वरी बाराबंकी विशेष रूप से उपस्थित थे।
रघु ठाकुर ने मधु लिमये के त्याग, संघर्ष व देशसेवा को याद करते हुए कहा कि मधुजी उस आदर्श के प्रतीक हैं जो सिद्धांत से समझौता नहीं करता। जनता पार्टी तोड़ने के लिए वे जिम्मेदार नहीं थे यह बात नानाजी देशमुख ने लिखी। मधु लिमये ने विशेष अवसर के सिद्धांत पर जोर देते हुए आरक्षण की स्वत: समापनीय योजना सुझाई थी। उन्होंने देश की आज़ादी के साथ गोवा की आज़ादी के लिए संघर्ष किया और बताया कि समाजवाद आनेवाली पीढ़ियों के भविष्य का इंतजाम करता है।
राजनाथ शर्मा ने कहा कि मधु जी जैसे नेताओं ने ही सिखाया कि संतति व संपत्ति को जो त्याग दे वही सच्चा समाजवादी है। उन्होंने न्यूनतम लेकर अधिकतम दिया और श्रेष्ठतम जिया।
विजय दत्त श्रीधर ने मधु लिमये ने जो सत्ता के केन्द्र में रहकर जो सादगी भरा जीवन जिया उससे उन लोगों को कुछ सीखना चाहिए जो जनता के प्रतिनिधि बनकर हर चीज में विशेषाधिकार चाहते हैं और साधारण नागरिक की तरह नहीं जीना चाहते। वरिष्ठ पत्रकार व रंगमंच विशेषज्ञ गिरिजाशंकर ने कहा कि रघु ठाकुर की सादगी व सक्रियता में मधु लिमये की छवि दिखाई देती है। उन्हें देखकर उम्र की चिंता दूर हो जाती है। देश की एक बड़ी आबादी आज भी अगर विचार और सामाजिक सरोकार से जुड़ा है तो उसके पीछे इन्हीं आदर्शो की प्रेरणा है।
डॉ राम विद्रोही ने कहा कि समाजवादी विचार आंदोलन से जिंदा रहता है। डॉ लोहिया व मधु लिमये ने यह राह दिखाते हुए सिखाया था कि समाजवादी रिटायर नहीं होते। वे या तो बर्खास्त होते हैं या दुनिया ही छोड़ देते हैं। स्टेट बैंक आफ इंडिया वरिष्ठ अधिकारी विनोद मिश्र ने कहा कि देश मधु लिमये व जयप्रकाश नारायण जैसे नेताओं के रास्ते पर चलकर को बचाये रख सकता है।
कार्यक्रम में लोसपा नेता श्यामसुंदर यादव, चित्रकार संजू जैन, अनूप सिंह,पूर्व पार्षद मकसूद भाई , लालू भाई , वरिष्ठ सेवानिवृत अधिकारी गण एवं बड़ी संख्या में लोगों ने विशेषरूप से उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
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