शिक्षा के साथ कानून के क्षेत्र में भी डॉ.कैलाश तिवारी ने सागर का नाम रोशन किया : विधायक शैलेन्द्र जैन
सागरः: चीफ प्रॉसिक्यूटर डायरेक्टेट आफ प्राशीक्यूशन दिल्ली, हेड ऑफ लॉ डिपार्टमेंट दिल्ली, पुलिस अकादमी दिल्ली डॉ कैलाश कुमार तिवारी के अधिवार्षिकी आयु पूर्ण कर गृह नगर आगमन पर ऐतिहासिक स्वागत सम्मान हुआ। ज्ञातव्य है कि डॉ. तिवारी ने डॉ. सर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर से एल.एल. एम. पी. एच. डी. किया । विश्वविद्यालय विधि विभाग सागर में 2 वर्ष तक अध्यापन का कार्य किया। यू.पी.एस.सी. से चयनित होने के बाद दिल्ली में चीफ प्रॉसीक्यूटर, डायरेक्ट्रेट ऑफ प्रासीक्यूशन दिल्ली हेड ऑफ लॉ डिपार्टमेंट, दिल्ली पुलिस अकादमी में अपनी सेवायें दीं। इस वृहद स्वागत कार्यक्रम का शुभांरभ नगर विधायक शैलेन्द्र जैन, प्रोफेसर डॉ. सुरेश आचार्य, कवि हरगोविन्द विश्व, चिकित्सक कवि डॉ. श्याम मनोहर सिरोठिया, सनाढ्य सभा के अध्यक्ष इन्द्रजीत दुबे दिल्ली से आए डॉ. राकेश श्रीवास्तव ज्वाईन सेक्रेट्री मिनिस्टरी ऑफ कॉरपोरेट अफेयरर्स भारत सरकार, श्री समर सिंह दिल्ली पुलिस एवं मंचस्थ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती पूजन के साथ किया गया।
कार्यक्रम में जिला अधिवक्ता संघ की कार्यकारणी ने डॉ. अंकलेश्वर दुबे अध्यक्ष पूर्व अध्यक्ष लखन सिंह राठौर व पूर्व अध्यक्ष शिवदयाल बड़ोनिया एवं अधिवक्ताओं ने बड़ी संख्या में प्रसस्ति पत्र देकर सम्मान किया एवं प्रेम प्रसारिणी सनाढ्य सभा की ओर से वर्तमान एवं पूर्व अध्यक्षों के साथ कार्यकारणी एवं वर्तमान कार्यकारणी ने सम्मान किया जिसमें मुख्य रूप से पूर्व अध्यक्ष सुन्दरलाल बचकैंयया, प्रेमनारायण रावत, संतोष पचौरी, प्रेम तिवारी, नरेश तिवारी, सचिव राकेश दुबे एवं चंद्रीका पारासर, आनन्द दीक्षित, जुगल उपाध्याय आदि सम्मिलित थे। उनके विद्यार्थी मंडल के द्वारा प्रसस्ति पत्र एवं माला से स्वागत किया गया, उनके मित्रगणों शंभूदयाल मिश्रा, ओमकार रजक, पुष्पेन्द्र मिश्रा, भगवती शुक्ला आदि ने सामूहिक रूप से सम्मान किया।
डॉ. हरगोविन्द विश्वकर्मा, अभय राजौरिया, जयंत विश्वकर्मा, संजय श्रीवास्तव आदि ने अपने - अपने सम्मान पत्रों का गायन / वाचन किया एवं सम्मान पत्र सौंपे। मामा पक्ष की ओर से श्री बलराम शांडिल्य ने उनके सागर आगमन पर बताया कि दिल्ली में उत्कृष्ट सेवाऐं देने के बाद उनके विधि के अनुभव लाभ समाज एवं सागर को मिलेगा। विधायक शैलेन्द्र जैन ने अपनी शुभकामनाओं में डॉ. तिवारी के द्वारा की गई सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि विधि में डॉ. सर हरिसिंह गौर ने जिस तरीके से सागर
विश्वविद्यालय की स्थापना की एवं उनके स्वप्न थे उन्हीं पद चिन्हों पर चलते हुए डॉ. तिवारी ने शिक्षा के साथ कानून में भी बुन्देलखण्ड का नाम रोशन किया है। डॉ सुरेश आचार्य ने कहा कि डॉ हरिसिंह गौर की आत्मा उस दिन प्रसन्न हुई होगी जब डॉक्टर तिवारी ने सागर से विधि में डॉक्ट्रेट कर संघ लोक सेवा आयोग से दिल्ली में उच्च पद पर रहकर देश की सेवा की व बुन्देलखण्ड का नाम रोशन किया। बहिन डॉ लता श्रीधर तिवारी अपने संस्मरण एवं भाई बहनों के उच्च शैक्षणिक योग्यता में बडे भाई के योगदान को सही अर्थों में प्रतिपादित किया। पूर्व अध्यक्ष सुन्दर लाल बचकैंया ने उनके पिता जो कि समाज के पूर्व अध्यक्ष रहे पं. राजाराम तिवारी के पथ पर चलकर समाज को सहयोग का आह्वान किया। डॉ. श्याम मनोहर सिरोठिया जी ने अपने उद्बोधन में उनके द्वारा कानून पर लिखी पुस्तकों यथा क्रिम्नल माईनर एक्ट, दिल्ली पुलिस ऐक्ट, राईट ऑफ प्राईवेट डिफेंस, क्रिम्नल माईनर एक्ट आदि का विस्तृत उल्लेख करते हुए सागर के बेटे द्वारा उच्च पद पर सेवाऐं देना सही मायने में माता-पिता के बचपन से संस्मरण सुनाते हुए पूरा परिवार उच्च शिक्षित एवं संस्कारित है। इस अवसर पर डॉ. तिवारी की पत्नि श्रीमती रश्मि तिवारी का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में डॉ. हरगोविन्द विश्व, ऋषि विश्वकर्मा, जयंत विश्वकर्मा, राजेन्द्र सेन, सोनाली रजक आदि ने विभिन्न भजनों से सम्मानकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में नरयावली विधायक श्री प्रदीप लारिया ने भी उपस्थित होकर डॉ. तिवारी को सम्मानित किया। सम्मानित करने वालों में म.प्र. कर्मचारी संघ, लघु वेतन कर्मचारी संघ, अध्यापक संघ, सेवानिवृत्त शिक्षा संघ, विश्वविद्यालय के पदाधिकारी संघ एवं गुलझारी लाल जैन, सनाढ्य सभा के संरक्षक एवं पूर्व अध्यक्ष रामेश्वर दीक्षित, संतोष जैन घड़ी, बुन्देलसिंह बुन्देला, समाजसेवी सुखदेव तिवारी, योगाचार्य विष्णु आर्य, डॉ. मनीष वर्मा, अखिलेश पाठक, शक्ति खरे, संतोष शर्मा, अभय श्रीवास्तव, उमेश मिश्रा लल्ला महुना, रिशांत तिवारी एवं कटारे, तिवारी, शांडिल्य, श्रीवास्तव, साहू, जैन, पटैल विश्वकर्मा, रैकवार सहित विभिन्न समाजों के 200 से अधिक सेवानिवृत्त लोगों सहित 1700 लोगों ने उपस्थित होकर डॉ. तिवारी का सम्मान किया।
डॉ. कैलाश कुमार तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हिन्दी मीडियम से पढ़ाई करने के उपरांत अंग्रेजी में पारंगत होने के लिए कड़ी मेहनत कर कार्य संपादित किया है। दिल्ली में दो • बड़ी विदाई पार्टियों के बाद गृह आगमन पर आप लोगों के स्नेह में हमारे द्वारा की गई सेवाओं को अविस्मरणीय बना दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रताप राज तिवारी ने किया एवं आभार विनोद तिवारी एवं राम तिवारी द्वारा ज्ञापित किया गया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें