सीएम के समक्ष रखा नवीन व्यावसायिक शिक्षा - प्रशिक्षक महासंघ ने मांगों को
भोपाल। नवीन व्यावसायिक शिक्षा - प्रशिक्षक महासंघ (NVETA) के नेतृत्व में व्यावसायिक प्रशिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से मुख्यमंत्री निवास में भेंट की ।जिसमें प्रतिनिधि मंडल ने व्यावसायिक प्रशिक्षकों की वर्तमान स्थिति, उनकी मांगों और समस्याओं को विस्तार से मुख्यमंत्री जी के समक्ष रखा गया। उल्लेखनीय है कि नवीन व्यावसायिक शिक्षा - प्रशिक्षक महासंघ काफी लंबे समय से व्यावसायिक प्रशिक्षकों से संबंधित अपनी सात सूत्रीय मांगों को पूर्ण कराने के लिए प्रयासरत है । जिसके लिए महासंघ की विभिन्न जिला इकाइयों द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी की प्रदेश के विभिन्न जिलों में चल रही यात्राओं में भी प्रमुखता से ज्ञापन सौंपे जा रहे हैं एवं प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों, मंत्रियों, विधायकों, सांसदों से संपर्क कर जनप्रतिनिधियों के लेटरहेड पर अपनी मांगों के लिए समर्थन पत्र प्राप्त किए जा रहे हैं और संधारित किया जा रहा है। साथ ही जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी मुख्यमंत्री जी के नाम, व्यावसायिक प्रशिक्षकों के समर्थन में ज्ञापन भिजवाए जा रहे हैं।
इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए कल नवीन व्यावसायिक शिक्षा - प्रशिक्षक महासंघ के सदस्यों के एक दल ने माननीय मुख्यमंत्री जी से प्रत्यक्ष भेंट कर उनको व्यावसायिक प्रशिक्षकों की मांगों से पुनः अवगत कराया एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों से अपनी मांगों के पक्ष में प्राप्त समर्थन पत्रों को सीधे मुख्यमंत्री जी के हाथों में सौंपा। मुख्यमंत्री जी ने न सिर्फ प्रतिनिधि मंडल की मांगों को ध्यान से सुना बल्कि भविष्य में व्यावसायिक प्रशिक्षकों के हित में अच्छे से अच्छा करने के लिए आश्वस्त किया ।
गौरतलब ये भी है कि नवीन व्यावसायिक शिक्षा - प्रशिक्षक महासंघ द्वारा राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त माननीय रमेशचंद शर्मा ( अध्यक्ष मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति) के समर्थन से पहले भी अपनी सात सूत्रीय मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया था और अब दोबारा उनसे सौजन्य भेंट कर महासंघ द्वारा उनका सम्मान किया। उनके समर्थन के लिए आभार प्रेषित किया। एवं पुनः अपनी मांगों को उनके द्वारा भी माननीय मुख्यमंत्री जी तक पहुंचाने के लिए आग्रह किया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
नवीन व्यावसायिक शिक्षा - प्रशिक्षक महासंघ द्वारा व्यावसायिक प्रशिक्षकों के लिए की गई सात सूत्रीय मांगे -
1. व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों की जॉब सिक्योरिटी हेतू जॉब पॉलिसी का निर्धारण करते हुये हरियाणा मॉडल की तर्ज पर स्थाई नीति का निर्धारण हो।
2. मध्यप्रदेश में विगत 8 वर्षों से व्यावसायिक प्रशिक्षकों/ शिक्षकों के मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की गई अतः 8 वर्षों को ध्यान रखते हुये हरियाणा मॉडल की तर्ज पर नवीन मानदेय का निर्धारण हो।
3. भविष्य में प्रतिवर्ष मानदेय में 10 प्रतिशत तक बढोत्तरी को निर्धारित किया जाए।
4. विभिन्न अवकाश सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो।
5. किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित होने पर विभिन्न बीमा योजनाओं का लाभ प्राप्त हो।
6. पूर्व में ट्रेड के बन्द होने के कारण एवं वर्तमान में कम्पनी का अनुबंध समाप्त होने के कारण नई कम्पनी आने तक कई व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। उन्हें प्राथमिकता के साथ यथावत रखा जाए।
7. हाल ही में संविदा कर्मियों को दिए गए लाभ की भांति व्यावसायिक प्रशिक्षकों/शिक्षकों को भी विभागीय सुविधाओं का लाभ दिया जाए।
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